सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को ईडी को काम करने के तरीके पर फटकार लगाई। मामला झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के कथित सहयोगी प्रेम प्रकाश की याचिका से जु़ड़ा है।
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Hemant Soren
आंबेडकर को भी धर्म बदलना पड़ा; हेमंत सोरेन ने फ्लोर टेस्ट में खेला आदिवासी कार्ड
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के फ्लोर टेस्ट के दौरान झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद को पाक-साफ बताते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जोरदार प्रहार किया। भाजपा पर कई आरोप जड़े।
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चंपई सोरेन सरकार की आज पहली परीक्षा, फ्लोर टेस्ट में पूर्व CM हेमंत सोरेन भी रहेंगे मौजूद – India TV Hindi
झारखंड में इन दिनों सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। झारखंड में चंपई सोरेन सरकार का आज यानी सोमवार को फ्लोर टेस्ट होना है। प्रदेश के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन आज विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। कोर्ट की इजाजत से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी फ्लोर टेस्ट के दौरान मौजूद रहेंगे। वहीं, फ्लोर टेस्ट से पहले रविवार रात को सत्ता पक्ष के 37 विधायक हैदराबाद से रांची लौटे। दो चार्टर्ड प्लेन से विधायकों को रांची लाया गया।
विधायकों की रात सर्किट हाउस में गुजरी
सत्ता पक्ष के विधायक 2 फरवरी को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेने के शपथ ग्रहण के बाद हैदराबाद के लिए रवाना हो गए थे, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से उड़ान रद्द हो जाने से उन्हें वापस एयरपोर्ट से लौटना पड़ा। 3 फरवरी को वो हैदराबाद के लिए रवाना हुए। पिछले दो दिनों से सभी विधायक हैदराबाद के लियोन रिसॉर्ट में ठहरे थे। रांची पहुंचने के बाद सभी विधायकों को सर्किट हाउस लाया गया। विधायकों की रात सर्किट हाउस में ही गुजरी। विधायकों को आज कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा लाया जाएगा। प्रशासन की ओर से सर्किट हाउस से विधानसभा तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
रांची लौटे सत्ता पक्ष के विधायक
43 विधायकों के समर्थन का दावा
चंपई सोरेन ने विधायकों को हैदराबाद भेजे जाने से पहले दावा किया था कि उनके पास पूर्ण बहुमत है। सर्किट हाउस से 43 विधायकों के समर्थन वाला वीडियो जारी किया था। हालांकि, हेमंत सोरेन को छोड़ दें तो फिर भी चार विधायक इससे बाहर थे। वहीं, लोबिन हेम्ब्रोम की नाराजगी भी सामने आई थी। हालांकि, शिबू सोरेन से मुलाकात के बाद उनके तेवर में बदलाव देखा गया और उन्होंने यहां तक कहा कि विधायकों को हैदराबाद जाने की जरूरत नहीं थी, जो बिकने वाले हैं वे कहीं भी बिक सकते हैं और मुझे कोई नहीं खरीद सकता। हेम्ब्रोम ने साफ किया कि वह चंपई सोरेन को समर्थन देंगे, लेकिन शिबू सोरेन की बहू और विधायक सीता सोरेन का रुख साफ नहीं हुआ है।
चंपई सोरेन की आज अग्निपरीक्षा, हैदराबाद से रांची लौटे विधायक; JMM-कांग्रेस ने जारी किया व्हिप
सत्ता पक्ष के 36 विधायक हैदराबाद में तीन दिनों से कैंप करने के बाद रविवार शाम विशेष विमान से रांची लौट आए हैं। सभी राजधानी में एक साथ सर्किट हाऊस में ठहरे हैं और सुबह एक साथ विधानसभा पहुंचेंगे।
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Jharkhand: चंपई सोरेन ने ली CM पद की शपथ, हैदराबाद के रिसॉर्ट पहुंचे विधायक; विश्वासमत पर आलमगीर का बड़ा दावा
Champai Soren
– फोटो : Social Media
विस्तार
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री के रूप में शपथ ली। चंपई सोरेन को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोनीत किया था।
इससे पहले चंपई सोरेन ने शिबू सोरेन से मुलाकात की। इसके बाद चंपई ने कहा कि गुरुजी हमारे आदर्श हैं, शपथ लेने से पहले हम गुरुजी और माताजी (रूपी सोरेन) से आशीर्वाद लेने आए थे। मैं झारखंड आंदोलन से जुड़ा था और मैं उनका शिष्य हूं।
जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन के विधायक हैदराबाद पहुंचे
शपथ ग्रहण समारोह के कुछ ही देर बाद ही झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के विधायक हैदराबाद पहुंच गए हैं। हैदराबाद एयरपोर्ट से उन्हें बसों द्वारा एक रिसॉर्ट में ले जाया गया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि हमें सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया था। हम इस दौरान कोई जोखिम नहीं ले सकते, क्योंकि भाजपा हमारे विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर सकती है। गुरुवार को झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा जारी एक वीडियो में 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 43 विधायकों का समर्थन दिखाया गया।
हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद बदले समीकरण
झामुमो विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने राज्यपाल से जल्द से जल्द सरकार बनाने के उनके दावे को स्वीकार करने का आग्रह किया था, क्योंकि राज्य में ‘भ्रम’ की स्थिति बनी हुई थी। यह स्थिति बुधवार को हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद से राज्य में मुख्यमंत्री न होने की वजह से थी और इसके कारण राजनीतिक संकट गहरा गया था।
बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है। कांग्रेस राज्य में झामुमो-नीत गठबंधन की सहयोगी पार्टी है। इससे पहले चंपई सोरेन ने कहा था कि हम एकजुट हैं। हमारा गठबंधन मजबूत है, इसे कोई तोड़ नहीं सकता।
5 फरवरी को विश्वास मत हासिल करेगी चंपई सोरेन सरकार
इस बीच, चंपई सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में तय किया गया है कि झारखंड विधानसभा का सत्र 5 फरवरी और 6 फरवरी को होगा। वहीं, झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम ने विश्वास मत को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पांच फरवरी को विश्वास मत हासिल करेगी। मंत्री आलमगीर ने कहा कि राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा बहुमत साबित करने के लिए शक्ति परीक्षण पांच फरवरी को दो दिवसीय विधानसभा सत्र के पहले दिन किया जाएगा उन्होंने बताया कि सीएम चंपई की अध्यक्षता में हुई पहली कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया। विनय कुमार चौबे को झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है।
भाजपा हुई हमलावर
इस बीच भाजपा ने मामले में सवाल उठाए हैं। झारखंड भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि दो दिनों से झारखंड के सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल और केंद्रीय नेताओं के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है। कल जब पहला लेटर दिया गया तो उसमें भी तकनीकि त्रुटियां थीं। हम यही उम्मीद करते हैं कि झारखंड में जो हेमंत सोरेन का 4 वर्षों का काला अध्याय रहा है वो दोहराया ना जाए। एक बात स्पष्ट है कि चंपई सोरेन भले ही मुख्यमंत्री बन गए हों लेकिन सत्ता के तार सोरेन परिवार के पास ही होंगे।