दर्दनाक हादसे की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
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दर्दनाक हादसे की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
उत्तराखंड हाईकोर्ट
– फोटो : अमर उजाला
नीट कोचिंग के लिए कोटा नहीं जाने देने पर 15 साल की एक किशोरी हाईकोर्ट पहुंच गई। खंडपीठ ने यह कहते हुए उसकी याचिका का खारिज कर दिया कि देश में स्थिति इतनी खराब नहीं हुई है कि न्यायपालिका घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करे।
ऊधमसिंह नगर जिले की 15 वर्षीय किशोरी डॉक्टर बनाना चाहती है और इसकी कोचिंग करने के लिए वह राजस्थान के कोटा जाना चाहती है। इसके लिए पिता की तो हां है लेकिन लड़की की मां इसका विरोध कर उसके 12वीं पास होने के बाद उसका विवाह करना चाहती है। इस पर लड़की ने दादा की मदद से अदालत का रुख किया।
नई दिल्ली: देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड में चल रहे मदरसों को लेकर हर दिन कुछ नए खुलासे सामने आ रहे हैं। मदरसों की जांच के दौरान एक बार फिर चौंकाने वाला सच सामने आया है। जानकारी सामने आई है कि राज्य के मदरसों में 700 से ज्यादा हिंदू बच्चे इस्लामिक शिक्षा ले रहे हैं। उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद ने यह रिपोर्ट राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को भेजी है। आयोग ने उत्तराखंड शासन को पत्र लिखकर इस पर चिंता जताई है।
उत्तराखंड के 30 मदरसों में 749 हिंदू छात्र पढ़ाई कर रहे- रिपोर्ट
जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद के निदेशक राजेंद्र सिंह ने सूचना मांगे जाने पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष को बताया कि उत्तराखंड के 30 मदरसों में 749 हिंदू छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इन तीस मदरसों में कुल 7,399 छात्र हैं। इनमें 21 मदरसे हरिद्वार में हैं, 9 उधम सिंह नगर में और 1 मदरसा नैनीताल जिले के गूलर घाटी रामनगर में है। हरिद्वार के ज्वालापुर, बहादराबाद, लक्सर, तिलकपुरीपुरी, महावतपुर, रुड़की, मंगलौर आदि स्थानों पर हैं, जबकि, उधम सिंह नगर जिले में डाक बंगला खेड़ा, नई बस्ती, लक्ष्मीपुर, जसपुर, बाजपुर क्षेत्र में केला खेड़ा, गणेशपुरा, काशीपुर के महुआ खेड़ा आदि क्षेत्रों से हैं।
जानिए क्या है इसके पीछे की बड़ी वजह?
इन क्षेत्रों में सरकारी बेसिक माध्यमिक शिक्षा का अभाव है, क्योंकि यहां के सरकारी स्कूल कम बच्चे होने की वजह से बंद कर दिए गए हैं। ये सभी क्षेत्र ऐसे हैं, जो कि राज्य गठन के बाद मुस्लिम बहुल होते गए और यहां मदरसे खुलते चले गए। खास बात यह है कि इन हिंदू बच्चों को हरिद्वार, उधमसिंह नगर और नैनीताल जिला प्रशासन ने आरटीई एक्ट के तहत किसी स्कूल में भर्ती कराने के बारे में सुध नहीं ली।
एनसीपीसीआर ने मामले में मांगी रिपोर्ट
अभी देहरादून और नैनीताल जिले के अलावा कई स्थान ऐसे हैं, जहां सर्वे होना बाकी है। बताया जा रहा है कि यहां के मदरसों में भी बड़ी संख्या में हिंदू बच्चे मजबूरी में इस्लामिक शिक्षा ले रहे हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने उत्तराखंड के अल्पसंख्यक मामलों के प्रमुख सचिव एल फेनाई को दो नवंबर 2023 को लिखे अपने पत्र में इस बारे में विस्तृत जानकारी देने को कहा है। इसके पीछे का कारण पूछा है कि आखिर हिंदू बच्चे यहां क्यों पढ़ने जा रहे हैं? एनसीपीसीआर ने 9 नवंबर 2023 को इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
रिपोर्ट – आईएएनएस
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उत्तराखंड के मदरसों में 700 से ज्यादा हिंदू बच्चे कर रहे इस्लामिक पढ़ाई
नैनीताल: रविवार 08 अक्टूबर देर रात उत्तराखंड के नैनीताल में बड़ा हादसा हो गया। यहां एक बस कालाढूंगी रोड में घटगड के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। हादसे की सूचना मिलते ही एस.डी.आर.एफ., दमकल विभाग और नैनीताल पुलिस मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू अभियान चलाया। जानकारी के अनुसार इस बस में 32 लोग सवार थे, जिनमें से 7 लोगों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, बस हरियाणा के हिसार से आई थी। बस सवार यात्री नैनीताल घूमने आये थे। वह यहां से वापस जा रहे थे कि तभी यह हादसा हो गया। रेस्क्यू अभियान के दौरान बस में से सभी घायलों को निकाला गया और उन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया।
सात मृतकों में पांच महिलाएं शामिल
इस बस हादसे में बस चालक सहित, एक 7 वर्षीय बालिका और 5 महिलाओं के शवों को खाई से बाहर निकाल लिया गया है। घायलों में 1- सोनाली पुत्री सुभाष उम्र 23 वर्ष हिसार नौली कलर हरियाणा 2- पूजा पुत्री लिलू राम उम्र 26 3- मोनिका पत्नी प्रवीन उम्र 31 वर्ष 4- मुस्कान पुत्री सुभाष उम्र 21 वर्ष 5- कमलप्रित कौर उम्र 13 वर्ष 6- इशिता उम्र 5 वर्ष 7- विनीता उम्र 28 वर्ष 8- सोनिया उम्र 26 वर्ष 9- अमरजीत उम्र 31 वर्ष 10- रोमिला उम्र 59 वर्ष 11 – गोठान सिंह उम्र 34 वर्ष 12- प्रियंका उम्र 32 वर्ष 13- सुनीता उम्र 34 वर्ष 14- अभिषेक पुत्र निलू राम उम्र 23 वर्ष 15 – शिवेंद्र कौर उम्र 40 वर्ष 16- कपिल पुत्र उम्र 36 वर्ष 17- अंकित पुत्र विनोद कुमार उम्र 14 वर्ष 18- उर्मिला उम्र 35 वर्ष 19- रोगन पुत्र धर्म सिंह उम्र 33 वर्ष 20- करीना पुत्र प्रेम कुमार उम्र 23 वर्ष शामिल हैं।
जून में पिथौरागढ़ में हुआ था भीषण हादसा
वहीं इससे पहले जून माह में पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में भीषण सड़क हादसा सामने आया था। यहां मुनस्यारी में होकरा से पहले वाहन अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी थी। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई थी। इस सड़क हादसे में किशन सिंह, धर्म सिंह, कुंदन सिंह, निशा देवी, उमेश सिंह, शंकर सिंह, महेश सिंह, सुंदर सिंह, खुशाल सिंह और दान सिंह की मौत हुई थी। दुर्घटनाग्रस्त वाहन संख्या UK 02 TA 0845 था।
हल्द्वानी से भूपेन्द्र रावत की रिपोर्ट
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