उत्तर प्रदेश के 10 पुलिस अधिकारियों को उत्कृष्ट विवेचना के लिए गृहमंत्री का पदक देने की घोषणा की गई है. इनमें गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले आतंकी अहमद मुर्तजा के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना करने वाले एटीएस के तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक संजय वर्मा और उप निरीक्षक अरविंद कुमार सिंह भी शामिल हैं. अदालत ने अहमद मुर्तजा को फांसी की सजा सुनाई थी.
स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था के स्टाफ अफसर व एएसपी पूर्णेंदु सिंह को भी गृह मंत्री के पदक से सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने गोंडा में क्षेत्राधिकारी रहने के दौरान दहेज हत्या के मामले की विवेचना की थी. बाद में अदालत ने अभियुक्त को साढ़े आठ साल की सजा सुनाई थी. पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार रेड्डी ने बदायूं में तैनाती के दौरान हत्या के मामले की विवेचना की, जिसमें अभियुक्त को फांसी हुई थी. पुलिस उपाधीक्षक गजेंद्र पाल सिंह ने रायबरेली में तैनाती के दौरान बलात्कार के बाद हत्या के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को फांसी की सजा हुई थी. निरीक्षक पतिराम यादव ने लखनऊ में तैनाती के दौरान बलात्कार के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को उम्रकैद हुई है. उप निरीक्षक मनोज कुमार ने भदोही में तैनाती के दौरान हत्या और बलात्कार के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को उम्रकैद की सजा हुई थी. निरीक्षक विपिन कुमार सिंह ने रायबरेली में तैनाती के दौरान हत्या के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को उम्रकैद हुई थी. निरीक्षक श्याम बहादुर सिंह ने सोनभद्र में तैनाती के दौरान हत्या के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को फांसी की सजा हुई थी. निरीक्षक योगेंद्र सिंह ने गाजियाबाद में तैनाती के दौरान दुष्कर्म के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को उम्रकैद हुई थी.