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महाराष्ट्र में सुबह-सुबह ही आया भूकंप, दहशत में लोग, रिक्टर स्केल पर इतनी रही तीव्रता – India TV Hindi
मुंबई: महाराष्ट्र के हिंगोली में गुरुवार की सुबह भूकंप आने से अफरा-तफरी मच गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र के हिंगोली में भूकंप के एक के बाद एक दो झटके लगने से दहशत फैल गई। भूकंप का पहला झटका सुबह 6.08 मिनट पर महसूस किया गया जिसकी तीव्रता 4.5 रही, जबकि दूसरा झटका 6.19 मिनट पर आया जिसकी तीव्रता 3.6 दर्ज की गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र बिंदु अखाड़ा बालापुर का इलाका था। फिलहाल, इस भूकंप की वजह से अभी तक जानमाल के किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं आई है।
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Maharashtra: यह है राज ठाकरे और BJP की जुगलबंदी के पीछे की कहानी! लोकसभा से ज्यादा किसी और चुनाव पर हैं नजरें
Maharashtra: Raj Thackeray with Amit Shah
– फोटो : Amar Ujala/ Sonu Kumar
विस्तार
लोकसभा चुनावों से पहले महाराष्ट्र की सियासत में भाजपा एक और पार्टी के साथ गठबंधन में जाने का प्रयास कर रही है। यह गठबंधन भाजपा और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के साथ हो सकता है। अब इस गठबंधन की पड़ने वाली नींव को लेकर कहा यही जा रहा है कि उद्धव ठाकरे के विकल्प के तौर पर राज ठाकरे से हाथ मिलाया जा रहा है। ताकि महाराष्ट्र में मराठी वोट बैंक पर राज ठाकरे के माध्यम से मजबूत पकड़ बनाई जा सके। हालांकि जानकारों का कहना है कि महाराष्ट्र में राजठाकरे के पिछले चुनावों के वोट प्रतिशत ऐसे नहीं हैं, जो इसे बड़ी डील करार दे सकें। लेकिन भाजपा इस जुगलबंदी से मराठी वोटरों पर एक मनोवैज्ञानिक असर तो डाल ही सकेगी। इसके अलावा राज ठाकरे भाजपा के साथ मिलकर बीएमसी के चुनाव में अपनी मजबूत दावेदारी की जमीन तैयार कर रहे हैं।
महाराष्ट्र की सियासत में चर्चा इस बात की सबसे ज्यादा हो रही है कि आखिर राज ठाकरे और भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन किस आधार पर आगे बढ़ रहा है। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषण हिमांशु शितोले कहते हैं कि दरअसल भारतीय जनता पार्टी का राज ठाकरे के साथ गठबंधन मराठी वोटरों में एक मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा सकता है। वह कहते हैं कि 2014 के लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे को तकरीबन डेढ़ फीसदी वोट मिले थे। जबकि उसी साल विधानसभा के चुनावों में तीन फीसदी वोट मिले थे। हिमांशु कहते हैं कि उसके बाद राज ठाकरे की पार्टी का परफॉर्मेंस उतना अच्छा नहीं रहा।
हिमांशु शितोले कहते हैं कि ऐसे में यह कहना कि महाराष्ट्र में राज ठाकरे भाजपा के लिए मजबूरी हैं, पूरी तरह से गलत होगा। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राज ठाकरे के साथ भारतीय जनता पार्टी के जुड़ने से मनोवैज्ञानिक तौर पर मराठा वोटबैंक में भारतीय जनता पार्टी अपना एक असर तो छोड़ेगी। मराठी वोटरों को अपने साथ जोड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी के पास एकनाथ शिंदे जैसे नेता और उनकी पार्टी के विधायक समेत अजीत पवार का फिलहाल मजबूत साथ बना हुआ है। इसलिए राज ठाकरे भारतीय जनता पार्टी के लिए मराठी वोट बैंक को जोड़ने के लिए लिहाज से बड़ी मजबूरी बिल्कुल नहीं हैं।
महाराष्ट्र कांग्रेस को लग सकता है एक और बड़ा झटका, प्रिया दत्त छोड़ सकती है पार्टी – India TV Hindi
महाराष्ट्र में कांग्रेस को एक और झटका लगा सकता है। मिलिंद देवड़ा बाबा सिद्दीकी और अशोक चव्हाण जैसे बड़े नामों के बाद इन दिनों प्रिया दत्त को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, अब प्रिया दत्त भी कांग्रेस से अपनी राह जुदा कर सकती हैं। एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना चाहती है कि प्रिया शिवसेना से जुड़ें। एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना का एक बड़ा वर्ग पार्टी को बड़ा करने और मजबूत करने के पक्ष में है।
हार के बाद पार्टी ने कोई जिम्मेदारी नहीं दी
जानकारी दे दें कि प्रिया दत्त साल 2019 की लोकसभा चुनाव में पूनम महाजन के सामने उत्तर मध्य मुंबई से हार गई थीं तब से वह कांग्रेस पार्टी में हाशिए पर भी है, उन्हें पार्टी ने भी कोई जिम्मेदारी नहीं दी है। इससे कयास बढ़ जा रहे हैं कि प्रिया दत्त पार्टी का हाथ छोड़ सकती हैं। जानकारी के लिए बता दें कि प्रिया बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की बहन हैं।
क्या कहा प्रिया ने?
वहीं, इस बारे में प्रिया दत्त का कहना है कि वह राजनीति में सक्रिय नहीं है लेकिन अपने एनजीओ के जरिए लगातार लोगों के संपर्क में है और सामाजिक कामों में लगी रहती है। सेवा करने के लिए राजनीति में होना ही जरूरी नहीं होता और वो आरोप प्रत्यारोप की राजनीति नहीं करती। प्रिया ने आगे कहा कि सामाजिक कामों को करना ही राजनीति है फिलहाल उन्होंने किसी भी पार्टी से टिकट मांगा नहीं है।
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शरद पवार ने बारामती लोकसभा सीट से सुप्रिया सुले के नाम का किया ऐलान – India TV Hindi
बारामती: आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर शरद पवार ने अपना पहला दांव चल दिया है। शरद पवार ने बारामती लोकसभा सीट से अपनी बेटी और मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले के नाम ऐलान कर दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी लोकसभ सीट से अजित पवार अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को भी चुनावी मैदान में उतार सकते हैं। वहीं अब शरद पवार के इस ऐलान के बाद सबकी निगाहें अजित पवार के अगले दांव पर टिक गई हैं।
अभी दोनों गठबंधनों में नहीं हुआ सीट बंटवारा
हालांकि महाराष्ट्र में अभी इंडिया गठबंधन के दलों के बीच सीट बंटवारा फाइनल नहीं हुआ है। लेकिन यह तय माना जा रहा था कि बंटवारे में बारामती सीट शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के हिस्से में ही जाएगी। सूत्र बता रहे हैं कि इंडिया गठबंधन में 23 सीट पर उद्धव गुट का दावा है और 15 सीट कांग्रेस को देने की तैयारी है और 10 सीट शरद पवार के पार्टी को मिल सकती है। राजू शेट्टी के स्वाभिमानीं शेतकरी पार्टी, वंचित बहुजन आघाडी को तीनों दल अपने कोटे से सीट देंगे। लेकिन अभी तक सीट बंटवारा तय नहीं हो पाया है।
सुप्रिया सुले और सुनेत्रा पवार का वीडियो आया सामने
वहीं इस राजनीतिक जंग से पहले सुप्रिया सुले और सुनेत्रा पवार का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो को देखकर लगता है कि राजनीतिक रूप से लड़ाई कैसी भी हो लेकिन ननद और भाभी के बीच मधुर रिश्ते कायम हैं। दरअसल शनिवार को कमलेश्वर मंदिर में दर्शन करने जा रहीं सुप्रिया सुले और सुनेत्रा पवार आत्मीयता से गले मिलीं। दोनों ने एक-दूसरे का सम्मानपूर्वक अभिवादन भी किया।
शरद और अजित पवार के बीच है कड़वाहट
हालांकि जानकार बताते हैं कि अजित पवार और शरद पवार के बीच रिश्तों में कड़वाहट आ चुकी है। दोनों एक-दूसरे के ऊपर सार्वजनिक मंचों से हमला भी बोल रहे हैं। हालांकि इस दौरान वह एक-दूसरे का नाम नहीं ले रहे हैं। साथ ही कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत भी बंद चल रही है।