प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम मामले में टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा को दूसरा समन जारी किया है और उन्हें 11 मार्च को एजेंसी के सामने पेश होने को कहा है। महुआ लोकसभा से निलंबित हैं।
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महुआ मोइत्रा से अनैतिक सवाल पूछे जाने के आरोपों पर क्या बोले एथिक्स कमेटी के चेयरमैन?
Ethics Committee meeting on Cash For Question: तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) गुरुवार (2 नवंबर) को लोकसभा की आचार समिति (एथिक्स कमेटी) के समक्ष पेश हुईं. मोइत्रा पर कथित तौर पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के गंभीर आरोप लगे हैं. इस मामले की जांच कर रही समिति ने उनको जवाब देने के लिए तलब किया था, लेकिन बैठक में पूछे गए सवालों को लेकर हंगामा खड़ा हो गया. इसके बाद समिति में विपक्ष सदस्य बैठक से वॉकआउट कर गए. विपक्षी नेताओं ने कहा कि मोइत्रा से अनैतिक सवाल किए गए.
बैठक का वॉकआउट करने और विपक्ष के आरोपों पर लोकसभा की आचार समिति के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने कहा कि महुआ मोइत्रा सवालों का जवाब देने के बजाय गुस्से में आ गईं. उन्होंने सभापति और समिति के सदस्यों के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया.
‘विपक्ष ने महुआ से व्यक्तिगत, अनैतिक सवाल पूछने का लगाया आरोप’
समिति की बैठक में विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष पर तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा से व्यक्तिगत, अनैतिक सवाल पूछने का आरोप लगाया. कांग्रेस सदस्य एन उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि लोकसभा की आचार समिति के अध्यक्ष की ओर से टीएमसी सांसद महुआ से पूछे गए सवाल हमें अनैतिक लगे.
#WATCH | Delhi: “…I and Dehadrai went there as witnesses and Mahua Moitra went as an accused. However, she gave interviews and quoted what happened inside the committee of ethics. She tried to set a wrong narrative in the public. What happened today is the darkest day of… pic.twitter.com/mzwnXUMVZX
— ANI (@ANI) November 2, 2023
15 अक्टूबर को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने की थी स्पीकर से शिकायत
गौरतलब है कि झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की ओर से 15 अक्टूबर को दावा किया था कि टीएमसी एमपी महुआ मोइत्रा पैसे और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछती हैं. इस मामले को लेकर सांसद दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी भी लिखी थी और एथिक्स कमेटी के पास भेजने का आग्रह किया था.
‘समिति की बैठक मामले में गलत तरह की कहानी गढ़ रही हैं महुआ’
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ‘एक्स’ पर कहा, ”मैं और देहाद्राई वहां गवाह के रूप में गए थे और सांसद महुआ मोइत्रा एक आरोपी के रूप में गई थीं. हालांकि, उन्होंने इंटरव्यू दिया और आचार समिति की बैठक के भीतर जो हुआ उसका हवाला दिया. उन्होंने जनता के बीच गलत तरह की कहानी पेश करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि आज जो कुछ भी हुआ यह संसदीय इतिहास का सबसे काला दिन है.
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Shehzad Poonawalla on TMC MP Mahua Moitra: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों पर घिरी हुई हैं. संसद की ओर से इस मामले की जांच के लिए एथिक्स कमेटी का गठन भी किया जा चुका है. वहीं, अब बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला (Shehzad Poonawalla) ने इस पूरे प्रकरण में टीएमसी के आधिकारिक रूख को लेकर सांसद और उनकी पार्टी दोनों पर निशाना साधा है.
बीजेपी नेता पूनावाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘महुआ मोइत्रा पर टीएमसी कोई टिप्पणी नहीं करेंगी. सांसद अपना बचाव खुद करेंगी.’ तृणमूल कांग्रेस के इस बयान का पूनावाला ने मतलब समझाते हुए पार्टी से 3 सवाल भी पूछे हैं.
‘विदेशी प्रतिद्वंद्वी कॉर्पोरेट ऑथोरिटी को दिया लॉग इन’
उन्होंने पूछा कि क्या टीएमसी इस बात को स्वीकार करती है कि लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने रिश्वत लेकर विदेश से संचालित होने वाली एक प्रतिद्वंद्वी कॉर्पोरेट अथॉरिटी को अपना लॉग इन देकर घोर उल्लंघन किया है?
‘टीएमसी बर्खास्त करने के बजाय पद पर बनाए हुए है’
पूनावाला ने अगला सवाल यह भी पूछा कि अगर ऐसा है तो टीएमसी उनको बर्खास्त करने के बजाय अभी तक पद पर क्यों बनाए हुए है?
‘महुआ पर कार्रवाई करने से डर रही टीएमसी’
इसके अलावा बीजेपी नेता ने यह भी सवाल किया कि क्या टीएमसी यह कार्रवाई करने से इसलिए डर रही है, क्योंकि उसके पास छिपाने के लिए कुछ है? शायद पार्टी के लोग इस सब के बारे में जानते थे या इसका समर्थन करते थे? शहजाद ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी से इस पूरे मामले पर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की भी है.
सुप्रीम कोर्ट के वकील ने बीजेपी सांसद व सीबीआई को थी शिकायत
बता दें सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने सीबीआई और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) पर गंभीर आरोप लगाये थे.
उन पर संसद में सवाल पूछने के लिए एक व्यवसायी से रिश्वत लेने के सबूत होने का दावा किया था. अब उन्होंने आरोप लगाया कि उनको शिकायत के कारण ‘जान का खतरा’ है. इसको लेकर दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को पत्र भी लिखा है.
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महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत करने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील को सता रहा ‘जान का खतरा’
Mahua Moitra cash For Question Row: सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने सीबीआई और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) पर गंभीर आरोप लगाये थे. उन पर संसद में सवाल पूछने के लिए एक व्यवसायी से रिश्वत लेने के सबूत होने का दावा किया था. अब उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें शिकायत के कारण ‘अपने जीवन के लिए बहुत गंभीर खतरे’ की आशंका है.
दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, ‘मुझे सांसद महुआ मोइत्रा और अन्य के खिलाफ 14 अक्टूबर की अपनी शिकायत के कारण अपनी सुरक्षा के लिए बहुत गंभीर खतरे की आशंका है, जो मैंने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और निशिकांत दुबे को सौंपी है.’
उन्होंने दावा किया कि ’19 अक्टूबर को मुझे अपनी शिकायत वापस लेने के लिए मजबूर करने का सीधा प्रयास किया गया था. अगर मैं सहमत नहीं हुआ तो प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की धमकियां भी दी गईं.’
‘राष्ट्रीय सुरक्षा और भ्रष्टाचार से जुड़े गंभीर आरोप लगाए गए’
उन्होंने कहा कि बहुत विशिष्ट मांग यह थी कि उन्हें ‘दोनों शिकायतों को बिना शर्त वापस लेना चाहिए, जिसमें मेरी तरफ से महुआ मोइत्रा और अन्य के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा और भ्रष्टाचार से संबंधित बहुत गंभीर आरोप लगाए गए हैं.’
‘शिकायतें वापस लेने पर हेनरी वापस करने की बात कही’
उन्होंने कहा, ‘यह कहा गया था कि अगर मैं वे शिकायतें वापस लेने के लिए सहमत हो गया तो मेरा पालतू कुत्ता, हेनरी (रॉटवीलर नस्ल) महुआ मुझे वापस कर देंगी.’ आगे कहा कि विरोधियों को डराने-धमकाने के लिए अपने प्रभाव और राजनीतिक ताकत का दुरुपयोग करने के तृणमूल कांग्रेस नेता के इतिहास को देखते हुए ‘मेरी चिंताएं गंभीर हैं.’
वकील देहाद्राई ने आगे कहा कि पिछले महीने महुआ मोइत्रा ने बाराखंभा रोड पुलिस स्टेशन में 2 पूरी तरह से फर्जी शिकायतें दर्ज करके उनके पालतू कुत्ते हेनरी को उनसे जबरन छीनने का प्रयास किया था.
‘हेनरी को छोड़ने को मिली कई धमकी भरी कॉल’
उन्होंने कहा, ‘इन दो फर्जी शिकायतों के आधार पर, उन्होंने बाराखंभा रोड पुलिस स्टेशन के एसएचओ महावीर सिंह पर दबाव डाला, जिन्होंने तब उनके सीधे दबाव में काम करते हुए किसी तरह मुझे हेनरी का वैध स्वामित्व महुआ मोइत्रा को देने के लिए धमकाया. मैंने सभी मैसेज और उन 8 फोन कॉलों को भी संरक्षित किया है, जिसमें उन्होंने मुझे खुलेआम धमकी दी थी (दबना पड़ेगा). हेनरी को छोड़ दो, वरना महुआ मोइत्रा की फर्जी शिकायतों में अभियोजन का सामना करना पड़ेगा.’
‘एक तरफा समझौते पर हस्ताक्षर करने को किया मजबूर’
देहाद्राई ने यह भी कहा कि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सिंह ने हेनरी की कस्टडी पाने के लिए एक तरफा समझौते पर हस्ताक्षर करने को मजबूर करने के लिए हर चाल का इस्तेमाल किया.
‘बाराखंभा रोड पुलिस स्टेशन के एसएचओ जानते हैं पूरी सच्चाई’
उन्होंने यह भी कहा कि बाराखंभा रोड पुलिस स्टेशन के एसएचओ पूरी सच्चाई जानते हैं और उन्हें मोइत्रा की ओर से उनके कुत्ते हेनरी की वास्तविक चोरी और अवैध रूप से रखने में मदद करने में अपनी भूमिका पर सफाई देनी चाहिए.
‘निजी मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबरों से आईं कई कॉल’
उन्होंने कहा, ‘इस प्रकार, महुआ मोइत्रा और उसके साथियों की बेहद खतरनाक और संदिग्ध पृष्ठभूमि को देखते हुए मुझे अपने जीवन पर हमले की आशंका है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अपने निजी मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबरों से कई अजीब संदेश मिले हैं, जो बाद में अचानक डिलीट हो गए.
‘एथिक्स कमेटी और जांच एजेंसियों के सामने पेश होने से रोक सकते हैं’
सुप्रीम कोर्ट के वकील ने कहा, “कल (शुक्रवार 20 अक्टूबर) दोपहर 2:22 बजे , मुझे “नो कॉलर आईडी” नंबर से 3 फोन कॉल आए. इससे भी अधिक परेशान करने वाली बात यह है कि कुछ दिन पहले कुछ असत्यापित व्यक्तियों ने मेरे निजी आवास में घुसने का प्रयास किया था. मुझे आशंका है कि कुछ लोग मुझे 26 अक्टूबर को लोकसभा की एथिक्स कमेटी और जांच एजेंसियों के सामने पेश होने से रोकने के लिए कुछ नापाक हरकतें कर सकते हैं.’
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महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को लेकर क्या कुछ बोले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी?
Mahua Moitra cash For Question Row: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. दरअसल, जाने माने उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी (Darshan Hiranandani) से रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों को लेकर एथीक्स कमेटी जांच कर रही है. अब इस मामले में कांग्रेस पार्टी महुआ मोइत्रा के बचाव की मुद्रा में आ गई है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि किसी खास व्यक्ति या उद्योगपति को बचाने के लिए सरकार को दिक्कत हो रही है.
घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों का सामना कर रही टीएमसी सांसद महुआ के बचाव में कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि सदन में हम जनता के प्रतिनिधि होते हैं. जब भी कोई हमारे पास सवाल होता है तो उसको उठाने की कोशिश करते हैं.
‘एथिक्स कमेटी के गठन को लेकर उठाए सवाल’
अधीर रंजन ने सांसद महुआ के मामले की जांच करने को गठित एथिक्स कमेटी को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि इस मामले में इतनी तत्परता दिखाना और एथीक्स कमेटी बनाकर जांच शुरू करने का ऐसा तरीका पहले कभी नहीं देखा. उन्होंने यह भी कहा कि सदन के अंदर हर सदस्य को बोलने का अधिकार है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार राई को पहाड़ बनाने की कोशिश कर रही है.
#WATCH | West Bengal: Allegations of bribery against TMC MP Mahua Moitra | Congress leader Adhir Ranjan Chowdhury says, “… The government is facing problems because of a particular person or a particular industrialist. The government is so eager to protect a particular… pic.twitter.com/e0OETVCqQB
— ANI (@ANI) October 20, 2023
‘खास के खिलाफ सवाल पूछने पर बन जा रहे देश के दुश्मन’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सरकार एक खास उद्योगपति को बचाने के लिए इतनी उत्सुक है कि अगर कोई उसके खिलाफ सवाल पूछता है तो वह देश का दुश्मन बन जाता है. उन्होंने कहा कि किसी खास को बचाने के लिए सरकार को परेशानी हो रही है.
‘राहुल गांधी ने भी उठायी थी आवाज, कार्यवाही की गई’
उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लेकर भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि एक उद्योगपति के खिलाफ आवाज उठाने पर उन पर भी कार्रवाई की गई. महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाने वाले सदस्यों को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार के नुमाइंदे जो बात कर रहे हैं, उनके साथ तो सीबीआई, ईडी जैसी तमाम एजेंसियां हैं. इन सभी को तैनात कर दीजिए.
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