रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ”मैं मोदीजी को बताना चाहता हूं कि हम कभी भी आपके दुश्मन नहीं थे। आज भी हम दुश्मन नहीं हैं। हम आपके साथ थे।”
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‘इसमें उनका ही नुकसान’, मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे पर बोले कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई
Milind Deora Resignation: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों में एक छोड़कर दूसरे में शामिल होने का सिलसिला जारी है. इस कड़ी में कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) ने रविवार (14 जनवरी) को पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया. यह इस्तीफा ऐसे समय में दिया जा रहा है जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मणिपुर से रविवार (14 जनवरी) को अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की शुरुआत की है. मिलिंद के इस्तीफे पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की प्रतिक्रिया सामने आई है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस से इस्तीफे पर पार्टी सांसद गौरव गोगोई ने कहा, ”राहुल गांधी की यात्रा में केवल कांग्रेस ही नहीं, बल्कि इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के नेता भी शामिल हुए हैं. मणिपुर के मुद्दों की बात भी कांग्रेस और इंडिया गठबंधन दल ही करते हैं. जहां तक इस यात्रा में मिलिंद देवड़ा के नहीं आने का सवाल है तो इससे उनको ही नुकसान है.”
गोगोई ने कहा, ”मणिपुर में भारत जोड़ो न्याय यात्रा को बहुत स्वागत किया जा रहा है. हम सभी यहां मणिपुर आए हैं. लोगों का खूब प्यार मिल रहा है.
#WATCH | Guwahati, Assam: On Milind Deora’s resignation from Congress, party MP Gaurav Gogoi says, “We have come to Manipur and the people here have welcomed us because only Congress and INDIA alliance talk about the issues of Manipur. At this time, if Milind Deora ji is not here… pic.twitter.com/547W1sEnBM
— ANI (@ANI) January 14, 2024
कांग्रेस से 55 साल का रिश्ता किया समाप्त
मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ”आज मेरी राजनीतिक यात्रा के एक अहम चैप्टर समाप्त हुआ. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है. पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता समाप्त. मैं सालों से उनके अटूट समर्थन के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं.”
एकनाथ शिंदे की पार्टी में शामिल हुए मिलिंंद देवड़ा
राजनीतिक गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा जोर शोर से थी कि मिलिंद देवड़ा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना पार्टी को ज्वाइन कर सकते हैं. रविवार दोपहर होते-होते वो अब एकनाथ शिंंदे की पार्टी में शामिल हो गए हैं.
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I.N.D.I.A की बैठक का पीएम मोदी में खौफ, ‘सामना’ में केंद्र सरकार पर साधा गया निशाना
शिवसेना यूबीटी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया है। इसमें लिखा गया है कि महाराष्ट्र ने ‘I.N.D.I.A’ की जीत का बिगुल बजाया। मुंबई की बैठक का यही फल है। शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा मेजबानी स्वीकारी गई ऐतिहासिक बैठक थी। उस बैठक का खौफ इतना था कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऐन गणेशोत्सव के दौरान पांच दिनों का विशेष सत्र बुलाकर सनसनी फैला दी, लेकिन क्या गणपति की कृपा उन पर होगी? मुश्किल है। सामना में आगे लिखा गया, ‘मोदी सरकार ने पिछले महीने एक अध्यादेश पारित करके दिल्ली की जनता द्वारा चुनी गई सरकार को पंगु और गुलाम बनाकर केंद्र का दास बना दिया। जम्मू-कश्मीर से पूर्ण राज्य का दर्जा छीने जाने के पांच साल बीत चुके हैं। अनुच्छेद 370 हटाया मतलब क्या किया? इस भ्रम में वहां के लोग अभी भी हैं। वहां चुनाव नहीं होने देना, यह सरकार द्वारा जनता का शोषण किए जाने जैसा है।’
सामना में केंद्र सरकार पर हमला
शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत द्वारा कटाक्ष करते हुए लिखा गया कि प्रधानमंत्री मोदी लद्दाख की भूमि और मणिपुर की खनिज संपदा अपने दोस्त गौतम अडानी को देना चाहते हैं। ऐसा सीधा हमला राहुल गांधी ने किया। उसमें अब मुंबई भी बढ़ गई है। ईस्ट इंडिया कंपनी भी दांतों तले उंगली दबा ले, ऐसी कार्यशैली है। ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन को उसके खिलाफ लड़ना है। सामना में लिखा, ‘एक व्यापारी मित्र की जेब में एक राजा है और राजा फकीर होने का दिखावा करता है। उस फकीर का पाखंड उजागर हो रहा है। ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन 2024 का चुनाव जीतेगा, यह अब तय है। गुजरात की धरती से जो गंदी सियासत दो नेताओं ने की। उसकी वजह से देश की स्वतंत्रता और लोकतंत्र खतरे में पड़ गया।’ इस लेख में आगे कहा गया कि यह महात्मा गांधी की भूमि है। ऐसा कहने को भी अब जुबां तैयार नहीं होती है। महात्मा गांधी आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए गुजरात छोड़कर महाराष्ट्र और बाद में चंपारण तथा दिल्ली गए, लेकिन उनके विचार दृढ़ थे। गुजरात के व्यापारी समूह में रहकर आजादी की लड़ाई लड़ना संभव नहीं है।
कांग्रेस अपने दम पर नहीं जीत सकती 150 सीटें
संजय राउत ने आगे लिखा कि देशभर में कांग्रेस पार्टी की स्थिति में जबरदस्त सुधार हो रहा है, लेकिन अभी भी इतना सुधार नहीं हुआ है कि वह अपने दम पर 150 सीटें जीत सके। इसलिए ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन ही वर्तमान भारतीय जनता पार्टी का एकमात्र विकल्प होगा। इसकी वजह यह है कि खुद मोदी का चेहरा भाजपा की अपनी बहुमत वाली सरकार बनवा देगा, ऐसी स्थिति में नहीं है। उन्होंने लिखा, ‘भाजपा 200 का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी, इसलिए सरकार बनाने के लिए उसे सहयोगियों की जरूरत होगी। उन्हें वो दोस्त भी नहीं मिलेंगे। डूबते जहाज से उनके अपने ही लोग निकल जाएंगे, ऐसा आज की तस्वीर से स्पष्ट है। वर्तमान में भाजपा में ही जो मौजूदा तानाशाही के खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है, वह उफान मारकर बाहर आ जाएगा और आंध्र में बीजू जनता दल, वाई.एस.आर. कांग्रेस जैसी पार्टियां भी भाजपा छोड़ देंगी।’ इस लेख में आगे कहा गया कि ईडी-सीबीआई के डर से आंध्र के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी अब सत्ता के साथ हैं। ओडिशा के नवीन पटनायक की कोई राष्ट्रीय सोच नहीं है और न ही कोई भूमिका ही है। दिल्ली में सत्तारूढ़ होनेवालों के साथ रहना और ओडिशा के हित में निर्णय हासिल कर लेना ही उनकी नीति है तो फिर उन्हें दोष क्यों दें?
‘ये मुस्लिम टीचर भी तृप्ता त्यागी की तरह…’, छात्र की पिटाई मामले पर बोलीं प्रियंका चतुर्वेदी
Priyanka Chaturvedi On Jammu Kashmir Teacher: शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने रविवार (27 अगस्त) को कठुआ की घटना पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि ‘ये नफरत सबको ले डूबेगी. ये मुस्लिम टीचर भी उत्तर प्रदेश की तृप्ता त्यागी की तरह नफरत से भरा हुई है.’
आरोप है कि जम्मू-कश्मीर के एक सरकारी स्कूल में ब्लैकबोर्ड पर ‘जय श्रीराम’ लिखने पर एक बच्चे को पीटा गया. बच्चे को पीटने का आरोप शिक्षक और प्रधानाचार्य पर लगा. इसी घटना के संबंध में प्रियंका चतुर्वेदी का बयान आया है.
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में फारूक अहमद नाम के शिक्षक को शनिवार (26 अगस्त) को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं, बच्चे के साथ मारपीट करने का आरोपी स्कूल का प्रिंसिपल फरार है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “प्रिंसिपल फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए तलाश की जा रही है, जबकि आगे की जांच जारी है.”
25 अगस्त को कराई गई थी शिकायत दर्ज
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि 25 अगस्त को नाबालिग बच्चे के पिता कुलदीप सिंह ने एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया था कि उनके बेटे को सरकारी टीचर फारूक अहमद ने पीटा था. मोहम्मद हफीज इसी स्कूल का प्रिंसिपल है, जोकि फरार है.
यह नफ़रत ले डूबेगी सभी को!
यह मुसलमान टीचर भी उतनी ही नफ़रत से भरा हुआ है जैसे उत्तर प्रदेश की तृप्ता त्यागी।
इन बच्चों का क्या क़सूर है जो सज़ा इन्हें मिल रही है? https://t.co/ecWwWoyEwc
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) August 27, 2023
मुजफ्फरनगर में भी सामने आया था ऐसा मामला
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के स्कूल में हुई छात्र की पिटाई का वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद यह मामला सामने आया. इसमें एक निजी स्कूल की टीचर क्लास में एक बच्चे को बाकी बच्चों से पिटवा रही है. दावा किया जा रहा है कि जिस बच्चे की पिटाई की जा रही है वो मुस्लिम है. आरोपी टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
कठुआ में हुई घटना के बाद डिप्टी कमिश्नर ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. सदस्यों में बानी के उप मंडल मजिस्ट्रेट, कठुआ के उप मुख्य शिक्षा अधिकारी और खरोटे में सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल शामिल हैं.
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सीनियर-जूनियर पवार की सीक्रेट बैठक पर महाराष्ट्र NCP प्रमुख बोले- ‘पता नहीं मीटिंग में क्या हुआ
Maharashtra Politics: हाल ही में पुणे में उद्योगपति अतुल चोरडिया के कोरेगांव पार्क स्थित घर पर पवार परिवार के बीच साढ़े तीन घंटे से ज्यादा समय तक मीटिंग हुई, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ गईं. इस बीच महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने रविवार (13 अगस्त) को कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उनके बागी भतीजे अजित पवार के बीच पुणे में बंद कमरे में हुई बैठक में क्या हुआ?
मीटिंग को लेकर शरद पवार, अजित और जयंत पाटिल ने यह खुलासा नहीं किया कि चोरडिया के आवास पर क्या हुआ था? यह बैठक 4 बजकर 45 मिनट तक चली. इसके बाद शरद पवार एक अन्य समारोह में भाग लेने के लिए चले गए, जबकि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार और पार्टी नेता जयंत पाटिल शाम 6.30 बजे तक वहीं मौजूद रहे.
‘यह सीक्रेट बैठक नहीं थी’
हालांकि, जयंत पाटिल ने दावा किया कि वह बैठक से जल्दी चले गए और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पवार परिवार के बीच बैठक में क्या हुआ. पाटिल ने रविवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बताया कि यह कोई सीक्रेट बैठक नहीं थी. उन्होंने कहा, “मैं पवार साहब के साथ एक परिचित के यहां गया और जल्दी निकल गया. मुझे नहीं पता कि बाद में क्या हुआ.”
अजित पवार गुट में शामिल होने की अटकलें
इस मुलाकात से पाटिल के अजित पवार गुट में शामिल होने की अटकलें और तेज हो गईं. इस बारे में उनसे पूछा गया तो पाटिल ने कहा कि वह इस मामले में अपना रुख पहले ही साफ कर चुके हैं.
परिवार में बातचीत बनाए रखना गलत नहीं
यह पूछे जाने पर कि क्या वह शरद पवार के साथ हैं तो पाटिल ने कहा, “हां, अपने मन में कोई संदेह न रखें.” वहीं, एनसीपी विधायक रोहित पवार का कहना है कि उन्हें पार्टी संस्थापक और डिप्टी सीएम के बीच बैठक की जानकारी नहीं है, लेकिन अगर बैठक हुई भी है, तो परिवार में कम्युनिकेशन बनाए रखने में क्या गलत है.
शिव सेना ने बैठक को नहीं दिया महत्व
इस बीच शिव सेना (उद्धव गुट) ने एनसीपी की सीक्रेट मीटिंग को अधिक महत्व नहीं दिया है. इसको लेकर संजय राउत ने कहा कि स्ट्रॉन्ग मराठा शख्स ने अपने भतीजे को 31 अगस्त और 1 सितंबर को यहां विपक्षी गुट ‘इंडिया’ की बैठक में शामिल होने के लिए कहा होगा.
इंडिया में शामिल होने के लिए दिया होगा निमंत्रण
संजय राउत ने कहा, “अगर नवाज शरीफ और पीएम नरेंद्र मोदी मिल सकते हैं, तो शरद पवार और अजीत पवार क्यों नहीं? मीडिया से पता चला है कि कल दोनों पवार की मुलाकात हुई. सीनियर पवार जल्द ही इस पर बात करेंगे. मुझे लगता है कि शरद पवार ने अजित पवार को इंडिया ब्लॉक की बैठक के लिए आमंत्रित किया था.”
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