नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व शुरू हो चुका है. छठ महापर्व पर नदी, तालाबों और जलाशयों के किनारे अर्घ्य देने के लिए छठव्रतियों की भारी भीड़ उमड़ती है. जिन छठ घाटों पर सबसे ज्यादा भीड़ होती है, वहां स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज खुद छठ घाटों का दौरा किया और वहां की व्यवस्था देखी. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ घाटों पर व्रतधारियों और श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए सभी सुविधाएं सुनिश्चित करें. हेमंत सोरेन ने कांके डैम और हटनियां तालाब छठ घाटों की साफ-सफाई, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने नदी, तालाबों, डैमों और अन्य जलाशयों में जलस्तर और गहराई वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां सुरक्षा की विशेष व्यवस्था और सभी घाटों पर विद्युत की व्यवस्था करने को कहा. मुख्यमंत्री ने कहा कि व्रतधारियों और श्रद्धालुओं को छठ घाटों पर पूरी सहूलियत और सुविधा मिले. उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसे हर हाल में सुनिश्चित करें. मुख्यमंत्री के निरीक्षण के क्रम में उनके सचिव विनय कुमार चौबे, वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा और रांची नगर निगम के प्रशासक अमीत कुमार और अन्य अधिकारी मौजूद थे.
jharkhand news hindi today
PHOTOS: झारखंड पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी, रांची में हुई पुष्पवर्षा, बोले- आशीर्वाद से अभिभूत हूं
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया. दो दिवसीय (14 और 15 नवंबर) दौरे पर मंगलवार को रांची पहुंचे पीएम मोदी बुधवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू जाएंगे और उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे.
Happy Diwali: रांची में ऐसे मनी दिवाली, घर-घर दीप जले, फूटे पटाखे, रोशनी से जगमग हुआ अपना शहर
दीपों के उत्सव दीपावली का हर किसी को इंतजार रहता है. इस बार की दीपावली भी खास रही. लोगों ने अपने घरों में घी के दीये जला. लक्ष्मी-गणेश की पूजा की और अपने लिए, अपने परिवार के लिए सुख एवं समृद्धि की कामना की. घर को बिजली की लड़ियों से जरूर सजाया गया था, लेकिन रांची में घर में लोगों ने दीपावली पर मिट्टी से बने दीये ही जलाए.
दीपावली का इंतजार बच्चों को सबसे ज्यादा होता है. नए कपड़े, अच्छे-अच्छे पकवान और मिठाइयां जो खाने को मिलतीं हैं. इन सबके अलावा घर को दीये से सजाना. घर के बाहर रंगोली बनाना और शाम को पूजा खत्म होने के बाद फुलझड़ियां और पटाखे चलाना. बच्चे खूब मस्ती करते हैं. इस बार भी दीपों के साथ बच्चों के चेहरे पर वैसी ही खुशी दिखी.
दीपावली एक तरह से स्वच्छता का भी त्योहार है. लोग घरों में कई दिन पहले से साफ-सफाई करना शुरू कर देते हैं. घर को नए तरीके से सजाने के बारे में सोचने लगते हैं. पहले फूलों से घर सजाए जाते थे, लेकिन अब आर्टिफिशियल फूलों से सजावट होती है. बिजली की लड़ियां लोग घरों में और घर के बाहर लगाते हैं. पूरा अपर बाजार सजावट के ऐसे सामानों से पटा था और लोगों ने अपनी पसंद के मुताबिक, उसकी खरीदारी की और अपने घर को सजाया.
दीपावली के त्योहार में घरौंदे का अपना अलग महत्व है. कुंवारी लड़कियां घरौंदे में लक्ष्मी-गणेश की पूजा करतीं हैं. पहले लोग खुद खरौंदा बनाते थे. अब कई सालों से बाजार में रेडीमेड घरौंदा आ गए हैं. इनको खरीदकर बच्चियां अपने मन मुताबिक सजाती हैं और शाम को पूजा करतीं हैं.
दीपावली के अवसर पर शहर के मंदिरों में विशेष तौर पर दीये जलाये जाते हैं. इस बार भी रांची के मंदिरों में दिवाली के दिन दीये जलाए गए. रांची के लक्ष्मीनारायण मंदिर में पुरोहित ने विशेष रूप से दीया जलाये और मंदिर को दीयों से सजाया.
राजधानी रांची में लोग अपने घरों को दिवाली से पहले ही लड़ियों से सजा देते हैं. चारों ओर मकानों पर रंग-बिरंगे बल्ब जलते दिख जाते हैं. ये बल्ब छठ महापर्व तक जलते हैं. तब तक अपनी रांची रोशनी में नहाई रहती है. ड्रोन से लिए गए चित्र में रंग-बिरंगी रोशनी में नहाई रांची अद्भुत नजारा देख सबको खुशी होती है.
छोटी-छोटी बच्चियों को दीपावली पर दीप से दीप जलाना और रंगों एवं फूलों से रंगोली बनाना खूब पसंद आता है. रांची की दो बच्चियां अपने घर की सजावट में लगी हैं. एक बच्ची थाल में सजे दीये को जला रही है, तो दूसरी फूलों से रंगोली बनाने की तैयारी कर रही है.
दीपोत्सव एक ऐसा त्योहार है, जिसमें परिवार के हर उम्र के लोग व्यस्त रहते हैं. राजनीतिक दलों के नेता भी इससे नहीं बचते. इस बार चूंकि अयोध्या में दीया जलाने का विश्व रिकॉर्ड बना है. रांची में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने भी दीये से जय श्रीराम लिखकर दीपावली का त्योहार मनाया.
दीपावली की खरीदारी यूं तो लोग धनतेरस के पहले से ही कर देते हैं, लेकिन दीपावली के दिन भी बाजार में कम भीड़ नहीं होती. शाम को लोग बाजार में निकलते हैं, पूरी सड़क जाम हो जाती है. कार और बाइक की कौन कहे, लोगों का चलना भी मुश्किल हो जाता है.
दीपावली के दिन लोग लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हैं, लेकिन बंगाली समुदाय के लोगों में काली पूजा का विधान है. पश्चिम बंगाल में तो दीपावली को काली पूजा के नाम से ही जाना जाता है. रांची में भी बड़ी संख्या में बंगाल के लोग रहते हैं. वे बड़ी धूम-धाम से रांची में काली पूजा का आयोजन करते हैं. इसके लिए बाकायदा सड़क को भी सजाया जाता है. तोड़णद्वार बनाए जाते हैं.
बेंगलुरु में सूर्य मंदिर के लिए ‘एक रुपया अंशदान’ लेने जमशेदपुर पहुंचे सुनील शर्मा
जमशेदपुर, अशोक झा : बेंगलुरु (कर्नाटक) के जेपी नगर में शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज की ओर से भव्य सूर्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है. एक एकड़ में बनने वाले सूर्य मंदिर के निर्माण के लिए स्व डीपी शर्मा के पुत्र सुनील शर्मा ने एक नयी पहल की है. 30 जुलाई को चेन्नई से शुरू किए गए अभियान के तहत पूरे देश में भ्रमण कर हर परिवार से मंदिर निर्माण के लिए सिर्फ ‘एक रुपया का दान’ अभियान चला रहे हैं. रविवार (पांच नवंबर) को जमशेदपुर पहुंचे सुनील शर्मा ने बताया कि अप्रैल 2023 में सूर्य मंदिर निर्माण की नींव रखी. फरवरी 2024 में वे भगवान भास्कर की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी में हैं. अभियान के तहत वे अब तक चेन्नई, रायपुर, पुणे, कोलकाता सहित कई शहरों में जा चुके हैं. मंदिर का प्रचार कर विभिन्न समाज का सहयोग प्राप्त कर रहे हैं. उनके पिता स्व डीपी शर्मा सूर्य भगवान के उपासक थे. इसलिए वे देशभर में रहने वाले शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज के परिवारों से एक-एक रुपया जमा कर मूर्ति की स्थापना करने जा रहे हैं.
सफेद संगमरमर से बन रहा है मंदिर
सुनील शर्मा ने बताया कि एक एकड़ में जेपी नगर में भव्य सूर्य मंदिर पूरी तरह से सफेद संगमरमर से बनेगा. इसके लिए कारीगर राजस्थान से बुलाए गए हैं. सफेद संगमरमर मूर्तिकला और इमारत की सजावट में उपयोग के लिए लोकप्रिय है. मंदिर के गेट से लेकर पूरा परिसर सफेद संगमरमर का ही होगा. मंदिर निर्माण प्रगति पर है. वे एक-एक रुपया संग्रह करने के लिए निकले हैं, ताकि यह संदेश जाए कि मंदिर निर्माण में सबका योगदान है. उनके साथ किशोर, अशोक, बाबूलाल, राजेंद्र, अंजू, राजेश, सूरज भी जमशेदपुर आये हुए है. जमशेदपुर में उन्हें काफी सहयोग मिल रहा है.
लोकसभा चुनाव से पहले डुमरी में एनडीए-यूपीए की अग्निपरीक्षा, बेबी देवी को चुनौती देंगी यशोदा महतो
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले झारखंड में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की अग्निपरीक्षा डुमरी में होने जा रही है. चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. झारखंड के दिवंगत शिक्षा एवं मद्य निषेध मंत्री जगरनाथ महतो की पत्नी और हेमंत सोरेन कैबिनेट की मंत्री बेबी देवी को टक्कर देने के लिए एनडीए ने यशोदा महतो को मैदान में उतारने का ऐलान किया है. यशोदा महतो आजसू-बीजेपी की संयुक्त उम्मीदवार होंगी. वह 17 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल करेंगी.