किसानों द्वारा शुक्रवार को किए जाने वाले भारत बंद को लेकर बड़ा ऐलान हुआ है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हमने ग्रामीण भारत बंद करने का ऐलान किया है। कल किसान अपने खेतों में नहीं जाएंगे।
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आज निकलेगा समाधान? केंद्र सरकार-किसान संगठनों के बीच बातचीत जारी, भगवंत मान भी शामिल – India TV Hindi
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा कर्मियों के बीच जारी गतिरोध के बीच 3 केंद्रीय मंत्रियों की एक समिति चंडीगढ़ में किसान नेताओं से एक फिर वार्ता कर रही है। कृषि व किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को लेकर किसान नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। यह दोनों पक्षों के बीच तीसरे चरण की वार्ता है।
बेनतीजा रही थी पहले दो चरण की वार्ता
आठ और 12 फरवरी को हुई पहले दो चरण की वार्ता बेनतीजा रही थी। पंजाब के किसानों ने अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली की ओर कूच करने का आह्वान किया है और वे पंजाब तथा हरियाणा की शंभू तथा खनौरी सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। किसान नेताओं ने कहा कि वे बैठक होने तक दिल्ली की ओर बढ़ने का कोई नया प्रयास नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई केंद्र के प्रस्तावों के आधार पर तय की जाएगी।
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं सैकड़ों किसान
भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) और बीकेयू दकौंदा (धानेर) ने गुरुवार को राज्य में ‘रेल रोको’ का आह्वान किया था। शंभू और खनौरी सीमाओं पर हरियाणा के सुरक्षा कर्मियों द्वारा प्रदर्शकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले दागने और पानी की बौछारों का इस्तेमाल करने के विरोध में उक्त फैसला किया गया। ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के तहत सैकड़ों किसान शंभू और खनौरी सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के MSP की गारंटी के वास्ते कानून बनाने और कर्ज माफी सहित अपनी मांगों को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए ‘‘दिल्ली चलो’’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं।
बॉर्डर सील होने के कारण नहीं हो पाई दिल्ली में एंट्री
हरियाणा पुलिस ने किसानों को उनकी ट्रैक्टर-ट्रॉली में दिल्ली जाने से रोकने के लिए अवरोधक लगाकर सीमा सील कर दी है। अंबाला के समीप शंभू सीमा पर सुरक्षाकर्मियों ने बुधवार को रुक-रुक कर आंसू गैस के गोले छोड़े। जब भी किसानों का कोई समूह अवरोधकों की ओर बढ़ने की कोशिश करता,तो आंसू गैस के गोले छोड़ दिए जाते। प्रदर्शनकारियों ने भी सुरक्षा कर्मियों पर पथराव किया। हरियाणा के जींद जिले में दाता सिंहवाला-खनौरी सीमा पर भी इसी तरह का गतिरोध जारी है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने पर भी सरकार राजी हो गई है। इसके अलावा, बिजली अधिनियम 2020 वापिस लेने पर भी सहमति बनी है।
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किसान आंदोलन: छावनी में तब्दील दिल्ली के बॉर्डर, तस्वीरों में देखें सिंघु-टिकरी बॉर्डर पर पुलिस के कड़े इंतजाम
दिल्ली के बॉर्डरों पर सुरक्षा कड़ी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
एमएसपी को लेकर किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद राजधानी दिल्ली के सभी बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। किसानों के 13 फरवरी को राजधानी आने की खबर के बाद दिल्ली पुलिस ने उनको आने से रोकने के लिए खासे इंतजाम किए हैं। दिल्ली के तमाम बॉर्डर के अलावा सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर ज्यादा एहतियात बरती जा रही है।
किसान संगठनों ने किया दिल्ली-नोएडा रूट से हटने का ऐलान, अब इस जगह देंगे धरना – India TV Hindi
दिल्ली नोएडा रूट पर ट्रैवल करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी सामने आई है। किसान संगठनों ने दिल्ली नोएडा रुट से हटने का ऐलान कर दिया है। बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चल रहे किसानों के विरोध-प्रदर्शन ने आम लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी। गुरुवार को सुबह से ही दिल्ली नोएडा रूट पर भारी ट्रैफिक लगा हुआ था। अब किसानों के इस फैसले से इस रूट में यात्रा करने वाले लोगों को राहत मिल सकेगी।
अब इस जगह धरना देंगे किसान
किसान संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस कमिश्नर की तरफ से उन्हें आश्वासन मिला है। एक हाईलेवल कमेटी का भी गठन किया गया है। कमेटी में औद्योगिक मंत्री, IIDC चेयरमैन मनोज सिंह, ACS एसपी गोयल, तीनों अथॉरिटी के सीईओ, सीपी और जनपद के जनप्रतिनिधि शामिल रहेंगे । एनटीपीसी के लिए किसान पावर सेक्रेट्री और सीएमडी से करेंगे बैठक। वहीं, किसान इस रूट से उठकर अपने धरना स्थल को सेक्टर 6 और सेक्टर 24 NTPC में जायेंगे।
ट्रैफिक को सामान्य किया जा रहा
नोएडा के डीसीपी विद्या सागर मिश्रा ने हमने किसान संगठनों के नेताओं से बात की है। एक हाई पावर कमेटी बनाने का प्रस्ताव दिया गया था जिस पर किसान नेता सहमत हो गए हैं। डीसीपी ने बताया कि किसानों का आज का कार्यक्रम समाप्त हो गया है। हम यातायात व्यवस्था को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
जिले में लागू हुई थी धारा-144
बता दें कि गुरुवार को किसान संगठनों के मार्च को देखते हुए नोएडा में पुलिस ने धारा-144 लागू कर दी थी। इसके साथ ही जिले की सभी सीमाएं भी अगले 24 घंटे के लिए सील कर दी गई थी। धरना प्रदर्शन को देखते हुए गोलचक्कर चौक सैक्टर-15, रजनीगंधा चौक, सैक्टर-06 चौकी चौक, झुण्डपुरा चौक, सैक्टर-8/10/11/12 चौक, हरौला चौक से जरूरत के हिसाब से यातायात का डायवर्जन किया गया था।
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