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पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों का वर्चस्व हमेशा यह निर्णय करता आया है कि राज्य की सत्ता के साथ-साथ केंद्र में कौन काबिज होगा। अहीर (यादव), जाट, गुर्जर और राजपूत जैसी जातियां ज्यादातर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और इसके आस-पास के राज्यों में किसान मानी जाती हैं। किसान नेता सर छोटूराम ने इन्हीं जातियों को एक साथ जोड़ते हुए ‘अजगर’ नाम दिया था, जिसे बाद में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने और व्यापक बना दिया। चौधरी चरण सिंह ने अजगर में म-फैक्टर (मुसलमान) को जोड़ते हुए नया ‘मजगर’ फॉर्मूला तैयार किया। जिसने आगे चलकर किसान एकता और समाजवाद को नई ताकत दी।
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‘मजगर’ ने किसान एकता और समाजवाद फूंक दी नई जान
पश्चिमी उत्तर प्रदेश या इसके आस-पास के राज्यों में मुसलमान बड़े पैमाने पर पहले मुले जाट हुआ करते थे। यानी वे जाट जो अब इस्लाम में परिवर्तित हो गए हैं। यह समुदाय भी व्यापक तौर पर किसानी किया करता है। चरण सिंह की मंशा उन्हें कृषि संबंधी मुद्दों पर एकजुट कर उनकी अलग धार्मिक पहचानों पर जोर देने में निहित थी। मुसलमानों को अन्य जातियों के साथ लेकर चलने वाले चरण सिंह का जोर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामुदायिक एकता पर था। चरण सिंह का मानना था कि मजगर जातियों के बीच भले ही राजनीतिक विचारों में मतभेद हों मगर उनकी पहचान एक जैसी रहे। उनके इसी दांव ने आगे चलकर किसानों की एकता और समाजवाद में नई जान फूंक दी।
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मजगर जातियों के किसानों के इसी समीकण का आगे की पीढ़ियों ने लाभ उठाया। चौधरी चरण सिंह के निधन के बाद किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत ने किसानों की बागडोर थामी। महेंद्र सिंह टिकैत और उनके भारतीय किसान यूनियन ने किसानों के हित की लड़ाई लड़ी। टिकैत ने चुनावी राजनीति को त्याग दिया और कृषि संबंधी मांगों को उठाने पर ध्यान केंद्रित किया।
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टिकैत ने आजमाया चरण सिंह का फॉर्मूला
चौधरी चरण सिंह के बनाए समीकरण को किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत ने आजमाया। उन्होंने एक बार किसानों को दिल्ली के बोट क्लब में जुटने के लिए कह दिया। किसानों ने 5 लाख की संख्या में वहां डेरा डाल दिया। इन किसानों में मुले जाट भी शामिल थे। तब जाट-मुस्लिम एकता शानदार थी। इसका सबसे स्पष्ट उदाहरण 1989 में भोपा में हुए 40 दिन के आंदोलन में देखने को मिला। हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक रहे इस आंदोलन का नेतृत्व टिकैत कर रहे थे। यह आंदोलन एक मुस्लिम लड़की नईमा की सुरक्षित वापसी के लिए था, जिसका अपहरण कर लिया गया था।