पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक बार फिर राज्य सरकार पर हमला बोला है. शुभेंदु अधिकारी जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र की मौत को लेकर विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाना चाहते थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि जादवपुर देश विरोधी ताकतों का अड्डा बन गया है. कट्टरपंथी वामपंथी संगठन वहां सक्रिय हैं. जादवपुर में जो कुछ हुआ उसके लिये राज्य सरकार जिम्मेदार है. इस मामले में एनआईए जांच आवश्यक है. इन सबके बीच ही भाजपा विधायकों ने विधानसभा में हंगामा करते हुए वाॅकआउट कर दिया.
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West Bengal Breaking News Live : राज्य मानवाधिकार आयोग ने जादवपुर मामले में डीन रजत रॉय को किया तलब
राज्य मानवाधिकार आयोग ने जादवपुर मामले में डीन रजत रॉय को किया तलब
राज्य मानवाधिकार आयोग ने जादवपुर घटना में डीन रजत रॉय को तलब किया है. उन्हें आज सुबह 11 बजे के बाद आयोग के दफ्तर आने को कहा गया है. सूत्रों के मुताबिक डीन से पूछा जाएगा कि उस रात जब उन्हें फोन आया तो उन्होंने क्या किया. रजत रॉय ने किसे किया फोन और क्या कार्रवाई हुई?
शुभेंदु का आरोप : उन्हें जान से मारने की कोशिश की गई, भाजपा नेता ने थाने में दर्ज कराया एफआईआर
पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि जब वह जादवपुर के युवा मोर्चा की बैठक से लौट रहे थे तो उन पर ‘पूर्व नियोजित’ हमला किया गया था. उन्हें जान से मारने की कोशिश की गई. शुभेंदु अधिकारी ने जादवपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी. विपक्षी दल के नेता ने दावा किया कि हमले के पीछे का संगठन ‘रिवोल्यूशनरी स्टूडेंट फेडरेशन’ (आरएसएफ) एक प्रतिबंधित माओवादी संगठन है. जादवपुर विश्वविद्यालय में एक छात्र की आकस्मिक मौत के विरोध में शुभेंदु गुरुवार को बस स्टैंड 8बी पर युवा मोर्चा की रैली में शामिल हुए. वहां बैठक के बाद आरएसएफ की ओर से उन्हें काला झंडा दिखाने का आरोप लगा है. काला झंडा दिखाने को लेकर युवा मोर्चा और एबीवीपी कार्यकर्ता व समर्थक आपस में भिड़ गए. देखते ही देखते स्थिति रणक्षेत्र का रूप धारण कर ली थी.
शुभेंदु का आराेप उनकी गाड़ी पर पत्थर भी फेंके गये
शुभेंदु को काला झंडा दिखाने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था. हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया. शुभेंदु ने आरोप लगाया कि शाम 5:40 बजे मंच से निकलते समय कुछ लोगों ने उन पर हमला किया. उनकी कार पर पत्थर भी फेंके गए. शुभेंदु ने यह भी आरोप लगाया है कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. पुलिस में दर्ज शिकायत में विपक्षी नेता ने दावा किया कि उपद्रवियों के पास आग्नेयास्त्र हो सकते थे. इसलिए सुरक्षा गार्डों ने मजबूरी में हस्तक्षेप किया. उन्हें वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया.
आरएसएफ ने दावा किया कि यह हमला बीजेपी ने कराया
उधर, आरएसएफ ने दावा किया कि यह हमला बीजेपी ने कराया है. एपीडीआर के महासचिव रंजीत शौर ने घटना की कड़ी निंदा की है और आरोप लगाया है कि केंद्रीय सेना के जवानों ने आरएसएफ कार्यकर्ताओं को पीटा. तृणमूल ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है.
बीरभूम जिला परिषद के अध्यक्ष बने काजल शेख ने लिया शपथ, कहा : अनुब्रत मंडल को झूठे मामले में फंसाया गया
बीरभूम, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल में 11वीं बीरभूम जिला परिषद के अध्यक्ष पद की शपथ तृणमूल कांग्रेस के जिला पार्टी कोर कमेटी के सदस्य काजल शेख ने बुधवार को ली. इस दौरान अन्य सभी जिला परिषद के सदस्य गणों ने भी शपथ लिया. इस दौरान मीडिया से बात चीत करते हुए नए जिला परिषद अध्यक्ष काजल शेख ने कहा की अनुब्रत मंडल को झूठे मामले में फंसाया गया है. वह जल्द ही तिहाड़ जेल से बाहर आएंगे. बीरभूम जिले का फिर से अनुब्रत मंडल मार्गदर्शन करेंगे. 11वीं बीरभूम जिला परिषद के अध्यक्ष पद की शपथ लेने के बाद काजल शेख की यह टिप्पणी की. उन्होंने यह भी कहा, मैंने राजनीति को पेशे के तौर पर नहीं लिया, यह मेरी लत है. मैंने न कभी कुछ लिया है, न लेने दूंगा.
51 विजयी उम्मीदवार बीरभूम जिले के सिउड़ी स्थित जिला परिषद के कार्यालय में थे उपस्थित
तृणमूल कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में बीरभूम और बोलपुर की दो लोकसभा सीटों पर 3 से 4 लाख वोटों से जीत हासिल करेंगी. नए जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के स्वागत के लिए बीरभूम जिला परिषद के बगल में एक अस्थायी मंच बनाया गया था. स्वागत समारोह के मंच पर पार्टी नेताओं की मौजूदगी में काजल शेख ने जिला परिषद के अध्यक्ष पद का शपथ लिया. बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस कोर कमेटी सदस्य काजल शेख ने बुधवार सुबह शपथ ग्रहण कार्यक्रम में जाने से पहले नानूर के पापुड़ी गांव में अपनी मां के चरणों में झुककर आशिर्वाद लिया. इस दिन बीरभूम जिला जिला परिषद के 51 विजयी उम्मीदवार बीरभूम जिले के सिउड़ी स्थित जिला परिषद के कार्यालय में उपस्थित थे.
जिलाधिकारी बिधान राय ने काजल शेख को दिलाई शपथ
बीरभूम के जिलाधिकारी बिधान राय ने काजल शेख को शपथ दिलाई. इसके अलावा स्वर्णलता सोरेन बीरभूम जिला परिषद की उपाध्यक्ष बनी हैं. स्वाभाविक रूप से, जिला परिषद के शपथ ग्रहण समारोह के बाद तृणमूल की ओर से एक घरेलू समारोह का आयोजन किया गया था.वहां नये जिला परिषद अध्यक्ष एवं जिला परिषद उपाध्यक्ष समेत जिला परिषद सदस्यों का स्वागत किया गया. स्वागत समारोह में सांसद शताब्दी राय, मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा, सिउड़ी विधायक बिकास राय चौधरी समेत जिला तृणमूल नेतृत्व मौजूद था. इस दिन शपथ लेने के बाद काजल ने कहा कि बीरभूम जिले का समग्र विकास मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिखाए रास्ते पर आगे बढ़ेगा. हमारा पहला उद्देश्य यह है कि जिले के अन्य सभी अधिकारियों के परामर्श से बीरभूम जिले को कैसे गति दी जाए.