विजयन के अनुसार, मुगल सम्राट शाहजहां के बेटे दारा शिकोह की ओर से मूल संस्कृत पाठ से 50 से अधिक उपनिषदों का फारसी में अनुवाद किया गया, जिससे भारतीय ग्रंथों को दुनिया भर में पहुंचाने में मदद मिली।
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पिनराई विजयन
केंद्र के खिलाफ दिल्ली में सड़क पर उतरी केरल सरकार; इसलिए नाराज हैं पिनराई विजयन – India TV Hindi
नई दिल्ली: केरल की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) सरकार के नेतृत्व में गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में जंतर-मंतर पर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन में भागीदारी करने वाले विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के कई घटक दलों ने ‘राज्यों के संघ’ के रूप में परिकल्पित लोकतंत्र को ‘राज्यों पर संघ के वर्चस्व की मानसिकता’ के जरिये ‘पंगु’ किए जाने का आरोप लगाया। ‘संघवाद को बचाने’ के लिए आयोजित एलडीएफ के प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी, द्रमुक, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने भागीदारी की, जबकि कांग्रेस की ओर से वहां कोई नहीं था।
केजरीवाल, भगवंत मान, फारूक अब्दुल्ला हुए शामिल
केरल में कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) विपक्ष को प्रदर्शन में शामिल होने का न्योता दिया गया था, लेकिन उसने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह राज्य की सभी वित्तीय समस्याओं के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराने संबंधी वाम दल के विमर्श से सहमत नहीं है। प्रदर्शन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के उनके समकक्ष भगवंत मान और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला शामिल हुए। द्रमुक नेता तिरुचि शिवा और पलानीवेल त्यागराजन तथा कांग्रेस के पूर्व नेता एवं राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
केरल CM ने लगाए भेदभाव के आरोप
प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने ‘राज्यों पर संघ (यूनियन ओवर स्टेट्स)’ के वर्चस्व की केंद्र की मानसिकता की आलोचना करते हुए कहा कि यह केवल वित्तीय विषयों में नहीं है, बल्कि विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में राज्यपाल के कामकाज से भी जाहिर होता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी इसके खिलाफ अपना कड़ा विरोध दर्ज कराने और भारत के संघीय ढांचे को बनाए रखने के लिए एक साथ आए हैं। आज हम नए सिरे से लड़ाई की शुरुआत कर रहे हैं जो राज्यों के साथ न्यायसंगत व्यवहार सुनिश्चित करने की शुरुआत करेगी।’’ विजयन ने कहा कि केंद्र की मानसिकता का एक और उदाहरण यह है कि वह कानून व्यवस्था समेत कई क्षेत्रों में राज्यों की शक्तियों में अतिक्रमण करने वाले कानून बना रहा है, जो संविधान में पूरी तरह से राज्य सूची के विषय हैं।
राज्यों के अधिकारों को छीना जा रहा है- विजयन
केरल के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यों के विचार प्राप्त किए बगैर उन्हें प्रभावित करने वाले मुद्दों पर बहुराष्ट्रीय समझौते किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी उदाहरणों से पता चलता है कि कैसे राज्यों के अधिकारों को छीना जा रहा है और कैसे भारत को राज्यों पर एक अलोकतांत्रिक संघ में तब्दील किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन राज्यों के वित्तीय संसाधनों को हड़पकर देश के संघीय ढांचे को केंद्र सरकार नुकसान पहुंचा रही है।
विजयन ने राज्यपालों द्वारा कथित भेदभाव किए जाने पर कहा कि संवैधानिक रूप से उन्हें राज्य मंत्रिमंडल की सलाह से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होता है। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, हम विपक्षी दल शासित राज्यों में यह देख रहे हैं कि राज्यपाल केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं।’’ वरिष्ठ मार्क्सवादी नेता ने कहा, ‘‘हमने केरल सहित पंजाब, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु में राज्यपाल की शक्तियों के अविवेकपूर्ण इस्तेमाल को देखा है।’’ (इनपुट- भाषा)
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केरल के CM से जुबानी जंग के बाद केंद्रीय मंत्री पर दर्ज हुआ केस, जानें पूरा मामला
तिरुवनंतपुरम: केरल के कोच्चि में हुए ब्लास्ट के बाद राजनीति अपने चरम पर है। इसी कड़ी में बीजेपी नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन द्वारा तीखी बयानबाजी देखी गई थी। अब खबर आ रही है कि केरल के एर्नाकुलम पुलिस स्टेशन में राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ सामाजिक द्वेष फैलाने का मामला दर्ज किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया पर कोच्चि ब्लास्ट के बाद दिए गये बयान को आधार बनाते हुए IPC की धारा 153A के तहत केस दर्ज किया गया है।
केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री के बीच छिड़ी जुबानी जंग
बता दें कि इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के बीच सोमवार को जमकर जुबानी जंग हुई थी। बीजेपी नेता ने मुख्यमंत्री को ‘झूठा’ कहा था तो इसके जवाब में विजयन ने उन्हें ‘बेहद जहरीला’ करार दिया। X पर चंद्रशेखर के एक पोस्ट की मुख्यमंत्री द्वारा आलोचना किए जाने के बाद दोनों के बीच जुबानी जंग छिड़ गई। पोस्ट में केंद्रीय मंत्री रविवार को कोच्चि के पास एक ईसाई सभा में हुए सीरियल ब्लास्ट के लिए कथित तौर पर एक विशेष समुदाय पर आरोप लगाते दिखे। इन विस्फोटों में 3 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हुए हैं।
चंद्रशेखर के बयान पर बुरी तरह भड़के विजयन
चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के नेतृत्व में केरल का कट्टरपंथी तत्वों एवं कट्टरपंथ के प्रति नरम रुख रहा है। केंद्रीय मंत्री के पोस्ट को उनके सांप्रदायिक रुख का हिस्सा बताते हुए विजयन ने यह जानना चाहा कि केंद्रीय मंत्री ने किस सूचना के आधार पर उनके खिलाफ इस तरह की टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार पद पर बैठा कोई व्यक्ति कैसे इस तरह के बयान दे सकता है जबकि विस्फोट मामले की जांच जारी है। विजयन ने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता राजीव चंद्रशेखर के बयान पूरी तरह से एक खास मनोवृत्ति की झलक पेश करते हैं।
चंद्रशेखर ने विजयन पर साधा था निशाना
विजयन के बयान पर चंद्रशेखर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,‘मैंने हमास के बारे में बात की और ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री हमास और हमारे राज्य एवं देश के मुस्लिम भाइयों एवं बहनों को एक समान बताने की कोशिश कर रहे हैं।’ चंद्रशेखर ने विस्फोट की खबरें आने के बाद रविवार को ‘X’ पर पोस्ट किया था,‘भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे एक बदनाम मुख्यमंत्री (और राज्य के गृह मंत्री) पिनराई विजयन की गंदी बेशर्म तुष्टीकरण की राजनीति। दिल्ली में बैठकर इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि केरल में आतंकवादी हमास द्वारा जिहाद के खुले आह्वान के कारण निर्दोष ईसाइयों पर हमले और बम विस्फोट हो रहे हैं।’
‘कट्टरपंथी तत्वों के प्रति तुष्टिकरण का इतिहास’
चंद्रशेखर ने कहा कि उनका पोस्ट ‘हमास आतंकी को युवाओं की एक बड़ी सभा को संबोधित करने और उसे कट्टरवाद के लिए उकसाने का मौका देने तथा केरल सरकार या पुलिस द्वारा कोई हस्तक्षेप नहीं किए जाने के संदर्भ में था। उन्होंने कहा कि हम हमेशा कहते आए हैं कि विजयन के नेतृत्व में केरल का कट्टरपंथी तत्वों एवं कट्टरवाद के प्रति नरम रुख रहा है। चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि केरल में कांग्रेस एवं वाम मोर्चा दोनों का, राज्य में कट्टरपंथी तत्वों के तुष्टीकरण का इतिहास रहा है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने दावा किया कि दोनों दलों ने राज्य में बढ़ते कट्टरपंथ को लेकर आंखें मूंद ली हैं। उन्होंने विजयन को ‘झूठा’ करार दिया।
कोच्चि के पास हुए विस्फोट में गई 3 की जान
चंद्रशेखर के बयान पर भड़कते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें ‘सिर्फ जहरीला नहीं’ बल्कि ‘बेहद जहरीला’ करार दिया गया। कोच्चि के निकट कलमश्शेरी में विस्फोट उस वक्त हुआ था जब रविवार को ईसाई समुदाय के ‘यहोवा के साक्षी’ संप्रदाय की प्रार्थना सभा का आयोजन हो रहा था। शुरू में विस्फोट में एक महिला की मौत हुई और 60 लोग घायल हुए जिनमें से 6 की हालत गंभीर थी। इसके बाद गंभीर रूप से घायल 6 लोगों में से 53 वर्षीय महिला ने दम तोड़ दिया। सोमवार सुबह तक घटना में 95 फीसदी तक झुलस गई 12 साल की लड़की के दम तोड़ने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3 हो गई।
‘सोशल मीडिया के जरिए राजनीतिक विरोधियों पर हो रहा हमला’, बोले केरल सीएम विजयन
Kerala CM: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा है कि राजनीतिक विरोधियों को टारगेट करने के लिए सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. उनका ये बयान ऐसे समय पर आया है, जब हाल ही में राज्य में कांग्रेस के एक स्थानीय कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया गया. इस कांग्रेस कार्यकर्ता पर आरोप है कि वह सीपीआई-एम नेताओं के परिवार की महिलाओं को ऑनलाइन परेशान किया करता था. इस लेकर काफी विवाद भी हुआ है.
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए विजयन ने आरोप लगाया कि लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं और राज्य में स्पेशल एजेंसियों को लाया जा रहा है. इन एजेंसियों का काम सोशल मीडिया और यहां तक कि मुख्यधारा की मीडिया के जरिए लोगों को बहकाना है. पिछले कुछ सालों में कांग्रेस ही नहीं, बल्कि बीजेपी, समाजवादी पार्टी जैसे दलों ने सोशल मीडिया पर अपनी पैठ बनाना शुरू कर दिया है. सोशल मीडिया पर इन पार्टियों को फॉलो करने वाले लोगों की संख्या करोड़ों में है.
सोशल मीडिया का यूज करते वक्त नहीं खोएं अपनी सभ्यता
कासरगोड के तिरिकारिपुर में पार्टी बिल्डिंग का उद्घाटन करने पहुंचे सीएम ने कहा, ‘पिछले चुनाव में उन्हें सीटें हासिल करने में सफलता नहीं मिली है. यही वजह है कि इस बार वे अपने राजनीतिक विरोधियों की छवि खराब करने के लिए फर्जी खबरें फैलाने और व्यक्तिगत तौर पर अपमानित करने का काम कर रहे हैं.’ उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से गुजारिश की कि वे किसी भी ऑनलाइन डिबेट का हिस्सा नहीं बनें. मगर साथ ही ऑनलाइन उत्पीड़न करने वाले लोगों को बेनकाब जरूर करें.
केरल के मुख्यमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से गुजारिश की कि वे राज्य सरकार की विकास से जुड़ी योजनाओं और प्रोग्राम को लोगों तक पहुंचाएं. उन्होंने कहा, ‘आज के समय सोशल मीडिया का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है. हालांकि, इसका इस्तेमाल करते वक्त हमें अपनी सभ्यता नहीं खोनी चाहिए. हमारी बातचीत सम्मानजनक होनी चाहिए. इसका मकसद किसी का अपमान करना या व्यक्तिगत रूप से उसे टारगेट करना नहीं होना चाहिए.’
युवा कांग्रेस नेता गिरफ्तार
दरअसल, केरल पुलिस ने शुक्रवार को 26 वर्षीय अबिन कोडांकारा को गिरफ्तार किया. कोडांकारा तिरुवनंतपुरम के पारासल्ला का युवा कांग्रेस नेता है. कोडांकारा के ऊपर आरोप है कि उसने फेसबुक पर कुछ सीपीआई-एम नेताओं के परिवार के सदस्यों की आपत्तिजनक तस्वीरें पोस्ट कीं. इस घटना का जिक्र करते हुए विजयन ने कहा कि वामपंथी नेताओं के परिवार की महिला सदस्यों को अश्लील तरीके से ऑनलाइन टारगेट किया जा रहा है.
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