ज्ञानवापी के पूरे परिसर के सर्वे पर सिविल जज सीनियर डिविजन/ एफटीसी की अदालत में बहस शुरू हो गई है। वादमित्र ने कहा कि केंद्रीय गुंबद के नीचे स्वयंभू ज्योतिर्लिंग है। अब अगली बहस 12 मार्च को होगी।
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Gyanvapi Case: हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, व्यास तहखाने में पूजा रहेगी जारी; मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज
ज्ञानवापी परिसर।
– फोटो : social media
विस्तार
ज्ञानवापी के तल गृह में काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास को पूजा का अधिकार सौंपने के जिला जज वाराणसी के आदेश के खिलाफ दाखिल प्रथम अपीलों पर सोमवार बड़ा फैसला सुनाया गया। हाईकोर्ट ने कहा कि व्यास तहखाने में पूजा जारी रहेगी।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति रोहित रंजन अग्रवाल अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी की तरफ से दाखिल प्रथम अपीलों पर सुनवाई हुई। इससे पहले कोर्ट ने दोनों पक्षों की लंबी बहस के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया था।
Allahabad High Court dismisses plea challenging order permitting Hindu parties to offer puja in the ‘vyas tehkhana’ of Gyanvapi complex. pic.twitter.com/DbkADHQAIC
— ANI (@ANI) February 26, 2024
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर के व्यास तहखाने में पूजा करने के कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका को रद्द कर दिया है। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने फैसले के बाद बताया कि इलाहाबाद होईकोर्ट ने अंजुमन इंतजामिया के आदेशों की पहली अपील को खारिज कर दिया है। जिसमें वाराणसी जिला कोर्ट से पारित 17 और 31 जनवरी के आदेश को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि ज्ञानवापी परिसर के व्यास तहखाना में चल रही पूजा जारी रहेगी।
Gyanvapi Mosque case | Advocate Vishnu Shankar Jain, representing the Hindu side says “Today, the Allahabad High Court has dismissed the first appeal from orders of Anjuman Intezamia wherein the order of 17th and 31st January passed by Varanasi District Court was under challenge… pic.twitter.com/pOf5BKWQ8f
— ANI (@ANI) February 26, 2024
Ayodhya: वाराणसी से अयोध्या की दूरी 25 मिनट में होगी पूरी, काशी विश्वनाथ के बाद रामलला के दर्शन होंगे आसान
पीएम मोदी (PM Modi) आज अयोध्या (Ayodhya) में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Maharishi Valmiki International Airport) का शिलान्यास (Inauguration) करेंगे. इसके बाद देश प्रदेश से अयोध्या आने की राह सुगम व सरल हो जाएगी. धार्मिक यात्रा के नजरिए से यूपी आने वाले श्रद्धालुओं को अब वाराणसी (Varanasi) में काशी विश्वनाथ (Kashi Vishwanath) के दर्शन के बाद अयोध्या में भगवान रामलला (Lord Ramlala) का आशीर्वाद कुछ देर की यात्रा के बाद प्राप्त होगी. नए साल पर काशी-अयोध्या (Kashi-Ayodhya) तक का सफर करने में अब सिर्फ 25 मिनट लगेंगे. राममंदिर (Ram Mandir) में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद काशी से अयोध्या के बीच नई विमान सेवा शुरू होगी. इसके लिए सर्वे शुरू कर दिया गया है. 15 जनवरी के बाद विमानन कंपनियों (Aviation Companies) की ओर से नई विमान का शेड्यूल जारी करने की उम्मीद जताई जा रही है. एयरपोर्ट अधिकारियों (Airport Authorities) ने बताया कि हवाई यात्रा (Air travel) महज 25 मिनट (25 Minutes) में पूरी होगी. हालांकि रनवे, एटीआर अन्य प्रक्रियाओं में कुल 50 मिनट लगेंगे. श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए यह विमान सेवा नियमित होगी. यह बड़ी सहूलियत काशी और अयोध्या दोनों धार्मिक शहरों के लोगों के लिए होगी. वहीं टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन (Tourism Welfare Association) के उपाध्यक्ष अभिषेक सिंह (Vice-President Abhishek Singh) ने बताया कि पर्यटन में और बढ़ोतरी होगी. वर्तमान में काशी से बौद्ध गया के लिए भी विमान 25 मिनट का समय लेते हैं. एयरपोर्ट निदेशक पुनीत कुमार गुप्ता (Airport Director Puneet Kumar Gupta) ने बताया कि संभावना है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह से नई विमान सेवा का शुभारंभ हो. इसकी तैयारियां जोरों से चल रही हैं.
अयोध्या एयरपोर्ट पर उतरेगी इंडिगो की पहली फ्लाइट
महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दिल्ली से अयोध्या आने वाली पहली कॉमर्शियल फ्लाइट शनिवार को उतरेगी. इस फ्लाइट को लेकर पायलट इन कमांड कैप्टन आशुतोष शेखर आएंगे. खास बात यह है कि आशुतोष शेखर का परिवार कई पीढ़ियों से अयोध्या के श्री रामवल्लभाकुंज जानकी स्थान का अनुयायी है. यह फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिन में 2:40 बजे रवाना होगी और 4:00 बजे अयोध्या पहुंचेगी. इससे पहले ट्रायल के तौर पर तो जहाज अयोध्या के एयरपोर्ट पर उतरे हैं, लेकिन पैसेंजर लेकर आने वाली यह पहली फ्लाइट होगी. आशुतोष शेखर के साथ को-पायलट के रूप में निखिल बक्शी होंगे. देर रात तक यह तय नहीं था कि यह फ्लाइट कितनी सीटर होगी. लेकिन जानकारों का कहना है कि यह पहली फ्लाइट 186 सीटर से लेकर 332 सीटर तक हो सकती है. माना जाता है कि लंका पर विजय के बाद पहला विमान ‘पुष्पक’ अयोध्या की धरती पर रामचंद्रजी को लेकर उतरा था और अब उनके भक्तों को लेकर शनिवार को इंडिगो की पहली फ्लाइट उतरेगी.