<p>NCP Crisis: महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) के अजित पवार गुट का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है. अजित ग्रुप का कहना है कि एक ही नाम पर अकाउंट होने की शिकायत शरद पवार गुट ने की थी जिसके बाद अकाउंट सस्पेंड हुआ है.</p>
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अजित पवार
शरद पवार के चलते कोश्यारी ने राज्यपाल पद से दिया था इस्तीफा? भगत दा ने उठाया राज से पर्दा
Bhagat Singh KOshyari On Pawar: भगत दा के नाम से मशहूर भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में खूब सुर्खियां बटोरी थीं. सुबह तड़के देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार का शपथ ग्रहण समारोह हो या उद्धव ठाकरे की सरकार को फ्लोर टेस्ट का निर्देश देना हो, ऐसे कई फैसले रहे जिसे लेकर उनके ऊपर सवाल भी उठे.
कोश्यारी ने इसी साल जनवरी में राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे को लेकर भी कई चर्चाएं होती हैं. अब भगत सिंह कोश्यारी ने राजभवन के कई राजों से पर्दा उठाया है.
दबाव की बात से किया इनकार
भगत सिंह कोश्यारी ने इंडिया टुडे के स्टेट ऑफ दे स्टेट- उत्तराखंड फर्स्ट कार्यक्रम में कई सवालों के जवाब दिए. इसी में उनसे सवाल किया गया कि कहा जाता है कि इस्तीफे की वजह एनसीपी नेता शरद पवार की तरफ से दबाव था. इस पर कोश्यारी ने कहा कि शरद पवार जी इस देश के वरिष्ठ नेताओं में हैं, जिनका आज भी सभी सम्मान करते हैं.
कोश्यारी ने दबाव की बात से इनकार करते हुए कहा कि शरद पवार ने मुलाकात के दौरान अपने मन की बात उनसे कही थी. ऐसा कुछ भी नहीं था. राजनीति में अंदर कुछ कहते हैं, बाहर कुछ कहते हैं.
अजित पवार की तारीफ, तंज भी
अजित पवार के सवाल पर कोश्यारी ने थोड़ा तंज कसा और तारीफ भी की. कोश्यारी ने कहा, अजित पवार महाराष्ट्र में एक सुलझे हुए राजनेता हैं. उत्तराखंड के सीएम रह चुके भगत सिंह कोश्यारी ने बिना नाम लिए अपने ही राज्य के एक पूर्व सीएम से अजित पवार की तुलना की और कहा कि जैसे हमारे प्रदेश में एक बड़े नेता हैं, वो कितनी बार हार जाएं वो हार नहीं मानते, ऐसे ही अजित पवार भी ऐसे व्यक्ति हैं, उनकी जितनी भी बार डिप्टी सीएम बनने को कहो वे तैयार रहते हैं. इसलिए कभी-कभी उनपर दया भी आती है.
कोश्यारी ने आगे कहा, अजित पवार होशियार आदमी हैं. उनका जनाधार बहुत है. संगठन में मजबूत पकड़ है. एनसीपी के अधिकांश विधायक अजित पवार के साथ हैं. इसलिए उनका अपना स्थान है.
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मुंबई: महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में 2 गुट बन चुके हैं। एक गुट सीनियर एनसीपी नेता शरद पवार का है, वहीं दूसरा गुट उनके भतीजे और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार का है। शरद और अजित गुट, महाराष्ट्र की चुनावी राजनीति में अपनी जमीन तैयार करने में जुट गए हैं। शरद पवार गुट के महाराष्ट्र अध्यक्ष जयंत पाटिल ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें वो आगामी भविष्य में होने वाले सभी चुनावों में किसानों, युवाओं और महिलाओं की आवाज बुलंद करने के लिए शरद पवार को मजबूत करने की अपील कर रहे हैं और एकनिष्ठता की मुहिम में शामिल होने की बात कह रहे हैं।
नंबर पर मिस्ड कॉल देकर बन सकते हैं सदस्य
एक वीडियो में जयंत पाटिल की ओर से एक नंबर जारी किया गया है और उस नंबर पर मिस्ड कॉल देकर लोगों को सदस्य बनने की अपील की गई है। इसके साथ ही ये कहा जा रहा है कि राष्ट्रवादी संगठन को मजबूत करें। बता दें कि दोनों गुटों (शरद पवार और अजित पवार) को चुनाव आयोग द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब भी देना है। ऐसे में संगठन का मजबूत होना भी जरूरी है।
अजित पवार गुट ने भी राज्यव्यापी दौरे की योजना बनाई
वहीं दूसरी ओर अजित पवार गुट ने भी अजित पवार के राज्यव्यापी दौरे की योजना बनाई है, जिसका उद्देश्य नए लोगों को संगठन से जोड़ना और पुराने लोगों की एकनिष्ठा को सुनिश्चित करना है। अजित पवार एनडीए का हिस्सा हैं, वहीं शरद पवार विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का अहम हिस्सा हैं। दो गुटों में बंटी एनसीपी को दो अलग विचारधारा के लोगों को जोड़ना है और उसका परिवर्तन वोट में हो, उसकी कवायद भी अभी से शुरू कर दी गई है।
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विरोधी से मुलाकात और साथियों का सवाल, खुद बताया क्या चाहते हैं शरद पवार?
Sharad Pawar On Prithviraj Chauhan: कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण के ऑफर वाले बयान को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ शरद पवार ने बुधवार (16 अगस्त) को पलटवार किया. उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर भी तंज कसा.
पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने कहा, ”कांग्रेस के नेता अगर कोई बयान दे रहे हैं तो मुझे इसकी जानकारी नहीं, लेकिन अजित पवार से मीटिंग के दौरान किसी ऑफर पर बात नही हुई है. अजित पवार ने बैठक के दौरान ऐसी कोई बात नहीं बोली.”
उन्होंने आगे कहा कि देवेंद्र फडणवीस कह रहे थे कि वो फिर से आएंगे, लेकिन आए दूसरे पद पर यानी उपमुख्यमंत्री, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं बने.
पृथ्वीराज चव्हाण ने क्या दावा किया?
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया था कि भतीजे अजित पवार ने चाचा शरद पवार को मुलाकात के दौरान ऑफर दिया है. उन्होंने कहा, ” अजित पवार ने शरद पवार को दो ऑफर दिए. इसमें पहला था कि वो केंद्र में कृषि मंत्री बन जाएं या फिर नीति आयोग के चेयरमैन का पद संभाल लें.”
बता दें कि शनिवार को पुणे में एक कारोबारी के आवास पर शरद पवार और अजित पवार के बीच मुलाकात हुई थी. इससे पहले भी दोनों नेताओं की एनसीपी में टूट के बाद चार बार मुलाकात हो चुकी है. इन मुलाकातों ने एमवीए के नेताओं को संशय में डाल दिया है.
क्या एमवीए का गठबंधन टूटेगा?
कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना की तरफ से एनसीपी को अलग करके चुनाव लड़ने की अटकलों पर शऱद पवार ने कहा कि ऐसा कुछ भी नही है. सिर्फ ये चर्चा है, लेकिन इसमें हकीकत नहीं है. उन्होंने बीजेपी के साथ जाने के सवाल पर कहा कि ऐसा नहीं होगा. दरअसल, तीनों पार्टी महाविकास अघाडी (MVA) का हिस्सा है.
शरद पवार बीजेपी पर क्या बोले?
शरद पवार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो लोगों को बांट रही है. उन्होंने कहा, ” देश की सत्ता बीजेपी और उसके सहयोगियों के हाथ में है. उनकी भूमिका समाज में एकता बनाए रखने की है, लेकिन वे लोगों को बांट रहे हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं कि कैसे उन्होंने (बीजेपी) ने राज्य सरकारों को गिराया- जैसे गोवा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में भी. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के बाद क्या हुआ, यह सभी ने देखा है.
पीएम मोदी का किया जिक्र
शरद पवार ने मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर शरद पवार ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य की स्थिति चिंताजनक है. ऐसे में प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी को वहां जाकर लोगों को विश्वास में लेना चाहिए है.
अजित पवार क्या बोले?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि शरद पवार के साथ उनकी मुलाकात के दौरान कुछ खास बात नहीं हुई. उन्होंने कहा, ‘‘पवार साहब (शरद पवार) पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं. मीडिया परिवार के सदस्यों के बीच हुई बैठक को तरह-तरह का प्रचार दे रहा है, जिससे भ्रम पैदा हो रहा है. यह सोचने का कोई कारण नहीं है कि बैठक में कुछ भी असामान्य हुआ.’’
कांग्रेस क्या बोली?
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने सोमवार (14 अगस्त) को कहा कि जब दोनों नेता (शरद पवार और रिश्तेदार हैं, तो उन्हें गुप्त रूप से मिलने की क्या जरूरत थी. ऐसी मुलाकातें लोगों में भ्रम पैदा करती हैं.
उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने क्या कहा?
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया, ‘‘ऐसी आशंका है बीजेपी के ‘चाणक्य’, अजित को शरद पवार से मिलने के लिए भेजकर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि इस तरह की मुलाकातें शरद पवार की छवि को धूमिल कर रही हैं और यह अच्छा नहीं है.’’
इनपुट-भाषा से भी.
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सीनियर-जूनियर पवार की सीक्रेट बैठक पर महाराष्ट्र NCP प्रमुख बोले- ‘पता नहीं मीटिंग में क्या हुआ
Maharashtra Politics: हाल ही में पुणे में उद्योगपति अतुल चोरडिया के कोरेगांव पार्क स्थित घर पर पवार परिवार के बीच साढ़े तीन घंटे से ज्यादा समय तक मीटिंग हुई, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ गईं. इस बीच महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने रविवार (13 अगस्त) को कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उनके बागी भतीजे अजित पवार के बीच पुणे में बंद कमरे में हुई बैठक में क्या हुआ?
मीटिंग को लेकर शरद पवार, अजित और जयंत पाटिल ने यह खुलासा नहीं किया कि चोरडिया के आवास पर क्या हुआ था? यह बैठक 4 बजकर 45 मिनट तक चली. इसके बाद शरद पवार एक अन्य समारोह में भाग लेने के लिए चले गए, जबकि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार और पार्टी नेता जयंत पाटिल शाम 6.30 बजे तक वहीं मौजूद रहे.
‘यह सीक्रेट बैठक नहीं थी’
हालांकि, जयंत पाटिल ने दावा किया कि वह बैठक से जल्दी चले गए और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पवार परिवार के बीच बैठक में क्या हुआ. पाटिल ने रविवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बताया कि यह कोई सीक्रेट बैठक नहीं थी. उन्होंने कहा, “मैं पवार साहब के साथ एक परिचित के यहां गया और जल्दी निकल गया. मुझे नहीं पता कि बाद में क्या हुआ.”
अजित पवार गुट में शामिल होने की अटकलें
इस मुलाकात से पाटिल के अजित पवार गुट में शामिल होने की अटकलें और तेज हो गईं. इस बारे में उनसे पूछा गया तो पाटिल ने कहा कि वह इस मामले में अपना रुख पहले ही साफ कर चुके हैं.
परिवार में बातचीत बनाए रखना गलत नहीं
यह पूछे जाने पर कि क्या वह शरद पवार के साथ हैं तो पाटिल ने कहा, “हां, अपने मन में कोई संदेह न रखें.” वहीं, एनसीपी विधायक रोहित पवार का कहना है कि उन्हें पार्टी संस्थापक और डिप्टी सीएम के बीच बैठक की जानकारी नहीं है, लेकिन अगर बैठक हुई भी है, तो परिवार में कम्युनिकेशन बनाए रखने में क्या गलत है.
शिव सेना ने बैठक को नहीं दिया महत्व
इस बीच शिव सेना (उद्धव गुट) ने एनसीपी की सीक्रेट मीटिंग को अधिक महत्व नहीं दिया है. इसको लेकर संजय राउत ने कहा कि स्ट्रॉन्ग मराठा शख्स ने अपने भतीजे को 31 अगस्त और 1 सितंबर को यहां विपक्षी गुट ‘इंडिया’ की बैठक में शामिल होने के लिए कहा होगा.
इंडिया में शामिल होने के लिए दिया होगा निमंत्रण
संजय राउत ने कहा, “अगर नवाज शरीफ और पीएम नरेंद्र मोदी मिल सकते हैं, तो शरद पवार और अजीत पवार क्यों नहीं? मीडिया से पता चला है कि कल दोनों पवार की मुलाकात हुई. सीनियर पवार जल्द ही इस पर बात करेंगे. मुझे लगता है कि शरद पवार ने अजित पवार को इंडिया ब्लॉक की बैठक के लिए आमंत्रित किया था.”
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