मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम और मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहीं उमा भारती ने कहा है कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने जा रही हैं। उमा भारती ने कहा कि वह गंगा सफाई के लिए समर्पित रहेंगी।
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Uma Bharti
Photos: प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान इन हस्तियों की नम हो गईं आंखें – India TV Hindi
आज अयोध्या में उस स्थान पर बने राम मंदिर में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हो गई, जहां उनका जन्म हुआ। इस लम्हें का इंतजार असंख्य़ रामभक्त और लाखों कारसेवकों ने दशकों से किया है और जब ये क्षण उनकी आंखों के सामने सच होता दिखा तो सरयु नदी की झिर उनकी आंखों से फूट पड़ी। इस दौरान मंदिर परिसर में कई सारे ऐसे लोग भी उपस्थित थे जो राम मंदिर आंदोलन के बड़े चेहरे रहे हैं। इस मौके पर पीएम मोदी तो भावुक हुए ही, जब भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हुई तो मंदिर के बाहर दर्शकदीर्घा में बैठी साध्वी ऋतम्भरा, उमा भारती, रवि शंकर प्रसाद जैसे कई सारे लोगों की भी आंखे नम हो गईं।
साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती गले मिलते ही रो पड़ीं
राम मंदिर आंदोलन की फायरब्रांड नेता और हिंदुत्व नेता साध्वी ऋतंभरा राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के दौरान भावुक हो गईं। उनकी ये तस्वीर भी सामने आई है। साध्वी ऋतंभरा के साथ ही बीजेपी नेता उमा भारती भी भावुक हो गईं। बता दें कि राम मंदिर आंदोलन में उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा ने अहम भूमिका निभाई थी। सोमवार को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए दोनों अयोध्या पहुंचीं हैं। उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा जब एक-दूसरे के गले मिले तो गले मिलते ही वे रो पड़े। उन्होंने आज होने वाले लंबे समय से प्रतीक्षित कार्यक्रम के लिए एक-दूसरे को बधाई भी दी।
जब रो पड़ीं साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती
दोनों पर बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार, अशोक सिंघल, गिरिराज किशोर और विष्णु हरि डालमिया सहित कई प्रमुख भाजपा और संघ परिवार के नेताओं के साथ आरोप लगाए गए थे। इन सभी को 30 सितंबर, 2020 को एक विशेष अदालत ने बरी कर दिया था।
रविशंकर प्रसाद और स्वामी रामदेव भी हुए भावुक
रविशंकर प्रसाद और स्वामी रामदेव भी भावुक
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद की आंखें भी भर आईं। इसके साथ ही योग गुरू स्वामी रामदेव की भी भावुक तस्वीर सामने आई है। इतना ही नहीं इस मौके पर जब स्वामी गोविंद देव गिरी जी महारज प्रधानमंत्री मोदी के प्राण प्रतिष्ठा से पहले कठिन व्रत के बारे में बता रहे थे, उस मौके पर पीएम मोदी भी भावुक हो गए थे।
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आरक्षण को लेकर सामने आया मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती का बयान, कह दी ये बात
भोपाल: आरक्षण को लेकर मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता है। एससी-एसटी बोलें कि उन्हें आरक्षण नहीं चाहिए तभी व्यवस्था बदल सकती है। दरअसल मध्य प्रदेश में चुनावी साल के दौरान ‘माई का लाल’ मुद्दा एक बार फिर सामने आया है। शिवराज सिंह चौहान के बाद इस बार पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने यह नारा छेड़ा है। सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान उमा भारती ने मंच से कहा कि ‘कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता।’
उमा ने आरक्षण का खुलकर समर्थन किया
उमा भारती ने सोमवार को भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान आरक्षण का खुलकर समर्थन किया। भोपाल में पिछड़ा वर्ग के एक कार्यक्रम में उमा भारती ने कहा कि ओबीसी को सरकारी नौकरी में 27% आरक्षण मिलना चाहिए और एससी-एसटी के अलावा गरीब सवर्णों का भी आरक्षण होना चाहिए। यह व्यवस्था सिर्फ तब बदलेगी जब एसटी-एससी खुद बोलें कि उन्हें आरक्षण नहीं चाहिए।
आरक्षण पर अपनी बात रखते हुए उमा भारती ने कहा कि इस मसले को लेकर पूरे देश को एक होना चाहिए कि ओबीसी का आरक्षण होना चाहिए। एसटी-एससी का आरक्षण होना चाहिए। सरकारी नौकरियों में ओबीसी का 27% आरक्षण होना चाहिए और गरीब सवर्णों का भी 10% आरक्षण होना चाहिए। मैंने कई ब्राह्मणों और वैश्य को भी बहुत गरीब देखा है। या तो इस देश की व्यवस्था ही ऐसी हो जाए कि आरक्षण की स्थिति ना रहे। वो स्थिति तब आएगी जब एसटी-एससी खुद कहेंगे कि हमें आरक्षण नहीं चाहिए। उसके पहले यह स्थिति खत्म नहीं की जा सकती। कोई माई का लाल आरक्षण को खत्म नहीं कर सकता। जब तक समाज में एक भी व्यक्ति अधिकरों से वंचित रहेगा, तब तक आरक्षण खत्म नहीं हो सकता।
शिवराज भी कह चुके हैं ये बात
इससे पहले साल 2018 में शिवराज सिंह चौहान ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था, ‘हमारे होते हुए कोई ताकत, कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता’ और उसके बाद चुनाव के दौरान सवर्ण वर्ग ने उनके इस बयान का जमकर विरोध किया था।
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