Rajasthan Rain: राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश हुई जबकि पश्चिमी क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी. विभाग ने बताया कि राज्य के पश्चिमी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई जबकि कुछ स्थानों पर गर्म हवा चली. विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान धौलपुर में मूसलाधार बारिश और बांसवाड़ा में भारी बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग ने बताया कि रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक धौलपुर तहसील में 23 सेंटीमीटर, बांसवाड़ा में 15 सेंटीमीटर, बांसवाड़ा के केसरपुरा में 15 सेंटीमीटर, सल्लोपाट में छह सेंटीमीटर, शेरगढ़ में छह सेंटीमीटर, धौलपुर के राजाखेड़ा में पांच सेंटीमीटर, सैपऊ में पांच सेंटीमीटर, घाटोल में पांच सेंटीमीटर, प्रतापगढ के छोटी सादडी में पांच सेंटीमीटर, भरतपुर के रूपबास में पांच सेंटीमीटर, चित्तौड़गढ़ के बड़ेसर में पांच सेंटीमीटर, धौलपुर के बारी में पांच सेंटीमीटर और अन्य कई स्थानों पर चार सेंटीमीटर से एक सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई.
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उत्तराखंड में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, ज्यादातर जिलों में रेड अलर्ट
देहरादून: उत्तराखंड में लगातार बारिश ने लोगों की मुसीबते बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के अधिकांश जिलों में बुधवार के लिए बारिश का रेड अलर्ट जारी करने के मद्देनजर प्रशासन को 24 घंटे मुस्तैद रहने को कहा गया है । प्रदेश के ज्यादातर स्थानों पर बारिश जारी रहने के कारण नदी-नाले उफान पर हैं और राष्ट्रीय राजमार्गों समेत अनेक मार्ग यातायात के लिए अवरूद्ध हो गये हैं जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है । मौसम विभाग द्वारा देहरादून सहित आठ जिलों में बारिश के रेड अलर्ट तथा दो जिलों में आरेंज अलर्ट जारी करने के मद्देनजर उन जिलों के स्कूलों में बुधवार को छुटटी रही ।
पिथौरागढ़ जिले में गौरीगंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर
राज्य आपातकालीन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, पिथौरागढ़ जिले में गौरीगंगा नदी खतरे के निशान को पार कर गयी है जबकि उधमसिंहनगर जिले में फीका बैराज में पानी का स्तर अधिकतम बाढ़ स्तर से ऊपर चला गया है । पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी और बंगापानी में गौरी गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जबकि उधमसिंहनगर जिले के जसपुर में फीका बैराज अधिकतम जलस्तर को पार कर गया है । इनके जलस्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए संबंधित जिलों के जिलाधिकारयों को इस पर लगातार निगरानी रखने तथा पर्याप्त सावधानी बरतने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं । उधर, चमोली जिले में भी भारी बारिश के चलते नदियां पूरे उफान पर है।
पिंडर का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात
जिले के थराली क्षेत्र में पिंडर और उसकी सहायक नदी प्राणमति का जल स्तर फिर बढ़ गया है जिससे तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बन गयी है । तेरह अगस्त से थराली नगर में बारिश के बाद प्राणमति के उफान पर आने से तटवर्ती इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं । सोल घाटी से प्रवाहित होने वाली प्राणमति नदी में पिछले सप्ताह भी भारी बारिश के बाद पानी और मलबे का वेग इतना बढ़ गया था कि इसने कुछ देर के लिए पिंडर नदी के बहाव को रोक दिया और प्राणमति और पिंडर के संगम पर झील बन गई थी । थराली के मुख्य बाजार से पहले पड़ने वाले निचले इलाके में नदी का पानी भर गया जो बाद में निकल गया लेकिन वहां बना मंदिर, खेत तथा अन्य स्थान मलबे, रेत और बोल्डर से पट गए थे । हालांकि, 13 अगस्त को बाढ़ जैसे हालात के मद्देनजर तट के आसपास स्थित मकानों को खाली करा लिया गया था जिससे कोई जनहानि नहीं हुई।
भूस्खलन से ऋषिकेश—बदरीनाथ हाईवे बंद
बारिश के चलते भूस्खलन होने के कारण ऋषिकेश—बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली के समीप छिनका, मैठाणा, नन्दप्रयाग, पागलनाला व बेलाकुची जैसे अनेक स्थानों पर बंद हो गया है । ऋषिकेश—चंबा—धरासू राष्ट्रीय राजमार्ग टिहरी में बगड़धार के पास पहाड़ से मलबा आने के कारण बाधित है । ऋषिकेश—देवप्रयाग—श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद है । पौड़ी में कोटद्वार—दुगड्डा राष्टीय राजमार्ग भी बाधित है । उधमसिंह नगर जिले में काशीपुर में ढेला नदी के ऊपर बना पुल क्षतिग्रस्त होने से राष्ट्रीय राजमार्ग 74 बंद है । पिथौरागढ़ जिले में रामगंगा पुल—क्वीटी—बिर्थी राष्ट्रीय राजमार्ग बनिक के पास बहने के कारण यातायात के लिए अवरूद्ध है।
काशीपुर में 100 मिमी बारिश
प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान अनेक स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गयी । लीती में 183 मिमी, काशीपुर में 100 मिमी, बाजपुर में 62 मिमी,नरेंद्रनगर में 60 मिमी, मुनस्यारी में 51.5 मिमी, जसपुर और गैरसैंण में 50 मिमी,उत्तरकाशी में 49 मिमी, कर्णप्रयाग में 42, देहरादून में 41.9 मिमी, डीडीहाट में 48.2 मिमी, रूद्रपुर में 40 मिमी और चमोली में 39.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गयी । मौसम विभाग ने अपने ताजा पूर्वानुमान में प्रदेश के आठ जिलों— टिहरी, देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर और हरिद्वार में बुधवार के लिए बारिश का रेड अलर्ट तथा चमोली और रूद्रप्रयाग में आरेंज अलर्ट जारी करते हुए कहीं—कहीं बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने तथा बादलों की गरज और बिजली की चमक के साथ वर्षा का अत्यंत तीव्र दौर शुरू होने की आशंका व्यक्त की है । इसके मददेनजर रेड अलर्ट वाले जिलों में कक्षा एक से 12 तक के स्कूल बंद रखे गए । चमोली जिले के दशोली और नंदानगर विकासखंड के सभी विद्यालय भी बुधवार को बंद रहे । (भाषा)
गर्मी से बेहाल दिल्ली को कब मिलेगी राहत? IMD ने जारी किया बारिश का ऑरेंज अलर्ट
नई दिल्ली: इस महीने के अंत में सावन महीने का भी अंत हो जाएगा। सावन महीना अक्सर अच्छी बारिश के लिए जाना जाता है। इस बार खरमास की वजह से यह दो महीने का था। इस दौरान पहाड़ी राज्यों पर तो भीषण बारिश हुई और कई जगह तो इतनी बारिश हुई कि तबाही आ गई। वहीं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में जून में तो अच्छी बारिश हुई लेकिन अगस्त के महीने में बारिश दगा दे गई। अब अगस्त का महीना ख़त्म होने को है। अब भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) ने कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका जताई है।
IMD ने इन राज्यों के लिए जारी किया अलर्ट
आईएमडी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए 21 से 24 अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के बाद हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। यह दोनों राज्य भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से भारी तबाही झेल रहे हैं।
दिल्ली में क्या रहेंगे हाल?
वहीं अगर बात करें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तो यहां पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है। हालांकि आज सोमवार को कुछ राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को बादल छाए रहेंगे। कुछ जगहों पर बूंदाबांदी हो सकती है। अधिकतम तापमान 37 और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री तक रह सकता है। वहीं 22 अगस्त को हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। 22 और 23 अगस्त को अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। इसके अलावा 24 से 26 अगस्त तक मौसम शुष्क रहेगा।
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