दिल्ली के साथ-साथराजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे अन्य उत्तरी राज्यों में भी संक्रमण में वृद्धि के मामलों में इजाफा देखा जा रही है। पिछले 15 दिनों में दिल्ली में कोविड-19 के 459 मामले दर्ज किए गए हैं।
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कोविड-19
कोरोना ने डराया! JN.1 वेरिएंट के करीब 200 मामलों की हुई पुष्टि, चपेट में आए 10 राज्य
Covid-19 Sub Variant JN.1: भारत में कोविड-19 के केस लगातार बढ़ रहे हैं. इसके साथ-साथ कोविड के सब- वेरिएंट JN.1 के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है. इस बीच सोमवार (1 जनवरी) को जेएन.1 के मामलों की कुल संख्या 196 पहुंच गई है. INSACOG के आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक कोविड-19 सब-वेरिएंट JN.1 के कुल 196 मामलों का पता चला है.
INSACOG के मुताबिक ओडिशा में भी नए वेरिएंट का पता चला है. इसके साथ ओडिशा भी अब उन राज्यों में शामिल हो गया, जहां जेएन.1 के केस पाए गए हैं. अब तक देश के दस राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने वायरस के JN.1 सब-वेरिएंट का पता लगाया है.
केरल में मिले सबसे ज्यादा केस
भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के अनुसार अब तक जेएन.1 के सबसे ज्यादा 83 केस केरल से आए सामने आए हैं. इसके बाद गोवा में 51, गुजरात में 34, कर्नाटक में 8, महाराष्ट्र में 7, राजस्थान में 5, तमिलनाडु में 4, तेलंगाना में 2 और ओडिशा और दिल्ली में एक-एक केस सामने आया है.
INSACOG के डेटा के मुताबिक दिसंबर में देशभर में दर्ज किए गए कुल कोविड मामलों में से 179 केस में JN.1 वेरिएंट पाया गया था, जबकि नवंबर में इसके 17 मामले सामने आए थे.
कोविड -19 के 636 नए मामले दर्ज
वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि भारत में कोविड -19 के 636 नए मामले दर्ज किए गए. इसके साथ ही एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 4,394 हो गई है. कोविड के कारण अब तक तीन लोगों की मौत हुई है. मरने वालों में दो लोग केरल के थे, जबकि एक तमिलनाडु का था.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले साल 5 दिसंबर तक कोरोना के दैनिक मामलों की संख्या घटकर दोहरे अंक में आ गई थी, लेकिन JN.1 वेरिएंट के कारण वायरस के मामलों में फिर से बढ़ोतरी हो रही है.
देश में जनवरी 2020 में कोविड-19 फैलने के बाद से अब तक 4.50 करोड़ (4,50,13,908) मामले सामने आ चुके हैं. लगभग चार साल में वायरस के कारण देश भर में 5.3 लाख से अधिक मौतें हुईं हैं.
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देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 841 नए केस मिले, तीन राज्यों में संक्रमण से मौत
देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 841 नए मामले सामने आए हैं, जो पिछले 227 दिनों में सबसे अधिक हैं। वहीं, पिछले 24 घंटे में संक्रमण से तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 4,309 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक, 24 घंटे में केरल, कर्नाटक और बिहार में एक-एक व्यक्ति की संक्रमण से मौत हो गई।
इससे पहले 19 मई को 865 संक्रमित मिले
देश में इससे पहले 19 मई को संक्रमण के 865 नए मामले सामने आए थे। ठंड और वायरस के नए सब-वैरिएं की वजह से हाल के दिनों में संक्रमण के मामलों में तेजी आई है। इससे पहले 5 दिसंबर तक दैनिक मामलों की संख्या घटकर दहाई अंक तक पहुंच गई थी। साल 2020 की शुरुआत से अब तक लगभग चार साल में देश भर में कोरोना वायरस से लगभग साढ़े चार करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए और इससे 5.3 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, अब तक संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या 4.4 करोड़ से अधिक हो गई है। स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है। मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 220.67 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।
वायरस के सब-वैरिएंट JN.1 के मामले?
वहीं, देश में कोरोना वायरस के सब-वैरिएंट JN.1 के अब तक कुल 162 मामले आए हैं। इनमें भी केरल में सबसे अधिक 83 लोग इस सब-वैरिएंट से संक्रमित हैं, जबकि 34 मामलों के साथ गुजरात दूसरे स्थान पर है। आंकड़ों के मुताबिक, कई राज्यों ने पिछले कुछ हफ्तों में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी की जानकारी दी है और नौ राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों ने अब तक वायरस के सब-वैरिएंट जेएन.1 से संक्रमण की पुष्टि की है।
नवंबर में जेएन.1 के 17 केस मिले थे
आईएनसएसीओजी के मुताबिक, कोरोना वायरस के सब-वैरिएंट जेएन.1 से संक्रमण के केरल में 83, गुजरात में 34, गोवा में 18, कर्नाटक में 8, महाराष्ट्र में 7, राजस्थान में 5, तमिलनाडु में 4, तेलंगाना में 2 और दिल्ली में 1 मामले की पुष्टि हो चुकी है। आईएनसएसीओजी के आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर में देश में 145 संक्रमितों के जेएन.1 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, जबकि नवंबर में ऐसे 17 मामले सामने आए थे।
कर्नाटक में कोरोना की तेज रफ्तार! पिछले 24 घंटे में 2 मौत, 74 नए केस, सरकार बोली- मास्क पहनें
Covid-19 Cases in Karnataka: दक्षिण भारत के राज्य केरल के बाद अब कर्नाटक में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. साथ ही कोविड संक्रमित मरीजों की मौतों ने सरकार की चिंता और बढ़ा दी है. पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में मंगलवार (26 दिसंबर) को कोविड-19 के 74 नए मामले सामने आए हैं और दो लोगों की मौत दर्ज की गई है. दोनों मृतकों की उम्र 51 वर्ष थी. इससे सक्रिय मामलों का आंकड़ा बढ़कर 464 हो गया है तो मृतकों की संख्या 9 हो गई.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कोरोना संक्रमित मरीजों और मौतों के आंकड़ों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गई है. कर्नाटक सरकार ने कोरोना वायरस के नये वेरिएंट जेएन.1 (Corona JN.1 variant) से फैल रहे संक्रमण मामले के मद्देनजर लोगों को मास्क लगाने और कोविड-19 संबंधी उचित व्यवहार का पालन करने के लिए कहा है. कोविड-19 को लेकर गठित कैबिनेट की सब-कमेटी ने कई उपायों को अपनाने का निर्णय लिया है.
केंद्र से मांगी कॉर्बेवैक्स वैक्सीन की 30,000 डोज
इन सभी उपायों में मास्क पहनना, लक्षण वाले बच्चों को स्कूल न भेजना, सामाजिक दूरी जैसे कोविड-19 संबंधी उचित व्यवहार का पालन करना, 7 दिनों तक होम आइसोलेशन और संक्रमित मरीजों को छुट्टी देना आदि प्रमुख रूप से शामिल है. बुजुर्गों और कई बीमारियों से पीड़ित लोगों को ‘एहतियाती टीका’ लगाने और इस उद्देश्य से केंद्र से कॉर्बेवैक्स टीके (Corbevax vaccine) की 30,000 डोज प्राप्त करने का भी निर्णय लिया गया है. इस संबंध में सरकार की ओर से जल्द ही डिटेल्ड गाइडलाइन जारी की जाएगी.
राज्य में 6,403 लोगों ने कराया कोरोना टेस्ट
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 44 मरीजों को छुट्टी दे दी गई है और 4,680 आरटी-पीसीआर और 1,723 रैपिड एंटीजन टेस्ट समेत कुल 6,403 टेस्ट किए गए हैं. पॉजिटिविटी रेट 1.15 फीसदी है जबकि मामले की मृत्यु दर 2.70 फीसदी है.
विभाग के मुताबिक सबसे ज्यादा टेस्ट बेंगलुरु में हुए. यहां पर 2,104 लोगों ने अपना टेस्ट कराया जिसमें से 57 को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. बाकी अन्य जिलों की तुलना में यह सबसे ज्यादा हैं.
गंभीर सांस की बीमारी से ग्रसित थे दोनों मृतक
राज्य में जिन दो मरीजों की मौत हुई है, उनमें से एक को 22 दिसंबर को बुखार, खांसी और सांस फूलने के लक्षणों के बाद दक्षिण कन्नड़ में भर्ती कराया गया था. उन्हें गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (severe acute respiratory infection) था और 23 दिसंबर को उनकी मौत हो गई. उन्हें टीका नहीं लगाया गया था.
बुलेटिन में कहा गया है कि दूसरे मरीज को 20 दिसंबर को खांसी और सांस फूलने के लक्षणों के चलते मैसूर में भर्ती कराया गया था और 25 दिसंबर को उनकी भी मृत्यु हो गई. उन्हे गंभीर श्वसन संक्रमण भी था, लेकिन उनको टीका लगाया गया था.
होम आइसोलेशन में चल रहा 423 लोगों का इलाज
हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, कुल सक्रिय 464 मामलों में से 423 लोग होम आइसोलेशन में हैं, जबकि बाकी 41 मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसमें कहा गया है कि अस्पताल में भर्ती लोगों में से 16 को आईसीयू और 25 को सामान्य वार्ड में भर्ती कराया गया है.
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कोरोना ने कर्नाटक में पकड़ी रफ्तार, एक दिन में आए 125 केस, जेएन 1 वैरिएंट के 34 मामले
Covid 19 in Karnataka: कर्नाटक में कोविड 19 के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सोमवार (25 दिसंबर) को कोविड-19 के 125 नए मामले सामने आए. इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों की कुल संख्या 436 हो गई है. इस दौरान तीन लोगों की संक्रमण से मौत हो गई.
इस संबंध में कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने कहा, “पिछले 24 घंटों में 30 मरीजों को छुट्टी दे दी गई है. अब तक कुल 3,155 टेस्ट किए गए हैं. इनमें 2,072 आरटी-पीसीआर और 1,083 रैपिड एंटीजन टेस्ट शामिल हैं. इसमें कहा गया है कि मरने वाले सभी मरीजों ने सांस फूलने की शिकायत की थी. फिलहाल 400 लोग होम आइसोलेशन में हैं, जबकि 36 अस्पताल में भर्ती हैं.”
जेएन.1 वेरिएंट के 34 मामले
कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार (25 दिसंबर) को कहा कि राज्य में अब तक कोविड-19 के वैरिएंट जेएन.1 के 34 मामले पाए गए हैं. इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा था कि कर्नाटक में अब तक जेएन.1 के लगभग 35 मामलों का पता चला है. इनमें से 34 मामले JN.1 वायरस के हैं. इनमें से 20 केस अकेले बेंगलुरु शहर से हैं.
कोविड-19 पॉजिटिव मामलों के नमूनों की जांच पूणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) और बेंगलुरु के नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज (एनसीबीएस) में की गई. विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि 192 नमूनों में से 60 नमूनों के जीनोम सिकुएंस आ गए हैं. इनमें से कुल 34 केस जेएन.1 वैरिएंट के हैं. बाकी पॉजिटिव केस के परिणाम बुधवार तक उपलब्ध हो सकते हैं.
पाबंदी लगाने से फैल सकती है दहशत
पीटीआई के मुताबिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि वर्तमान में WHO और भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने JN.1 को वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (VoI) के रूप में वर्गीकृत किया है, न कि वैरिएंट ऑफ कंसर्न (VoC). ऐसे में किसी भी तरह की पाबंदी लगाने से लोगों में दहशत फैल सकती है. हालांकि, राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर, तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) के परामर्श के बाद राज्य सरकार ने भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाने और फेस मास्क पहनने जैसी सावधानियां बरतने को कहा है.
‘सावधानी बरतें लोग’
प्रेस रिलीज में लोगों से क्रिसमिस और नए साल के जश्न के दौरान सुरक्षित समारोहों का आह्वान करने की अपील की गई है. इसमें कहा गया है कि लोग सोशल डिस्टेंस, चेहरे पर मास्क लगाना और हाथ साफ करने जैसी सावधानियों का पालन करे.
वहीं, राज्य सरकार की कैबिनेट सब-कमेटी राज्य में कोविड -19 स्थिति के प्रबंधन के लिए उठाए जाने वाले आगे के उपायों पर तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) की गई सिफारिशों पर चर्चा करने के लिए कल बैठक करेगी.
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