रामलला की मूर्ति बनाने वाले कलाकार अरुण योगीराज ने उस हथौड़ी और छेनी की तस्वीर शेयर की है, जिसके जरिए उन्होंने रामलला की मूर्ति की आंखों को तराशा है।
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राम मंदिर अयोध्या
How To Reach Ayodhya: सड़क-रेल और हवाई मार्ग से कैसे पहुंचें अयोध्या? जानें बस-ट्रेन और फ्लाइट के बारे में
कैसे पहुंचें अयोध्या
– फोटो : Amar Ujala
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22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा हो गई। अगले दिन यानी 23 जनवरी से राम मंदिर को आम लोगों के लिए भी खोल दिया गया। देश भर से लाखों लोग रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आ रहे हैं। श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। इसके तहत जहां पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया है तो वहीं कई नई बसें भी शुरू की गई हैं।
आइए जानते हैं कि राम मंदिर के दर्शन के लिए अयोध्या कैसे पहुंचा जा सकता है? देश के विभिन्न हिस्सों से यातायात के साधन क्या हैं? सड़क, रेल और हवाई रास्ते से पवित्र नगरी कैसे पहुंचा जा सकता है?
Ram Mandir: राम मंदिर के लिए दिल खोलकर दान, पहले दिन आए 3.17 करोड़ रुपये; दूसरे दिन 2.5 लाख ने किए दर्शन
Ramlala
– फोटो : Amar Ujala
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राम मंदिर खुलने के दूसरे दिन करीब ढाई लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए उमड़े। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंगलवार के औचक दौरे व निर्देशों का असर दिखा। प्रशासन ने अथक प्रयास कर आखिरकार रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के बहुउपयोगी तीर्थयात्री सुविधा केंद्र को शुरू करा दिया। इससे सब कुछ व्यवस्थित करने में मदद मिली।
प्राण की प्रतिष्ठा होते ही पांच वर्ष के बालक राम करोड़पति हो गए। देश-दुनिया के भक्तों ने नव्य मंदिर में आराध्य के विराजमान होने की खुशी में 3.17 करोड़ रुपये की निधि समर्पित की। वैसे तो रामलला को हजारों करोड़ का दान और चढ़ावा मिला है, लेकिन ताजा घटनाक्रम में यह प्रक्रिया इसलिए महत्वपूर्ण हो जाती है कि इसके लिए श्रद्धालुओं को कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ा।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार को नव्य मंदिर आम भक्तों के दर्शन के लिए खोला गया। इस दिन आराध्य की एक झलक पाने की कैसी आतुरता रही, इसे देश ही नहीं, पूरी दुनिया ने देखा। राम मंदिर में दर्शनार्थियों के उमड़ने के पिछले सभी रिकाॅर्ड टूट गए। लाखों की भीड़ जुट जाने से दर्शन पाने के लिए श्रद्धालुओं को कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ा। इसके बावजूद भक्त अपने रामलला को चढ़ावा भेंट करने से पीछे नहीं हटे। जिस तरह उन्होंने दर्शन पाने के लिए कई मुश्किलों को झेला वैसे ही भारी भीड़ में दानराशि अर्पित करने के लिए जूझना पड़ा, फिर भी वे पीछे नहीं हटे।
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भी भक्तों के रामलला के प्रति इस अगाध श्रद्धा को देख अभिभूत है। ट्रस्टी और प्राण प्रतिष्ठा में प्रमुख यजमान के दायित्व का निर्वहन करने वाले डॉ. अनिल मिश्र ने अमर उजाला को बताया कि मंगलवार को आया दान काफी महत्व रखता है। ऑनलाइन समर्पण निधि अर्पित करने के लिए रामभक्तों को परिश्रम करना पड़ा। इतनी ज्यादा भीड़ में भी वे धैर्य का परिचय देते हुए क्यूआर कोड को स्कैन कर अपनी निष्ठा का प्रदर्शन करना नहीं भूले।
Ayodhya News : रामलला के दर्शन को आस्था स्पेशल ट्रेनों का शेड्यूल जारी, अयोध्या कैंट और अयोध्या पहुंचेंगी
अयोध्या में राम मंदिर।
– फोटो : एएनआई
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श्रद्धालुओं को रामनगरी में रामलला के दर्शन कराने के लिए आस्था स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। रेल विभाग ने विभिन्न स्टेशनों से यहां आने वाली ट्रेनों का शेड्यूल जारी कर दिया है। ये ट्रेनें विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालुओं को लेकर अयोध्या पहुंचेंगी। ज्यादातर ट्रेनों का शेड्यूल ऐसा है कि पहुंचने के बाद एक दिन रुकने के बाद ये ट्रेनें फिर उन्हीं स्थानों के लिए वापस होंगी। अलग-अलग स्टेशनों से आने वाली ट्रेनों को अयोध्या कैंट, अयोध्या धाम और दर्शन नगर रेलवे स्टेशन तक चलाने का शेड्यूल जारी किया गया है।
अयोध्या कैंट तक चलने वाली ट्रेनें…
अयोध्या कैंट आने वाली आस्था स्पेशल माता वैष्णो देवी कटरा से 30 जनवरी को चलेगी। यहां एक फरवरी को पहुंचेगी। ऊधमपुर स्टेशन से दो फरवरी को चलेगी। तीन फरवरी को पहुंचेगी। इसी तरह जम्मू से छह फरवरी को पठानकोट से नौ फरवरी को, अंबानंद दौरा से 29 जनवरी को, हिमाचल प्रदेश के ऊना से पांच फरवरी को चलेंगी।
देहरादून से एक फरवरी को, योग नगरी से आठ फरवरी को, नई दिल्ली से 29 जनवरी, दो फरवरी और 24 फरवरी को ट्रेनें चलकर यहां आएंगी। आनंद विहार से 31 जनवरी, चार फरवरी और 24 फरवरी को चलेंगी। दिल्ली से 30 जनवरी, तीन फरवरी और नौ फरवरी को, निजामुद्दीन से एक और पांच फरवरी को ट्रेनें यहां के लिए चलेंगी। दूरी के हिसाब से यह ट्रेनें दूसरे या तीसरे दिन पहुंचेगी।
अयोध्या धाम आने वाली ट्रेनें….
अयोध्या धाम के लिए माता वैष्णो देवी कटरा, अमृतसर, अंबानंद दौरा से सात फरवरी, हरिद्वार से 25 जनवरी को, नई दिल्ली से आठ फरवरी, उदयपुर से 26 जनवरी, जयपुर, पाली मरवर और भगत की कोठी से 27 जनवरी को, हिसार से आठ फरवरी, जोधपुर से 29 जनवरी, 12 और 26 फरवरी, बरमार से पांच व 19 फरवरी, जैसलमेर से 8 व 17 फरवरी, बीकानेर से 13 व 27 फरवरी को ट्रेनें चलेंगी।
दूरी के हिसाब से यह ट्रेनें दूसरे या तीसरे दिन पहुंचेगी। विजय नगर से 21, 24 फरवरी, ब्रह्मपुर से 26 व 28 फरवरी, पुरी से अयोध्या धाम 10 व 12 फरवरी, संबलपुर से 10 व 12 फरवरी, विशाखापटनम से 18, 19 व 21 फरवरी को टेनें रवाना होगीं।
दर्शन नगर आने वाली ट्रेनें..
पुरी से आस्था स्पेशल ट्रेन 30 जनवरी को चलेगी। खुर्दा रोड से दो और चार फरवरी को, भुवनेश्वर से छह और आठ फरवरी, कटक से नौ व 11 फरवरी को, भदरक से 13 व 15 फरवरी को, ढेनकनल से 27 व 19 फरवरी, अंगुल से 23 व 25 फरवरी, संबलपुर से 20 व 20 फरवरी, विशाखापटनम से 14, 17, 28 फरवरी व दो मार्च को ट्रेनें रवाना होंगी और कुछ दूसरे दिन तो कुछ तीसरे दिन यहां पहुंचेंगी।
रामलला किस दिन धारण करेंगे कौन से वस्त्र और क्या लगेगा भोग? जानें सबकुछ
Ayodhya Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में सोमवार (22 जनवरी) को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद अब आम लोग भी दर्शनों के लिए जा सकेंगे. मंगलवार (23 जनवरी) से राम मंदिर में रामलला की पूजा पूरे विधान से की जाएगी. पूजा को लेकर पूरा शेड्यूल बनाया गया है, जिसमें पूजा विधान से लेकर मंदिर के खुलने व बंद होने, भगवान विश्राम, भोग, वस्त्र आदि सभी प्रमुख रूप से शामिल है.
राम मंदिर में 23 जनवरी से रामलला की पूजा के विधान के अंतर्गत श्री रामोपासना नाम से संहिता बनाई गई है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बनाई गई संहिता के नियमों के तहत सुबह 3 बजे से पूजन और श्रृंगार की तैयारी होगी. 23 जनवरी से ब्रह्म मुहूर्त में करीब 3 बजे से गर्भगृह की स्वच्छता करने, पूजन और श्रृंगार की तैयारी की जाएगी. वहीं, 3.30 से 4 बजे के बीच भगवान के दोनों विग्रह को मंत्रों से जगाया जाएगा. फिर मंगला आरती होगी. इसके बाद विग्रहों का अभिषेक, श्रृंगार भोग होगा. शृंगार आरती होगी. यह 4.30 से 5 तक होगी.
भक्त सुबह 8 बजे से कर सकेंगे दर्शन
इसके बाद भक्त सुबह 8 बजे से दर्शन कर सकेंगे. दोपहर, करीब एक बजे मध्याह्न में भोग आरती होगी. करीब दो घंटे दर्शन बंद रहेंगे. इस दौरान भगवान विश्राम करेंगे. दोपहर 3 बजे से दर्शन फिर शुरू होंगे, जो रात्रि 10 बजे तक लगातार जारी रहेंगे. इसी बीच, शाम 7 बजे संध्या आरती होगी. इसका मतलब यह है कि हर रोज सुबह 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक मंदिर के कपाट खुले रहेंगे.
श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ के चलते दर्शन अवधि बढ़ेगी
श्री रामोपासना संहिता में प्रभु को भोग लगाने के लिए पूरा शेड्यूल है. रामलला को हर घंटे फल-दूध का भोग लगेगा. श्रद्धालुओं की ज्यादा संख्या के मद्देनजर मंदिर में दर्शन की अवधि 14 से 15 घंटे हो सकती है.
हर दिन के लिए वस्त्र धारण का रंग निर्धारित
प्रभु श्रीराम के बालरूप रामलला को वस्त्र धारण कराने के लिए दिनों के मुताबिक रंग निर्धारण किया गया है. दिन के अनुसार रामलला के वस्त्रों के रंग की परंपरा नए मंदिर में जारी रहेगी. रामलला सोमवार को सामान्य दिनों में सफेद वस्त्र धारण करते हैं, लेकिन विशेष अवसर पर पीले वस्त्र धारण करेंगे. भगवान राम मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को हल्का पीला या क्रीम कलर, शनिवार को नीला और रविवार को गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करेंगे.