सरकारी एयरोस्पेस और डिफेंस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त हुआ है। कंपनी को 29,810 करोड़ रेवेन्यू मिला है, जो बीते साल की तुलना में 11% अधिक है।
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हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड
2 लाख रुपये महीने की नौकरी चाहिए तो इस भर्ती के लिए करें अप्लाई, ऐसे होगा सेलेक्शन
Sarkari Naukri: 2 लाख रुपये महीने की नौकरी चाहिए तो इस भर्ती के लिए करें अप्लाई, ऐसे होगा सेलेक्शन
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पीएम मोदी ने जिस तेजस विमान में भरी उड़ान क्या हैं इसकी खासियतें? अमेरिका भी है मुरीद
PM Modi Flies In Tejas: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (25 नवंबर) को बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की साइट पर हल्के लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी है जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं. एचएएल की तरफ से निर्मित तेजस फाइटर जेट (India Tejas Fighter Jet) जिसे मुख्य रूप से भारतीय वायु सेना के मिग 21 लड़ाकू जेट के पुराने स्क्वाड्रन को बदलने के लिए विकसित किया गया है.
एचटी रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय वायुसेना और रक्षा मंत्रालय ने इसके सभी वेरिएंट सहित कुल 324 तेजस विमान खरीदने को लेकर एचएएल के साथ करार किया था. इस लड़ाकू विमान की कई खासियतें भी हैं जिनका जिक्र किया जाना भी जरूरी है.
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- तेजस एक भारतीय निर्मित एकल-इंजन लड़ाकू जेट है जिसको लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) कार्यक्रम से विकसित किया गया. इसकी शुरुआत 1980 के दशक में हुई थी. यह एक डेल्टा विंग और हल्का मल्टीरोल फाइटर है.
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- तेजस एक सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है जोकि भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) का ताज होने के साथ-साथ अपनी तरह का सबसे छोटा और हल्का विमान है. दूसरे देशों में भी इसकी मांग है. अमेरिका (US) ने हाल ही में संयुक्त रूप से मार्क II तेजस विमान (Mark II Tejas Aircraft) निर्माण को लेकर एचएएल के साथ एक समझौता किया है.
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- पुराने मिग 21 स्क्वाड्रन को बदलने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित तेजस को चरणबद्ध तरीके से भारतीय वायु सेना में शामिल किया जा रहा है जिसे बड़ी संख्या में पायलटों की मौत के कारण ‘उड़ता ताबूत’ करार दिया गया है.
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- तेजस हवा से हवा में ईंधन भरने (एएआर) में सक्षम है और सक्रिय इलेक्ट्रॉनिक-स्कैन्ड एरे (एईएसए) रडार और एक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (ईडब्ल्यू) सूट से लैस है, जोकि इसे अपनी कैटेगरी के अधिकांश लड़ाकू विमानों से बेहतर बनाता है.
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- तेजस पूरी तरह से मिसाइल से लैस लड़ाकू विमान है जिसमें दृश्य सीमा से परे मिसाइल क्षमताएं और मिनिमम रीलोडिंग समय के साथ हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियार हैं.
हल्के लड़ाकू विमान ‘मार्क1ए’ की बढ़ेगी ताकत, स्वदेशी सिस्टम ‘उत्तम’ और ‘अंगद’ होंगे इंस्टॉल
LCA Mark 1A: भारतीय सशस्त्र बलों को जल्द ही दो नए साथी ‘अंगद’ और ‘उत्तम’ मिल सकते हैं. अंगद और उत्तम, लड़ाकू विमानों में लगाए जाने वाले स्वदेशी सिस्टम है. ‘उत्तम’ एक रडार है और ‘अंगद’ इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट है. विमानों में इन स्वदेशी सिस्टम को इंस्टॉल कराने का निर्णय लिया गया है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में ही बने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) यानी हल्के लड़ाकू विमानों में ‘उत्तम’ रडार लगाया जाएगा. इसके अलावा ‘अंगद’ इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट को भी विमानों में फिट करने का फैसला लिया गया है. इन नई तकनीकों के इस्तेमाल से सेना की ताकत बढ़ेगी. इसके साथ ही उपकरणों को लेकर भारतीय सेना की विदेशी कंपनियों पर निर्भरता कम होगी.
स्वदेशी रूप से विकसित किए जा रहे उत्तम और अंगद
सैन्य जानकारों का कहना है कि भारत में निर्मित हल्के लड़ाकू विमान ‘मार्क1ए’ में सबसे पहले ‘उत्तम’ रडार और ‘अंगद’ इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट फिट किया जाएगा. रक्षा अधिकारियों का कहना है कि उत्तम एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे रडार और अंगद इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट को स्वदेशी रूप से विकसित किया जा रहा है. यह बहुत जल्द एलसीए मार्क-1ए विमान के साथ इंटीग्रेट होने के लिए तैयार हो जाएगा.
‘एलसीए मार्क-1 ए’ विमानों की संख्या 180 होगी
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना ने 83 ‘एलसीए मार्क-1 ए’ के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे. वायु सेना का कहना है कि वह इनमें से 97 और विमान चाहती है, तब उसके पास 180 विमान हो जाएंगे.
विमानों के आधुनिक सिस्टम देश में हो रहे तैयार
इन विमानों के लिए यह नए और आधुनिक सिस्टम देश में ही तैयार किया जा रहे हैं. इसके तहत 41वें विमान से लेकर 83 एलसीए मार्क1ए विमानों के ऑर्डर तक, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट और एईएसए रडार भारत में बनाए जाएंगे.
वायु सेना की ताकत में होगा जबरदस्त इजाफा
दरअसल, रक्षा के क्षेत्र में भारत स्वदेशी उपकरणों को बढ़ावा दे रहा है. भारतीय वायु सेना ने रक्षा मंत्रालय के समक्ष 156 स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर्स ‘प्रचंड’ की मांग भी रखी है. इससे वायु सेना की शक्ति में जबरदस्त इजाफा होगा.
हेलीकॉप्टर में फिट किए जा सकेंगे 700 किलोग्राम वजन के हथियार
एक और महत्वपूर्ण बात यह कि सभी 156 हेलीकॉप्टर स्वदेशी होंगे. सभी ‘प्रचंड’ हेलिकॉप्टर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड बना रहा है. सेना के कॉम्बैट सर्च एंड रेस्क्यू, डिस्ट्रक्शन ऑफ एनेमी एयर डिफेंस, काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशन और रिमोटली पायलेटेड एयरक्राफ्ट को धराशायी करने में प्रचंड हेलिकॉप्टर खासे मददगार हैं. ये हेलीकॉप्टर हाई एल्टीट्यूड बंकर बस्टिंग ऑपरेशंस में भी काफी सहायक हैं. इस पर 700 किलोग्राम तक के हथियार फिट किए जा सकते हैं.
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सरकारी नौकरियां 2023: आईटीआई पासआउट्स को एचएएल अपरेंटिस वॉक-इन इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया गया
वॉक-इन इंटरव्यू 17-19 मई तक होंगे।
एचएएल भारत की अग्रणी एयरोस्पेस कंपनियों में से एक है।
इच्छुक उम्मीदवार जिन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स मैकेनिक, फिटर, रेफ्रिजरेशन और एसी, कोपा, पासा, मोटर वाहन मैकेनिक, ड्राफ्ट्समैन मैकेनिकल आदि ट्रेडों में अपना औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है, वे अब हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) में शिक्षुता प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर सकते हैं। ) हैदराबाद मंडल। प्रशिक्षण की अवधि एक वर्ष की होगी और चयनित उम्मीदवारों को इसके लिए वजीफा मिलेगा।
एचएएल भारत में अग्रणी एयरोस्पेस कंपनियों में से एक है और यह शिक्षुता प्रशिक्षण उम्मीदवारों को उनके चुने हुए क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव और कौशल हासिल करने का एक शानदार अवसर प्रदान करेगा। वॉक-इन इंटरव्यू 17-19 मई, 2023 तक आयोजित किए जाएंगे, इसलिए इच्छुक उम्मीदवारों को तदनुसार खुद को तैयार करना चाहिए और 2023 में सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए इस रोमांचक अवसर का लाभ उठाना चाहिए।
एचएएल में शिक्षुता प्रशिक्षण के लिए रिक्तियां
इलेक्ट्रॉनिक यांत्रिकी -76
फिटर – 25
इलेक्ट्रीशियन – 8
मशीनिस्ट – 8
टर्नर -7
वेल्डर -2
प्रशीतन और एसी -2
कोपा-40
प्लंबर -4
पेंटर-4
डीजल मैकेनिक -1
मोटर व्हीकल मैकेनिक -1
ड्राफ्ट्समैन सिविल -1
ड्राफ्ट्समैन मैकेनिकल -1
पात्रता मापदंड
एचएएल में शिक्षुता प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए पात्र होने के लिए, उम्मीदवारों को संबंधित ट्रेड में अपना आईटीआई पूरा करना आवश्यक है।
स्टाइपेंड क्या होगा?
अधिसूचना निर्दिष्ट करती है कि वजीफा 1961 के अपरेंटिस अधिनियम में बताए गए प्रावधानों के अनुसार होगा।
एचएएल अप्रेंटिसशिप के लिए वॉक-इन-इंटरव्यू शेड्यूल
इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, डीजल मैकेनिक – 17 मई सुबह 9 बजे
फिटर, प्लंबर और पेंटर – 17 मई दोपहर 1 बजे
COPA, मोटर व्हीकल मैकेनिक – 18 मई सुबह 9 बजे
इलेक्ट्रीशियन, ड्राफ्ट्समैन- मैकेनिकल – 48 मई दोपहर 1 बजे
मशीनिस्ट, फ्रीज एंड एसी, टर्नर – 19 मई सुबह 9 बजे
ड्राफ्ट्समैन – सिविल, वेल्डर – 19 मई दोपहर 1.00 बजे
कहां होगा वॉक-इन इंटरव्यू?
इसका स्थान है- ऑडिटोरियम, प्रशिक्षण एवं विकास विभाग के पीछे, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड एवियोनिक्स डिवीजन, बालानगर, हैदराबाद-500042।
आपको बता दें कि अप्रेंटिसशिप ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण का एक रूप है जो व्यक्तियों को किसी विशिष्ट व्यापार या पेशे में व्यावहारिक कौशल और ज्ञान प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। इसमें आम तौर पर कक्षा निर्देश और हाथों के प्रशिक्षण का संयोजन शामिल होता है, ताकि व्यक्तियों को उनके चुने हुए क्षेत्रों में कुशल बनने के लिए तैयार किया जा सके। शिक्षुता के प्राथमिक लाभों में से एक यह है कि यह व्यक्तियों को सीखने के दौरान वेतन अर्जित करने की अनुमति देता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है जो पारंपरिक चार साल की कॉलेज की डिग्री हासिल करने में रुचि नहीं रखते हैं लेकिन फिर भी विपणन योग्य कौशल विकसित करना चाहते हैं और अपने करियर की संभावनाओं को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
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