घटना शनिवार सुबह 11 बजे की बताई जा रही है। गैस सिलेंडर फटते ही आग फैल गई और लोगों में अफरा तफरी मच गई। तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी गई।
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Ghaziabad
यूपी: गाजियाबाद में 200 से ज्यादा लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें पूरा मामला – India TV Hindi
गाजियाबाद: यूपी के गाजियाबाद में 200 से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ये मामला प्रजापति समाज की यात्रा से जुड़ा हुआ है। दरअसल पुलिस ने जब इस यात्रा को रोकने की कोशिश की थी तो उपद्रवी भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया।
क्या है पूरा मामला?
गाजियाबाद जिले की लिंक रोड पुलिस ने प्रजापति समाज की यात्रा में भाग लेने वाले 217 लोगों पर दंगा करने और निषेधाज्ञा के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार आरोपी ‘संकल्प यात्रा’ का हिस्सा थे जो भारत के राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपने और आरक्षण और राजनीति में भागीदारी की अपनी मांग पर जोर देने के लिए गाजियाबाद के रास्ते दिल्ली जाना चाहते थे।
उन्होंने शुक्रवार रात साहिबाबाद साइट-4 औद्योगिक क्षेत्र में मार्च निकाला। जब पुलिस ने यात्रा को रोकने की कोशिश की तो उपद्रवी भीड़ ने पुलिस कर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया और सरकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके कारण पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए मामूली बल का प्रयोग किया।
पुलिस उपायुक्त (ट्रांस हिंडन) निमिष पाटिल ने रविवार को कहा कि इस संबंध में शनिवार को लिंक रोड पुलिस स्टेशन के प्रभारी द्वारा भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (दंगा) और 188 (निषेधाज्ञा का उल्लंघन) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
हालांकि, रैली रोक दी गई, लेकिन पुलिस ने शनिवार को प्रजापति समुदाय के पांच लोगों को दिल्ली की ओर जाने की अनुमति दे दी। उन्होंने कहा कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। (इनपुट: भाषा)
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किसान संगठनों ने किया दिल्ली-नोएडा रूट से हटने का ऐलान, अब इस जगह देंगे धरना – India TV Hindi
दिल्ली नोएडा रूट पर ट्रैवल करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी सामने आई है। किसान संगठनों ने दिल्ली नोएडा रुट से हटने का ऐलान कर दिया है। बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चल रहे किसानों के विरोध-प्रदर्शन ने आम लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी। गुरुवार को सुबह से ही दिल्ली नोएडा रूट पर भारी ट्रैफिक लगा हुआ था। अब किसानों के इस फैसले से इस रूट में यात्रा करने वाले लोगों को राहत मिल सकेगी।
अब इस जगह धरना देंगे किसान
किसान संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस कमिश्नर की तरफ से उन्हें आश्वासन मिला है। एक हाईलेवल कमेटी का भी गठन किया गया है। कमेटी में औद्योगिक मंत्री, IIDC चेयरमैन मनोज सिंह, ACS एसपी गोयल, तीनों अथॉरिटी के सीईओ, सीपी और जनपद के जनप्रतिनिधि शामिल रहेंगे । एनटीपीसी के लिए किसान पावर सेक्रेट्री और सीएमडी से करेंगे बैठक। वहीं, किसान इस रूट से उठकर अपने धरना स्थल को सेक्टर 6 और सेक्टर 24 NTPC में जायेंगे।
ट्रैफिक को सामान्य किया जा रहा
नोएडा के डीसीपी विद्या सागर मिश्रा ने हमने किसान संगठनों के नेताओं से बात की है। एक हाई पावर कमेटी बनाने का प्रस्ताव दिया गया था जिस पर किसान नेता सहमत हो गए हैं। डीसीपी ने बताया कि किसानों का आज का कार्यक्रम समाप्त हो गया है। हम यातायात व्यवस्था को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
जिले में लागू हुई थी धारा-144
बता दें कि गुरुवार को किसान संगठनों के मार्च को देखते हुए नोएडा में पुलिस ने धारा-144 लागू कर दी थी। इसके साथ ही जिले की सभी सीमाएं भी अगले 24 घंटे के लिए सील कर दी गई थी। धरना प्रदर्शन को देखते हुए गोलचक्कर चौक सैक्टर-15, रजनीगंधा चौक, सैक्टर-06 चौकी चौक, झुण्डपुरा चौक, सैक्टर-8/10/11/12 चौक, हरौला चौक से जरूरत के हिसाब से यातायात का डायवर्जन किया गया था।
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गाजियाबाद: ब्यूटी पार्लर से महिला को अपने कमरे पर ले गया शख्स, फिर किया रेप – India TV Hindi
गाजियाबाद: यूपी के गाजियाबाद से चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां के मसूरी थाना क्षेत्र के मिशाल गढ़ी इलाके में स्थित एक ब्यूटी पार्लर से 36 वर्षीय महिला को उसका पुराना परिचित अपने कमरे पर ले गया और उसके साथ कथित तौर पर रेप किया। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
पीड़िता हापुड़ जिले की रहने वाली है। पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) विवेक चंद्र यादव ने बताया कि आरोपी की पहचान अंकुर चौधरी (38) के रूप में हुई है, और उसे मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि पीड़िता मेकअप सीखने के लिए पार्लर आती थी। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि रेप करने के बाद चौधरी ने उसके कान की बालियां और मोबाइल फोन छीन लिया, जिससे वह पुलिस या अपने परिजनों को फोन न कर सके।
चौधरी ने उसे अपने यौन शोषण के बारे में किसी को बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। यादव ने बताया कि घटना के दो दिन बाद महिला ने मंगलवार को मसूरी पुलिस में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। (इनपुट: भाषा)
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BJP नेताओं ने गाजियाबाद डीएम पर लगाए अपमानित करने के आरोप, भिजवाए चाय के 700 रुपये
BJP Leaders Letter To Ghaziabad DM: गाजियाबाद के डीएम पर बीजेपी नेताओं ने अपमानित करने का आरोप लगाया है कि डीएम ऑफिस में इन नेताओं को चाय पिलाने की बात सार्वजनिक तौर पर डीएम ने कही.
इससे नाराज पार्टी नेताओं ने डीएम को खत लिखकर चाय के लिए 700 रुपये भी भेजे हैं. साथ ही इस पत्र की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर जारी की है जो सुर्खियों में है. तस्वीर के साथ ही रुपये को अटैच किया गया जिसमें 500 रुपये का एक नोट और दो नोट 100-100 रुपये के देखे जा सकते हैं.
क्या है मामला?
दरअसल, गाजियाबाद के गंगाजल प्लांट पर रविवार (24 दिसंबर) सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विदाई के वक्त 12 वरिष्ठ बीजेपी नेता पहुंचे थे. इन सभी नेताओं ने गाजियाबाद जिलाधिकारी पर अपमान करने का आरोप लगाते हुए उनके कैंप कार्यालय पर नाराजगी भरे पत्र के साथ 700 रुपये भिजवाए हैं. हालांकि, डीएम ऑफिस में किसी ने यह धनारिश रिसीव नहीं की. इसके बाद बीजेपी नेता अब स्पीड पोस्ट से 700 रुपये और पत्र भेजने की बात कह रहे हैं.
ये नेता पहुंचे थे मिलने
सूत्रों के मुताबिक, पूर्व सांसद रमेश चंद तोमर, पूर्व विधायक रूप चौधरी, कृष्णवीर सिरोही, प्रशांत चौधरी, पृथ्वी सिंह, अजय शर्मा, पवन गोयल, विजय गोयल, अनिल स्वामी, डॉ. वीरेश्वर त्यागी, राजेंद्र त्यागी और सरदार एसपी सिंह को मुख्यमंत्री के प्रस्थान के समय उपस्थित रहने के पास जारी किए गए थे. मुख्यमंत्री को सुबह साढ़े नौ बजे गौतमबुद्ध नगर के लिए निकलना था. सभी नेता समय से गेस्ट हाउस पहुंच गए. नेताओं को एक हॉल में बैठाकर प्रशासनिक अधिकारियों ने चाय पिलाई.
नेताओं को लाइनअप होने के लिए कहने पर बढ़ा विवाद
दावा है कि डीएम की ओर से इन नेताओं को आश्वासन दिया गया था कि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलवाया जाएगा. आरोप है कि एक अधिकारी ने मुख्यमंत्री के प्रस्थान की बात कहते हुए नेताओं को लाइनअप होने को कहा. इस पर कई नेताओं ने आपत्ति जताई कि उन्हें भेंट के लिए बुलाया गया था, इतने वरिष्ठ नेता लाइन अप होकर सीएम से नहीं मिलेंगे और सभी नेता मुख्य द्वार की ओर बढ़ने लगे.
इस बीच मौके पर पहुंचकर बीजेपी के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा व जिलाधिकारी ने नाराज नेताओं को मनाने का प्रयास किया, मगर नेता वापस लौटने को राजी नहीं हुए.
‘आप लोगों का पूरा ख्याल रखा गया, चाय पिलाई, नाश्ते के लिए पूछा’
सूत्रों के मुताबिक, इसी दौरान जिलाधिकारी ने नेताओं से कहा कि आप लोगों को पूरा ध्यान रखा गया है. नाश्ते के लिए पूछा गया. चाय भी पिलाई है. इस पर नेता और नाराज हो गए और सीएम से मिले बगैर ही वहां से बाहर निकल गए. उनका आरोप है कि जिलाधिकारी ने चाय पिलाने और नाश्ता करवाने की बात सार्वजनिक तौर पर कह कर अपमानित किया है.
इसके बाद एक नेता के घर पर सभी नाराज नेता जमा हुए और जिलाधिकारी को अपनी नारजगी का पत्र लिखा है. साथ ही प्रति चाय की कीमत के हिसाब से 700 रुपये नत्थी कर एक व्यक्ति के हाथ से जिलाधिकारी के कैंप कार्यालय पर भिजवाए, मगर वहां मौजूद स्टाफ ने पत्र व रुपये लौटा दिए.
जिलाधिकारी की सफाई
इस मामले पर गाजियाबाद के जिलाधिकारी आरके सिंह ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है, ”पास अब जिलाधिकारी कार्यालय के बजाय कमिश्नरेट से जारी होते हैं. जहां तक मेरी जानकारी है नेताओं के सेंड ऑफ पास’ ही जारी हुए थे. लाइनअप वाली बात के समय मैं मौके पर मौजूद नहीं था. मैं बाद में वहां पहुंचा. चाय की बात मैंने सम्मान के संदर्भ में कही थी. कुछ नकारात्मक बात जताने के लिए नहीं.”
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