दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को अबतक राहत नहीं मिल सकी है और वे तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनसे आप नेता संजय सिंह और पंजाब के सीएम भगवंत मान आज मिलने जाने वाले थे लेकिन जेल प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए उनके सीएम केजरीवाल से मुलाकात को खारिज कर दिया। इसपर संजय सिंह ने पूछा कि तिहाड़ जेल है या हिटलर का गैस चेैंबर, अजीब सी तानाशाही चल रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा कि आखिर केजरीवाल का जुर्म क्या है, ये तो बताएं।
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जेल के ताले टूटेंगे…तिहाड़ से निकलते ही दहाड़े AAP के नेता संजय सिंह – India TV Hindi
दिल्ली शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। जमानत मिलने के बाद बुधवार को वे जेल से बाहर आए और सबसे पहले वे सीएम अरविंद केजरीवाल के घर जाकर उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की फिर वे मनीष सिसोदिया के घर गए और उनकी पत्नी से मुलाकात की। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आप सांसद संजय सिंह ने कहा, ”अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, सब पूरी ईमानदारी के साथ बाहर आएंगे और जेल के ताले टूटेंगे।”
संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, आतिशी और सौरभ सभी ने कहा कि हमने कोई शराब घोटाला नहीं किया…बीजेपी ऐसा कह रही क्योंकि उन्होंने घोटाला किया था। उन्होंने शरद रेड्डी से 55 करोड़ रुपये की रिश्वत ली…उन्होंने 55 करोड़ रुपये के डेक पर पिन लगा दी और फिर बीजेपी ने उन्हें राजा बना दिया…” सांसद संजय सिंह ने मनीष सिसौदिया की पत्नी सीमा सिसौदिया से मुलाकात की।
संजय सिंह ने भाजपा पर लगाए कई आरोप
सिंह ने कहा कि ‘आप एक ऐसे व्यक्ति पर सवाल उठा रहे हैं जिसने देश की सेवा के लिए अपनी आईआरएस की नौकरी छोड़ दी…बीजेपी का अगला नाम भारतीय जनता पार्टी नहीं बल्कि बंगारू जनता पार्टी है। …बीजेपी के लिए मेरा एक नारा है- ‘जो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी, वो उतना बड़ा पदाधिकारी है’…”
“वे कहते हैं कि भ्रष्ट लोगों को नहीं छोड़ेंगे, हर भ्रष्ट व्यक्ति को (पार्टी में) शामिल करेंगे। मुझे बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर दया आ रही है। असम में हिमंत बिस्वा सरमा के भ्रष्टाचार को लेकर क्या कहेंगे। कार्यकर्ता उनकी परेड की तैयारी कर रहे थे और इसी बीच पीएम मोदी हिमंत बिस्वा सरमा को गले लगा रहे थे…”
संजय सिंह ने सुनीता केजरीवाल से की मुलाकात
“पार्टी कार्यालय में आने से पहले, मैं दिल्ली के सीएम के आवास पर गया और सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की। उनकी आंखों में पहली बार आंसू थे। मैं देश के लोगों से अपील करता हूं कि उन्हें जेल का जवाब देना चाहिए।” वोटों के माध्यम से दिया जाए…यह जश्न मनाने का नहीं बल्कि युद्ध और संघर्ष का समय है…मैं मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन के आवास पर भी जाऊंगा। आप एक परिवार है और हम तानाशाही के खिलाफ लड़ेंगे…”
दिल्ली शराब घोटाला: आप नेता संजय सिंह को मिलेगी बेल या जेल? हाई कोर्ट का फैसला आज – India TV Hindi
दिल्ली शराब घोटाला केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह की नियमित जमानत याचिका पर आज दिल्ली हाई कोर्ट फैसला सुनाएगा। बता दें कि दिल्ली शराब घोटाला मामले में संजय सिंह की संलिप्तता को लेकर उन्हें ईडी ने 4 अक्टूबर, 2023 को गिरफ्तार किया था। न्यायमूर्ति स्वर्णकांत शर्मा की पीठ ने शराब घोटाला केस में 31 जनवरी को वरिष्ठ वकील मोहित माथुर अदालत में संजय सिंह की ओर से पेश हुए, जबकि इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय का पक्ष एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने रखा था। 31जनवरी को कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और आज कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा।
इडी में कोर्ट में कही थी ये बात
दिल्ली हाई कोर्ट में 31 जनवरी को हुई सुनवाई में बहस के दौरान ईडी ने संजय सिंह की जमानत का यह कहते हुए विरोध किया है किआम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ही इस कथित अपराध से हुई काली कमाई को सफेद करने के लिए एक कंपनी बनाई थी और इस कंपनी का काला धन दिल्ली की शराब घोटाला के जरिए हुए कारोबार से आया था। संजय सिंह को शराब घोटाले से जुड़े इसी धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया है और ईडी के वकील ने अदालत में कहा कि संजय सिंह 2021-22 में आई दिल्ली शराब नीति से संबंधित घोटाले से हुई अपराध की आय को रखने, छिपाने, उपयोग करने और लेन-देन में शामिल रहे हैं।
ईडी के आरोपों का संजय सिंह ने दिया था जवाब
इसके साथ ही ईडी ने कहा कि शराब घोटाले की जांच से पता चला है कि संजय सिंह को इस कथित अपराध से दो करोड़ रुपये मिले हैं और संजय सिंह के पास इस मामले की जांच से संबंधित कुछ गोपनीय दस्तावेज हैं, जो सार्वजनिक डोमेन में नहीं हैं। ईडी ने कोर्ट से यह भी कहा था कि संजय सिंह दिल्ली शराब घोटाले के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक हैं। वह इस मामले में गहरे रूप से जुड़े हुए हैं।
संजय सिंह ने अपनी जमानत याचिका में कहा है कि वह कथित शराब घोटाले में दर्ज सीबीआई के केस में न तो आरोपी हैं और न ही संदिग्ध हैं और ना ही आज तक उनके खिलाफ कुछ भी सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा है कि वह किसी भी आपराधिक या गलत काम या किसी भी तरह से पीएमएलए के प्रावधानों के उल्लंघन के दोषी नहीं हैं और इसलिए कोर्ट को उनके खिलाफ ईडी द्वारा दर्ज झूठे, दुर्भावनापूर्ण और राजनीति से प्रेरित मामले में जमानत मिलनी चाहिए।
कोर्ट ने इस तारीख तक बढ़ाई संजय सिंह की ED रिमांड
दिल्ली शराब घोटाला मामले में ED द्वारा गिरफ्तार किए AAP सांसद संजय सिंह को राहत नहीं मिल रही है। कोर्ट ने AAP सांसद संजय सिंह को फिर झटका देते हुए उनकी ED रिमांड बढ़ा दी है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बीते बुधवार की शाम आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को दिल्ली शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया था।
इस तारीख तक बढ़ी रिमांड
दिल्ली शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार किए गए सांसद संजय सिंह को मंगलवार को दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। यहां कोर्ट ने उनकी ED रिमांड बढ़ा दी गई है। संजय सिंह को अब 13 अक्टूबर तक के लिए ED रिमांड में रखा जाएगा। इससे पहले कोर्ट ने उन्हें 10 अक्टूबर तक के लिए रिमांड पर भेजा था।
संजय सिंह ने की शिकायत
सुनवाई के दौरान संजय सिंह ने जज से ED की शिकायत भी की। उन्होंने बताया कि रात के साढ़े दस बजे उनसे कहा गया कि आपको बाहर ले जाया जा रहा है। पूछने पर बताया गया कि उन्हें तुगलक रोड थाने ले जाया जा रहा है। संजय सिंह ने पूछा कि क्या अधिकारियों ने जज से इसकी इजाजत ली है। संजय सिंह ने कहा कि मेरे अड़ने पर उन्होंने कहा कि मुझे लिखकर दीजिए। मैंने लिखकर दिया और दूसरे दिन भी यही हुआ। इसका मतलब है कि इनका दूसरा एजेंडा है। उन्होंने कहा- “अब जज साहब इनसे पूछिए, किस ऊपर वाले के कहने पर मुझे ऊपर भेजने की तैयारी थी, ये इनसे पूछिए। मेरा सिर्फ इतना अनुरोध है कि जहां भी ले जाना है, जज साहब को बता दीजिए”।
विपक्षी दलों ने किया था विरोध
सांसद संजय सिंह को ED द्वारा गिरफ्तार किए जाने के खिलाफ AAP के कार्यकर्ताओं ने देश के कई राज्यों में प्रदर्शन किया था। साथ ही अन्य विपक्षी दलों ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर चुनाव से पहले जानबूझ कर विपक्षी नेताओं को परेशान करने और एजेंसियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था। वहीं, भाजपा नेताओं ने कहा था कि दिल्ली शराब घोटाला मामले में संजय सिंह के बाद अब सीएम अरविंद केजरीवाल की बारी है।
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AAP नेता संजय सिंह के करीबी सर्वेश मिश्रा से ईडी ने की पूछताछ, 9 घंटे के बाद आए वापस
ED Interrogates Sarvesh Mishra: दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में शुक्रवार (6 अक्टूबर) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह के करीबी सर्वेश मिश्रा से पूछताछ की. ईडी ने संजय सिंह के दो सहयोगियों सर्वेश मिश्रा और विवेक त्यागी को शुक्रवार को तलब किया था.
सर्वेश मिश्रा सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे ईडी के दफ्तर पहुंचे थे. जांच एजेंसी ने उनसे क्या बातचीत की, क्या उन्हें संजय सिंह के सामने बैठाकर सवाल-जवाब किया गया, यह तो सामने नहीं आया है लेकिन माना जा रहा है कि ईडी ने अपनी ओर से जब्त किए गए सबूतों के बारे में पूछताछ की होगी. सूत्रों के मुताबिक, सर्वेश मिश्रा से करीब 9 घंटे तक पूछताछ चली. सर्वेश मिश्रा आम आदमी पार्टी में प्रवक्ता के पद पर हैं.
बुधवार को ईडी की छापेमारी के बाद हुई थी संजय सिंह की गिरफ्तारी
संजय सिंह की गिरफ्तारी बुधवार (4 अक्टूबर) को हुई थी. ईडी ने उनके आवास पर छापा मारकर उनकी गिरफ्तारी की थी. अगले दिन (5 अक्टूबर को) दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने संजय सिंह को पांच दिन की ईडी की हिरासत में भेज दिया था. जांच एजेंसी ने हालांकि कोर्ट से ‘आप’ नेता की 10 दिन की रिमांड मांगी थी.
आरोप है कि आरोपी कारोबारी दिनेश अरोड़ा ने संजय सिंह के आवास पर दो बार में दो करोड़ रुपये नकद दिए थे. संजय सिंह इस आरोप को खारिज कर चुके हैं. ईडी ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को कोर्ट में दावा किया था संजय सिंह ने पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मदद से दिल्ली आबकारी नीति ‘घोटाले’ के लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने का वादा किया था.
संजय सिंह को लेकर ईडी ने कोर्ट में किया था ये दावा
ईडी ने कहा था, “जांच से पता चला है कि संजय सिंह ने अमित अरोड़ा और दिनेश अरोड़ा के कहने पर आईएमएफएल ब्रांड के लिए ब्रांड पंजीकरण मानदंड बढ़ाने के वास्ते 2020-21 की तत्कालीन प्रस्तावित आबकारी नीति में मनीष सिसोदिया के माध्यम से बदलाव कराने का आश्वासन दिया था.”
जांच एजेंसी ने कहा, “इसके बदले में संजय सिंह के एक सहयोगी/टीम सदस्य यानी विवेक त्यागी को अमित अरोड़ा यानी अरालियास हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड की व्यावसायिक कंपनी में हिस्सेदारी दी गई थी.” बता दें कि सिसोदिया के करीबी माने जाने वाले कारोबारी दिनेश अरोड़ा कथित घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी थे, बाद में वह सरकारी गवाह बन गए थे.
(भाषा इनपुट के साथ)