Year Ender 2023: ChatGPT से लेकर चंद्रयान 3 मिशन तक, इस साल गूगल पर लोगों ने सबसे ज्यादा क्या किया सर्च?
Source link
Manipur news
मणिपुर में SDPO की गोली मारकर हत्या, आदिवासी समूह पर UAPA के तहत प्रतिबंध की सिफारिश
मणिपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब तेंगनौपाल जिले में मंगलवार को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को संदिग्ध आदिवासी उग्रवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद राज्य सरकार ने ‘वर्ल्ड कुकी-जो इंटेलेक्चुअल काउंसिल’ (WKZIC) को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम यानी UAPA के तहत प्रतिबंधित समूह घोषित करने की सिफारिश की। अधिकारियों ने बताया कि इम्फाल के हाओबाम मराक इलाके के निवासी उपमंडल पुलिस अधिकारी (SDPO) चिंगथम आनंद की तब एक ‘स्नाइपर’ हमले में हत्या कर दी गई, जब वह पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा संयुक्त रूप से बनाए जाने वाले एक हेलीपैड के लिए ईस्टर्न शाइन स्कूल के मैदान की सफाई की देखरेख कर रहे थे।”
WKZIC को एक गैरकानूनी संगठन घोषित करने की सिफारिश
अधिकारियों ने कहा कि एसडीपीओ को मोरेह के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके कुछ ही मिनट बाद मणिपुर की कैबिनेट की एक बैठक मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के नेतृत्व में हुई जिसने एसडीपीओ चिंगथम के परिजनों के लिए 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर की। साथ ही कैबिनेट ने जान गंवाने वाले पुलिसकर्मी के परिजन को उचित सरकारी नौकरी प्रदान करने का भी फैसला लिया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, “आज एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की हत्या के मद्देनजर कैबिनेट ने गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 3 के तहत ‘वर्ल्ड कुकी-जो इंटेलेक्चुअल काउंसिल’ (WKZIC) को एक गैरकानूनी संगठन घोषित करने की सिफारिश करने को मंजूरी दे दी।”
हथियार, गोला-बारूद रखने का किया था आह्वान
हालांकि, राज्य सरकार की सिफारिश की पुष्टि केंद्र द्वारा होगी, जो किसी संगठन को यूएपीए के तहत गैरकानूनी घोषित करने का निर्णायक प्राधिकारी है। मणिपुर कैबिनेट ने अपनी बैठक में इस पर गौर किया कि WKZIC ने 24 अक्टूबर को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कुकी-जो समुदाय से हथियारों और गोला-बारूद का “पर्याप्त भंडार” रखने का आह्वान किया था, क्योंकि फसल कटाई के मौसम से पहले नवंबर में उसे एक और संघर्ष का सामना करना पड़ेगा। कैबिनेट ने सुरक्षा बलों को अपराध के लिए जिम्मेदार अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए मोरेह और उसके आस-पास के इलाकों में एक संयुक्त अभियान शुरू करने का निर्देश देने का फैसला किया। कैबिनेट ने इस पर गौर किया कि इस उद्देश्य के लिए इम्फाल से अतिरिक्त राज्य बलों को तैनात किया गया है। अभियान तब से शुरू हो गए हैं। कैबिनेट ने केंद्रीय और राज्य बलों को पल्लेल-मोरेह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग-102 पर वाहनों की मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, जो इम्फाल घाटी को लगभग 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सीमावर्ती शहर से जोड़ता है।
मणिपुर में 3 मई को भड़की थी जातीय हिंसा
बता दें कि मणिपुर में 3 मई को जातीय हिंसा भड़कने के बाद से 180 से अधिक लोगों की जान चली गई है, जब मेइती समुदाय की ओर से अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किया गया था। मणिपुर की आबादी में मेइती लोगों की जनसंख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं, जबकि आदिवासी 40 प्रतिशत हैं और ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं। आदिवासियों में नगा और कुकी शामिल हैं।
– PTI इनपुट के साथ
मणिपुर हिंसा: CBI ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया, गुवाहाटी कोर्ट में पेश किया जाएगा
इंफाल: मणिपुर हिंसा मामले में सीबीआई को बड़ी सफलता हासिल हुई है। सीबीआई ने रविवार को 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी मणिपुर में 2 स्टूडेंट्स की हत्या मामले में की गई है। आरोपियों को गुवाहाटी में सक्षम कोर्ट (सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार नामित) में पेश किया जाएगा।
आरोपियों की पहचान हुई
आरोपियों की पहचान पाओमिनलुन हाओकिप, मालस्वान हाओकिप, ल्हिंगनेइचोंग बैतेकुकी और तिन्नीलहिंग हेनथांग के रूप में हुई है।
सीएम का बयान आया सामने
इस मामले पर सीएम बीरेन सिंह का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि मणिपुर के एक किशोर छात्र और एक छात्रा के अपहरण और हत्या के सिलसिले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना के कारण पिछले सप्ताह मणिपुर में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ था। सिंह ने कहा कि सरकार मामले में दोषियों के लिए मौत की सजा समेत अधिकतम सजा सुनिश्चित करेगी।
उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी की पत्नी सहित चारों को एक विशेष उड़ान से राज्य के बाहर ले जाया गया है। मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों ने कहा कि मामले के सिलसिले में 11 और नौ साल की दो लड़कियों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। दोनों मुख्य आरोपी की बेटियां हैं।
सिंह ने प्रेसवार्ता में कहा, ‘दो युवकों की हत्या के आरोप में सीबीआई ने चूराचांदपुर जिले के हेंगलेप इलाके से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्हें विशेष विमान के जरिये राज्य से बाहर ले जाया गया है।’ हालांकि, उन्होंने उस स्थान के बारे में जानकारी साझा नहीं की, जहां आरोपियों को ले जाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चलाए गए अभियान के दौरान सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ जैसे अर्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस के जवानों ने प्रमुख भूमिका निभाई। सीबीआई के विशेष निदेशक अजय भटनागर के नेतृत्व में सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ने 27 सितंबर को मणिपुर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की थी।
क्या है पूरा मामला
एक युवक और एक युवती छह जुलाई को लापता हो गए थे। उनके शवों की तस्वीरें 25 सितंबर को सामने आईं। इसके बाद, 26 और 27 सितंबर को छात्रों के हिंसक विरोध प्रदर्शन ने राज्य की राजधानी को हिलाकर रख दिया। भीड़ ने 28 सितंबर की रात को मुख्यमंत्री के पैतृक घर पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था। (इनपुट: भाषा से भी)
ये भी पढ़ें:
PM मोदी के साथ झाड़ू लगाने वाले अंकित बैयनपुरिया कौन हैं; 75 हार्ड चैलेंज क्या हैं?
सांप बहरा होता है तो फिर बीन की आवाज से नाचता कैसे है?
मणिपुर सरकार की लोगों से अपील, 15 दिनों में जमा कराएं अवैध हथियार वरना…
इंफाल: मणिपुर में पिछले कई महीनों से चली आ रही हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। राज्य और केंद्र सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी हिंसा थम नहीं रही है। आम लोगों के पास हथियारों के जखीरे हैं। इनसे हिंसक झडपें हो रही हैं और अब लगभग 200 लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच अब मणिपुर सरकार ने अपील की है कि जिन लोगों के पास अवैध हथियार हैं वे 15 दिन के भीतर उन्हें जमा करा दें या फिर सुरक्षा बलों के व्यापक तलाशी अभियान का सामना करने के लिए तैयार रहें।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि राज्य सरकार लोगों को (शुक्रवार से आने वाले 15 दिन तक अवैध हथियार जमा कराने का मौका दे रही है। इसमें यह भी कहा गया है कि इस अवधि के समाप्त होने के बाद केंद्र और राज्य के सुरक्षा बलों की ओर से सख्त तलाशी अभियान चलाया जाएगा और अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।’’
शांति स्थापित करने के लिए सरकार की लोगों से अपील
सरकारी बयान में कहा गया है, ‘‘अवैध हथियारों के इस्तेमाल से बदमाशों द्वारा जबरन वसूली, धमकी और अपहरण की खबरें आई हैं। यह गंभीर मामला है और सरकार राज्य के किसी भी हिस्से में ऐसे समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।’’ सरकार ने लोगों से शांति स्थापित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार का सहयोग करने की भी अपील की।
पिछले दिनों हुई सेना के जवान की हत्या
वहीं इससे पहले भारतीय सेना के एक जवान सिपाही 41 साल के सर्टो थांगथांग कोम का तीन अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया और बाद में उनकी हत्या कर दी। उनका अपहरण तब किया गया था जब वे तरुंग, हैप्पी वैली, इम्फाल पश्चिम में अपने घर छुट्टी पर आए थे। उन्हें डीएससी प्लाटून, लीमाखोंग, मणिपुर में तैनात किया गया था। उनके परिवार में उनकी पत्नी और 2 बच्चे हैं। पीआरओ, कोहिमा और इंफाल, रक्षा मंत्रालय ने ये जानकारी दी। अधिकारियों ने रविवार को कहा कि मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने सेना के एक जवान का उसके घर से अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी।
मणिपुर में छुट्टी पर घर आए सेना के जवान की अपहरण के बाद हत्या, बेटे ने दी जानकारी
मणिपुर: भारतीय सेना के एक जवान सिपाही 41 साल के सर्टो थांगथांग कोम का तीन अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया और बाद में उनकी हत्या कर दी। उनका अपहरण तब किया गया था जब वे तरुंग, हैप्पी वैली, इम्फाल पश्चिम में अपने घर छुट्टी पर आए थे। उन्हें डीएससी प्लाटून, लीमाखोंग, मणिपुर में तैनात किया गया था। उनके परिवार में उनकी पत्नी और 2 बच्चे हैं। पीआरओ, कोहिमा और इंफाल, रक्षा मंत्रालय ने ये जानकारी दी है। अधिकारियों ने रविवार को कहा कि मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने सेना के एक जवान का उसके घर से अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी। आज सुबह करीब 9.30 बजे उनका शव बरामद किया गया है।
सिपाही सर्टो थांगथांग कॉम के रूप में पहचाने जाने वाले सैनिक छुट्टी पर घर आए थे। शनिवार की सुबह लगभग 10 बजे उनका अपहरण हुआ था। उन्हें पूर्वोत्तर राज्य के लीमाखोंग मिलिट्री स्टेशन पर तैनात किया गया था। उनके 10 वर्षीय बेटे, जो एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी था, के अनुसार, जब वह और उसके पिता बरामदे पर काम कर रहे थे, तब तीन लोग उनके घर में घुस आए।
10 साल के बेटे ने दी जानकारी
अधिकारियों ने उनके बेटे के हवाले से कहा, “हथियारबंद लोगों ने सिपाही के सिर पर पिस्तौल रख दी और मौके से भागने से पहले उसे एक सफेद वाहन में जबरदस्ती डाल दिया।” अधिकारियों ने आगे कहा, “रविवार सुबह तक सिपाही कोम की कोई खबर नहीं मिल सकी थी। सुबह करीब 9.30 बजे उनका शव इंफाल पूर्व में सोगोलमांग पीएस के तहत मोंगजम के पूर्व में खुनिंगथेक गांव में मिला।”
अधिकारियों के अनुसार, कॉम की पहचान की पुष्टि उनके भाई और बहनोई ने की, उन्होंने कहा कि सैनिक के सिर पर एक गोली लगी थी। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। जानकारी के अनुसार, सैनिक का अंतिम संस्कार परिवार की इच्छा के अनुसार किया जाएगा। सेना ने शोक संतप्त परिवार की सहायता के लिए एक टीम भेजी है।
ये भी पढ़ें: