मिमिक्री मामले के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मिले बीजेपी के दिग्गज नेता, देखें तस्वीरें
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जगदीप धनखड़
सभापति की मिमिक्री करने वाले MP के बचाव में आईं ममता बनर्जी, कहा- ‘सभी का सम्मान, अनादर…’
Mamata Banerjee On Mimicry Row: देश के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने को लेकर तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. इसको लेकर विवाद थमने की बजाय बढ़ता नजर आ रहा है. ऐसे में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी अपने सांसद के बचाव में आ गई हैं. ममता बनर्जी ने बुधवार (20 दिसंबर) को अपनी पार्टी के सांसद के मामले को ज्यादा तरजीह ना देते हुए कहा कि इसका मकसद अपमान करने का नहीं रहा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मिमिक्री विवाद को लेकर विवादों में घिरे सांसद कल्याण बनर्जी ने यह भी कहा कि मेरा जगदीप धनखड़ को ठेस पहुंचाने या उनका अनादर करने का कभी कोई इरादा नहीं था. लेकिन उन्होंने मिमिक्री करने के लिए कोई माफी नहीं मांगी है. सभापति धनखड़ ने इस तरह के कृत्य को उपराष्ट्रपति पद, किसानों और अपने समुदाय का अपमान बताया है.
इस विवाद के बारे में पूछे जाने पर ममता बनर्जी ने कहा, हम सभी का सम्मान करते हैं. यह किसी का अनादर करने को लेकर नहीं था. इसे राजनीतिक और संयोगवश लिया जाना चाहिए. सांसद का बचाव करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि आप लोगों को इस बारे में पता नहीं चलता, अगर राहुल गांधी ने इसको रिकॉर्ड नहीं किया होता.
विवाद के चलते कल्याण बनर्जी का सूची से नाम हटाया
दरअसल, बुधवार को ममता बनर्जी राज्य के लिए लंबित केंद्रीय फंड को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के लिए संसद पहुंचीं थीं. मिमिक्री विवाद के चलते कल्याण बनर्जी का नाम पीएम मोदी से ममता बनर्जी के साथ मिलने वाले नेताओं की सूची से हटा दिया गया. हालांकि, उनका नाम पीएम से मिलने वालों की लिस्ट में शामिल था.
‘संवैधानिक पदों का सम्मान करता हूं’
टीएमसी सांसद ने यह भी कहा कि मिमिक्री कोई अपराध नहीं है. बीजेपी उस खास मुद्दे को बदलने की कोशिश कर रही है जिसमें यह पूछा जा रहा है कि क्या विपक्षी सांसदों का निलंबन सही था. उन्होंने कहा कि मैं संवैधानिक पदों का सम्मान करता हूं.
‘जगदीप धनखड़ के साथ कुछ मुद्दों पर हो सकते हैं मतभेद’
टीएमसी सांसद ने यह भी कहा कि कुछ मुद्दों पर जगदीप धनखड़ के साथ उनके कुछ मतभेद हो सकते हैं लेकिन उनका उनके प्रति अनादर करने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि धनखड़ उनके गृह राज्य पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे हैं.
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सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर निलंबन मामले पर AAP सांसद राघव चड्ढा ने सभापति से मांगी माफी
Raghav Chadha Suspension: आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा से निलंबन के मामले में सुप्रीम कोर्ट से मिले निर्देश के तहत शुक्रवार (24 नवंबर) सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से माफी मांग ली. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को ये जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें एक बार विशेषाधिकार कमेटी के सामने भी पेश होना पड़ सकता है.
पूरे मामले की अगली सुनवाई 1 दिसंबर को होगी. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान आप नेता चड्ढा से कहा था कि वो सभापति जगदीप धनखड़ से मिलकर माफी मांग लें. इसके बाद सभापति विचार करेंगे.
राघव चड्ढा ने क्या कहा था?
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राघव चड्ढा ने हाल ही में सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा था, ”कोर्ट का आदेश है कि मैं राज्यसभा के सभापति (जगदीप धनखड़) से व्यक्तिगत रूप से मिलूं. इसको देखते हुए और अपने निलंबन को लेकर सभापति के साथ जल्द से जल्द बैठक करने के लिए समय मांगा है.”
मामला क्या है?
अधिकारियों की ट्रांसफर और पोस्टिंग से जुडे़ दिल्ली सेवा विधेयक को लेकर राघव चड्डा पर आरोप है कि उन्होंने एक प्रस्ताव में कुछ सांसदों के नाम बिना उनकी सहमति के जोड़ दिए हैं. संसद सत्र के दौरान 11 अगस्त को चड्ढा को कई सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर के आरोप में राज्यसभा से निलंबित किया गया था.
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‘TMC का विरोध करने का पूर्व गवर्नर को मिला बड़ा इनाम…’, अभिषेक बनर्जी ने लगाया आरोप
Abhishek Banerjee Protest: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) पश्चिम बंगाल में मनरेगा (MGNREGA) के फंड को कथित तौर पर केंद्र की ओर से रोके जाने को लेकर पूरी तरह से मुखर है. इसको लेकर अभिषेक बनर्जी कोलकाता में राजभवन के पास धरना भी देने से पीछे नहीं हटे रहे हैं.
टीएमसी सांसद ने अब गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल (जगदीप धनखड़) को टीएमसी सरकार (TMC Government) का लगातार विरोध करने का इनाम मिला है. इस विरोध के इनाम के तौर पर उनको भारत का उपराष्ट्रपति बनाया गया है.
बताते चलें कि मनरेगा फंड को लेकर टीएमसी सांसद बनर्जी लगातार आवाज उठा रहे हैं. पिछले दिनों नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर केंद्र सरकार (Central Government) के खिलाफ 2 दिनों तक विरोध प्रदर्शन करने के बाद बनर्जी ने गत 5 अक्टूबर की शाम से राजभवन के पास धरना देने की शुरुआत की थी.
इस दौरान टीएमसी नेता ने कहा था कि जब तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉक्टर सीवी आनंद बोस (Dr. CV Ananda Bose) मनरेगा को लेकर 2 सवालों का जवाब नहीं दे देते तब तक वह यहीं बैठे रहेंगे. उनके साथ पार्टी के नेता भी धरना मंच पर मौजूद रहे थे.
2 अक्टूबर को राजघाट पर श्रद्धांजलि के बाद किया था विरोध प्रदर्शन
बता दें सांसद अभिषेक बनर्जी की अगुवाई में टीएमसी के कार्यकर्ताओं और मनरेगा मजदूरों ने फंड जारी करने की मांग को लेकर गत 2 अक्टूबर को दिल्ली पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धंजलि दी थी और इसके बाद केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था.
टीएमसी नेताओं ने कृषि भवन पर भी दिया था धरना
विरोध प्रदर्शन के बाद 3 अक्टूबर को अभिषेक बनर्जी समेत तृणमूल कांग्रेस के अन्य कई नेता केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति (Sadhvi Niranjan Jyoti) से मुलाकात करने पहुंचे थे लेकिन उनकी मुलाकात नहीं पाई थी. इससे नाराज टीएमसी नेताओं ने कृषि भवन पर भी धरना दिया था.
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28 फरवरी को पांडिचेरी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति का दौरा रद्द
आखरी अपडेट: 27 फरवरी, 2023, 12:12 IST
पुडुचेरी (पांडिचेरी), भारत
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने विश्वविद्यालय को सूचित किया है कि वार्षिक दीक्षांत समारोह के लिए केंद्र शासित प्रदेश की यात्रा अपरिहार्य कारणों से रद्द कर दी गई है (चित्र- आईएएनएस/फाइल)
दीक्षांत समारोह, हालांकि, उस दिन निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किया जाएगा और पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन, विश्वविद्यालय के मुख्य रेक्टर के रूप में, मुख्य अतिथि होंगी।
पांडिचेरी केंद्रीय विश्वविद्यालय में 28 फरवरी को 29वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करने के लिए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का दौरा रद्द कर दिया गया है। विश्वविद्यालय के एक सूत्र ने रविवार को यह जानकारी दी।
दीक्षांत समारोह, हालांकि, उस दिन तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किया जाएगा और पुडुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर तमिलिसाई साउंडराजन, विश्वविद्यालय के मुख्य रेक्टर के रूप में अपनी क्षमता के अनुसार मुख्य अतिथि होंगी। वह दीक्षांत समारोह में निवर्तमान स्नातकों को संबोधित करेंगी और डिग्री प्रमाण पत्र वितरित करेंगी।
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सूत्र ने कहा कि उपराष्ट्रपति के सचिवालय ने विश्वविद्यालय को सूचित किया है कि वार्षिक दीक्षांत समारोह के लिए केंद्र शासित प्रदेश की यात्रा अपरिहार्य कारणों से रद्द कर दी गई है।
सूत्र ने कहा कि मुख्यमंत्री एन रंगासामी, गृह मंत्री ए नमस्सिवम और पुडुचेरी एस सेल्वागणपति (राज्यसभा) और वी वैथिलिंगम (लोकसभा) के सांसद दीक्षांत समारोह में भाग लेंगे।
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