विजयन के अनुसार, मुगल सम्राट शाहजहां के बेटे दारा शिकोह की ओर से मूल संस्कृत पाठ से 50 से अधिक उपनिषदों का फारसी में अनुवाद किया गया, जिससे भारतीय ग्रंथों को दुनिया भर में पहुंचाने में मदद मिली।
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RSS:राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में मालवा प्रांत में बड़े बदलाव, कुलकर्णी मध्य क्षेत्र के नए प्रचारक
आरएसएस केे मालवा प्रांत में बढ़े बदलाव
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
नागपुर में आयोजित आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में मध्य क्षेत्र व मालवा प्रांत को लेकर कई फैसले लिए गए है। अब तक मध्य क्षेत्र के प्रचारक की जिम्मेदारी संभाल रहे दीपक विस्पुते को अखिल भारतीय सह बौदि्धक प्रमुख बनाए गए है। दीपक के कार्यकाल में मध्य क्षेत्र में संघ का जमीनी नेटवर्क मजबूत हुआ। शाखाएं भी बढ़ी है।
स्वप्निल कुलकर्णी मध्य क्षेत्र के नए क्षेत्र प्रचारक बने है जबकि राजमोहन मालवा प्रांत के नए प्रांत प्रचारक होंगे। मालवा प्रांत के वर्तमान प्रचारक बलिराम को अखिल भारतीय सामाजिक सद्भाव प्रमुख बनाया गया है। इंदौर में विभाग प्रचारक रहे विमल गुप्ता अब मध्य भारत प्रांत के नए प्रांत प्रचारक बने है। इसके अलावा वर्तमान में मालवा प्रांत के प्रांत प्रचार प्रमुख विनय दीक्षित अब प्रज्ञा प्रवाह के संयोजक बनाए गए है।
‘कांग्रेस शासनकाल में मारे गए थे हजारों लोग’, गृह मंत्री अमित शाह का राहुल गांधी पर वार
Amit Shah on Bharat Jodo Nyay Yatra: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार (20 जनवरी) को राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर निशाना साधा है. उन्होंने दावा किया कि असम में ‘जिन लोगों के परिजन कांग्रेस कार्यकाल के दौरान मारे गए थे’, वे राज्य में राहुल गांधी की ‘यात्रा’ का विरोध कर रहे हैं.
अमित शाह ने गुवाहाटी में 5 नवगठित असम पुलिस कमांडो बटालियन के पहले बैच की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए कांग्रेस की आलोचना की और आरोप लगाया कि पूर्व में कांग्रेस की सरकार के दौरान लोगों को नौकरी पाने के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी. शाह ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मौजूदा शासन में रोजगार के लिए एक पैसा भी नहीं देना पड़ता.
क्या कहा अमित शाह ने?
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने हाल में भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की है. मैंने यहां कुछ पत्रकारों से पूछा कि असम में क्या हुआ? उन्होंने मुझे बताया कि उनके (कांग्रेस के) कार्यकाल के दौरान विभिन्न स्थानों पर अन्याय हुआ था, असम के हजारों युवा मारे गए थे और असम उग्रवाद की चपेट में आ गया था. उन विभिन्न स्थानों पर मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों ने इस न्याय यात्रा का विरोध किया.”
भारत जोड़ो न्याय यात्रा का असम चरण 18 जनवरी को शुरू हुआ था जो 25 जनवरी तक जारी रहेगा. इस दौरान राज्य के 17 जिलों में 833 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी.
‘दशकों के कांग्रेस शासन में पूर्वोत्तर क्षेत्र अशांत रहे’
बीजेपी नेता ने कहा कि पिछले 10 साल में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नेतृत्व में देश की कानून-व्यवस्था में बड़ा बदलाव आया है. उन्होंने आगे कहा कि दशकों के कांग्रेस शासन के दौरान जम्मू-कश्मीर, नक्सली क्षेत्र और पूर्वोत्तर क्षेत्र अशांत रहे. अब, इन क्षेत्रों में हिंसा 73 प्रतिशत कम हो गई है और यह हमारे लिए एक सुखद बदलाव है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं चुनाव के दौरान (असम में) आया था, तो हमने बिना किसी भ्रष्टाचार के एक लाख नौकरियां देने का वादा किया था. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने वह वादा पूरा किया है.
‘असम भारत का नहीं बल्कि बांग्लादेश का हिस्सा होता’
इस बीच, उन्होंने ‘असम के बहादुर-लचित बोरफुकन’ किताब का विमोचन करते हुए कहा कि अगर अहोम कमांडर बोरफुकन और अन्य शासकों ने मुगलों और अन्य आक्रमणकारियों की कोशिशों को विफल नहीं किया होता तो असम भारत का नहीं बल्कि बांग्लादेश का हिस्सा होता. ‘असम्स ब्रेवहार्ट-लचित बोरफुकन’ पुस्तक प्रख्यात लेखक अरूप कुमार दत्ता की तरफ से अंग्रेजी में लिखी गई है और इसका 23 अनुसूचित भाषाओं में अनुवाद किया गया है.
कांग्रेस ने पैदा किया क्षेत्र के लोगों के बीच विभाजन
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ‘क्षेत्र के लोगों के बीच विभाजन’ पैदा किया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर में विकास और शांति की अपनी नीति के जरिए यह सुनिश्चित किया कि लोगों में देश को दुनिया का सबसे विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य की ओर ले जाने का विश्वास पैदा हो सके.
उन्होंने कहा कि असम के भारत का हिस्सा होने का मुख्य कारण यह है कि खिलजी से लेकर औरंगजेब तक कई आक्रमणकारियों की सेना को हराया गया और वापस भेज दिया गया.
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कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र बोले, ‘…तो भारत बन जाएगा पाकिस्तान और अफनानिस्तान
Yathindra Siddaramaiah on Hindu Rashtra: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन से पहले विपक्षी नेताओं की ओर से लगातार बयानबाजी जारी है. कर्नाटक विधान परिषद में सदस्य बीके हरिप्रसाद ने ‘गोधरा कांड’ को लेकर बुधवार (3 जनवरी) को विवादित टिप्पणी करके हंगामा खड़ा कर दिया था. अब कांग्रेस के कद्दावर नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया (Yathindra Siddaramaiah) के भारत को लेकर दिए बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कर्नाटक के पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता यतींद्र ने भारत के हिंदू राष्ट्र बनने की तुलना पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों के साथ कर डाली है. उन्होंने कहा कि अगर भारत हिंदू राष्ट्र बन गया तो यह तानाशाही शासन वाले अफगानिस्तान और आतंकियों के पनाहगार पाकिस्तान जैसा बन जाएगा.
‘बीजेपी के सहयोगी संगठन भारत को बनाने जा रहे हिंदू देश’
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि धर्म के नाम पर तानाशाही ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान को दिवालिया बना दिया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सहयोगी संगठन भारत को हिंदू देश बनाने जा रहे हैं. अगर सही में ऐसा होने दिया गया तो हमारा देश भी उन देशों की तरह ही बन जाएगा.
Davanagere | Congress leader and son of Karnataka CM Siddaramaiah, Yathindra Siddaramaiah says, “Pakistan and Afghanistan have been bankrupted by the dictatorship in the name of religion…Affiliate organizations of the BJP are going to make India a Hindu country. If this is… pic.twitter.com/TTjPRJj1gK
— ANI (@ANI) January 3, 2024
‘धर्मनिरपेक्षता छोड़ धर्म के पीछे जाने से विकास नहीं होगा’
कांग्रेस नेता यतींद्र सिद्धारमैया ने कहा कि अगर देश धर्मनिरपेक्षता को छोड़कर धर्म के पीछे जाएगा तो इससे विकास नहीं होगा. आज धर्मनिरपेक्षता पर खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि हमें ऐसी पार्टियों से सावधान रहने की जरूरत है, जोकि धर्म का राजनीतिकरण करती हैं.
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है. इस आयोजन में करीब एक लाख भक्तों के अयोध्या पहुंचने का अनुमान लगाया गया है. प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे.
बीके हरिप्रसाद की विवादित टिप्पणी से पहले ही मचा हंगामा
इस आयोजन को लेकर यतींद्र से पहले बुधवार को ही कर्नाटक के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बीके हरिप्रसाद ने भी ऐसी टिप्पणी की कि उसको लेकर विवाद छिड़ गया. इसकी खूब आलोचना भी हो रही है. उन्होंने कहा था, ”उनको आशंका है कि कर्नाटक में ‘गोधरा कांड’ जैसी घटना हो सकती है. इससे राज्य सरकार को अलर्ट रहना चाहिए. साल 2002 के गोधरा ट्रेन अग्निकांड ने गुजरात को सबसे खराब सांप्रदायिक दंगों में से एक में झोंक दिया था. इसलिए अयोध्या जाने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए कर्नाटक सरकार को इंतजाम करने चाहिए, ताकि हमें एक और गोधरा कांड नहीं देखना पड़े.”
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‘हिंदू राष्ट्र तो बना है, बस हमें पहचानना है’, यूपी में बोले RSS चीफ मोहन भागवत
Mohan Bhagwat On Hindu Rashtra: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार (26 नवंबर) को उत्तर प्रदेश के नोएडा में सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है. आपको बस इसे पहचानना है.
देश के युवाओं को लेकर भागवत ने कहा कि आजकल युवा चमत्कार कर रहे हैं, लेकिन इन्हें अवसर देने वाला चाहिए. आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आ गया है. हालांकि, उसपर नियत्रंण की व्यवस्था नहीं है. इसलिए लोग इससे डर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया भारत की उन्नति का इंतजार कर रही है और देश की उन्नति तभी होगी, जब भारत अपने बल पर कुछ कर के दिखाएगा. योग के बारे में भागवत ने कहा कि आज योग को सारी दुनिया पहचान रही है. इसे पहले जादू टोना कहते थे. अब देश योग दिवस मनाता है. यह भारत की उन्नति है.
‘भारत को हिंदू राष्ट्र क्या बनाना?’
हिंदू राष्ट्र को लेकर आरएसएस चीफ ने कहा, “हिंदू राष्ट्र बनाना क्या है? वह तो बना हुआ है. आपको बस इसे पहचानना है.” उन्होंने कहा कि हमें अधिक से अधिक मित्र जोड़ने चाहिए और भारत-अमेरिका को सहयोग से चलना चाहिए.
‘दुनिया को अंधेरे से प्रकाश में ले जाना देश है भारत’
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया को अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाने वाला है. आज भारत इतना ताकतवर है कि लीबिया में जाकर हम अपने देशों के अलावा दूसरे देशों के लोगों को भी निकालते हैं. आरएसएस प्रमुख ने आगे कहा कि हमारे यहां ऐसा माना गया है कि राष्ट्र बनते हैं, बनाए नहीं जाते. जो बनाए गए राष्ट्र टूट जाते हैं.
‘भारत सर्वोपरि है’
उन्होंने कहा, “संविधान सभा में डॉ अंबेडकर ने कहा था कि स्वतंत्रता और समानता एक साथ नहीं आती है. इन दोनों को एक साथ आने के लिए भाईचारा चाहिए. भारत सर्वोपरि है. हम सब भाई हैं. छुआ-छूत नहीं चलेगा.” आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हमारी सारी समस्याओं का इलाज सद्भावना है.
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