सत्ता पक्ष के 36 विधायक हैदराबाद में तीन दिनों से कैंप करने के बाद रविवार शाम विशेष विमान से रांची लौट आए हैं। सभी राजधानी में एक साथ सर्किट हाऊस में ठहरे हैं और सुबह एक साथ विधानसभा पहुंचेंगे।
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रांची
Ranchi: कोई नहीं जानता कहां हैं हेमंत सोरेन, राज्यपाल बोले- हालात पर नजर, जरूरत पड़ने पर लांघूंगा सीमा
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (फाइल)
– फोटो : फेसबुक/ हेमंत सोरेन
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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तलाश में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कई जगह छापे मारे, लेकिन वह नहीं मिले। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा कि राज्य में अभूतपूर्व स्थिति पैदा हो गई है। मुख्यमंत्री कहां हैं, यह किसी को नहीं मालूम है। मौजूदा हालात में किसी भी घटना की स्थिति में कानून-व्यवस्था पर नजर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
वहीं, झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि संविधान के संरक्षक होने के नाते मैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के समन के मद्देनजर राज्य के हालात पर नजर रखे हुए हूं। यह राज्यपाल का कर्तव्य है। जरूरत पड़ने पर मैं सीमा लांघूंगा। राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की संभावनाओं को उन्होंने खारिज किया और कहा कि ये बस अटकलें हैं। सोरेन को ईडी के समन पर उन्होंने कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। मुख्यमंत्री आज जवाब नहीं दे रहे हैं, तो उन्हें कल जवाब देना होगा। इस बीच सोरेन ने जांच एजेंसी को ईमेल कर 31 जनवरी को दोपहर एक बजे रांची में सीएम आवास में पूछताछ के लिए आने को कहा है।
शक्तियों का दुरुपयोग : सोरेन
ईडी को रविवार को लिखे खत में सोरेन ने जांच एजेंसी पर राज्य सरकार के कामकाज को बाधित करने के लिए राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित होने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि 31 जनवरी या उससे पहले उनका बयान फिर से दर्ज करने का आग्रह दुर्भावनापूर्ण है। उन्हें समन जारी करना पूरी तरह से परेशान करने वाला और कानून से मिली शक्तियों का दुरुपयोग है।
घर में न होने का मतलब भागना नहीं : परिवार
पहचान जाहिर किए बिना हेमंत के परिजन ने कहा, घर में नहीं होने का मतलब भागना नहीं है। यह कोई वारंट नहीं है कि उन्हें उपलब्ध रहना होगा। वह दिल्ली में हैं और जल्द रांची पहुंचेंगे। उनकी तबीयत ठीक है और वह दिल्ली में अपने काम में व्यस्त थे।
डर से हो गए फरार : भाजपा
झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने दावा किया कि ईडी के डर के मारे हेमंत सोरेन दिल्ली वाले आवास से फरार होकर भूमिगत हो गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मीडिया सूत्रों के अनुसार, रविवार देर रात सीएम सोरेन हवाई चप्पल पहने चादर से मुंह ढककर चोरों की तरह आवास से पैदल निकल कर भागे हैं। उनके साथ दिल्ली गए विशेष शाखा का सुरक्षाकर्मी अजय सिंह भी गायब है।
ED: प्रवर्तन निदेशालय के नौवें समन के बाद दिल्ली रवाना हुए झारखंड सीएम, अधिकारी बोले- अचानक बना कार्यक्रम
Hemant Soren
– फोटो : Social Media
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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय के नौवें समन के बाद सोरेन अचानक शनिवार देर रात नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। राज्य के एक अधिकारी की मानें तो सोरेन की नई दिल्ली की यात्रा की कोई योजना नहीं थी। सीएम अगले तीन दिन तक व्यस्त थे। 29 जनवरी को वे चाईबासा, 30 जनवरी को पलामू और 31 जनवरी को गिरिडीह में उनका कार्यक्रम तय था। एक अधिकारी की मानें तो वह कानूनी सलाह के लिए नई दिल्ली गए हैं।
ईडी ने लिखा पत्र
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में सोरेन को कथित भूमि घोटाला मामले में पूछताछ के लिए एक चिट्ठी लिखी है। उन्होंने सीएम सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए 29 या 31 जनवरी को तारीख देने को कहा है। सूत्रों के अनुसार, अन्यथा एजेंसी खुद पूछताछ करने के लिए जाएगी।
सीएम सोरेन के खिलाफ ईडी की तरफ से नौ समन जारी
ईडी की तरफ से हेमंत सोरेन को अबतक नौ समन जारी किया गया है। आठवें समन में उनसे 6 जनवरी से 20 जनवरी तक पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था। इस पर हेमंत सोरेन ने 20 जनवरी को ईडी को उनके आवास पर पूछताछ के लिए आने को कहा था। ईडी के समन के खिलाफ सीएम हेमंत सोरेन सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर चुके हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत सोरेने की याचिका खारिज कर दी थी।
क्या है मामला
झारखंड की राजधानी रांची में बजरा इलाके में 7.16 एकड़ जमीन से जुड़े कथित भूमि घोटाले में हेमंत सोरेन से पूछताछ होनी है। इस मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। गिरफ्तार हाई प्रोफाइल लोगों में 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन, भानु प्रताप प्रसाद, व्यवसायी अमित अग्रवाल और बिष्णु अग्रवाल शामिल हैं।
इस मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने हेमंत सोरेन को कई समन जारी किए थे, लेकिन समन जारी होने के बाद भी हेमंत सोरेने पूछताछ के लिए पेश नहीं हो रहे थे। बीते शनिवार को ईडी के अधिकारियों की एक टीम ने हेमंत सोरेन के आवास पर जाकर ही उनसे कई घंटे पूछताछ की।
कड़ी सुरक्षा के बीच CM सोरेन के आवास पर पहुंची ED की टीम, इस मामले में होगी पूछताछ – India TV Hindi
रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी शनिवार को सीएम हेमंत सोरने के आवास पर पहुंचे हैं। कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ करने के लिए ईडी की टीम सीएम के आवास पर पहुंची है। इस दौरान सीएम आवास पर कड़ी सुरक्षा तैनात की गई है। सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन इससे पहले ईडी द्वारा भेजे गए 7 समन के बावजूद उसके समक्ष पेश नहीं हुए थे। उन्होंने जांच एजेंसी द्वारा आठवां समन भेजे जाने के बाद आखिरकार पूछताछ के लिए सहमति दे दी।
दोपहर एक बजे पहुंची ED की टीम
एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि ईडी के अधिकारी दोपहर लगभग एक बजे सीएम हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंचे। अधिकारी यहां उनसे पूछताछ करेंगे। उन्होंने बताया कि ईडी के अधिकारियों की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CRPF) सोरेन के आवास के आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए उच्च रेजोल्यूशन वाले ‘बॉडी कैमरा’ का इस्तेमाल कर रहे हैं। बता दें कि हेमंत सोरेन से पूछताछ किए जाने से पहले शनिवार को मुख्यमंत्री आवास और संघीय एजेंसी के आंचलिक कार्यालय के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई।
1000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि ‘‘1000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।’’ उन्होंने बताया कि रांची प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए जांच एजेंसी के कार्यालय और मुख्यमंत्री आवास के आसपास तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। अधिकारी ने बताया कि पूछताछ खत्म होने तक मुख्यमंत्री आवास के पास यातायात की आवाजाही पर पाबंदियां रहेंगी।
8वीं बार भेजा गया था समन
प्रवर्तन निदेशालय ने 13 जनवरी को एक पत्र भेजकर मुख्यमंत्री से 16 जनवरी से 20 जनवरी के बीच मामले में पूछताछ के लिए उपलब्ध रहने को कहा था। जवाब में सोरेन ने ईडी से कहा कि वह 20 जनवरी को उनके आवास पर उनका बयान दर्ज कर सकती है। एक अधिकारी ने बताया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कई आदिवासी संगठनों के प्रदर्शन के बीच जांच एजेंसी ने मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर उन्हें मुख्यमंत्री से पूछताछ के दौरान सुरक्षा और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति सुनिश्चित करने को कहा था।
(इनपुट- भाषा)
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साल के पहले ही दिन झारखंड की राजनीति में भूचाल, JMM विधायक ने दिया इस्तीफा
रांची: साल के पहले ही दिन झारखंड की राजनीति में भूचाल ला देने वाली खबर सामने आई है। यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सरफराज अहमद ने राज्य की विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि सरफराज अहमद के इस्तीफे की चर्चा काफी लंबे समय से चल रही थी। माना जा रहा था कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। सरफराज अहमद कई दिनों से नाराज चल रहे थे। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि सरफराज ने किस बात को लेकर अपना इस्तीफा सौंपा है। सरफराज अहमद ने अभी तक इस्तीफा देने का कारण स्पष्ट नहीं किया है।
अधिसूचना जारी कर दी गई जानकारी
आज सोमवार को झारखंड में सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सरफराज अहमद ने राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। सोमवार को जारी एक अधिसूचना में इस बात की जानकारी दी गई। बता दें कि राज्य की गांडेय विधानसभा सीट से झामुमो विधायक डॉक्टर सरफराज अहमद के इस्तीफा देने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि “जनता को सूचित किया जा रहा है कि झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष ने गांडेय से विधायक सरफराज अहमद का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। यह निर्वाचन क्षेत्र 31 दिसंबर, 2023 से रिक्त है।”
झारखंड सरकार में नहीं बन सके मंत्री
बता दें कि झारखंड में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं सरफराज अहमद पार्टी छोड़ भी सकते हैं। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-झामुमो गठबंधन के दौरान जब सीटों का बंटवारा किया गया तो सरफराज अहमद को गांडेय विधानसभा सीट मिली। इस सीट से चुनाव लड़कर उन्होंने जीत भी हासिल की। हालांकि सरफराज अहमद को मंत्री बनने की उम्मीद थी, लेकिन उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। उनकी जगह हाजी हुसैन अंसारी को अल्पसंख्यक कोटे से मंत्री बना दिया गया था। वहीं अब हाजी हुसैन के निधन के बाद उनके बेटे हफीजुल अंसारी को मंत्री बना दिया गया।
(इनपुट: भाषा)
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