बरेली में शुक्रवार को शाम 3:45 बजे तक श्यामगंज में हलचल तो जरूर थी, मगर अधिकतर बड़ी दुकानों के शटर गिरने लगे थे। कुछ खुली रह गईं दुकानों पर ग्राहक खरीदारी कर रहे थे।
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बरेली: ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार पर PWD मेहरबान, विभाग को करोड़ों के चूना लगाने का आरोप, जानें पूरा मामला
बरेली : लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) पर बदायूं के एक ठेकेदार पर मेहरबान होने का आरोप लगा है. अवैध (नियम विरुद्ध) अनुभव प्रमाण पत्र जारी कराकर करोड़ों रुपए का फायदा पहुंचाने की बात सामने आई है. मगर, अब यह मामला यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री और प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी के सामने रखा गया है. केसरिया हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष राकेश सक्सेना ने शिकायती पत्र में बदायूं की फर्म मैसर्स सतीश चन्द्र दीक्षित पर तमाम आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि सेतु, सड़क और भवन के लिए उससे सबंधित कार्य के अनुभव प्रमाण-पत्र के माध्यम से रजिस्ट्रेशन (पंजीकरण) और कार्य करने का टेंडर मिलता है. मगर, बरेली पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने सड़क का कार्य करने वाली फर्म को सेतु निर्माण में ए क्लास का रजिस्ट्रेशन नियम विरुद्ध कर दिया. इसके बाद अरिल नदी सेतु का दबंगई से टेंडर ले लिया. यह कार्य 6 माह में पूरा होना था, लेकिन अनुभव न होने के कारण 2 वर्ष में पूरा नहीं हुआ. इस लेटलतीफी से सरकार का काफी धन खर्च हुआ और राहगीरों को आवागमन में दिक्कत हुई. मगर, लेट करने पर फर्म पर कोई आर्थिक दंड नहीं डाला गया और न ही चेतवानी दी गई. अधबने सेतु निर्माण कार्य का नियम विरुद्ध तरीके से अनुभव प्रमाण पत्र निर्गत करा लिया. इसके बाद अवैध रजिस्ट्रेशन और नियम विरुद्ध अधूरे निर्माण कार्य के अनुभव प्रमाण पत्र से पीलीभीत जनपद के बोनी लघु सेतु निविदा समेत तमाम निविदाओं में कई बार प्रतिभाग (शामिल) किया.
केसरिया हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष ने की शिकायत
इसकी शिकायत पर हेड क्वार्टर (मुख्यालय) के निर्देश पर पूर्व तीन मुख्य अभियंता (चीफ इंजीनियर) ने अलग-अलग जांच की. तीनों की जांच में दोषी मिलने पर आरोपी फर्म को 3 माह और 6 माह के लिए डिबार कर दिया गया था. मगर, आरोपी फर्म संचालक ने विभाग को गुमराह कर दबंगई से दोबारा काम ले लिया. इसमें चीफ इंजीनियर ने दोबारा कमी मिलने पर ब्लैक लिस्ट की चेतवानी दी. इसके बाद भी शाहजहांपुर के एक निर्माण कार्य के टेंडर में 6 टी के 100 के बजाय 10 रुपए का स्टांप पेपर अपलोड किया. यह कृत्य जानबूझकर किया गया. आरोपी ने विभाग के साथ धोखाधड़ी कर सरकारी राजस्व को हानि पहुंचाई. इस मामले में भी फर्म मेसर्स सतीश चंद्र दीक्षित को डिबार किया गया. मगर, दो बार डिबार होने के बाद भी ठेकेदार पर विभागीय अफसर मेहरबान हैं. जिसके चलते केसरिया हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष ने उक्त फर्म के अवैध अनुभव प्रमाण पत्रों से प्राप्त रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र वैध है अथवा नहीं? ऐसे रजिस्ट्रेशन से निविदा में प्रतिभाग करना वैध है अथवा नहीं ? जनहित में जांच कराकर उक्त फर्म के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. उनका आरोप है कि नियम विरुद्ध तरीके से जारी प्रमाण पत्रों के माध्यम से आरोपी फर्म ने विभाग को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है. इसके साथ ही तमाम टेंडर में गलत प्रमाण पत्र लगाकर बिल से भुगतान लिया. ऐसी स्थिति में आरोपी फर्म के खिलाफ कार्रवाई कर रिकवरी की मांग की. इस मामले में में पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर का पक्ष जानने की कोशिश की. मगर,उनका फोन न उठने के कारण पक्ष नहीं मिल सका.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ने भी की शिकायत
वहीं भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बरेली लोकसभा के सांसद संतोष कुमार गंगवार और आंवला लोकसभा से सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने भी फर्म मेसर्स सतीश चंद्र दीक्षित क्रिया कलापों की शिकायत प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी से की. इस शिकायत में भी आरोपी फर्म पर धांधली, जोर जबरदस्ती के आधार पर गलत अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार से पंजीकरण कराया गया, जबकि यह प्रमाण पत्र सेतु कार्यों के योग्य नहीं था. आरोपी फर्म ने बदायूं के मोहम्मदी के पास से गुजरने वाली आरिल नदी पर सेतु का लेटलतीफ कार्य किया. मगर, केसरिया हिंदू वाहिनी की शिकायत के बाद प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी ने निरस्त अनुभव प्रमाण पत्र और फर्म के खिलाफ पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. हेड क्वार्टर के फरमान के बाद बरेली पीडब्लूडी के अफसरों में हड़कंप मचा है. इस मामले में आरोपी फर्म के खिलाफ कार्रवाई न करने पर एक दो कर्मचारी पर गाज गिरने की उम्मीद भी जताई जा रही है.
रिपोर्ट-मुहम्मद साजिद, बरेली
बरेली: स्कूल वाहन हादसे के बाद जागा परिवहन विभाग, प्रबंधक-वैन मालिक और ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर, जानें मामला
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली-नैनीताल राजमार्ग पर शुक्रवार को एक स्कूल की वैन में ट्रक के टक्कर मारने के बाद नींद से जागे परिवहन विभाग ने विशेष अभियान शुरू कर दिया है. इस हादसे में चार स्टूडेंट और ड्राइवर घायल हो गया. घायलों का इलाज चल रहा है. इसके बाद परिवहन विभाग ने बिना परमिट और अनुबंध के दौड़ने वाले स्कूल वाहनों की तलाश शुरू कर दी है. इसके साथ ही आरटीओ संदीप जायसवाल ने सेक्रेट हार्ट स्कूल के प्रबंधक, स्कूल वैन के मालिक और ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. परिवहन विभाग की जांच में बिना परमिट और अनुबंध के वैन से स्टूडेंट को ले जाने की बात सामने आई है. शहर के नैनीताल रोड स्थित सेक्रेट हार्ट स्कूल में कई वाहनों से स्टूडेंट को लाया और उनके घर तक छोड़ा जाता है. शुक्रवार को नगर पंचायत देवरनिया के वार्ड नंबर 2 निवासी मेराजुद्दीन की केजी में पढ़ाई करने वाली बेटी अमायरा, पांचवी में पढ़ने वाली इनारा (10 वर्ष), तीसरी की छात्रा कुमारी जिया नूर (10 वर्ष), जैनुलाब्दीन (10 वर्ष) और पहली कक्षा के हसन (6 वर्ष) और वैन चालक भद्रसेन (40 वर्ष) घायल हो गए थे.यह सभी यूपी 32 GW 7261 से स्कूल जा रहे थे. इसी दौरान बरेली- नैनीताल हाइवे पर स्टेट बैंक के पास पीछे से आने वाले ट्रक ने स्कूल वैन में टक्कर मार दी. इससे वाहन क्षतिग्रस्त हो गया. इसके साथ ही वैन में सवार स्टूडेंट और ड्राइवर घायल हो गया. इलाज को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. हादसे के बाद डीएम-एसएसपी समेत तमाम अफसर पहुंच गए थे. इस हादसे के बाद एक बार फिर परिवहन विभाग की नींद खुल गई है. उन्होंने स्कूल वैन की जांच पड़ताल की. इसमें यह मारुति वैन लखनऊ में पंजीकृत होने की बात सामने आई है. इसके साथ ही बिना परमिट और अनुबंध के वैन दौड़ रही थी. जिसके चलते आरटीओ ने एफआईआर दर्ज कराई है. इसके साथ ही बरेली के 881 स्कूल वाहनों की जांच शुरू कर दी गई है. इसमें से 568 वाहन स्कूलों के नाम पर पंजीकृत है, जबकि 313 निजी वाहन के रूप में पंजीकृत हैं.
स्कूल की बस में पिकअप ने मारी थी टक्कर
इससे पहले 8 सितंबर को बरेली में फरीदपुर में कृष्णा पब्लिक स्कूल की छुट्टी होने के बाद बस बच्चों को लेकर जा रही थी. स्कूल की बस में पिकअप ने टक्कर मार दी थी. हादसे के बाद बस में चीख-पुकार मच गई. हालांकि, किसी को गंभीर चोट नहीं आई थी. सभी लोग मामूली रूप से जख्मी हुए थे.
स्कूल वाहनों के लिए नियमावली बनाने का प्लान
यूपी सरकार ने परिवहन विभाग को स्कूली वाहनों के लिए एक नियमावली बनाने के निर्देश दिए हैं. नियमावली बनाने की कवायद शुरू कर दी है. इसको लेकर विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है. इसमें वाहन स्वामी, शिक्षण संस्थान के बीच करार के लिए बसों में जीपीएस प्रणाली अनिवार्य करने, सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने, आपात दरवाजों का साइज निर्धारित करने, वाहनों की खिड़कियों पर काले कांच या परदे न लगाने, जिससे अंदर की गतिविधि स्पष्ट नजर आए. वाहनों की लॉकिंग प्रणाली अच्छी स्थिति में रखने, सभी वाहन पीले रंग के, स्कूल, और कॉलेज का नाम, पता, फोन नंबर लिखना भी अनिवार्य समेत कई अहम शर्ते रखी गई हैं. यह जल्द लागू होने की उम्मीद है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली
लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर वाहन ने बाइक में मारी टक्कर, बरेली के 3 दोस्तों की मौत, परिवार में मचा कोहराम
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली की नगर पालिका फरीदपुर के परा मोहल्ला निवासी 3 दोस्तों की लखनऊ- दिल्ली हाईवे पर सड़क हादसे में मौत हो गई. इससे मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया. पुलिस ने तीनों के शव कब्जे में लेकर रात में ही पोस्टमार्टम को भेज दिए हैं. यह तीनों दोस्त बाइक से अपनी बहन के घर शाहजहांपुर जा रहे थे. मगर, मीरानपुर कटरा से पहले एक अज्ञात वाहन ने बाइक में टक्कर मार दी.
इससे दो दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरे दोस्त ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. पुलिस आरोपी वाहन की तलाश में जुटी है. मगर, देर रात वाहन का सुराग नहीं लगा है. इसके बाद सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जा रही है. हालांकि, मृतकों के परिजनों ने अज्ञात वाहन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को तहरीर दी है.
बरेली में नगर निगम के अतिक्रमण अभियान से खफा दुकानदारों ने बंद की दुकानें, रास्ता किया जाम, जानें मामला…
बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में मंगलवार को नगर निगम के अतिक्रमण अभियान से दुकानदार खफा हो गए.उन्होंने अयूब खां चौराहा से रामपुर गार्डन को जाने वाले रोड की दुकानों को बंद कर हंगामा किया.इसके साथ ही नारेबाजी की.यह सूचना कोतवाली पुलिस को मिली.पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर दुकानदारों को समझाया. इसके बाद रास्ता खुला, तब वाहनों का संचालन शुरू हो सका. नगर निगम की टीम मंगलवार को अयूब खां चौराहा से हिंद टाकीज के पीछे से जाने वाले रामपुर गार्डन रोड पर अतिक्रमण अभियान शुरू किया था.मगर, अभियान कुछ दूर तक चला.इसके बाद दुकानदारों ने विरोध कर दिया.दुकानदारों का कहना था कि नगर निगम इस रोड से अतिक्रमण हटवा रहा है, लेकिन इस रोड पर सभी कार की दुकान हैं.यहां कार सहीं होती हैं.ऐसे में कार सही कराने वाले अपनी गाड़ियों को कहां खड़ा करेंगे.बोले, इस मामले में पिछले दिनों नगर आयुक्त से मिलकर भी पूरी जानकारी दी थी.मगर, उन्होंने भी समस्या का समाधान नहीं किया.
फुटपाथ पर नहीं होगा कब्जा
दुकानदारों से नगरायुक्त ने कहा था कि फुटपाथ पर किसी भी हालत में कोई भी कब्जा नहीं करेगा.जिसके चलते मंगलवार को दुकानदार एकत्र होकर सीतापुर अस्पताल से रामपुर गार्डन जाने वाले रास्ते को तार लगाकर बंद कर रहे थे.किसी भी बाइक, ठेलेवाले, और रिक्शे वालों को नहीं जाने दे रहे थे.हिन्द टाकिज के पीछे मार्केट में अरविंद गंगवार की जसोरिया ब्रदर्स के नाम से दुकान है. उन्होंने बताया कि नगर निगम की टीम प्रतिदिन परेशान कर रही है. दुकान पर आने वाले ग्राहक दुकान के बाहर वाहन खड़ा करते हैं.इस कारण नगर निगम की टीम वाहन हटवा देती है.व्यापारियों ने बताया कि बाजार में मैकेनिक वाहन की मरम्मत सड़क किनारे करते हैं.इस कारण जाम लग जाता है.नगर निगम की कार्रवाई के कारण उनकी दुकान प्रभावित हो रही हैं.इसके साथ ही ग्राहकों की संख्या कम होने लगी है.
पुलिस ने खुलवाया जाम, प्रशासनिक अफसरों से मिलेंगे व्यापारी
इसके अलावा कई समस्याओं को लेकर व्यापारी परेशान हैं.उन्होंने टीम को लेकर अपनी-अपनी दुकान बंद कर ली.इस कारण यहां से आने जाने वाले लोगों को निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कोतवाली पुलिस ने लोगों को समझाकर रास्ता खुलवा दिया.इसके बाद जाम में फंसे राहगीर गुजर सके. व्यापारियों ने अपनी समस्याओं को लेकर उच्च अधिकारियों से मिलने की बात कही.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद