मियां मुसलमानों को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक दिन पहले ‘स्वदेशी’ टिप्पणी की थी। सरमा की शर्त को लेकर ओवैसी भड़के हुए हैं।
Source link
Asaduddin Owaisi
‘आप की अदालत’ में असदुद्दीन ओवैसी, देखिए शनिवार रात 10 बजे इंडिया टीवी पर – India TV Hindi
Aap Ki Adalat: AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी को देश की संसद में मुसलमानों के हक की आवाज उठाने वाले एक दमदार नेता के तौर पर जाना जाता है। ओवैसी पहली बार 2004 में हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे। उसके बाद वे 2009, 2014 और 2019 के आम चुनाव में भी हैदराबाद लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। अपने बेबाक बयानों से मीडिया में अक्सर सुर्खियां बटोरने वाले असदुद्दीन ओवैसी शनिवार, 02 मार्च की रात 10 बजे लोकप्रिय शो ‘आप की अदालत’ के कटघरे में होंगे और इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों का सामना करेंगे।
हैदराबाद के बड़े सियासी घराने से आते हैं ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी का जन्म 13 मई 1969 को सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी और नजमुनेस्सा बेगम के यहां हुआ था। वह हैदराबाद के एक बड़े सियासी घराने से आते हैं। उनके दादा अब्दुल वाहेद ओवैसी ने सियासी दल मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के रूप में 18 सितंबर 1957 को रिलॉन्च किया था। उनके पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी 1962 में विधायक बनकर आंध्र प्रदेश विधानसभा, और 1984 में सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे थे। एक लंबा सियासी अनुभव रखने वाले असदुद्दीन ओवैसी ने ‘आप की अदालत’ में रजत शर्मा के सभी सवालों के बेबाकी से जवाब दिए।
जनवरी 2023 से शुरू है नए एपिसोड्स का प्रसारण
बता दें कि कोरोना वायरस से दुनिया में फैली महामारी की वजह से 2 साल तक ‘आप की अदालत’ के नए एपिसोड्स की शूटिंग नहीं हो पाई थी और पुराने एपिसोड ही प्रसारित किए जा रहे थे। लेकिन अब इस चर्चित शो के नए एपिसोड्स का प्रसारण शुरू हो चुका है। दर्शक इसे पहले की तरह ही इंडिया टीवी पर देख सकते हैं। नए एपिसोड के पहले गेस्ट देश के जाने-माने उद्योगपति गौतम अडानी थे। अडानी के बाद विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े कई मेहमान ‘आप की अदालत’ के कटघरे में मौजूद होकर रजत शर्मा के सवालों के जवाब दे चुके हैं।
‘आप की अदालत’ के नाम दर्ज हैं कई बड़े कीर्तिमान
‘आप की अदालत‘ में करीब 200 जानी-मानी हस्तियां अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुकी हैं। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की बात करें तो ‘आप की अदालत’ के वीडियो 172 करोड़ से भी ज्यादा बार देखे जा चुके हैं, जो कि अपने आप में एक कीर्तिमान है। सिर्फ इतना ही नहीं, इस शो के 1100 से ज्यादा एपिसोड टीवी पर आ चुके हैं, और यह यूट्यूब पर दुनिया के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले न्यूज शो में शामिल है। ‘आप की अदालत’ इकलौता ऐसा मंच रहा है जहां पर बॉलिवुड सुपरस्टार्स आमिर खान, सलमान खान और शाहरुख खान एक साथ नजर आए हैं।
मैंने नीतीश के NDA में लौटने की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी: ओवैसी – India TV Hindi
किशनगंज (बिहार): ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में वापस चले जाएंगे। राज्य के किशनगंज जिले में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कुमार और उनके पूर्व सहयोगी राजद पर मुसलमानों को सत्ता में हिस्सेदारी देने के खिलाफ होने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यहां के लोगों को याद होगा कि जब मैं पिछले साल यहां आया था तो मैंने चेतावनी दी थी कि नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। उनके लंबे समय तक भाजपा विरोधी खेमे में रहने की संभावना नहीं है और वे फिर से गुलाटी मार सकते हैं।’’
‘हम पर BJP की बी टीम होने का आरोप लगाते रहे नीतीश’
हैदराबाद के सांसद ने कहा , ‘‘कुमार हम (एआईएमआईएम) पर भाजपा की बी टीम होने का आरोप लगाते रहे हैं। सिर्फ इसलिए कि हमने हमेशा माना है कि इस आदमी पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए और मुसलमानों को उसके लिए अपना वोट बर्बाद नहीं करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब राजद ने हमारे चार विधायकों को अपने पाले में कर लिया, तो इससे नीतीश कुमार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। कुछ महीने बाद उन्होंने हाथ मिला लिया।’’ ओवैसी का इशारा बिहार में एआईएमआईएम के 5 विधायकों में से एक को छोड़कर सभी के लालू प्रसाद के नेतृत्व वाली पार्टी राजद में चले जाने की ओर था।
‘नीतीश-तेजस्वी को मुसलमानों को सत्ता में हिस्सेदारी मिलने से नफरत है’
ओवैसी ने आरोप लगाया, ‘‘ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव (पूर्व उपमुख्यमंत्री और लालू प्रसाद के बेटे) को मुसलमानों को सत्ता में हिस्सेदारी मिलने से नफरत है। उनकी सरकार ने यह साबित कर दिया है।’’ एआईएमआईएम अध्यक्ष बिहार के मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एआईएमआईएम द्वारा साझा किए गए एक पोस्ट के अनुसार, ओवैसी के साथ स्थानीय विधायक अख्तरुल ईमान और पार्टी के बिहार प्रभारी माजिद हुसैन और राष्ट्रीय प्रवक्ता आदिल हसन भी हैं।
(भाषा)
यह भी पढ़ें-
असदुद्दीन ओवैसी को हनुमान भगवान आशीर्वाद दें’, सुंदरकांड पाठ पर AIMIM चीफ ने कसा तंज तो AAP ने
Sunderkand Path: राम मंदिर के उद्घाटन के लिए अयोध्या तैयार है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की जोर-शोर से चल रही तैयारियों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री प्राचीन श्री बालाजी मंदिर में हुए सुंदरकांड पाठ में शामिल हुए.
सुंदरकांड पाठ को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) असदुद्दीन ओवैसी ने आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल पर तंज कसते हुए हुए कहा कि इनमें और बीजेपी में कोई अंतर नहीं है. इसको लेकर आप ने पलटवार किया.
सांसद ओवैसी के छोटे रिचार्ज वाले बयान पर दिल्ली सरकार में मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उन्हें (ओवैसी) भगवान आशीर्वाद दें. उन्होंने कहा, ”मुझे नहीं लगता है कि उनकी (ओवैसी) बात का जवाब देना चाहिए है. मैं तो हनुमान भगवान से प्रार्थना करूंगा कि ओवैसी साहब को भी आशीर्वाद दें. किसी भी पार्टी को सुंदरकांड पाठ से ऐतराज नहीं होना चाहिए.”
#WATCH | On AIMIM president Asaduddin Owaisi’s “RSS ka chhota recharge”, Delhi Minister and AAP MLA Saurabh Bharadwaj says, “I don’t think I should respond to him. I would pray to Lord Hanuman to bless him as well. No political party should object to a good program like… https://t.co/GYHhkKM5xS pic.twitter.com/xooB63Cbxa
— ANI (@ANI) January 16, 2024
असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?
असदुद्दीन ओवैसी ने कटाक्ष करते हुए कहा, ”आरएसएस का छोटा रिचार्ज ने फैसला लिया है कि दिल्ली की हर विधानसभा में हर महीने के पहले मंगलवार को सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा. ये फैसला 22 जनवरी के उद्घाटन की वजह से लिया गया.”
उन्होंने आगे कहा कि आपको याद दिला दूं कि इन लोगों ने बिलकिस बानो के मसले पर चुप्पी बनाई रखी थी. कहा था के वो सिर्फ शिक्षा और सेहत जैसे मसलों पर बात करना चाहते हैं. क्या सुंदरकांड पाठ शिक्षा है या सेहत? असल बात तो यह है कि इन्हें इंसाफ़ से परहेज है. संघ के एजेंडे का पूरा साथ दे रहे हैं. आप न्याय, मोहब्बत, फलाना का बाजा बजाते रहो और साथ में हिंदुत्व को मज़बूत करते रहो. वाह!
असदुद्दीन ओवैसी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि मैंने देखा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार सुंदरकांड पाठ करेगी. ऐसे में आप बीजेपी और आरएसएस से कैसे अलग है. आप पीएम नरेंद्र मोदी की राह पर चल रहे हैं. ये competitive Hindutva की राजनीति कर रहे हैं.
दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में होगा सुंदरकांड पाठ
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने सोमवार (15 जनवरी) को कहा था कि उनकी पार्टी मंगलवार को दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में सुंदरकांड पाठ कार्यक्रम आयोजित करेगी. उन्होंने बताया था कि अगले सप्ताह से हर मंगलवार को शहर के सभी विधानसभा क्षेत्रों और नगर निगम वार्ड सहित 2,600 स्थानों पर सुंदरकांड और हनुमान चालीसा के पाठ किए जाएंगे.
सुंदरकांड महाकाव्य रामचरितमानस का एक अध्याय है, जो भगवान हनुमान को समर्पित है.
ये भी पढ़ें- रामलला प्राण प्रतिष्ठा के दिन के लिए ममता बनर्जी ने तैयार किया मंदिर वाला प्लान, जानें और क्या है कार्यक्रम?
‘हिंदुत्व स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय का विरोधी’, ओवैसी ने असम के CM पर किया हमला
Asaduddin Owaisi Latest News: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर हमला बोला है. ओवैसी ने हिमंत बिस्वा सरमा के एक पोस्ट के बारे में बताते हुए उनकी सोच को उजागर करने की बात कही है.
ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, हाल ही में हटाए गए एक पोस्ट में, असम के मुख्यमंत्री ने समाज के बारे में अपने दृष्टिकोण को विस्तार से बताया. “…खेती, गाय पालना और बिजनेस वैश्यों का स्वाभाविक कर्तव्य है और ब्राह्मणों, क्षत्रियों व वैश्यों की सेवा करना शूद्रों का स्वाभाविक कर्तव्य है.”
In a recently deleted post, Assam CM elaborated on his vision of society. “…farming, cow rearing, and commerce are natural duties of the Vaishya and serving the Brahmins, Kshatriyas and Vaishyas is the natural duty of the Shudras.”
Holding a constitutional position, your oath…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 28, 2023
क्या कहा ओवैसी ने
ओवैसी ने असम के सीएम के इस पोस्ट को कोट करते हुए कहा, “संवैधानिक पद पर रहते हुए आपकी शपथ प्रत्येक नागरिक के साथ समान व्यवहार करने की है, लेकिन आपकी यह सोच उस दुर्भाग्यपूर्ण क्रूरता को दिखाती है जिसका सामना असम के मुसलमानों ने पिछले कुछ वर्षों में किया है. हिंदुत्व स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय का विरोधी है.”