अयोध्या की श्रीराम मंदिर जन्मभूमि से पूजित अक्षत सोमवार को रांची लाया गया. रांची आने पर बहुबाजार चौक के पास से रांची महानगर अध्यक्ष कैलाश केशरी के नेतृत्व में गाजे-बाजे के साथ पुष्पवर्षा कर जोरदार स्वागत करते हुए श्रीराम मंदिर चुटिया लाया गया. पूजित अक्षत को लाने के लिए झारखंड प्रतिनिधि के रूप में रामगढ़ जिला मंत्री छोटू वर्मा, रामगढ़ सहमंत्री तरुण वर्मा, रामगढ़ नगर प्रचारक संजीव एवं एबीवीपी के कार्यकर्ता गौतम महतो अयोध्या गए थे. महानगर अध्यक्ष कैलाश केशरी ने कहा कि मंगलवार से झारखंड की राजधानी रांची के प्रमुख मंदिरों में अक्षत कलश पूजन-अर्चन एवं आरती के लिए रखे जाएंगे. विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री डॉ बिरेन्द्र साहु ने कहा कि अयोध्या से लाए गए पूजित अक्षत को झारखंड प्रांत के सभी जिलों में भेजा जाएगा. सनातन परंपरा में पीले अक्षत (चावल) से ही आमंत्रित किया जाता है. दिसंबर माह में इस अक्षत को सभी जिला केंद्रों में भेजा जाएगा. सामाजिक समरसता प्रमुख मिथिलेश्वर मिश्र ने कहा कि ये हमारे लिए सौभाग्य का विषय है कि हमारे जीवन काल में श्रीराम लला का मंदिर बन रहा है. भगवान श्री राम के 14 वर्ष बाद वनवास से लौटने पर उत्सव मना था, उसी प्रकार इस बार भी झारखंड सहित पूरे देश के मंदिरों में उत्सव मनाया जाएगा. अयोध्या से अक्षत कलश लेकर आए रामगढ़ जिला मंत्री छोटू वर्मा ने कहा कि अयोध्या से कलश लाना हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल रहा. संपूर्ण देश से आए हुए प्रतिनिधियों के साथ अक्षत का पूजन एवं उस पूजित अक्षत को झारखंड लाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह, प्रांत मंत्री डॉ बिरेन्द्र साहू, प्रांत सहमंत्री रंगनाथ महतो, सामाजिक समरसता प्रांत प्रमुख मिथिलेश्वर मिश्र, प्रचार प्रसार प्रांत सहप्रमुख प्रकाश रंजन, रांची महानगर अध्यक्ष कैलाश केशरी, रामगढ़ मंत्री छोटू वर्मा, महंत गोकुल दास, विक्रम साहू,रतन केशरी, संतोष कुमार, रेणु सिंह, सुभम केशरी, गोल्डी साहू, आशीष साहू, शिवलाल साहू, अक्षय केशरी, अमित केशरी, लक्की नायक समेत कई राम भक्तों ने अक्षत कलश का स्वागत किया.
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Ayodhya Shri Ram Mandir राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए ट्रस्ट ने भक्तों से की अपील, जन्मभूमि का दिया खाका
Ayodhya Shri Ram Mandir Pran Pratistha Celebration : अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर नव निर्माणाधीन राम मंदिर में आगामी 22 जनवरी, 2024 को प्रभु श्रीराम के बाल रूप नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. प्रभु का बाल स्वरूप को मंदिर परिसर के भूतल के गर्भगृह में विराजित किया जाएगा. भगवान श्री राम के मंदिर में उनकी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर राम भक्तों से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अपील की है. यह अपील पूरी दुनिया में रह रहे राम भक्तों से की गई है. अपील में सभी से प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन (22 जनवरी 2024 ) पूर्वाह्न 11 बजे से लेकर अपराह्न 1 बजे के बीच अपने ग्राम, मोहल्ले, कॉलोनी में स्थित किसी मंदिर में आसपास पड़ोस के राम भक्तों को एकत्रित कर प्रभु श्रीराम का भजन-कीर्तन करने करने को कहा गया है. श्रीराम मंदिर को किस आकार और किस- किस रूप में तैयार किया जा रहा है, उसका पूरा विवरण भी तीर्थ क्षेत्र की ओर से अपने अधिकृत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ”एक्स” पर साझा किया है. मंदिर संस्था की ओर से मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है. खुद पीएम मोदी ने निमंत्रण मिलने का जिक्र अपने मध्य प्रदेश दौरा के दौरान किया था. इस निमंत्रण को अपना सौभाग्य बताया था.
‘प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को एलईडी, स्क्रीन लगाकर समाज को दिखाएं’
तीर्थ क्षेत्र की ओर से आग्रह किया है कि टीवी या फिर पर्दा (एलईडी, स्क्रीन) लगाकर अयोध्या के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को समाज के समक्ष दिखाने का काम करें. वहीं, शंखध्वनि, घंटानाद, आरती भी करें और लोगों को प्रसाद वितरित करें.
‘श्रीराम का विजय मंत्रोच्चारण 108 बार सामूहिक रूप से करें’
संस्था ने कार्यक्रम के स्वरूप को मंदिर केंद्रित रखने का भी निवेदन किया है. मंदिर में स्थित देवी-देवताओं का भजन कीर्तन और आरती करने के साथ-साथ ”श्रीराम जय राम जय जय राम” का विजय मंत्रोच्चारण 108 बार सामूहिक रूप से करें. हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामरक्षा स्तोत्र आदि का भी सामूहिक पाठ कर सकते हैं. इससे सभी देवी-देवता प्रसन्न होंगे. इससे संपूर्ण भारत का वातावरण सात्विक एवं राममय हो जाएगा.
देवताओं को प्रसन्न करने को घर के सामने जलाएं दीपक, सजाएं दीपमालिका
इस दिन सायंकाल के वक्त सूर्यास्त के बाद अपने घर के सामने देवताओं को प्रसन्न करने के लिए दीपक जलाएं. दीपमालिका सजाएं. इस दिन विश्व के करोड़ों घरों में दीपोत्सव मनाया जाए. समारोह के उपरांत अपने अनुकूल समयानुसार अयोध्या में परिवार के साथ प्रभु श्रीरामलला तथा नवनिर्मित मंदिर के दर्शनों के लिए पहुंचे.
सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल से दरिंदगी करने वाला मुख्य आरोपी मुठभेड़ में ढेर, तीन पुलिसकर्मी भी घायल
सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल पर हमले के आरोपी नसीम को पुलिस ने शुक्रवार सुबह मुठभेड़ में मार गिराया है. उसके दो साथी आजाद और विश्वंभर दयाल घायल हो गए. सावन मेला के दौरान 30 अगस्त को महिला कांस्टेबल पर सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में हमला हुआ था. महिला कांस्टेबल खून से लथपथ ट्रेन की फर्श पर पड़ी हुई मिली थी. इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था.
यूपी एसटीएफ और अयोध्या पुलिस लगातार आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी. इस मुठभेड़ में एसओ पुराकलंदर रतन शर्मा और दो सिपाही के भी घायल होने की सूचना है. यूपी सरकार ने आरोपी पर एक लाख रुपये का इनाम रखा था. ये लोग ट्रेनों में लूटपाट की घटना को अंजाम देते थे. जानकारी के अनुसार, अयोध्या जिले के थाना पूराकलंदर के छतरिवा पारा कैल मार्ग पर पुलिस टीम और आरोपियों के बीच मुठभेड़ हुई है. इसी मामले में थाना इनायत नगर से दो अन्य आरोपियों को भी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया है.
आपको बता दें कि सावन मेले के दौरान 30 अगस्त को महिला हेड कॉन्स्टेबल खून से लथपथ और बेहोशी की हालत में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी में सीट के नीचे मिली थी. महिला कॉन्स्टेबल को लखनऊ केजीएमयू के ट्रामा सेंटर लाया गया था. उसके सिर, चेहरे समेत शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोट के निशान थे.
इस जघन्य मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए थे. महिला कॉन्स्टेबल के होश में आने पर उसने अफसरों को हमले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उस पर दो लोगों ने हमला किया था. फिलहाल महिला कॉन्स्टेबल का इलाज केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में चल रहा है. घटना के खुलासे के लिए एसटीएफ को लगाया गया था.
महंत नृत्यगोपाल दास बोले- 22 जनवरी 2024 को ही होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, बजरंग दल निकालेगा शौर्य यात्राएं
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख को लेकर भले ही अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि 22 जनवरी 2024 को शुभ मुहूर्त में रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे.
शुभ घड़ी आ गई नजदीक
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़े लोग लगातार इस तारीख की बात कर रहे हैं. श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि 500 वर्ष का लंबा इंतजार अब समाप्त हुआ है. 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होगा. आखिरकार यह शुभ घड़ी नजदीक आ गई. महंत ने अपना ताजा बयान में कहा है कि हम सभी के जीवनकाल में मंदिर का उद्घाटन स्वप्न के साकार होने जैसा होगा.
प्रधानमंत्री और साधु संतों की मौजूदगी में होगा उद्घाटन
महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि हम सभी को हजारों साल से अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनने का इंतजार था. इसके लिए लंबा संघर्ष चला. मगर, हम सभी ने धैर्य से काम लिया. आखिरकार अब वह इंतजार खत्म होने जा रहा है. 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और साधु-संतों की मौजूदगी में मंदिर का ऐतिहासिक उद्घाटन होगा. इसको लेकर हर किसी में प्रसन्नता है.
22 जनवरी की तारीख में बेहद शभ मुहूर्त
वहीं विहिप की केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी कामेश्वर चौपाल के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में मुख्य यजमान के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था का पहलू महत्वपूर्ण है. इसलिए इस संबंध में पीएमओ और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर समन्वय के साथ कार्यक्रम तय करेंगी.
इसलिए फिलहाल तारीख को लेकर टिप्पणी नहीं की जा सकती है. लेकिन, जहां तक 22 जनवरी की तारीख का प्रश्न है, उसे दिन का मुहूर्त बेहद उत्तम है. इस वजह से इस मुहूर्त की काफी चर्चा हो रही है. हालांकि वैदिक अनुष्ठान की शास्त्र सम्मत प्रक्रिया है जिसका पालन आचार्यों के निर्देशन में किया जाएगा. वहीं वैदिक आचार्यों के मुताबिक रामलाल के चल विग्रह को महापीठ पर शुभ मुहूर्त में प्रतिष्ठित कर दिया जाएगा.
एक लाख साधु संत होंगे शामिल
इस बीच प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के भव्य आयोजन को लेकर कार्यक्रमों की रूपरेखा को तेजी से अंतिम रूप दिया जा रहा है. भगवान रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में देश भर के एक लाख से अधिक साधु-संत भी शामिल होंगे.
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के मुताबिक भगवान रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में देश भर से एक लाख से अधिक साधु-संतों को आमंत्रित किया जाएगा. विहिप उनके भोजन और आवास का ख्याल रखेगी. उन्होंने बताया कि विहिप समारोह के लिए अयोध्या आने वाले भक्तों के लिए एक मुफ्त रसोई भी चलाएगी.
बजरंग दल निकालेगा शौर्य यात्राएं
विश्व हिंदू परिषद श्रीराम जन्मभूमि प्रतिष्ठा समारोह को पूरे विश्व में हर्षोल्लास के उत्सव के रूप में मनाएगी. प्रतिष्ठा समारोह से पहले बजरंग दल 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक 2,281 शौर्य यात्राएं निकालेगा और देश के पांच लाख से अधिक गांवों को जोड़ेगा. उन्होंने कहा कि इन यात्राओं के दौरान यात्रा मार्गों पर धार्मिक सभाओं का भी आयोजन किया जाएगा
देशभर में भव्य आयोजन करेगा विहिप
विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष के मुताबिक प्रतिष्ठा समारोह के दिन देशभर के मठ-मंदिरों में पूजा, यज्ञ, हवन और आरती की जाएगी. इसके साथ ही हर घर में राम भक्त रात में पांच दीपक जरूर जलाएंगे और करोड़ों भक्तों के बीच प्रसाद भी बांटा जाएगा. उन्होंने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का कार्यक्रम प्रत्येक राम भक्त का कार्यक्रम बनना चाहिए, ताकि न केवल देश में रहने वाले लोग बल्कि विदेश में रहने वाले लोग भी इस महान उत्सव में भाग ले सकें.
पदयात्रा के जरिए धार्मिक माहौल बनाएंगे संत
इसके साथ ही दिवाली पखवाड़े के दौरान देश के संत भी पद यात्रा करेंगे और गांवों और शहरों में हिंदुओं की बैठक करेंगे. उन्होंने कहा, गांव और युवाओं में मंदिर की प्रतिष्ठा से पहले देश में हिंदू एकता की व्यापक जागृति होगी और समाज एकजुट होगा. सामाजिक समन्वय की संस्था के रूप में इसे युगों-युगों तक याद किया जाएगा.
गर्भगृह में होगी रामलला की प्रतिमा 51 इंच लंबी
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा 51 इंच लंबी होगी. इसमें प्रभु का बालरूप में दर्शन होगा.रामलला की प्रतिमा खड़े बालक के रूप में गर्भगृह में बने चबूतरे के ऊपर कमल पर स्थापित की जाएगी. रामलला की प्रतिमा की ऊंचाई आदि तय करने में खगोल विज्ञानियों की राय भी ली गई है, ताकि सूर्य की पहली किरण उनके ललाट पर पड़े.
25 हजार लोगों के एक साथ दर्शन करने की व्यवस्था
मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था, बाढ़ और भूकंप से बचाव आदि का ध्यान रखते हुए देश के सभी आईआईटी के अलावा बड़े अभियंताओं व विज्ञानियों की सलाह ली जा रही है. मंदिर में लोहा, स्टील या कंक्रीट का प्रयोग नहीं किया गया है. रामलला के दर्शन एक साथ 25,000 लोग कर सकेंगे. शौचालय, बिजली, पानी, लाकर और बैठने की समुचित व्यवस्था के लिए तीर्थयात्री सेवा केंद्र व चिकित्सालय भी बनेगा. श्रद्धालुओं से किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा. आरती और दर्शन का भी कोई शुल्क नहीं लगेगा.
सबसे आकर्षक विग्रह किया जाएगा विराजमान
गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामलला की तीन प्रतिमाएं अलग-अलग कारीगरों से बनवाई जा रही हैं. इनमें कर्नाटक, जम्मू और जयपुर के कारीगर ग्रे कलर और मकराना के सफेद पत्थर से मूर्ति तराश रहे हैं. जो मूर्ति सबसे सुंदर और आकर्षक बनेगी, उसकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर से विशेष रथ के जरिए सवा 4 फीट ऊंचा शिवलिंग अयोध्या पहुंच गया है. इसकी प्राण-प्रतिष्ठा श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के शिव मंदिर में की जाएगी.