सीएम ने समर्थन का आग्रह किया है। 5 फरवरी को लिखे पत्रों में सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार द्वारा कर्नाटक के प्रति जारी 'अन्याय और उपेक्षा' के जवाब के रूप में "चलो दिल्ली" का नारा दिया है।
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सिद्धारमैया
Congress: दिल्ली पहुंची सिद्धारमैया सरकार, जंतर-मंतर पर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन आज, आर्थिक भेदभाव का आरोप
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार (फाइल)
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार भाजपा के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखा रही है। केंद्र सरकार पर आर्थिक अत्याचार और नाइंसाफी के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की अगुवाई वाली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शन की योजना बनाई है। सीएम सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार समेत कर्नाटक के शीर्ष कांग्रेस नेता ‘चलो दिल्ली’ आह्वान के तहत दिल्ली पहुंच गए हैं। आज यानी बुधवार को कांग्रेस पार्टी जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस पार्टी का दावा है कि केंद्र सरकार की नाइंसाफी और भेदभावपूर्ण नीतियों के कारण साल 2017-18 के बाद से अब तक कर्नाटक सरकार को 1.87 लाख करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार का नारा- मेरा टैक्स मेरा अधिकार
विरोध प्रदर्शन की योजना के मुताबिक सात फरवरी को सुबह 11 बजे से कांग्रेस पार्टी जंतर मंतर पर प्रदर्शन शुरू करेगी। कांग्रेस सरकार ने प्रदर्शन में शामिल होने वाले समर्थकों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुक्मरानों से सवाल पूछने की अपील भी की है। कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि अनुदान देने में केंद्र सरकार कर्नाटक के साथ भेदभाव कर रही है। सिद्धारमैया सरकार ने सुविधाओं के प्रावधान में भी कर्नाटक के लोगों के साथ अन्याय के आरोप लगा हैं। पार्टी ने हैशटैग मेरा टैक्स मेरा अधिकार का नारा देकर सोशल मीडिया पर भी इस प्रदर्शन को धार देने का प्रयास किया है।
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र बोले, ‘…तो भारत बन जाएगा पाकिस्तान और अफनानिस्तान
Yathindra Siddaramaiah on Hindu Rashtra: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन से पहले विपक्षी नेताओं की ओर से लगातार बयानबाजी जारी है. कर्नाटक विधान परिषद में सदस्य बीके हरिप्रसाद ने ‘गोधरा कांड’ को लेकर बुधवार (3 जनवरी) को विवादित टिप्पणी करके हंगामा खड़ा कर दिया था. अब कांग्रेस के कद्दावर नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया (Yathindra Siddaramaiah) के भारत को लेकर दिए बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कर्नाटक के पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता यतींद्र ने भारत के हिंदू राष्ट्र बनने की तुलना पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों के साथ कर डाली है. उन्होंने कहा कि अगर भारत हिंदू राष्ट्र बन गया तो यह तानाशाही शासन वाले अफगानिस्तान और आतंकियों के पनाहगार पाकिस्तान जैसा बन जाएगा.
‘बीजेपी के सहयोगी संगठन भारत को बनाने जा रहे हिंदू देश’
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि धर्म के नाम पर तानाशाही ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान को दिवालिया बना दिया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सहयोगी संगठन भारत को हिंदू देश बनाने जा रहे हैं. अगर सही में ऐसा होने दिया गया तो हमारा देश भी उन देशों की तरह ही बन जाएगा.
Davanagere | Congress leader and son of Karnataka CM Siddaramaiah, Yathindra Siddaramaiah says, “Pakistan and Afghanistan have been bankrupted by the dictatorship in the name of religion…Affiliate organizations of the BJP are going to make India a Hindu country. If this is… pic.twitter.com/TTjPRJj1gK
— ANI (@ANI) January 3, 2024
‘धर्मनिरपेक्षता छोड़ धर्म के पीछे जाने से विकास नहीं होगा’
कांग्रेस नेता यतींद्र सिद्धारमैया ने कहा कि अगर देश धर्मनिरपेक्षता को छोड़कर धर्म के पीछे जाएगा तो इससे विकास नहीं होगा. आज धर्मनिरपेक्षता पर खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि हमें ऐसी पार्टियों से सावधान रहने की जरूरत है, जोकि धर्म का राजनीतिकरण करती हैं.
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है. इस आयोजन में करीब एक लाख भक्तों के अयोध्या पहुंचने का अनुमान लगाया गया है. प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे.
बीके हरिप्रसाद की विवादित टिप्पणी से पहले ही मचा हंगामा
इस आयोजन को लेकर यतींद्र से पहले बुधवार को ही कर्नाटक के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बीके हरिप्रसाद ने भी ऐसी टिप्पणी की कि उसको लेकर विवाद छिड़ गया. इसकी खूब आलोचना भी हो रही है. उन्होंने कहा था, ”उनको आशंका है कि कर्नाटक में ‘गोधरा कांड’ जैसी घटना हो सकती है. इससे राज्य सरकार को अलर्ट रहना चाहिए. साल 2002 के गोधरा ट्रेन अग्निकांड ने गुजरात को सबसे खराब सांप्रदायिक दंगों में से एक में झोंक दिया था. इसलिए अयोध्या जाने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए कर्नाटक सरकार को इंतजाम करने चाहिए, ताकि हमें एक और गोधरा कांड नहीं देखना पड़े.”
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सिद्धारमैया ने 3 विधायकों को कैबिनेट रैंक के साथ प्रमुख पदों पर किया नियुक्त
Karnataka Politics: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सरकार के कामकाज को लेकर आलोचनात्मक रवैया रखने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक बीआर पाटिल और बसवराज रायरेड्डी को शुक्रवार (29 दिसंबर) को कैबिनेट मंत्री के दर्जे के साथ क्रमश: अपना सलाहकार और आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया.
ऐसा माना जा रहा है कि सिद्धारमैया ने यह कदम सत्तारूढ़ दल के भीतर असंतोष को शांत करने के लिए उठाया है. सिद्धारमैया एक अन्य अनुभवी कांग्रेस विधायक आरवी देशपांडे को भी कैबिनेट मंत्री के दर्जे के साथ प्रशासनिक सुधार आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया है.
राज्य सरकार ने जारी की अधिसूचना
राज्य सरकार ने शुक्रवार को अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी कर कहा कि पूर्व मंत्री आरवी देशपांडे को तत्काल प्रभाव से प्रशासनिक सुधार आयोग का अध्यक्ष और एक अन्य पूर्व मंत्री और विधायक बसवराज रायरेड्डी को मुख्यमंत्री का आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया है.
तत्काल प्रभाव से की गई नियुक्ति
बीआर पाटिल अलंद निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं, जबकि रायरेड्डी और देशपांडे क्रमशः येलबर्गा और हलियाल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. तीनों नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से की गई हैं. बता दें कि रायरेड्डी और देशपांडे दोनों ही सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके हैं.
मंत्री पद के दावेदार थे तीनों नेता
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इन नियुक्तियों के जरिए सिद्धारमैया ने निश्चित रूप से विधायकों को शांत करने की कोशिश की है. ये तीनों नेता अपने विशाल अनुभव की मदद से सरकार के समक्ष आने वाले मुद्दों और स्थितियों के प्रबंधन में निश्चित रूप से मुख्यमंत्री के लिए उपयोगी साबित होंगे. तीनों वरिष्ठ विधायक मंत्री पद के दावेदार थे और मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने को लेकर नाराज बताए जा रहे थे.
30 विधायकों ने मुख्यमंत्री को लिखा था पत्र
इससे पहले कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज पाटिल और रायरेड्डी सहित 30 विधायकों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मंत्रियों के कामकाज पर असंतोष व्यक्त किया था. पाटिल ने राज्य में शराब की दुकानें स्थापित करने के लिए लाइसेंस देने के सरकार के प्रस्ताव का भी विरोध किया था.
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राहुल गांधी को PM देखना चाहते हैं सिद्धारमैया, बोले- ‘देश में किसी ने भी…’
बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री होना चाहिए। उनका बयान ऐसे वक्त आया है जब ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों के कुछ नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन का प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाने की वकालत की है। सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘केवल कांग्रेस पार्टी में ही इस देश की समस्याओं का समाधान करने की ताकत है…इसके लिए राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री होना चाहिए।’’
सिद्धारमैया ने और क्या कहा?
कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘देश में किसी ने भी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जैसा कुछ नहीं किया है। अब, वह (राहुल गांधी) ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का दूसरा संस्करण- ‘न्याय यात्रा’ शुरू करने वाले हैं। ऐसा इसलिए कि देश में सभी को न्याय नहीं मिल सका है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘देश में पिछड़े वर्ग, दलित, अल्पसंख्यक और महिलाओं समेत हर किसी को न्याय मिलना चाहिए इसलिए राहुल गांधी यह यात्रा निकालने जा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश की खातिर, संविधान की रक्षा के लिए, देश की बहुसंस्कृतिवाद और संप्रभुता को बचाने के लिए तथा न्याय प्रदान करने के लिए, अपने सभी मतभेदों को भुलाकर हम सभी को एक साथ लड़ना होगा और कांग्रेस को सत्ता में वापस लाना होगा।’’
2019 में भी कर चुके हैं राहुल को PM बनाने की वकालत
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले भी सिद्धरमैया ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री का चेहरा बनाने की वकालत की थी। कुछ लोगों द्वारा नरम हिंदुत्व की बात करने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हिंदुत्व हिंदुत्व है। मैं हिंदू हूं। हिंदू और हिंदुत्व अलग हैं… क्या हमने अपने गांवों में राम मंदिर नहीं बनाए हैं? क्या हम राम की पूजा नहीं करते हैं और भजन नहीं गाते हैं? मैं भी अपने गांव में भजन करने जाता था…क्या हम हिंदू नहीं हैं? हम भी हिंदू हैं।’’
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