बता दें कि कांग्रेस तमिलनाडु में 9 और पुडुचेरी में 1 सीट पर अपना उम्म्मीदवार खड़ा करेगी। दोनों राज्यों की बाकी सीटों पर द्रमुक और गठबंधन दलों के उम्मीदवारों का कांग्रेस समर्थन करेगी।
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सीट शेयरिंग
महाराष्ट्र के दोनों गठबंधन कैसे करेंगे सीटों का बंटवारा, क्या भाजपा और कांग्रेस अपने सहयोगियों पर पड़ेंगी भारी
लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के सीट बंटवारे की चर्चा हर ओर है, लेकिन महाराष्ट्र में विपक्षी के साथ सत्ता पक्ष के सीट बंटवारे पर भी सबकी नजर रहेगी। राज्य में अब तक चार दलों के दो गठबंधन की बीच होता रहा मुकाबला इस बार छह दलों के मुकाबले में बदल चुका है। शिवसेना और एसीपी में टूट के बाद कांग्रेस कितनी सीटों पर चुनाव लड़ सकती है? भाजपा कितनी सीटे शिंदे और अजित पवार को दे सकती है? किसकी दावेदारी कितनी मजबूत है? जानिए इन सभी सवालों के जवाब….
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उद्धव गुट को 23 सीटें देने के मूड में नहीं है कांग्रेस, मुंबई में करेगी बड़ी बैठक
लोकसभा चुनाव 2024 के आने से पहले ही विपक्षी दलों के बीच सीटों को लेकर तनाव शुरू हो गया है। बता दें कि कांग्रेस और देश के विभिन्न विपक्षी दलों के I.N.D.I.A गठबंधन में इस वक्त सीटों को लेकर विवाद गहराया हुआ है। पंजाब में केजरीवाल, बंगाल में ममता और महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव गुट) किसी भी हालत में सीटों पर समझौता करने को तैयार नहीं है। उद्धव गुट ने तो अकेले ही महाराष्ट्र की 48 में से 23 लोकसभा सीटों पर दावा ठोक दिया है।
23 सीटों पर तैयार नहीं है महाराष्ट्र कांग्रेस
उद्धव ठाकरे की शिवसेना बीते कई दिनों से महाराष्ट्र की 23 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोक रही है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की प्रदेश ईकाई किसी भी हालत में 23 सीटों पर मानने को तैयार नहीं है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस ने भी महाराष्ट्र की 20 सीटों पर दावा ठोका है। बता दें कि महाराष्ट्र में एनसीपी (शरद पवार गुट), कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना I.N.D.I.A अलायंस का हिस्सा है। अगर उद्धव गुट 23 और कांग्रेस 20 सीटों पर चुनाव लड़ती है को शरद पवार वाली एनसीपी के लिए केवल 5 सीटें बचेंगी।
कांग्रेस करेगी बैठक
लोकसभा की 23 सीटों पर शिवसेना(UBT) के दावे के बाद कांग्रेस अलर्ट हो गई है। महाराष्ट्र कांग्रेस के इंचार्ज रमेश चेन्निथला को मुंबई जाने का आदेश दिया गया है। 11 जनवरी को रमेश चेन्निथला मुंबई पहुंचेंगे और यहां 11 और 12 जनवरी को कांग्रेस की बड़ी बैठक होगी। इस बैठक में लोकसभा की सभी सीटों का जायजा लिया जाएगा। हर सीट पर वहां के स्थानीय नेताओं से उनका मत क्या है इसे रिकॉर्ड किया जाएगा। इसके बाद रमेश चेन्निथला ये रिपोर्ट दिल्ली आलाकमान को सौपेंगे।
दिल्ली जाएंगे उद्धव ठाकरे
सीटों पर जारी विवाद के बीच ये भी खबर है कि उद्धव ठाकरे दिल्ली जाने वाले हैं। यहां 9 और 10 जनवरी को उद्धव कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उद्धव और कांग्रेस नेताओं के बीच में महाराष्ट्र के सियासी हाल और I.N.D.I.A अलायंस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा हो सकती है।
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कांग्रेस की कमेटी ने INDIA गठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय किया !
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की नेशनल अलायंस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सौंप दी है। सूत्रों के मुताबिक इस रिपोर्ट में यूपी में 2009 के लोकसभा चुनाव के आधार पर अलायंस पार्टनर से शीट शेयरिंग की अनुशंसा की गई है। कांग्रेस का मानना है कि अगर पिछले लोकसभा में कांग्रेस का प्रदर्शन खराब था तो समाजवादी पार्टी का भी प्रदर्शन बहुत ज्यादा अच्छा नहीं था। लिहाजा कांग्रेस को 2009 में जीती गई सभी सीट लड़ने की दावेदारी करनी चाहिए।
यूपी में 40 सीट मांग रही है राज्य ईकाई
कांग्रेस की यूपी की राज्य इकाई लगातार केंद्रीय नेतृत्व से 50% सीट यानी 40 सीट पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है। कांग्रेस का यूपी नेतृत्व यह मानता है कि लोकसभा चुनाव में जितनी जरूरत कांग्रेस को अखिलेश की है उतनी जरूरत अखिलेश को कांग्रेस की है। राज्य इकाई का मानना है कि मुस्लिम वोटर का रुझान लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ होगा, ऐसे में अगर एसपी और कांग्रेस अलग चुनाव लड़ते हैं तो मुस्लिम वोट के बंटवारे का खामियाजा एसपी को भी भुगतना पड़ेगा।
यूपी में ज्यादा सीटों पर लड़ सकती है कांग्रेस
पहले नेशनल अलायंस कमिटी की तरफ से यूपी में कांग्रेस के लिए लोकसभा की 10 सीट तय की गई थी। लेकिन राज्य इकाई के दवाब के बाद कल यूपी के सभी नेताओं से जोन के आधार पर मजबूत सीट और नेताओं की लिस्ट मांगी गई थी। कल देर शाम तक सभी को अपना फीडबैक देने के निर्देश दिए गए थे, और आज की बैठक में यूपी में अधिक सीट मांगने का फैसला लिया गया है।
गठबंधन के अन्य दलों के बात करेंगे कांग्रेस कमिटी के नेता
नेशनल अलायंस कमिटी के नेता अब आने वाले दिनों में दूसरे राजनीतिक दलों के नेताओं से बातचीत करेंगे। हालांकि इसके लिए कोई समय सीमा तय नहीं है लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से इस काम को शीघ्रता से करने के निर्देश दिए गए हैं। लिहाजा अगले एक-दो दिन में चर्चा शुरू की जा सकती है।
घोषणापत्र पर कांग्रेस में मंथन
आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के घोषणापत्र का मसौदा तैयार करने की जिम्मेदारी संभालने वाली कांग्रेस की समिति ने बृहस्पतिवार को अपनी पहली बैठक की और दस्तावेज में शामिल किए जाने वाले विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। लगातार करीब 10 साल से सत्ता पर काबिज भाजपा से सत्ता छीनने की कोशिश में जुटी कांग्रेस का लक्ष्य जनता के सामने एक वैकल्पिक सकारात्मक एजेंडा पेश करना है। समिति के अध्यक्ष पी.चिदंबरम ने बैठक के बाद कहा, “घोषणापत्र समिति की यह पहली बैठक थी। यह प्रारंभिक विचारों का आदान-प्रदान था कि हम घोषणापत्र के प्रारूप के साथ कैसे आगे बढ़ते हैं। अगली बैठक अगले सप्ताह होगी।”
चिदंबरम के अलावा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस.सिंह देव समिति का हिस्सा हैं। सिंह देव समिति के संयोजक हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, जयराम रमेश, शशि थरूर, रंजीत रंजन, गौरव गोगोई, के.राजू और गैखंगम भी समिति का हिस्सा हैं और बैठक में शामिल हुए। राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी, गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेवाणी और कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय में समन्वयक गुरदीप सप्पल और अमिताभ दुबे भी अहम समिति का हिस्सा हैं और बैठक में शामिल हुए। (इनपुट-एजेंसी)
कांग्रेस कब शुरू करेगी सीट शेयरिंग पर बातचीत? सामने आया बड़ा अपडेट
लोकसभा चुनाव 2024 के पास आने के साथ ही विपक्षी दलों के INDI अलायंस में सीट शेयरिंग के मुद्दे को लेकर तनाव बढडने लगा है। बीते दिनों दिल्ली में हुई विपक्षी दलों की चौथी बैठक में भी सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर जल्द ही चर्चा शुरू करने की मांग की गई थी। हालांकि, अब ये बात सामने आ रही है कि कांग्रेस पार्टी ने सीट शेयरिंग के मुद्दे पर चर्चा के लिए समय निर्धारित कर लिया है।
नेशनल अलायंस कमेटी कर रही काम
कांग्रेस ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग का मुद्दा हल करने की खातिर नेशनल अलायंस कमेटी का गठन किया था। रिपोर्ट की मानें तो ये कमेटी शुक्रवार और शनिवार को उन राज्यों के नेताओं के साथ बैठक करेगी जहां INDI अलायंस के अन्य दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की संभावना है। इसके बाद ये कमेटी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को एक रिपोर्ट सौंपेगी जिसमें उन सीट की लिस्ट भी शामिल होगी जहां कांग्रेस मजबूत स्थिति में है।
अगले सप्ताहर से औपचारिक वार्ता
पीटीआई की रिपोर्ट की मानें तो कांग्रेस की ओर से कुछ राज्यों में स्थानीय स्तर पर सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू हो चुकी है। हालांकि, नेशनल अलायंस कमेटी की ओर से मल्लिकार्जुन खरगे को रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद अगले सप्ताह सीट शेयरिंग के मुद्दे पर औपचारिक बैठक शुरू होगी। गठबंधन पर आखिरी फैसला राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य के मद्देनजर लिया जायेगा।
ममता और उद्धव ने फंसाया मामला
ममता बनर्जी ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बंगाल को अकेले ही परखने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा है कि बंगाल में टीएमसी लड़ेगी और बीजेपी को हराएगी। बंगाल में केवल टीएमसी ही बीजेपी को सबक सिखा सकती है, कोई अन्य पार्टी नहीं। वहीं, दूसरी ओर उद्धव ठाकरे की शिवसेना महाराष्ट्र की 23 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने पर अड़ी है। संजय राउत ने कहा है कि शिवसेना मतलब महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी। (इनपुट: भाषा)
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