राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का मप्र में पांचवां और आखिरी दिन था। इस दिन यात्रा उज्जैन से धार फिर रतलाम जिले में पहुंचीं। दोनों ही जगह कांग्रेस ने आदिवासियों पर फोकस रखा और भाजपा सरकार पर हमला किया।
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Bharat Jodo Nyay Yatra
राहुल गांधी की न्याय यात्रा: जयश्रीराम के नारे, चप्पल लहराई.. BJP कार्यकर्ताओं ने गंगाजल से क्यों धोया चौराहा?
Rahul Gandhi
– फोटो : अमर उजाला
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यह पहला मौका था जब किसी कांग्रेस नेता ने गोदौलिया, रथयात्रा होते हुए मंडुवाडीह तक की राजनीतिक यात्रा की। शनिवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सुबह 9:30 बजे गोलगड्डा से शुरू हुई। मुस्लिम समुदाय के साथ ही, कांग्रेस और जय भीम का झंडा लिए कार्यकर्ता राहुल गांधी जिंदाबाद का नारा लगा रहे थे।
रास्ते में पीलीकोठी पर दो जगह स्वागत के लिए मंच बनाया गया था। जहां से मुस्लिम समाज के लोगों ने राहुल गांधी के काफिले पर फूल बरसाए। विशेश्वरगंज चौराहे से आगे बढ़ते ही जैसे कालभैरव मंदिर के चौराहे पर राहुल गांधी ने बाहर से ही हाथ जोड़कर काशी के कोतवाल को प्रणाम किया।
मैदागिन चौराहे पर उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा मिली तो जीप में बैठे-बैठे ही उनको नमन किया। राहुल ने कुरौना सरस्वती पीजी कालेज में सेफ्टी बस में बैठकर लंच किया। इसके बाद तीन घंटे तक यहां रुके रहे। इस दौरान बुनकर, छात्र और समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत की।
सरदार चौदहों बुनकर बिरादराना के हाजी हमीद के नेतृत्व में आए बुनकर संगठनों ने राहुल के सामने बिजली फ्लैट रेट और रेशम के बढ़ते दाम का मामला उठाया। भारत जोड़ो यात्रा के तहत वाराणसी पहुंचे राहुल गांधी को महाराजा काशी नरेश का हाथी पर बैठे लकड़ी का माडल भेंट किया गया।
फिर से स्थगित हुई राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’, जानें क्या है वजह – India TV Hindi
वाराणसी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। अपनी इस यात्रा को लेकर वह यूपी की सीमा में प्रवेश कर चुके हैं। राहुल गांधी की यात्रा आज वाराणसी में निकलनी थी, लेकिन अब उनकी यात्रा को एक बार फिर से स्थगित कर दिया गया है। कांग्रेस पार्टी के नेता जयराम रमेश ने इसकी जानकारी दी है। जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी के वायनाड जाने की जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी वापस इस यात्रा को यूपी में ही प्रयागराज जिले से शुरू करेंगे।
जयराम रमेश ने दी जानकारी
एक्स पर किए गए अपने पोस्ट में जयराम रमेश ने लिखा है कि ‘वायनाड में राहुल गांधी की उपस्थिति की तत्काल आवश्यकता है। वह आज शाम 5 बजे वाराणसी से प्रस्थान कर रहे हैं। भारत जोड़ो न्याय यात्रा कल 18 फरवरी को दोपहर 3 बजे प्रयागराज में फिर से शुरू होगी।’ आगे भी उन्होंने इसी बात को अंग्रेजी में भी लिखा है। वहीं राहुल गांधी को वायनाड क्यों भेजा जा रहा है, इस बारे में अभी पूरी जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन उनकी आज की यात्रा में रुकावट कहीं ना कहीं कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। क्योंकि राहुल गांधी की यात्रा आज पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में होने वाली थी।
Congress: राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर तय समय से पहले लग सकता है विराम, जानें कांग्रेस की तैयारी
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– फोटो : Agency (File Photo)
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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा तय समय से दस दिन पहले यानी 10 मार्च को समाप्त हो सकती है। गठबंधन का बिखरता कुनबा और लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर यात्रा को तय समय से पहले ही समेटने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
पार्टी की ओर से हालांकि यह तर्क दिया जा रहा है कि यात्रा को 70 किलोमीटर प्रतिदिन तय करना था, जिसमें अब सौ किलोमीटर से ज्यादा का सफर प्रतिदिन तय किया जा रहा है। इसकी वजह से यात्रा अपने तय लक्ष्यों को जल्दी पूरा कर रही है। इसके तहत उत्तर प्रदेश में पार्टी अब 11 दिन के बजाय 6 से 7 दिन में ही अपनी यात्रा को समाप्त कर लेगी।
गठबंधन फार्मूला तय करने के लिए खरगे के साथ राहुल का होना जरूरी
पार्टी का मानना है कि गठबंधन को लेकर राष्ट्रीय गठबंधन समिति की तमाम बैठकों के बाद भी अब तक गठबंधन का फार्मूला तय नहीं हुआ है। इसलिए अब गठबंधन और सीट बंटवारे को अमली जामा पहनाने के लिए कांग्रेस को मल्लिकार्जुन खरगे के साथ राहुल गांधी का होना भी जरूरी है।
गुलाम नबी आजाद का कांग्रेस पर तंज, बोले- I.N.D.I.A अलायंस की एकता उसी दिन टूट गई जब.. – India TV Hindi
जम्मू: डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ अकेले शुरू करने के फैसले को लेकर सोमवार को कांग्रेस की आलोचना की और उसपर संभावित सहयोगियों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। आजाद ने कहा कि अकेले चलना कहीं नहीं ले जाएगा। आजाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह (इंडिया गठबंधन) कांग्रेस पार्टी के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन करने का एकमात्र विकल्प बचा था, लेकिन उसकी गलत नीतियों के कारण यह आगे नहीं बढ़ सका।’’
आजाद ने कांग्रेस को दी ये सलाह
व्यापक गठबंधन के लिए चूक गए अवसर को रेखांकित करते हुए आजाद ने कहा,‘‘देश भर में एक साथ यात्रा करने के लिए अन्य राजनीतिक दलों को साथ लिया जाना चाहिए था और इससे एक संदेश जाता।’’ आजाद ने कांग्रेस को उसकी यात्रा में अन्य राजनीतिक दलों को भी शामिल करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, ‘‘यदि वे (कांग्रेस) अकेले यात्रा करते हैं, तो यह कहीं नहीं ले जाएगा। मौजूदा नेता गठबंधन से पहले एकता बनाने में असफल रहे।’’ आजाद ने कहा, ‘‘एकजुटता की बात कहना और जमीन पर एकता होना दो अलग-अलग चीजें हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि एकजुटता तो उसी दिन टूट गई, जब कांग्रेस ने अकेले यात्रा प्रारम्भ की। यह 26 दलों की यात्रा होनी चाहिए थी।
26 अगस्त 2022 को कांग्रेस से तोड़ा था नाता
आजाद ने 26 अगस्त 2022 को कांग्रेस के साथ अपना पांच दशक लंबा जुड़ाव समाप्त कर लिया था और एक महीने बाद जम्मू में अपनी नई पार्टी की घोषणा की थी। आजाद ने कहा, ‘‘कांग्रेस के पास, शायद बिहार को छोड़कर, देने के लिए कुछ भी नहीं है। उनके पास तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बंगाल, पूर्वोत्तर और ओडिशा में कुछ भी नहीं है।’’ आजाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी कटाक्ष किया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ‘‘एक गैर-मान्यता प्राप्त पार्टी की तरह व्यवहार करते हैं।’’
(इनपुट- भाषा)
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