lucknow : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में कक्षा 12वीं के एक छात्र पर पैगम्बर मुहम्मद साहब के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि एएमयू के ‘अल्लामा इकबाल रेजीडेंशियल हॉल’ में रहने वाले 12वीं कक्षा के छात्र जुनैद ने गत 12 दिसंबर को सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज कराया था. जुनैद ने अपने एक सहपाठी पर पैगम्बर मुहम्मद साहब के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप लगाया है. आरोपी भी मुस्लिम समुदाय का है. मामले की जांच की जा रही है. जुनैद का कहना है कि 12 दिसंबर को वह और तीन अन्य छात्र आपस में बात कर रहे थे, तभी उसका एक सहपाठी भी वहां पहुंचा और पैगम्बर मुहम्मद साहब के बारे में अभद्र टिप्पणी करने लगा. उसने कहा कि मना करने पर वह खासा उग्र हो गया. एएमयू के प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम ने ‘पीटीआई- भाषा’ को बताया कि इस मामले में आरोपी छात्र के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295—अ (पूर्व नियोजित और दुर्भावनापूर्ण इरादे से नागरिकों के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करना), 504 (शांति भंग) और 506 (धमकाना) के तहत मामला दर्ज कराया गया है.
AMU
Aligarh : AMU के मेडिकल कॉलेज में स्ट्रेचर नहीं मिलने पर मरीज को लेकर इमरजेंसी में घुसा ऑटो, वीडियो वायरल
अलीगढ़ : एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के दावों की पोल उस वक्त खुल गई. जब एक परिवार के लोग गंभीर रूप से बीमार मरीज को ऑटो में डालकर मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में उपचार के लिए घुस गये. जेएन मेडिकल कॉलेज की में लापरवाही का आलम यह था कि काफी देर बाद भी स्ट्रेचर नहीं मिला. तो गुस्साए परिवार के लोग ऑटो में पड़े बीमार मरीज को ऑटो सहित इमरजेंसी में लेकर अंदर घुस गए. स्ट्रेचर नहीं मिलने के चलते गंभीर रूप से बीमार मरीज को ऑटो सहित मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में ऑटो लेकर घुसने का 35 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह घटना थाना सिविल लाइन क्षेत्र में स्थित जेएन मेडिकल कालेज का है.
मरीज को नहीं मिला स्ट्रेचर
जानकारी के अनुसार कोतवाली सिविल लाइन क्षेत्र स्थित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में उपचार कराने के लिए पहुंचे गंभीर रूप से बीमार मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिला,जिसके चलते मेडिकल कॉलेज की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है. एक परिवार के लोग गंभीर रूप से बीमार अपने मरीज को ऑटो में डालकर देर रात मेडिकल कॉलेज में उपचार करने के लिए लेकर पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि इस दौरान मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी पर काफी देर बाद भी ऑटो में पड़े दर्द से तड़प रहे बीमार मरीज और उसके परिवार के लोगों को स्ट्रेचर नहीं मिला. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी पर स्ट्रेचर नहीं मिलने के चलते गुस्साए परिवार के लोग ऑटो के अंदर पड़े तड़प रहे मरीज को ऑटो सहित मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी में उपचार करने के लिए घुस गए.
मेडिकल कालेज में इमरजेंसी में घुसा आटो
ऑटो में डालकर मरीज को मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में घुसते ही मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों में हड़कंप मच गया. इमरजेंसी में ऑटो घुसते ही सुरक्षा कर्मी ऑटो को रोकने के लिए मौके पर पहुंच गए. इसके बाद मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में ऑटो में डालकर अपने मरीज को लेकर पहुंचे परिवार के लोगों द्वारा मरीज को ऑटो से उतरकर इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. वहीं ऑटो में पड़े मरीज को लेकर इमरजेंसी में घुस रहे ऑटो को लोग आश्चर्य से देखने लगे . मौके पर मौजूद लोगों के द्वारा इमरजेंसी में मरीज को ऑटो में डालकर घुसने का वीडियो किसी तीमारदार के द्वारा बना लिया गया.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
वहीं, मरीज को ऑटो में डालकर मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी में घुसने का वीडियो बनाने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में मरीज को ऑटो में लेकर घुसे परिवार के लोग और ऑटो चालक का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी के साथ वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ने जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के दावों की पूरी तरह से पोल खोल दी है, लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी पर स्ट्रेचर नहीं मिलने के चलते ऑटो में मरीज को डालकर इमरजेंसी में पहुंचने के इस मामले में मेडिकल प्रशासन अपनी तरफ से क्या सफाई पेश करता है.क्या मामले में मेडिकल प्रशासन कोई कार्रवाई भी करेगा, यह बड़ा सवाल है.
AMU में रेगुलर कुलपति के पैनल गठन की मांग को लेकर शिक्षकों ने दिया धरना
अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में रेगुलर कुलपति का पैनल बनाए जाने की मांग को लेकर शिक्षक आंदोलित हो गए हैं. बुधवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय टीचर्स एसोसिएशन (AMUTA) के पदाधिकारी एकदिवसीय धरने पर बैठ गए. अमूटा और शिक्षक कार्यवाहक कुलपति मोहम्मद गुलरेज को कई पत्र लिख चुके हैं. लेकिन उन्होंने कोई कवायद नहीं की.
शिक्षक-छात्र दोनों नाराज
AMU में रेगुलर कुलपति के पैनल बनाने में हो रही देरी से शिक्षक और छात्र दोनों नाराज है. छात्र भी प्रोटेस्ट कर चुके हैं. वहीं अब शिक्षक संगठनों ने भी मोर्चा खोल दिया है. शिक्षकों ने बताया कि रेगुलर कुलपति के लिए पैनल बनाना कोई बहुत बड़ा काम नहीं है, लेकिन इसमें देरी की जा रही है. अमूटा के अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद खालिद ने बताया कि धरने की एक सप्ताह से पहले प्लानिंग थी. इसमें सिर्फ रेगुलर कुलपति बनाए जाने की मांग की जा रही है.
पांच महीने से नहीं है स्थायी कुलपति
उन्होंने बताया कि कार्यवाहक कुलपति को अंतरिम जिम्मेदारी दी जाती है . जब किसी भी वाइस चांसलर का कार्यकाल पूर्ण हो जाता है, तो प्रो वॉइस चांसलर को चार्ज दिया जाता है और उम्मीद की जाती है कि वह एक्ट और संवैधानिक नियमों का पालन करते हुए एक पैनल बनाने की कोशिश करेंगे. लेकिन 5 महीने के बाद भी कार्यवाहक कुलपति ने कोई कवायद नहीं की. शिक्षक, ईसी मेंबर ने पत्र भेजा लेकिन कार्यवाहक कुलपति पर कोई असर नहीं पड़ा. रेगुलर कुलपति के लिए पैनल गठन नहीं किया गया. जिससे विश्वविद्यालय संचालन में दिक्कत आ रही हैं.
कुलपति चयन का पैनल बनाने में देरी समझा से बाहर
प्रोफेसर मोहम्मद खालिद ने कहा कि रेगुलर कुलपति का पैनल बनाने में देरी की वजह नहीं समझ में आ रही है, लेकिन पैनल बनाने में जो देरी की जा रही है. उससे ऐसा लगता है कि विश्वविद्यालय के संवैधानिक नियमों को दरकिनार कर दिया गया है. जिसे AMU बिरादरी स्वीकार नहीं करेगी. कार्यवाहक कुलपति को बहुत से काम करने की आजादी नहीं होती है. विश्वविद्यालय भी ठीक से नहीं चल सकता.
17 अक्तूबर को बड़ा आंदोलन
AMUTA अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद खालिद ने कहा कि अगर हमारी आवाज नहीं सुनी गई, तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा . रेगुलर कुलपति पैनल को लेकर अगर आगे कार्रवाई नहीं होती है तो बड़ी मुहिम चलाएंगे . एएमयू के ओल्ड बॉयज संगठन , स्टूडेंट AMU कर्मचारियो को साथ लेकर 17 अक्टूबर को बड़ी मुहिम चलाने जा रहे हैं.
अलीगढ़: भगवा झंडा लेकर हिंदूवादी संगठन पहुंचा AMU के गेट पर, प्रॉक्टर की सूझबूझ से टला बड़ा बवाल
Aligarh: अलीगढ़ में उस समय हड़कंप मच गया. जब हिंदूवादी संगठनों ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के बाबे सैयद गेट पर पहुंचकर भगवा झंडे लेकर जय श्री राम के नारे लगाएं. हालांकि, मौके पर मौजूद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर टीम और सुरक्षा कर्मियों ने इस हिंदूवादी संगठनों के जुलूस को मेडिकल रोड की तरफ शांति से निकाल दिया.