<p style="text-align: justify;"><strong>West Bengal Politics:</strong> अगले साल 2024 में होने वाले <a title="लोकसभा चुनाव" href="https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024" data-type="interlinkingkeywords">लोकसभा चुनाव</a> की तैयारियों में लगी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पश्चिम बंगाल में एक बड़ा कदम उठाया है. पार्टी ने पूर्व सांसद अनुपम हाजरा को राष्ट्रीय मंत्री के पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. बीजेपी का ये फैसला ऐसे समय पर आया है जब अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के दौरे पर हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह के लेटर हेड से एक नोटिस जारी करते हुए लिखा, “भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के निर्देशानुसार अनुपम हाजरा को राष्ट्रीय मंत्री पद से पदमुक्त किया जाता है. ये सूचना तत्काल प्रभाव से लागू होगी.” समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, हाजरा पिछले कुछ समय से राज्य में पार्टी के कामकाज की आलोचना कर रहे थे. </p>
<p style="text-align: justify;"><br /><img src="https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/12/26/fcf24598ebf53c63847bc4fa930891b31703614507445426_original.jpeg" /></p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पश्चिम बंगाल के दौरे पर जेपी नड्डा और अमित शाह</strong></p>
<p style="text-align: justify;">गृह मंत्री अमित शाह इस महीने में दूसरी बार बंगाल के दौरे पर गए हैं. साथ ही बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा भी राज्य के दौरे पर हैं. उन्होंने मंगलवार (26 दिसंबर) को शुभेंदु अधिकारी के साथ बैठक भी की. फिर अचानक ही बीजेपी सांसद अनुपम हाजरा को औपचारिक बयान जारी कर उनके पद से हटा दिया गया. हाजरा को पद से हटाने को पार्टी के खिलाफ न जाने, संगठन में अनुशासन और पार्टी लाइन पर चलने के संदेश के रूप में देखा जा रहा है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>कौन हैं अनुपम हाजरा?</strong></p>
<p style="text-align: justify;">अनुपम एक समय पर बोलपुर से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद थे. इसके बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए. साल 2020 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव (राष्ट्रीय मंत्री) के रूप में नियुक्त किया गया था. वो 2020 से 2022 तक बिहार बीजेपी के सह-प्रभारी भी रहे. पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें जादवपुर सीट से उम्मीदवार भी बनाया गया था. हालांकि, उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं किया गया था.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें: <a title="’दीदी के शासन में जनता बोल रही, इससे अच्छे तो वामपंथी थे’, अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में साधा ममता बनर्जी पर निशाना" href="https://www.abplive.com/news/india/amit-shah-west-bengal-visit-slams-mamata-banerjee-government-kalyan-banerjee-mahua-moitra-give-lok-sabha-elections-2024-strategy-ann-2570395" target="_self">’दीदी के शासन में जनता बोल रही, इससे अच्छे तो वामपंथी थे’, अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में साधा ममता बनर्जी पर निशाना</a></strong></p>
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पश्चिम बंगाल की राजनीति
‘ममता की जगह मुख्यमंत्री बनेंगे भतीजे अभिषेक’, जानें टीएमसी प्रवक्ता ने क्यों किया इतना बड़ा दा
Abhishek Banerjee Replace Mamata Banerjee: 1998 में जब ममता बनर्जी ने कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का गठन किया था तब बंगाल में कांग्रेस के कई बड़े नेता उनके साथ हो लिए थे. हालांकि लंबी लड़ाई के बाद वर्ष 2011 में जब तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल की सत्ता पर कब्जा किया,उसके बाद से राज्य की राजनीति में ममता बनर्जी के उत्तराधिकारी को लेकर अटकलें हमेशा लगायी जाती रहीं. कौन उनकी जगह लेगा, इस बात पर चर्चा अमूमन होती रहती थी.
अब जबकि ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने राजनीति में अपनी मजबूती साबित कर दी है तो यह साफ हो चला है कि वह सूबे के अगले मुख्यमंत्री होने जा रहे हैं . इस पर पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी मुहर लगा दी है. सोमवार (18 दिसंबर) को उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी अपनी बुआ की जगह सीएम का पद संभालेंगे.
TMC में युवा बनाम पुराने की हो रही बहस
कुणाल घोष का यह बयान पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी में ‘राजनेताओं की युवा पीढ़ी बनाम पुराने नेताओं’ पर चल रही बहस के बीच आई है. इसकी शुरुआत पिछले महीने नवंबर के अंत में हुई, जब दो बार के सांसद और टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा, “चाहे राजनीति हो या कोई अन्य क्षेत्र, मेरा मानना है कि ऊपरी आयु सीमा होनी चाहिए. एक व्यक्ति जो काम 30 साल की उम्र में करता है, 35 या 50 साल के लोग भी ऐसा कर सकते हैं लेकिन 80 वर्ष का व्यक्ति नहीं कर सकता.”
‘2036 तक मुख्यमंत्री रहेंगी ममता’
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के चुचुरा में मीडिया को संबोधित करते हुए कुणाल घोष ने कहा कि ममता बनर्जी 2036 तक सेवा करती रहेंगी और तब भतीजे अभिषेक बनर्जी उनकी जगह लेंगे. 2024 के लोक सभा चुनाव की स्थिति स्पष्ट करते हुए टीएमसी प्रवक्ता ने कहा, “हम पुष्टि कर रहे हैं कि हम ममता दीदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे और अभिषेक बनर्जी सेनापति होंगे. वह 2036 तक सीएम रहेंगी और फिर अभिषेक को कमान सौंपी जाएगी.”
‘बंगाल पर कब्जा करने का सपना पूरा नहीं होगा’
घोष ने विपक्षी बीजेपी पर भी तीखा हमला बोला और कहा, “पश्चिम बंगाल पर कब्जा करने ख्वाब दीन में देखने वाले दल इसे कभी भी पूरा नहीं कर सकेंगे.” घोष ने कहा, “बंगाल बीजेपी को यह तय करना होगा कि उनकी लड़ाई का नेतृत्व कौन करेगा? क्या यह सुवेंदु अधिकारी (नेता प्रतिपक्ष), सुकांत मजूमदार की बीजेपी या दिलीप घोष की बीजेपी होगी? लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि टीएमसी एकजुट पार्टी के रूप में युद्ध के मैदान में कदम रखेगी”