Uddhav Thackeray
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शिवसेना में दो फाड़ के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे प्रदेश में नई राजनीतिक जमीन तैयार करने के लिए पूर्व की जनता पार्टी से संबंधित सेकुलरवादी छोटी-छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करने की तैयारी में हैं। कांग्रेस और एनसीपी जैसी पार्टियों के साथ गठबंधन कर सत्ता में आने के बाद अब 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उद्धव ठाकरे समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष विचारों की पोषक जनता परिवार की उन पार्टियों से हाथ मिलाने की तैयारी में है जो सूबे की राजनीति में दशकों से हाशिए पर हैं।
उद्धव ठाकरे आगामी 15 अक्तूबर रविवार को राज्य के समाजवादी जनता परिवार के सभी दलों और संगठनों के साथ बैठक करेंगे। चर्चा है कि इस बैठक में समाजवादी जनता पार्टी-जदयू आदि और शिवसेना (यूबीटी) के बीच गठबंधन पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। यह बैठक बांद्रा स्थित एमआईजी क्लब में होगी, जिसमें डेढ़ सौ लोगों को आमंत्रित किया गया है। जनता दल (यू) के महासचिव और राज्य विधान परिषद के सदस्य कपिल पाटिल के अनुसार इससे पहले 24 अगस्त को पुणे में बैठक हो चुकी है। मुंबई में दूसरी बैठक हो रही है जिसमें उद्धव ठाकरे अन्य नेताओं के साथ संवाद करेंगे। इस बैठक में समाजवादी जनता परिवार के नेताओं के अलावा विचारक, सामाजिक कार्यकर्ता और श्रमिक संगठनों के नेता भी हिस्सा लेंगे। पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र में समाजवादी जनता परिवार से संलग्न पार्टी और संगठनों का करीब 7 से 8 फीसदी वोट है। यह वोटबैंक जुड़ने से शिवसेना ही नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन और अधिक मजबूत होगा।
शिवसेना 22 बार कर चुकी है समाजवादियों के साथ गठबंधन
दिवंगत बाल ठाकरे ने 19 जून 1966 को शिवसेना की स्थापना की थी। तब से लेकर अब तक शिवसेना 22 बार धर्मनिर्पेक्ष, समाजवादी पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुकी है, जिसमें मुस्लिम लीग भी शामिल रही है। दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री जार्ज फर्नांडिस के साथ शिवसेना के गठबंधन को मुंबई में अब भी याद किया जाता है। शिवसेना ने 1968 में पहली बार बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) का चुनाव लड़ा था। तब बाल ठाकरे ने प्रजा समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता मधु दंडवते के साथ गठबंधन किया था। उसके बाद 1973 में रिपब्लिकन पार्टी (गवई गुट) से समझौता किया था। मुंबई में कांग्रेस की मदद से शिवसेना का पहला महापौर बना था। उस समय शिवसेना ने सुधीर जोशी को महापौर बनाने के लिए मुस्लिम लीग से भी हाथ मिलाया था।