वाराणसी में आचार संहिता का अजब खौफ देखने को मिल रहा है। यहां के सरकारी दफ्तरों से आदेश के पालन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की भी तस्वीरें उतार दी हैं।
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वाराणसी
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु, भक्तों पर की गई पुष्पवर्षा – India TV Hindi
वाराणसी: महाशिवरात्रि का पावन पर्व आज पूरे देश में मनाया जा रहा है। इस मौके पर देश भर के शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। वहीं वाराणसी ने बाबा विश्वनाथ मंदिर में भी देर रात से ही जलाभिषेक के लिए देश के कोने-कोने से भक्त पहुंचे हुए हैं। महाशिवरात्रि पर बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिये मंदिर के कपाट खोल दिए गए हैं। मंगला आरती के बाद भक्तों के जलाभिषेक कर लिए कपाट खोले गए। वहीं मंगला आरती के बाद से सुबह 6 बजे तक 178561 भक्तों ने काशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक किया। इसके साथ ही भक्तों पर पुष्पवर्षा भी की गई।
देर रात से ही लाइन में लगे भक्त
बता दें कि महाशिवरात्रि के महापर्व पर श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से आये भक्तों के लिये मंदिर के कपाट खुल गए हैं। महाशिवरात्रि पर्व पर सुबह 2:30 बजे से ही जलाभिषेक के लिए भक्त पहुंचने लगे। श्री काशी विश्वनाथ की मंगला आरती के बाद भक्तों के जलाभिषेक कराने के लिए कपाट खोले गए। वहीं आज मंत्रोच्चार और विशेष श्रृंगार के बाद एक तरफ जहां बाबा के दर्शन शुरू हुए तो वहीं दूसरी ओर मंदिर प्रशासन ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक करने आये भक्तों के ऊपर पुष्पवर्षा भी की।
भक्तों पर की गई पुष्पवर्षा
मन्दिर के सीईओ विश्व भूषण मिश्रा ने अपने मातहतों के साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नम्बर- 4 ज्ञानवापी द्वार पर पहुंचने वाले भक्तों के ऊपर गुलाब की पंखुड़ियां बरसाईं। वहीं बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन करने आये भक्तों ने पुष्प वर्षा देख हर-हर महादेव का उद्घोष किया। मंदिर प्रशासन की मानें तो कपाट खुलने से लेकर सुबह 6 बजे तक 178561 श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया। वहीं भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन ने लाइव स्क्रीनिंग के लिए यूट्यूब का लिंक जारी किया हुआ है। इसके जरिए भक्त आसानी से जलाभिषेक के दौरान बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन कर सकेंगे।
यहां करें लाइव दर्शन-
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UP Police भर्ती परीक्षा में पेपर से सवाल ही गायब, अभ्यर्थी परेशान; बोर्ड ने दिया जवाब – India TV Hindi
वाराणसी: आम तौर पर आए दिन पेपर लीक होने की खबरें सामने आती रहती हैं, लेकिन यूपी पुलिस की भर्ती के लिए हुई परीक्षा में अजीब मामला देखने को मिला है। यहां पेपर देने आए अभ्यर्थी तब परेशान हो गए, जब उनको मिला पेपर ही सादा मिला। अभ्यर्थियों का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह सादा पेपर दिखा रहे हैं। परेशान अभ्यर्थियों का कहना है कि पेपर ही सादा मिला था तो ऑन्सर किसका लिखें। वहीं ये मामला सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका ने भी यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है।
अधूरे प्रिंट पेपर का वीडियो आया सामने
सपा प्रवक्ता मनोज काका ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इस मामले को लेकर पोस्ट किया है। उन्होंने अभ्यर्थियों का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि ‘बनारस में एक सेंटर पर यूपी पुलिस के अभ्यर्थियों को पूरा पेपर सादा मिला जिसके कारण अभ्यर्थी जबाब नहीं दे पाये, आखिर ऐसा क्या है कि योगी सरकार एक परीक्षा भी निष्पक्षतापूर्ण नहीं करा पाती है। सरकार को इसपर गंभीरता से विचार करना चाहिए। पेपर लीक की खबरें भी आए दिन आती रहती हैं, सरकार कमियों पर काम करने के बजाय, खबरें रोकने के काम पर लग जाती है। सच बताने वालों पर मुकदमा होता है जो एक तानाशाही परम्परा है, जिससे समस्या का निराकरण नहीं हो पाता है।’
बोर्ड ने वीडियो पर दिया जवाब
वहीं सपा प्रवक्ता की पोस्ट सामने आने के बाद यूपी पुलिस के एक्स अकाउंट से इसका जवाब दिया गया है। यूपी पुलिस ने अपने एक्स अकाउंट से उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के जवाब को पोस्ट किया है। बोर्ड ने अपने जवाब में लिखा है कि ‘वाराणसी के एक केंद्र से प्रश्न पत्र के कुछ पृष्ठों में त्रुटिपूर्ण छपाई संबंधी प्रकरण संज्ञानित किया गया है, प्रकरण को बोर्ड ने पूर्ण गंभीरता से लिया है एवं आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। अभ्यर्थी इस संबंध में अपना प्रत्यावेदन बोर्ड कार्यालय में भी प्रस्तुत कर सकते हैं।’
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ज्ञानवापी की लड़ाई कोर्ट से थाने आई, मुस्लिम पक्ष ने हिन्दू पक्ष की वादी महिलाओं पर केस के लिए दी तहरीर
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वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद की लड़ाई कोर्ट से अब थाने पहुंच गई है। मुस्लिम पक्ष की ओर से हिन्दू पक्ष के खिलाफ एफआईआर के लिए चौक थाने में तहरीर दी गई है। ज्ञानवापी मस्जिद के इमाम और अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के जनरल सेक्रेटरी मौलान अब्दुल बातिन नोमानी की तरफ से तहरीर दी गई है। बातिन ने तहरीर में जगतगुरु परमहंस आचार्य के साथ ही ज्ञानवापी मामले में वादी सीता साहू और मंजू व्यास समेत 20 अज्ञात लोगों पर मुसलमानों के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने और हिन्दू मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
बातिन ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि देश की एकता भंग करने और हिन्दू-मुस्लमानों के बीच नफरत फैलाने के उद्देश्य से तहखाने के सामने स्थित नंदी के पास खड़े होकर जगतगुरु परमहंस आचार्य के साथ ही ज्ञानवापी मस्जिद के मुकदमें की वादिनी सीता साहू और मंजू व्यास आदि ने नारेबाजी की। इसका वीडियो भी वायरल है।
वीडियो में परमहंस आचार्य ज्ञानवापी मस्जिद के वुजूखाने और मुसलमानों के बारे में गलत बाते कह रहे हैं। वीडियो में मुस्लमानों के लिए आपत्तिजनक भाषा और अपशब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ज्ञानवापी मस्जिद कहने वालों की खाल खीचकर भूसा भरने की धमकी भी जा रही है। यही नहीं दिल्ली में नुपुर शर्मा द्वारा दिए गए आपत्तिजनक बयान को सही ठहराया जा रहा है।
बातिन ने तहरीर में आरोप लगाया कि जगतगुरु परमहंस आचार्य ने वीडियो में जो भी विवादित बयान दिया है उसकी षडयंत्रकारी ज्ञानवापी केस की वादिनी सीता साहू और मंजू व्यास हैं। जिला न्यायालय में ज्ञानवापी मस्जिद के सम्बन्ध में मुकदमा विचाराधीन होने के बावजूद सीता साहू और मंजू व्यास परमहंस आचार्य से विवादित बयान दिलवाकर शहर के माहौल को बिगाड़ने व दंगा कराने के लिए लोगों को उकसाने व राष्ट्रीय एकता अखण्डता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं।
बातिन ने आरोप लगाया कि विवादित वीडियो का जिला प्रशासन को भली-भांति जानकारी होने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके कारण इनके हौसले और गंदे विचार रखने वाले अपराधियो का हौसला बढ़ा हुआ है। इससे समाज में नफरत फैल रही है और मुस्लिम वर्ग में काफी दुख व गुस्सा है। बातिन ने एफआईआर के साथ वीडियो और उससे ली गई तस्वीरें भी तहरीर के साथ जमा की हैं।
जुमे की नमाज से पहले छावनी बना ज्ञानवापी-काशी विश्वनाथ इलाका, तीन जिलों से मंगाई फोर्स, गलियों में भी फ्लैग मार्च
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ज्ञानवापी के दक्षिणी हिस्से में स्थित व्यासजी के तहखाने में कोर्ट के आदेश पर पूजा-पाठ शुरू हो गया है।मुस्लिम समाज के विरोध और जुमे की नमाज से पहले पूरे ज्ञानवापी इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वाराणसी में हाईअलर्ट घोषित कर तीन जिलों से पुलिस फोर्स मंगाई गई है। गलियों में भी पुलिस के दस्तों ने अधिकारियों के साथ गश्त और फ्लैग मार्च किया। मुस्लिम पक्ष की ओर से पूजा को लेकर नाराजगी जताने और शुक्रवार को विरोध स्वरूप बनारस में बंद का ऐलान करने से सतर्कता और ज्यादा बढ़ा दी गई है। जिले में शांति व्यवस्था कायम रखने और सौहार्द बनाये रखने के लिए कमिश्नरेट पुलिस के अलावा तीन कंपनी पीएसी, एक कंपनी आरएएफ के साथ जौनपुर, गाजीपुर और चंदौली की फोर्स सड़कों पर उतर गई हैं।
मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में छह दिसंबर जैसी बंदी, जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात
बाहर से आई फोर्स और पीएसी को संवेदनशील इलाकों में गश्त के लिए लगाया गया है। अति संवेदनशील इलाकों में आरएएफ तैनात रहेगी। जुमे के दिन छोटी-बड़ी मस्जिदों के साथ ही सभी धार्मिक स्थलों के बाहर पुलिस की तैनाती कर दी गई है। पुलिसकर्मियों को अफसरों ने निर्देशित किया है कि जुमे की नमाज के बाद या फिर किसी भी पूजा स्थल पर किसी तरह की जुटान न हो।
छावनी बना ज्ञानवापी काशी विश्वनाथ इलाका
कोर्ट का फैसला आने के बाद बुधवार रात से ही ज्ञानवापी परिक्षेत्र को छावनी में बदल दिया गया है। विश्वनाथ धाम के सामने से लेकर मुख्य सड़कों, गलियों में पुलिस की कड़ी चौकसी है। खासतौर से मिश्रित आबादी वाले इलाकों, संवेदनशील व अति संवेदनशील इलाकों में निगरानी रखी जा रही है। प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार के सामने कमांडो की तैनाती की गई है। आरएएफ और सीआरपीएफ के जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है।
ज्ञानवापी में पूजा से मुसलमान नाराज, वाराणसी में कल कारोबार बंद रखने का ऐलान
बुधवार रात से ही एक प्लाटून पीएसी ज्ञानवापी परिक्षेत्र में तैनात कर दी गई। गुरुवार को नमाज तथा सुरक्षा के दृष्टिगत दोपहर 12 से 3 बजे के बीच धाम के सामने से वाहनों का आवागमन भी बंद कर दिया गया था। लोगों को गलियों के रास्ते से जाने के लिए कहा गया। मंदिर के बाहर पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन, अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था एस. चन्नप्पा, डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम, एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक ने फोर्स के साथ फुट पेट्रोलिंग भी की।
‘गुप्त’ बैठकों पर खुफिया एजेंसियों की नजर
ज्ञानवापी के दक्षिणी तहखाने में पूजा-पाठ के आदेश के बाद खुफिया एजेंसियों ने शरारतीतत्वों पर निगरानी बढ़ा दी है। एलआईयू समेत अन्य एजेंसियां अराजकतत्वों की धरपकड़ के लिए सतर्क हैं। संवेदनशील व अति संवेदनशील इलाकों में जुमे की नमाज के पूर्व गोपनीय बैठकें करने की सूचना के बाद खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं। गुरुवार को भी मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में दुकानें बंद रहीं।
लोग शांतिपूर्ण ढंग से विरोध जताएं: मुफ्ती-ए-बनारस
ज्ञानवापी के दक्षिणी तहखाने में पूजा की अनुमति से मुस्लिम समाज में रोष है। गुरुवार को अमानुल्लाहपुरा में हुई बैठक में शुक्रवार को ‘बनारस बंद’ का ऐलान किया गया। वहीं अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के महासचिव एवं मुफ्ती-ए-बनारस मौ.अब्दुल बातिन नोमानी ने अफवाह पर ध्यान न देने और शांतिपूर्ण ढंग से विरोध जताने की लोगों से अपील की है। उन्होंने 1993 तक दक्षिणी तहखाने में पूजा होने के दावे का खंडन करते हुए कहा कि सिर्फ अफवाहें फैलाई जा रही है। वहां कभी पूजा नहीं हुई। करीब एक घंटे तक अंजुमन इंतेजामिया के सदस्यों व शहर के मुस्लिम समाज के लोगों ने ज्ञानवापी मामले पर चर्चा की। मौ.बातिन ने कहा कि जिला जज के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है। हम कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी के दक्षिणी हिस्से में स्थित व्यासजी के तहखाने में पूजा के लिए जिला जज की अदालत से इजाजत मांगी गई थी। व्यास जी के परिवार के ही शैलेंद्र पाठक ने याचिका दायर कर दावा किया कि 1993 से पहले उनके परिवार के लोग यहां पूजा करते थे। इस पर जिला जज ने पूजा की इजाजत देते हुए बुधवार को डीएम को आदेश दिया कि वह जरूरी इंतजाम कराएं। कोर्ट का आदेश मिलते ही डीएम बुधवार की रात ज्ञानवापी पहुंचे और तहखाने के सामने लगी लोहे की बैरिकेडिंग हटवाकर पूजा का इंतजाम करा दिया। इसके बाद भोर से पूजा भी शुरू हो गई। गुरुवा की शाम से आम लोगों को तहखाने में रखी मूर्तियों का दर्शन भी मिलने लगा। रात 10.30 बजे शयन आरती तक लोगों को दर्शन मिलता रहा।