Article 370: अनुच्छेद 370 मामले पर सुप्रीम कोर्ट 11 दिसंबर को फैसला सुनाएगा. 5 सितंबर को संविधान पीठ ने 16 दिन की सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा था. 5 अगस्त 2019 को संसद ने जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत मिला विशेष दर्जा खत्म किया था. साथ ही राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटा था. इसी फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी.
Jammu Kashmir
‘दिल्ली बनेगा पाकिस्तान, 13 दिसंबर को संसद भवन पर करूंगा हमला’, गुरपतवंत सिंह का वीडियो वायरल
Gurpatwant Singh Threat: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर भारत में हमला करने की धमकी दी है. उसने ये धमकी एक वीडियो जारी करके दी है जिसमें कहा कि उसे मारने की साजिश नाकाम रही अब 13 दिसंबर या उससे पहले भारत की संसद की बुनियाद हिला दी जाएगी. 13 दिसंबर की बात उसने इसलिए की क्योंकि इस तारीख को साल 2001 में संसद पर आतंकवादियों ने हमला किया था.
इस वीडियो में एक तरफ खालिस्तान का झंडा और दूसरी तरफ संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का पोस्टर लगा हुआ है. जिसपर लिखा गया, “दिल्ली बनेगा खालिस्तान”. वीडियो में पन्नू कह रहा है, “भारतीय एजेंसियों ने मुझे मारने की साजिश की और वो विफल हो गई. अब 13 दिसंबर या उससे पहले संसद पर हमला करके इसका जवाब दिया जाएगा.” वहीं, सुरक्षा एजेंसियों और दिल्ली पुलिस ने एहतियात बरतते हुए राजधानी में कड़ी सुरक्षा कर दी है.
अमेरिकी एजेंसियों ने लगाया था आरोप
दरअसल, हाल ही में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने निखिल गुप्ता नाम के एक शख्स को गिरफ्तार कर आरोप लगाया था कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के इशारे पर गुरपतवंत सिंह की हत्या की साजिश रची गई और निखिल गुप्ता इन एजेंसियों के इशारे पर काम कर रहा था. इसके बाद भारत ने इन आरोपों को खारिज करते हुए मामले की जांच करने के लिए एक हाई लेवल कमेटी बनाई है. गुरुपतवंत सिंह के पास कनाडा और अमेरिका दोनों देशों की नागरिकता है और यहीं से वो वीडियो बना-बना कर भारत को धमकी देता रहता है.
पहले भी धमकी दे चुका है पन्नू
बता दें कि इससे पहले भी सिख फॉर जस्टिस का मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू धमकी दे चुका है. उसने वीडियो जारी करके कहा था कि हम सिख भाइयों से 19 नवंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट से यात्रा न करने का आग्रह कर रहे हैं, नहीं तो आपकी जान को खतरा हो सकता है. उसने ये भी दावा किया था कि 19 नवंबर इंदिरा गांधी हवाई अड्डा बंद रहने वाला है और इसका नाम भी बदल दिया जाएगा.
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कश्मीर के 7 छात्रों के खिलाफ हटाया गया UAPA चार्ज, आपत्तिजनक नारे लगाने का था आरोप
Jammu Kashmir: क्रिकेट विश्व कप फाइनल में टीम इंडिया की हार पर जश्न मनाने और आपत्तिजनक नारे लगाने के आरोप में सात छात्रों को यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया गया था. पुलिस की ओर से आतंकवाद विरोधी कानून के आरोप हटाए जाने के बाद शनिवार (2 दिसंबर) को एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी.
कोर्ट ने सभी छात्रों को दी जमानत
छात्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील शफीक अहमद भट्ट ने बताया कि मध्य कश्मीर की शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी (एसकेयूएएसटी) के छात्रों को चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (सीजेएम) गांदरबल की अदालत ने जमानत दे दी. उन्होंने कहा कि सभी छात्रों को शनिवार देर शाम को रिहा कर दिया गया.
टीम इंडिया की हार पर आपत्तिजनक नारा लगाने का आरोप
उन्होंने कहा, “पुलिस ने सीजेएम अदालत में अपनी रिपोर्ट पेश की, जिसमें छात्रों पर लगाए गए यूएपीए के आरोप हटा दिए गए हैं. एक गैर-स्थानीय छात्र की शिकायत के बाद पुलिस ने सभी छात्रों को गिरफ्तार किया था. उसने आरोप लगाया था कि कॉलेज के छात्रों ने उसे परेशान किया और विश्व कप फाइनल में टीम इंडिया की हार के बाद आपत्तिजनक नारे लगाए.”
पुलिस ने सातों छात्रों पर यूएपीए की धारा 13 के तहत मामला दर्ज किया था, जो किसी भी गैरकानूनी गतिविधि को उकसाने या सलाह देने से संबंधित है. छात्रों पर आईपीसी की धारा 505 और 506 भी लगाई गईं, जो सार्वजनिक शरारत और आपराधिक धमकी से संबंधित हैं, जिसके तहत दोषी पाए जाने पर पांच साल तक जेल की सजा हो सकती है.
Glad to know that UAPA charges against SKUAST students have been dropped. Finally good sense has prevailed & their future saved from jeopardy.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) December 2, 2023
राजनीतिक दलों ने की कड़ी आलोचना
यूएपीए के तहत छात्रों पर मामला दर्ज करने की राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की थी और आरोप हटाने की मांग की थी. इस बीच पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने छात्रों पर से यूएपीए के आरोप हटाए जाने का स्वागत किया. उन्होंने एक्स पर कहा, ”यह जानकर खुशी हुई कि एसकेयूएएसटी के छात्रों के खिलाफ यूएपीए के आरोप हटा दिए गए हैं. आखिरकार अच्छी समझ की जीत हुई है.”
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कश्मीर में सेना ने लश्कर के आतंकी को किया ढेर, कई बड़ी वारदातों को दे चुका था अंजाम
LET Terrorist Killed in Pulwama: जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी मारा गिराया गया है. वह आतंकवाद की कई घटनाओं में शामिल था. अधिकारियों ने शुक्रवार (1 दिसंबर) को यह जानकारी दी है.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिण कश्मीर जिले के अरिहाल गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने पर अभियान चलाया गया था. गुरुवार (30 अप्रैल) को सुरक्षा बलों ने घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया था.
आतंकी ने शुरू की फायरिंग
जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारी ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान वहां छिपे आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं. इस पर सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गई है. आतंकियों ने भारी गोलीबारी की है.
कई वारदातों को दे चुका था अंजाम
प्रवक्ता ने बताया कि मारे गए आतंकवादी की शिनाख्त किफायत अयूब अली के तौर पर की गई है. वह पिंजूरा शोपियां का निवासी था और आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था. उसका शव मुठभेड़ स्थल से बरामद कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस रिकॉर्ड से पता चलता है कि वह आतंकवाद की कई घटनाओं में शामिल था. पुलिस ने कहा कि मुठभेड़ स्थल से एक पिस्तौल, दो मैगजीन, पांच गोलियां और दो ग्रेनेड आदि बरामद किए गए हैं.
न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट की मानें तो पुलवामा पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने एक संयुक्त अभियान में आतंकवादी को ढेर किया है. पुलिस ने कहा, तलाशी अभियान के दौरान, संयुक्त टीम को छिपे हुए आतंकवादी से अंधाधुंध गोलीबारी का सामना करना पड़ा. मुठभेड़ स्थल से कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई हैं. सभी बरामद वस्तुएं अब आगे की जांच के लिए केस रिकॉर्ड का हिस्सा हैं.
आपको बता दें कि हाल ही कश्मीर में ऐसे ही एक मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर कर दिया गया था जबकि सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे.
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Jammu Kashmir: रोशनी से जगमगाई जम्मू कश्मीर की गुरेज घाटी, अब 24 घंटे मिलेगी बिजली
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर बिजली विकास विभाग गुरेज घाटी को ग्रिड से जोड़ने में कामयाब हो गया है. इसके चलते यहां के लोगों को 24 घंटे बिजली मिलेगी. लोग लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे.
कश्मीर विद्युत विकास विभाग ने रविवार को एक्स पूर्व ट्विटर पर एक ट्वीट में घोषणा की कि उन्होंने हाल ही में सफल परीक्षण के बाद स्थानीय लोगों को बिजली प्रदान की है. इसके साथ ही इलाका रोशनी से जगमगा रहा है.
लंबे समय से गुरेज घाटी में नहीं थी बिजली
बता दें कि गुरेज घाटी में लंबे समय से बिजली की सप्लाई चुनौतीपूर्ण रही है. यह क्षेत्र किसी भी बिजली ग्रिड से जुड़ा नहीं था और 330-मेगावाट किशनगंगा बिजली परियोजना के बावजूद, गुरेज सालों से बिजली की समस्या से जूझ रहा था.
जनरेटर पर निर्भर थे लोग
इतना ही नहीं घरों को रियायती दरों पर सीमित और समय पर बिजली प्रदान करने के लिए गुरेज के लोग विभिन्न क्षेत्रों में रखे गए उच्च क्षमता वाले डीजल जनरेटर पर निर्भर थे. यहां दो साल पहले जम्मू-कश्मीर सरकार ने घाटी को ग्रिड से जोड़ने की महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की थी.
‘निर्बाध होगी बिजली सप्लाई’
इसके तहत बांदीपुरा ग्रिड को डावर से जोड़ने वाली 33KVA लाइन 66 किलोमीटर लंबी बिछाई जानी है. अब तक पीर बाबा तक 22 किलोमीटर की दूरी पूरी तरह से पूरी हो चुकी है, जिसमें पोल निर्माण और केबल बिछाने शामिल हैं. इस संबंध में बांदीपोरा योजना के संयुक्त निदेशक इम्तियाज अहमद ने कहा कि 2676.92 लाख के शेष कार्य के पूरा होने पर गुरेज को निर्बाध बिजली सप्लाई मिल सकेगी.
‘केंद्र सरकार को धन्यवाद’
वहीं, डीडीसी सदस्य ऐजाज अहमद ने बिजली पाने के अपने सपने को साकार करने के लिए केंद्र सरकार और एलजी प्रशासन और जिला प्रशासन बांदीपोरा को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, “हम अपनी गुरेज घाटी में बिजली आने से खुश हैं. पहले हमारे पास केवल 6-7 घंटे बिजली थी जो सुबह और शाम के समय दी जाती थी.
ऐजाज ने कहा कि बिजली के अभाव में छात्रों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. सरकार ने गुरेज घाटी के कॉलेजों में स्मार्ट बोर्ड और अन्य सिस्टम तो प्रदान कर दिए थे, लेकिन दिन के समय बिजली की अनुपलब्धता के कारण उनका उपयोग अब तक नहीं किया गया है.
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