दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर जर्मनी के बाद अब अमेरिका ने भी कड़ा ऐतराज जताया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वह केजरीवाल की गिरफ्तारी की लगातार निगरानी कर रहे हैं।
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ED: ईडी दफ्तर पहुंचे रोहित पवार; सुप्रिया सुले भी छोड़ने पहुंची, कार्यालय के बाहर भारी सुरक्षाबल तैनात
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– फोटो : Social Media
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एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता रोहित पवार मुंबई में ईडी कार्यालय के अंदर पहुंच गए हैं। इस दौरान राकांपा की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले भी मौजूद रहीं।
#WATCH | NCP-Sharad Pawar faction leader Rohit Pawar goes inside the ED office in Mumbai. NCP working president Supriya Sule also present. pic.twitter.com/O4IRl9esH6
— ANI (@ANI) January 24, 2024
महाराष्ट्र राज्य सहकारी (एमएससी) बैंक घोटाले के सिलसिले में एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता रोहित पवार से ईडी द्वारा पूछताछ किए जाने के बीच एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा “सत्यमेव जयते”।
#WATCH | As NCP-Sharad Pawar faction leader Rohit Pawar is being questioned by ED in connection with the Maharashtra State Cooperative (MSC) Bank scam, NCP working president Supriya Sule says “Satyamev Jayate” pic.twitter.com/IGigtsmBpY
— ANI (@ANI) January 24, 2024
महाराष्ट्र राज्य सहकारी (एमएससी) बैंक घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता रोहित पवार को आज एजेंसी के सामने पेश होने के लिए समन जारी किया है। इसके लिए मुंबई में ईडी दफ्तर के बाहर भारी सुरक्षा तैनात की गई है।
#WATCH | NCP chief Sharad Pawar and NCP working president Supriya Sule arrive at the party office in Mumbai.
NCP-Sharad Pawar faction leader Rohit Pawar has been summoned by the ED to appear before the agency today in connection with the Maharashtra State Cooperative (MSC) Bank… pic.twitter.com/zVdUBVczb7
— ANI (@ANI) January 24, 2024
वहीं, ईडी की ओर से रोहित पवार को आज पेश होने के लिए समन जारी किए जाने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार और एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले भी मुंबई में पार्टी कार्यालय पहुंचीं। दूसरी ओर, एनसीपी-शरद पवार गुट के कार्यकर्ता और पार्टी नेता रोहित पवार के समर्थक मुंबई में ईडी कार्यालय के बाहर एकत्र हुए।
#WATCH | NCP-Sharad Pawar faction workers and supporters of party leader Rohit Pawar gathered outside the ED office in Mumbai.
NCP-Sharad Pawar faction leader Rohit Pawar has been summoned by the ED to appear before the agency today in connection with the Maharashtra State… pic.twitter.com/qUmdhJWbtP
— ANI (@ANI) January 24, 2024
ईडी ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को किया अरेस्ट
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को गिरफ्तार कर लिया है। अब तक मिली रिपोर्ट के अनुसार, नरेश गोयल को शनिवार को कोर्ट के सामने पेश करने की भी तैयारी की जा रही है। गोयल को शुक्रवार ईडी की ओर से पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी की खबर सामने आई है।
538 करोड़ के हेरफेर का आरोप
रिपोर्ट्स की मानें तो नरेश गोयल को केनरा बैंक से जुड़े 538 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में इसी साल जुलाई महीने में नरेश गोयल और जेट एयरवेज से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी। ईडी ने शुक्रवार को गोयल से कई घंटों तक पूछताछ की और इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले भी ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए दो बार समन जारी किया था। हालांकि, समन जारी होने के बावजूद भी गोयल दोनों बार ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे।
कल होंगे कोर्ट में पेश
जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को ईडी द्वारा कल शनिवार को बॉम्बे के पीएमएलए कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। बता दें कि ये केस सीबीआई द्वारा इसी साल मई महीने में दर्ज की गई एफआईआर पर आधारित है। एफआईआर में गोयल के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक षडयंत्र और विश्वासघात का आरोप लगाया गया था जिस कारण बैंक को नुकसान हुआ। इस मामले में नरेश गोयल के अलावा उनकी पत्नी अनीता और उनकी कंपनी के कुछ पूर्व अधिकारियों पर भी सीबीआई की ओर से मामला दर्ज किया गया था।
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2024 से पहले अचानक बढ़ा ED का एक्शन? जानें किस सरकार के कार्यकाल में पड़े सबसे ज्यादा छापे
ED Action in UPA And NDA: प्रवर्तन निदेशालय (ED) पिछले कुछ समय से लगातार सुर्खियां बटोर रहा है. पिछले तीन दिनों में ईडी ने छापों की झड़ी लगा दी है. इसे संयोग कहें या कुछ और, तीन दिनों तक छापेमारी उन राज्यों में हुई है, जहां पर बीजेपी विरोधी दलों की सरकारें हैं. छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय ने रेड की है. कांग्रेस ने इस पर हमला बोलते हुए कहा है कि बीजेपी हार से घबराकर रेड करवा रही है. तो सवाल ये है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है या फिर 2024 की राजनीतिक लड़ाई भी लड़ी जा रही है.
इसी साल मार्च में 14 राजनीतिक दलों ने सीबीआई और ईडी की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. इसमें विपक्षी दलों ने गिरफ्तारी के पहले और गिरफ्तारी के बाद दिशा निर्देशों की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि 95 फीसदी केस विपक्षी नेताओं के खिलाफ हैं.
ED की जांच के दायरे में 121 नेता, 115 विपक्षी
दिलचस्प आंकड़ा है कि 2014-22 के दौरान ईडी ने 121 नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की, जिनमें 115 विपक्ष से हैं. यानी ईडी की कार्रवाई की लपेटे में आने वालों में 95 फीसदी नेता विपक्ष से आते हैं. वहीं, यूपीए सरकार के दस सालों (2004-14) के बीच 26 राजनेता ईडी की जांच के घेरे में आए थे, जिसमें 14 यानि 54 फीसदी विपक्ष के थे.
पहले मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार और अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के कार्यकाल में ईडी की कार्रवाई पर एक नजर डालते हैं.
मोदी सरकार में कितनी बढ़ी ईडी की सक्रियता?
मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में 2004-14 के बीच ईडी ने 112 छापेमारी की. वहीं, 2014 से 2022 के दौरान एनडीए सरकार के कार्यकाल में ईडी ने 3010 छापे मारे. यानी कि पीएम मोदी के कार्यकाल में ईडी की सक्रियता 2588 प्रतशित तक बढ़ गई. सिर्फ कार्रवाई ही नहीं जब्ती के आंकड़े भी 1759 फीसदी बढ़े हैं. 2004-14 के दौरान ईडी ने 5346 करोड़ कैश जब्त किया, जबकि 2014-22 के दौरान ईडी ने 99356 करोड़ रुपये कैश जब्त किया.
शिकायतों पर एक्शन
अब शिकायतों पर हुई कार्रवाई पर नजर डालते हैं. मनमोहन सरकार (2004-14) के दौरान ईडी ने 104 शिकायतों पर कार्रवाई की, जबकि मोदी सरकार (2014-22) के दौरान ईडी ने 888 शिकायतों पर एक्शन लिया. इस तरह यहां भी 754 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई.
ED के निशाने पर सबसे ज्यादा कौन?
ईडी के दायरे में आने वाले नेताओं की फेहरिस्त बहुत लंबी है. सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पी चिदंबरम, कार्ति चिदंबरम, डीके शिवकुमार, संजय राउत, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, अनिल देशमुख, नवाब मलिक, फारूक अब्दुल्ला, लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, हेमंत सोरेन के नाम ईडी की जांच लिस्ट में हैं.
ईडी ने जिन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है, उनमें सबसे ज्यादा 24 नेता कांग्रेस के हैं. उसके बाद टीएमसी 19, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी ने एक्शन लिया है.
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