<p>Israel Hamas War : आयरन डोम ने हमला किया नाकाम । Breaking News | Joe Biden | War</p>
Source link
America
एयरपोर्ट से सीधे पीएम मोदी से मिलने पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत पहुंच चुके हैं। एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद वह सीधे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरकारी आवास पर उनसे मिलने पहुंच गए। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। इस मुलाकात के बारे में बताते हुए पीएम मोदी ने कहा इस मुलाकात और बैठक से दोनों देशों के रिश्ते और भी मजबूत और प्रगाढ़ होंगे। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं की इस बैठक में कई मुद्दों को लेकर बातचीत हुई है। दोनों नेताओं ने स्वच्छ ऊर्जा, व्यापार, उच्च-प्रौद्योगिकी, रक्षा जैसे क्षेत्रों पर बातचीत की है।
वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय सहयोग में विविधता लाने पर प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ मुलाकात और बातचीत की। इस बातचीत के दौरान दोनों देश कनेक्टिविटी, संस्कृति के साथ-साथ लोगों से लोगों के संबंधों सहित कई क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने पर सहमति बनी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने मॉरीशस के पीएम प्रविंद जुगनौथ से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच कई विषयों को लेकर सार्थक बातचीत हुई। गौरतलब है कि जी20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 से भी ज्यादा देशों के नेताओं से द्विपक्षीय वार्ता मुलाकात और वार्ता करेंगे। पीएम ने शुक्रवार को तीन देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की। वहीं वो शनिवार और रविवार को भी कई नेताओं से मुलाकात करेंगे।
इस बैठक के बाद दोनों देशों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि इस वार्ता में कई अहम विषयों को लेकर बातचीत हुई। दोनों देश एक-दूसरे के साथ आगे बढ़ने पर राजी हुए हैं। वहीं राष्ट्रपति बाइडेन ने भारत की जी20 अध्यक्षता की तारीफ की और कहा कि एक मंच के रूप में जी20 महत्वपूर्ण परिणाम दे रहा है। मोदी-बाइडेन ने जी20 के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई और विश्वास जताया कि शिखर सम्मेलन के नतीजे साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ाएंगे।
पूरा संयुक्त बयान पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
वहीं पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन ने भारत-अमेरिका प्रमुख रक्षा साझेदारी को गहरा और विविधतापूर्ण बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। जो बाइडेन ने अमेरिका से 31 ड्रोन खरीदने के लिए भारत के रक्षा मंत्रालय से अनुरोध पत्र जारी करने का स्वागत किया। पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन ने स्वतंत्र, खुले, समावेशी और लचीले इंडो-पैसिफिक के समर्थन में क्वाड के महत्व की पुष्टि की। पीएम मोदी 2024 में भारत की मेजबानी में होने वाले अगले क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति बाइडेन का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।
G20 Summit: 7 सितंबर को दिल्ली की यात्रा करेंगे बाइडेन, अगले दिन होगी द्विपक्षीय बैठक
Joe Biden India Visit: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 शिखर सम्मेलन से दो दिन पहले ही भारत पहुंच जाएंगे. शिखर सम्मेलन से पहले वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. मंगलवार (5 सितंबर) को यह जानकारी व्हाइट हाउस ने दी. बाइडेन 7 सितंबर को नई दिल्ली की यात्रा करेंगे. जी-20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा, जिसकी अध्यक्षता भारत कर रहा है.
अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन ने बताया, ”राष्ट्रपति गुरुवार (7 सितंबर) को जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत में नई दिल्ली की यात्रा करेंगे. शुक्रवार (8 सितंबर) को राष्ट्रपति बाइडेन भारत के प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता में हिस्सा लेंगे. शनिवार और रविवार (9 और 10 सितंबर) को राष्ट्रपति जी-20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्र में भाग लेंगे.”
G-20 सम्मेलन के दौरान प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस की विशेष तैयारी
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को दुनियाभर के सभी बड़े नेताओं का जमावड़ा लगेगा। मौका होगा जी-20 सम्मेलन का। इन दो दिनों के लिए दिल्ली को छावनी में तब्दील कर दिया जाएगा। कम शब्दों में कहें तो 8 सितम्बर से 10 सितम्बर तक दिल्ली पूरी तरह से बंद रहेगी। G20 के लिए सब तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। दिल्ली पुलिस ने भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये हैं। किसी भी तरह की समस्या निपटने के लिए पुलिस ने कई ख़ास इंतजाम किए हैं।
दिल्ली पुलिस के जवानों को दिए जाएंगे चेन कटर
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस को जी20 शिखर सम्मेलन के लिए चेन और बोल्ट कटर दिए जाएंगे ताकि वे किसी भी तरह के असामान्य तरीकों से विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों से निपट सकें। सूत्रों के अनुसार, कटर खरीदने की मंजूरी कुछ खुफिया जानकारी के बाद दी गई थी। इसमें बताया गया था कि कुछ प्रदर्शनकारी शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। साथ ही कुछ उपद्रवियों के बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना को उनके होटल में निशाना बनाने की योजना है। इनसे निपटने के लिए पुलिस ने कई तैयारियां की हैं।
चेन-बोल्ट कटर का कैसे इस्तेमाल होगा?
कई देशों में यह देखा गया है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ लोग खुद को लोहे की जंजीर से बांध लेते हैं ताकि पुलिस उन्हें मौके से ना हटा सके और वो वहीं डटे रहकर अपना विरोध जारी रख सकें। ऐसी स्थिति में पुलिस के पास कोई जरिया नहीं होता, जिससे वो इन प्रदर्शनकारियों को तुरंत वहां से हटा पाएं। दिल्ली पुलिस की इसी तरह से प्रदर्शन करने वालों से निपटने की तैयारी है।
आयोजन स्थल और मार्गों में तैनात किए जाएंगे विक्रांत
इसके साथ ही पुलिस प्रगति मैदान के भारत मंडपम समेत कई प्रमुख स्थलों के समीप विक्रांत नामक विशेष वाहनों की तैनाती करेगी, जिसमें एंटी-रॉयट्स इक्यूपमेंट मौजूद रहेंगे। मुख्य आयोजन स्थल के पास 6 लोकेशन पर ऐसे ट्रक तैनात किए जाएंगे। इन ट्रकों में 100 पुलिसकर्मियों के लिए उपकरण मौजूद रहेंगे। पुलिस की कोशिश घटनास्थल पर खुद की जान देने का प्रयास करने वाले लोगों को रोकने की भी है। जानकारी के अनुसार, इन ट्रकों में आंसू गैस के गोले, डंडे और कम से कम 100 पुलिसकर्मियों के लिए गियर जैसे दंगा-रोधी उपकरण होंगे।
‘भारत पहला देश…’, अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन और पाकिस्तान की मीडिया ने क्या कहा?
Chandrayaan 3 Moon Landing: भारत के तीसरे चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ ने बुधवार (23 अगस्त) शाम इसके लिए निर्धारित शेड्यूल के तहत चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की, जिसका डंका पूरी दुनिया में बजा. इसका अंदाजा चंद्रयान-3 को लेकर विदेशी मीडिया की कवरेज से लगाया जा सकता है. पड़ोसी पाकिस्तान और चीन से लेकर अमेरिका, रूस और ब्रिटेन की मीडिया ने चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग पर क्या कुछ कहा, आइये जानते हैं.
पाकिस्तान के अखबार डॉन ने कहा कि भारत पहला देश बन गया है जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास अंतरिक्ष यान उतारा. इसने अपनी रिपोर्ट में बताया यह दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश और उसके महत्वाकांक्षी, कम कीमत वाले अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक ऐतिहासिक जीत है.
चीन के बीजिंग आधारित न्यूज चैनल CGTN की वेबसाइट पर एक लाइन की खबर प्रकाशित की गई. इसमें कहा गया कि ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के मुताबिक, भारत के चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान ने बुधवार को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की.’
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा, ”भारत चंद्रमा पर है: लैंडर की सफलता ने देश को अगले अंतरिक्ष अध्याय की ओर अग्रसर किया.” इसने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सही सलामत चंद्रयान-3 मिशन भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र तक पहुंचाने वाला पहला देश बनाता है और इसके अंतरिक्ष कार्यक्रम की उपलब्धियों में वृद्धि करता है.
रूसी समाचार एजेंसी TASS ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि भारत का चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतर गया. इसरो के लाइव प्रसारण के मुताबिक, अंतरिक्ष यान ने शाम 6:03 बजे (मास्को समय के अनुसार अपराह्न 3:33 बजे) चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की.
रिपोर्ट में कहा गया कि इसरो के सीईओ एस सोमनाथ ने सफल लैंडिंग की पुष्टि की. उन्होंने कहा, ”अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक उतर गया है! भारत चंद्रमा पर है!” उसके बाद उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंच सौंप दिया, जो सफल लैंडिंग पर इसरो क्रू को बधाई देने के लिए जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से ऑनलाइन प्रसारण में शामिल हुए थे.
ब्रिटेन के राष्ट्रीय प्रसारक ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (BBC) ने कहा, ”चंद्रयान-3: भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास ऐतिहासिक लैंडिंग की.” इसने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत ने इतिहास रच दिया है क्योंकि उसका चंद्र मिशन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरने वाला पहला मिशन बन गया है. इसके साथ ही भारत अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन के बाद चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग हासिल करने वाले देशों के एक विशिष्ट क्लब में शामिल हो गया है.
रिपोर्ट में कहा गया कि चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर स्थानीय समयानुसार 18:04 बजे योजना के अनुसार सफलतापूर्वक नीचे उतरा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- भारत अब चंद्रमा पर है. इसी के साथ पूरे देश में जश्न मनाया जा रहा है.
यह भी पढ़ें- Chandrayaan 3 Landing Live: चंद्रयान 3 की लैंडिंग का लाइव टेलिकास्ट, ये रहा डायरेक्ट वीडियो लिंक