लखनऊ: यूपी पुलिस के 1306 मुख्य आरक्षी को मिली एसआई के पद पर पदोन्नति दी गयी है. पुलिस महानिदेशालय ने पदोन्नति की सूची जारी कर दी है. सब इंस्पेक्टर के पद पर प्रोन्नति की सूचना के बाद हेड कांस्टेबल संवर्ग में खुशी की लहर दौड़ गयी है. प्रोन्नत एसआई एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं. किसका हुआ प्रोमोशन यहां देखें लिस्ट..
यूपी न्यूज
यूपी में थीसिस अपलोड करने सीएसजेएमयू पहले स्थान पर, विवि के छात्र को मिलेगा ग्लोबल स्कोप
कानपुर. प्रदेश में थीसिस अपलोड करने के मामले में सीएसजेएमयू (CSJMU) सबसे आगे निकल गया है. विवि ने वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विवि को पीछे कर न सिर्फ प्रदेश में पहला स्थान पाया, बल्कि देश में भी पांचवें स्थान पर है. विवि ने अब तक 10153 थीसिस अपलोड की हैं. केंद्र सरकार और यूजीसी (विवि अनुदान आयोग) ने देश के सभी विवि को शोध गंगा पोर्टल पर थीसिस अपलोड करने का निर्देश दिया है. पोर्टल के टॉप-10 सूची में प्रदेश के तीन विवि शामिल हैं. देश में 14647 थीसिस अपलोड कर अन्ना यूनिवर्सिटी (चेन्नई) सबसे आगे है.
732 विवि अपलोड कर रहे थीसिस
पोर्टल पर 732 विवि थीसिस अपलोड कर रहे हैं.अभी तक 4,85,530 थीसिस अपलोड हो चुकी हैं. सूची में दूसरे स्थान पर 14517 थीसिस अपलोड कर यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास, तीसरे पर 13953 थीसिस अपलोड कर यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता व चौथे पर 12354 थीसिस अपलोड कर सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी रही. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी 9792 थीसिस अपलोड कर 6वें और 8777 थीसिस अपलोड कर पूर्वांचल विवि 10वें स्थान पर है. वहीं 2021 में पूर्वांचल विवि देश में चौथे व प्रदेश में टॉप पर था. विवि के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा ने बताया थीसिस अपलोड की जा रही हैं. वर्तमान में विवि प्रदेश में टॉप पर है.
सीएसजेएमयू के छात्र को मिलेगा ग्लोबल स्कोप
इंजीनियरिंग व मेडिकल के अलावा स्नातक, परास्नातक और विभिन्न प्रोफेशनल कोर्स के छात्र-छात्राओं को ग्लोबल स्कोप देने के लिए छत्रपति शाहूजी महाराज विवि ने तैयारी शुरू कर दी है. विवि ने सिर्फ एक माह में चार देशों के आठ विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय एमओयू (समझौता) किया है. इससे छात्रों को विदेशी विवि संग रिसर्च का मौका मिलेगा. शिक्षा के बदलते स्वरूप की जानकारी मिलेगी.सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की पहल के बाद विभिन्न विभागों ने अंतरराष्ट्रीय एमओयू शुरू किया है. एक माह में ही रूस के दो, प्यूरेटो रिको के दो, नेपाल के तीन और मलेशिया के एक विश्वविद्यालय से समझौता हुआ है.
विवि के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कि अमेरिका, सिंगापुर समेत कई देशों के विवि संग समझौते का प्रस्ताव प्रक्रिया में है. दोनों विश्वविद्यालय की फैकल्टी अपने अनुभवों को साझा करेंगे.इसके अलावा छात्रों को प्लेसमेंट में लाभ मिलेगा.
विदेशी विवि संग रिसर्च का मौका
सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि राज्यपाल के निर्देश पर विदेशी विवि संग अंतरराष्ट्रीय समझौते किए जा रहे हैं.इससे छात्र-छात्राओं को ग्लोबल स्कोप मिलेगा. फैकल्टी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिसर्च करने और अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा. जल्द कई अन्य विवि संग समझौता किया जाएगा.
बरेली के नेशनल पेंट इंडिया के मालिक का नौकर 16 लाख लेकर फरार, धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज, जानें मामला…
बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में नेशनल पेंट इंडिया, हैदराबाद के मालिक का नौकर 16 लाख रुपये लेकर फरार हो गया.आरोपी, और उसके पिता के खिलाफ धोखाधड़ी, और रूपये हड़पने की एफआईआर दर्ज कराई गई है.पुलिस ने आरोपी के परिजनों से पूछताछ की, तो उसके परिजनों ने घर में पांच लाख रूपये होने की जानकारी दी.मगर, आरोपी फरार हो गया.उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है.शहर के किला थाना क्षेत्र के बाजार संदल खां निवासी महमूद अली ने पुलिस को बताया कि वह नेशनल पेंट इंडिया हैदराबाद उर्फ खड़ौआ का मालिक है.
दुकानदारों से उधारी के रुपये लेकर आया था सेल्समैन
बाजार संदल खां का ही नादिम खां उनके यहां सेल्समैन था.इस वर्ष जनवरी से मार्च के बीच मार्केट में उधारी के 16 लाख रुपये नदीम खां दुकानदारों से लेकर आया था.मगर, आरोपी नौकर ने उधारी की लाई गई रकम दुकान पर जमा नहीं की.उसके घर जाकर बातचीत की, लेकिन वह फरार हो गया.उसके पिता यामीन खां से बात की.मगर, उन्होंने कहा कि पांच लाख रूपये घर में रखे हैं.इसके साथ ही बाकी रकम 15 दिन में देने की बात कही थी.मगर, अब वह रूपये देने में टालमटोल करने लगे. नादिम भी घर से फरार है.
जांच में जुटी पुलिस
गुरुवार को आरोपी नदीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.इसके बाद पुलिस जांच में जुट गई है.आरोपी नदीम की लोकेशन ट्रेस करने की कवायद शुरू कर दी गई है.उसके पिता के उम्र अधिक है.इसलिए उनको पुलिस ने पूछताछ की.मगर, उनको गिरफ्तार नहीं किया गया है.
झूठी एफआईआर की धमकी का आरोप
नेशनल पेंट इंडिया के मालिक महमूद अली ने बताया कि नादिम रूपये लेकर फरार हो गया.इसके बाद आरोपी के पिता ने रूपये देने की बात कही थी.मगर, अब 16 लाख रुपये हड़प लिए.वह रुपये मांगने पर झूठे मुकदमे में फंसाने, और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.इस मामले में भी किला थाना पुलिस को जानकारी दी गई है.इसके साथ ही साक्ष्य भी पेश किए गए.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद
लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर वाहन ने बाइक में मारी टक्कर, बरेली के 3 दोस्तों की मौत, परिवार में मचा कोहराम
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली की नगर पालिका फरीदपुर के परा मोहल्ला निवासी 3 दोस्तों की लखनऊ- दिल्ली हाईवे पर सड़क हादसे में मौत हो गई. इससे मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया. पुलिस ने तीनों के शव कब्जे में लेकर रात में ही पोस्टमार्टम को भेज दिए हैं. यह तीनों दोस्त बाइक से अपनी बहन के घर शाहजहांपुर जा रहे थे. मगर, मीरानपुर कटरा से पहले एक अज्ञात वाहन ने बाइक में टक्कर मार दी.
इससे दो दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरे दोस्त ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. पुलिस आरोपी वाहन की तलाश में जुटी है. मगर, देर रात वाहन का सुराग नहीं लगा है. इसके बाद सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जा रही है. हालांकि, मृतकों के परिजनों ने अज्ञात वाहन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को तहरीर दी है.
प्रयागराज: व्यापारी के बेटे की किडनैपिंग के बाद हत्या, चित्रकूट के जंगल में मिला शव, 15 लाख मांगी थी फिरौती
प्रयागराज के शंकरगढ़ बाजार से एक व्यवसायी के बेटे का अपहरण करके चित्रकूट के बरगढ़ थाना से लगे अरवारी के जंगल में पत्थर से कूच कर हत्या कर दी गई है. उसका शव रविवार सुबह जंगल में खून से लथपथ मिला मिला है, जो प्रयागराज जनपद की सीमा से सटा हुआ है. किशोर का शव मिलने के बाद परिजनों और व्यापारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है.
बच्चे के अपहरण के 5 घंटे बाद पिता के मोबाइल पर बदमाशों की एक कॉल आई थी. इसमें कहा था कि 15 लाख रुपए लेकर रीवा के डभऊरा के जंगल में आओ नहीं तो तुम्हारे बेटे को गोली मार देंगे. पिता ने यह सूचना पुलिस को दे दी. पुलिस ने नंबर सर्विलांस पर लगाकर जांच की. हालांकि, पुलिस किडनैपर्स तक पहुंचे इससे पहले ही बच्चे की जंगल में लाश मिल गई.
दरअसल, प्रयागराज जिले के शंकरगढ़ के सदर बाजार निवासी पुष्पराज केसरवानी उर्फ विक्की का ट्रांसपोर्ट का कारोबार है. परिवार में पत्नी के अलावा 13 साल का बेटा शुभ और 11 साल की बेटी शुभी है. उनका बेटा शुभ केसरवानी (14) शनिवार शाम लगभग चार बजे घर से निकला था और फिर लौटकर नहीं आया. काफी देर जब नजर नहीं आया तो परिवार ने आसपास तलाश किया. लेकिन बच्चे का कहीं कुछ पता नहीं चल सका.
इसके बाद पिता पुष्पराज ने शंकरगढ़ पुलिस को शाम को बेटे की गुमशुदगी की तहरीर दी. पुलिस से शिकायत के करीब 5 घंटे बाद रात लगभग साढ़े आठ बजे पिता के मोबाइल पर एक फोन आया. इसमें कहा गया कि 15 लाख लेकर जंगल में आओ, नहीं तो बेटे को गोली मार देंगे. फिरौती का फोन आने की जानकारी मिलते ही घर में कोहराम मच गया.
पिता ने रिश्तेदारों को इसकी जानकारी दी. फिर शंकरगढ़ पुलिस को फिरौती के फोन के बारे में बताया. इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली. मामला किडनैपिंग से जुड़ने के बाद पुलिस हरकत में आई. जिस नंबर से फिरौती की कॉल आई उसे सर्विलांस में लगाया गया. डीसीपी यमुनानगर अभिनव त्यागी तथा एसीपी बारा संतोष सिंह ने परिजनों से पूछताछ की. मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम को रवाना किया गया. लेकिन, कुछ ठोस हाथ नहीं आया.
सुबह 8 बजे मिली लाश
उधर, रविवार सुबह अरवारा मोड़ के जंगल में एक बच्चे की लाश मिली. स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची तो शव की शिनाख्त शुभ के तौर पर की गई. जिस जंगल में लाश मिली है वह झांसी-मिर्जापुर नेशनल हाइवे से करीब 250 मीटर दूर है. शंकरगढ़ यानी बच्चे के घर से करीब 40 किमी. दूर है.
बच्चे की लाश का हाथ-पैर बांधा हुआ था. मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था. बरगढ़ थाना प्रभारी अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच के आधार पर ऐसा लग रहा है कि सिर पर भारी पत्थर मारकर बच्चे की हत्या की गई है. सिर और कान में गंभीर चोट के निशान है. लाश को कर्वी में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट के बाद हत्या कैसे की गई यह स्पष्ट हो जाएगा.
मां का रो-रोकर बुरा हाल
इकलौते बेटे की हत्या के बाद पुष्पराज केसरवानी और बच्चे की मां बेसुध हैं. मां रो-रोकर बेहोश हो जा रहीं हैं. वह बार-बार पति से कह रही हैं कि हमने कहा था रुपए दे दो. मेरे कलेजे के टुकड़े को कुछ नहीं होना चाहिए. आप नहीं माने. रुपए दे दिए होते तो मेला लाल बच जाता. परिवार और रिश्तेदार पुष्पराज और उसकी पत्नी को संभालने में लगे हैं. शुभ शंकरगढ़ के ही एक स्कूल में कक्षा 8 का छात्र था.
पुलिस पर उठ रहे सवाल
प्रयागराज में किडनैपिंग के बाद बच्चे की हत्या के बाद हड़कंप मचा है. इस पूरे मामले में पुलिस की वर्किंग पर रिश्तेदार सवाल उठा रहे हैं. परिवार का कहना है कि पुलिस ने गुमशुदगी पर एक्शन नहीं लिया. अगर उसी वक्त पुलिस एक्टिव हो जाती तो बच्चे की हत्या होने से रोका जा सकता था. बदमाशों को पकड़ा जा सकता है. लेकिन, फिरौती की कॉल के बाद पुलिस एक्टिव हुई. वह भी गोपनीय तरीके से जांच नहीं की. आशंका है कि किडनैपर्स को इस बात का अंदाजा हो गया था कि पुलिस को सूचना मिल गई है. इसलिए, पकड़े जाने के डर से बच्चे की हत्या करके भाग गए.