कोर्ट ने 2018 से उत्तराखंड के राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरण के अधिकारियों और जिला आयुर्वेदिक अधिकारियों से भी जवाब मांगा कि गुमराह करने वालों के खिलाफ शिकायतों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
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Uttarakhand UCC Bill LIVE: उत्तराखंड विधानसभा में पुष्कर सिंह धामी ने पेश किया UCC बिल, सदन 2 बजे तक स्थगित
Uttarakhand UCC Bill LIVE: सीएम पुष्कर सिंह धामी सरकार की ओर से समान नागरिक संहिता (यूसीसी) विधेयक 6 फरवरी को विधानसभा के पटल पर रखा जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी की अध्यक्षता में विधान सभा कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के बाद फैसला हुआ इसमें सत्र के दूसरे दिन का एजेंडा तय किया गया। खंडूड़ी ने बताया कि मंगलवार को सरकार सदन में यूसीसी बिल पेश करेगी। तत्पश्चात विधेयक पर चर्चा कराई जाएगी और फिर आगे की कार्यवाही होगी। कार्यमंत्रणा समिति में सत्र के दूसरे दिन उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरियों में 10 क्षैतिज आरक्षण देने संबंधी प्रवर समिति की रिपोर्ट को भी सदन के पटल पर रखने का निर्णय लिया है।
विधानसभा अध्यक्ष त्रतु खंडूड़ी ने बताया कि मंगलवार को सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल नहीं होगा। सत्र के दौरान प्रश्नकाल और कार्य स्थगन विधायकों के लिए अहम मौके होते हैं। यूसीसी भी महत्वपूर्ण विधेयक है इसलिए मंगलवार को इसी पर चर्चा कराने का निर्णय लिया गया है। विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की कार्रवाई शुरू होने से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। विधानसभा भवन के अंदर और बाहर अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: यूपी डिप्टी सीएम केपी मौर्य ने सीएम धामी को दी बधाई
Uttarakhand UCC Bill LIVE: उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी की ओर से यूसीसी बिल विधानसभा में पेश करने के बाद यूपी डिप्टी सीएम केपी मौर्य ने धामी सरकार के इस कदम का जोरदार स्वागत किया है। कहना था कि अयोध्या राम मंदिर, आर्टिकल 370 और यूसीसी भाजपा के तीन प्रमुख मुद्दे थे। डिप्टी सीएम मौर्य ने उत्तराखंड सरकार को बधाई दी।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: सदन में गूंजी जय श्री राम के नारों की आवाज
Uttarakhand UCC Bill LIVE: सीएम पुष्कर सिंह धामी की ओर से यूसीसी बिल सदन में पेश करने के बाद बीजेपी विधायकों ने जय श्री राम के नारे लगाए। सदन नारों से गूंज उठा था।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यूसीसी बिल सदन में पेश किया।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: देश की आजादी के बाद यूसीसी लागू करने वाला पहला राज्य उत्तराखंड बनने जा रहा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यूसीसी बिल सदन में पेश किया।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: यमुनोत्री निर्दलीय संजय डोभाल ने यूसीसी का समर्थन किया
Uttarakhand UCC Bill LIVE: यमुनोत्री निर्दलीय संजय डोभाल ने उत्तराखंड यूसीसी का समर्थन किया है। उनका कहना था कि जनजाति के लोगों को भी यूसीसी में शामिल किया जाए।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: यूसीसी के खिलाफ मुस्लिम समुदाय कर चुके प्रदर्शन
Uttarakhand UCC Bill LIVE: यूसीसी के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सोमवार को विधानसभा कूच किया। नुमाइंदा ग्रुप उत्तराखंड के बैनर तले कूच में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता महमूद प्राचा, बौद्ध अनुयायी भंते करुणाकर भी शामिल हुए। महिलाएं भी काफी संख्या में पहुंची थीं। लेकिन, पुलिस ने रिस्पना से पहले बने बैरिकेडिंग पर रोक लिया। लोगों ने यूसीसी वापस लेने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: सदन शुरू होने से पहले विपक्षा का जोरदार प्रदर्शन
Uttarakhand UCC Bill LIVE: विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की कार्रवाई शुरू होने से पहने विपक्षा कांग्रेस के विधायकों ने सदन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का कहना था कि कांग्रेस यूसीसी का विरोध नहीं करती लेकिन चर्चा के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: यूसीसी के खिलाफ मुस्लिम समुदाय ने किया था विधानसभा कूच
Uttarakhand UCC Bill LIVE: यूसीसी के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सोमवार को विधानसभा कूच किया। नुमाइंदा ग्रुप उत्तराखंड के बैनर तले कूच में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता महमूद प्राचा, बौद्ध अनुयायी भंते करुणाकर भी शामिल हुए। महिलाएं भी काफी संख्या में पहुंची थीं। लेकिन, पुलिस ने रिस्पना से पहले बने बैरिकेडिंग पर रोक लिया। लोगों ने यूसीसी वापस लेने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विपक्ष पर साधा निशाना
Uttarakhand UCC Bill LIVE:संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि विपक्ष नहीं चाहता कि यूसीसी लागू हो। सोमवार को कार्यमंत्रणा समिति के विपक्ष के बहिष्कार के बाद अग्रवाल पत्रकारों से बात कर रहे थे। अग्रवाल ने कहा कि मंगलवार की कार्यसूची विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के आधार पर तय हुई है।
इसके तहत मंगलवार को सदन में यूसीसी विधेयक पेश होगा और उस पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा सरकार पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा, प्रचंड बहुमत के बावजूद सरकार विपक्ष का पूरा सम्मान करती है और चाहती है कि विपक्ष यूसीसी पर चर्चा में भाग ले।
पर लगता है कि विपक्ष यूसीसी के पक्ष में नहीं है व इसे लागू नहीं होने देना चाहता। अग्रवाल ने कहा, यूसीसी राज्य के लिए गौरव का क्षण है और विपक्ष को बाद में अहसास होगा कि उन्होंने गलती की। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वो यूसीसी का विरोध करने जा रही है।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: यूसीसी पर सीएम धामी ने दिया भरोसा, दिया यह आश्वासन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि समान नागरिक संहिता को लेकर किसी को भी चिंतित होने की जरूरत नहीं है। यह भारत के संविधान के अनुरूप ही तैयार होगा, जिसमें सभी धर्मों व पंथों के लिए एक समान अधिकार निहित होंगे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वह समय आ गया है जिसका प्रदेश व देशवासियों को लंबे समय से इंतजार था।
लोगों में जिज्ञासा थी कि उत्तराखंड की विधानसभा में यूसीसी विधेयक कब आएगा और कब पारित होगा। मंगलवार को विधानसभा के सदन में सरकार यूसीसी विधेयक को प्रस्तुत करने जा रही है। इसके बाद जो औपचारिकताएं होंगी, उन्हें सदन में चर्चा कराने के बाद पूरा करेंगे।
Uttarakhand UCC Bill LIVE: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने यूसीसी पर रखी यह मांग
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने यूसीसी विधेयक पर चर्चा को समय मिलने की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस यूसीसी के लिए सत्र आयोजित किया है, उसके विधेयक से जुड़ी जानकारी विधायकों को नहीं है। ऐसे में इस पर कैसे और क्या चर्चा होगी? प्रीतम सिंह ने कहा कि विधायकों को पहले विधेयक के अध्ययन के लिए समय देना चाहिए। उसके बाद उस पर विस्तार से चर्चा के लिए भी समय रखा जाए।
सत्र शुरू होने से विधानसभा के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात
विधानसभा सत्र के दूसरे दिन के शुरू होने से पहले पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सदन की कार्रवाई शुरू होने से सदन के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। एसएसपी अजय सिंह ने सभी पुलिसकर्मियों को मुस्तैद रहने की सख्त हिदायत दी है।
UCC बिल पेश होने से पहले पुलिस अलर्ट, सुरक्षा बढ़ाई
समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर कई जिले में पुलिस अलर्ट है। सोमवार को वनभूलपुरा क्षेत्र छावनी में तब्दील रहा। मंगलवार को सरकार सदन में यूसीसी पेश कर सकती है। इसका कहीं विरोध न हो इसके लिए पहले से पुलिस ऐहतियातन तैयार है।
सोमवार से विस सत्र शुरू हो गया है। समान नागरिक संहिता इस समय हर किसी के जुबां में चर्चा का विषय बनी है। यूसीसी सदन में पेश होगा, इसको देखते हुए पुलिस व खुफिया विभाग अलर्ट मोड में है। सोमवार से ही जिलेभर में पुलिस, पीएसी जगह-जगह तैनात हो गई है।
हर संदिग्ध क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है। कहीं कोई विरोध न हो, इसके लिए पुलिस के रडार में पुराने अपराधी भी आ गए हैं। रविवार की रात में ही पुलिस ने इनकी धरपकड़ भी शुरू कर दी है।
इन दिनों अतिक्रमण अभियान भी चल रहा है, पुलिस किसी भी सूरत में कोई भी ढिलाई न रहे इससे बच रही है। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया सुरक्षा के लिहाज से फोर्स तैनात की गई है।
उत्तराखंड में खेती की जमीन नहीं खरीद सकेंगे ‘बाहरी व्यक्ति’, सरकार ने लगाई रोक
देहरादून: उत्तराखंड में राज्य से बाहरी व्यक्तियों के खेती और बागवानी के लिए जमीन खरीदने पर अंतरिम रोक लगा दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। सरकार द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया,‘मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेशहित और जनहित में निर्णय लिया गया है कि भू-कानून समिति की आख्या प्रस्तुत किये जाने तक या अग्रिम आदेशों तक जिलाधिकारी राज्य से बाहर के व्यक्तियों को कृषि एवं उद्यान के उद्देश्य से जमीन खरीदने के प्रस्ताव में अनुमति नहीं देंगे।’
भू-कानून के विरोध में सड़कों पर उतरे थे लोग
उत्तराखंड सरकार का यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब कड़े भू-कानून तथा मूल निवास के मुददे को लेकर प्रदेश भर में लोग आंदोलन कर रहे हैं तथा इस संबंध में 1950 को कट आफ तारीख माने जाने की मांग कर रहे हैं। भू-कानून के विरोध में देहरादून समेत कई जिलों में स्थानीय लोगों और कई समाज सेवी संस्थाओं ने रैली निकाली थी। हालांकि इसके पहले भी मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में किसी भी जमीन के सौदे से पहले खरीदार के भूमि खरीदने के कारण और उसके बैकग्राउंट की पूरी जानकारी के बाद ही जमीन की खरीद-फरोख्त के निर्देश दिए थे।
2004 में किया गया था कानून में संशोधन
उत्तर प्रदेश जमींदारी एवं भूमि व्यवस्था अधिनियम 1950 की धारा 154 में 2004 में किए गए संशोधन के मुताबिक, ऐसे व्यक्ति जो उत्तराखंड में 12 सितंबर 2003 से पूर्व अचल संपत्ति के धारक नहीं हैं, को कृषि एवं औद्यानिकी के उद्देश्य से भूमि क्रय करने की जिलाधिकारी द्वारा अनुमति प्रदान किए जाने का प्रावधान है । वर्तमान में उत्तराखंड के लिए नया भू-कानून तैयार करने के लिए राज्य सरकार ने प्रारूप समिति का गठन किया है और तेजी से इसका ड्राफ्ट बनाने के निर्देश दिए हैं। नया कानून लागू होने तक जमीन की खरीद पर रोक लगी रहेगी।
सिलक्यारा सुरंग की साइट पर पहुंची PMO की टीम, NDMA ने बताया- बारिश नहीं बनेगी बाधा
Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: उत्तरकाशी सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. इस पूरे ऑपरेशन का जायजा लेने के लिए सोमवार (27 नवंबर) को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, उत्तराखंड के मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू और अन्य कई सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे. इस बात की जानकारी उत्तराखंड सरकार के सचिव नीरज खैरवाल ने दी.
उत्तरकाशी सुरंग मामले पर केंद्र सरकार की ओर से प्रेस ब्रीफिंग की गई. नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी के सदस्य ले.जन.(रिटा.) सैयद अता हसनैन ने कहा कि सब ठीक है. खाना-पीना, दवा सब अंदर जा रहे हैं.
मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा
सैयद अता हसनैन ने बताया कि मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जा रहा. परिवार से उनकी बात करवाई जा रही है. सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जरूरत के मुताबिक नई मशीनें भी लाई जा रही हैं.
‘बारिश की वजह से नहीं पड़ेगा कोई विशेष असर’
उन्होंने कहा कि बारिश की संभावना है लेकिन इससे विशेष असर नहीं पड़ेगा. हमारे सभी भाई सुरक्षित बाहर आएंगे, यह मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं. सबके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा रही है. उन्हें बाहर निकालने के लिए हम किसी भी एजेंसी की मदद लेने को तैयार हैं.
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Principal Secretary to PM, Dr PK Mishra visited the Silkyara tunnel and communicated with the workers trapped there. He also spoke with the families of the trapped workers. He also took a report of the food items being sent to the… pic.twitter.com/VaZ0HmoaPa
— ANI (@ANI) November 27, 2023
‘सिलक्यारा की तरफ से फंसी ऑगर मशीन को निकाला गया’
हसनैन ने कहा कि सिलक्यारा की तरफ से फंसी ऑगर मशीन को निकाला जा चुका है. आज शाम से 2-2 की टोली में जाकर मैनुएल खुदाई की जाएगी. वर्टिकल ड्रिलिंग में भी 30-32 मीटर के जरिए हम पहुंच चुके हैं.
Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Principal Secretary to PM, Dr PK Mishra visited the Silkyara tunnel and communicated with the workers trapped there. He also spoke with the families of the trapped workers. He also took a report of the food items being sent to the workers. pic.twitter.com/rnPvSc4JFI
— ANI (@ANI) November 27, 2023
‘पाइप लाइन 75 मीटर तक पहुंची, 86 मीटर का लक्ष्य’
उन्होंने बताया कि तीसरी लाइफ लाइन के रूप में 6-8 इंच की पाइप लाइन 75 मीटर तक पहुंच चुकी है और 86 मीटर तक जाना है. परपेंडिकुलर ड्रिलिंग पर काम नहीं शुरू हो पाया है. बरकोट की तरफ हॉरिजोंटल लाइन बनाने के लिए आज छठा ब्लास्ट किया गया है.
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41 जिंदगियां, रेस्क्यू ऑपरेशन का 10वां दिन… साइट पर पहुंचे विदेशी एक्सपर्ट
Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 लोगों को सकुशल वापस निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. सोमवार (20 नवंबर) को श्रमिकों से संवाद स्थापित करने और उन तक खाने पीने की चीज पहुंचाने के लिए 6 इंच का पाइप डालने का काम पूरा कर लिया गया था.
मंगलवार (21 नवंबर) सुबह राहत भरी खबर आई कि उनसे वॉकी टॉकी पर बात हो रही है और सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. इसके बाद केंद्र और राज्य सरकार ने थोड़ी राहत की सांस ली है और बचाव कार्य में किए जा रहे प्रयासों को और तेज कर दिया गया है.
सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर मीडिया के साथ जानकारी को साझा किया है. मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी (NDMA) के सदस्य ले. जनरल (रिटा.) सय्यद अता हसनैन भी मौजूद रहे.
‘कई देशों से रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर ली सलाह’
ले. जनरल (रिटा.) सय्यद अता हसनैन ने कहा कि सुरंग में लोग दोनों तरफ से बंद हो जाने की वजह से फंस गए. वहां पर NDRF, SDRF और कई तकनीकी एजेंसियां काम में जोर शोर से जुटी हैं. कई देशों से भी रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर सलाह ली गई है. वहीं 3-4 विदेशी एक्सपर्ट भी हादसा साइट पर पहुंचे हैं.
‘खाने पीने साथ दवाई व ऑक्सीजन भी पहुंचा रहे’
उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि सुरंग में लोग बहुत छोटी जगह में नहीं फंसे हैं. वह कुछ किलोमीटर लंबी जगह है. बिजली लाइन नहीं कटी, तो वहां बिजली भी है. शुरू में जो छेद किया गया, उससे खाना, पानी, दवाई जैसे जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है, वहां ऑक्सीजन भी है.
‘सुरंग में फंसे लोगों के कई परिवार भी साइट पर पहुंचे’
एनडीआरएफ अधिकारी का कहना है कि सुरंग में फंसे लोगों में से कुछ के परिवार भी वहां पहुंचाया गया है. वहीं, जिन राज्यों के लोग फंसे हैं, वहां के प्रतिनिधि भी वहां हैं. जिला प्रशासन ने सबके लिए समुचित व्यवस्था भी की है.
’20 मीटर पर पहुंचे, 60 मीटर तक जाने का लक्ष्य’
सदस्य हसनैन के मुताबिक, 5 जगह पर ड्रिलिंग के जरिए प्रयास किए जा रहे हैं. इनमें से हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग वाली एक जगह पर सबसे सघन प्रयास हो रहे हैं. वहीं, 20-21 मीटर के बाद चट्टान आ जाने के चलते दिक्कत आ रही है. उसका समाधान भी निकाला जा रहा है. रेस्क्यू एजेंसियों की ओर से वर्टिकल प्रयास भी किए जा रहे हैं. ब्लास्टिंग भी हो रही है. पर यह धीमा तरीका है. इसलिए पुराने हॉरिजॉन्टल रास्ते पर काम बढ़ाया गया है. उन्होंने बताया कि अभी तक 20-21 मीटर जा चुके हैं लेकिन 60 मीटर तक जाना है.
‘हर स्थिति पर रिहर्सल कर रहा एनडीआरएफ दस्ता’
उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि 6 इंच की एक पाइप लाइन वहां पहुंचने से वहां पर कम्युनिकेशन की कोई लाइन बनाने का प्रयास किया जा सकता है. इस पाइप लाइन से पहले वहां पर 4 इंच की एक पाइप लाइन पहले से ही थी. उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ का दस्ता हर स्थिति के लिए रिहर्सल कर रहा है. जैसे भी हालात बनेंगे, यह दस्ता और दूसरी एजेंसियां तुरंत सक्रिय हो जाएंगी.
‘कई तरीकों का अपना कर चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन’
एक सवाल के जवाब में एनडीआरएफ सदस्य हसनैन ने बताया कि जल्द ही उनसे कम्युनिकेशन पूरी तरह स्थापित हो जाएगा. तब हम उनकी स्थिति को और बेहतर जान सकेंगे. मामले की तकनीकी जटिलता को देखते हुए उन्हें निकाल पाने की कोई समय सीमा पर टिप्पणी करना अभी सही नहीं होगा. अभी इतना ही कह सकता हूं कि सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए जा रहे हैं. 4-5 अलग-अलग तरीके एक साथ लगाए जा रहे हैं जिस तरीके से भी सबसे जल्दी कामयाबी मिल जाए. हम इस पर नहीं बैठे हैं कि 1 तरीका फेल हो तो दूसरा अपनाएं.
‘सब ठीक रहा तो ‘ऑगर’ मशीन 2 दिन में भीतर पहुंचा देंगे’
मंत्रालय सचिव अनुराग जैन ने कहा कि सेना की टीम भी अपने तरीके से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है. हमें पूरा विश्वास है कि सब सही सलामत वापस आएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अगर सारी स्थितियां साथ रहीं और चट्टान के चलते दिक्कत नहीं आई तो ‘ऑगर’ मशीन 2 से ढाई दिन में हम अंदर तक उसको पहुंचा देंगे. हालांकि, फिलहाल इस तरीके या किसी भी और तरीके से कामयाबी की कोई समय सीमा बताना सही नहीं होगा.
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