मॉडर्न हथियार, सेंसर और एवियोनिक्स सिस्टम सीहॉक को भारतीय नौसेना की समुद्री सुरक्षा जरूरतों के लिए परफेक्ट बनाता है। सीहॉक स्क्वाड्रन को INAS 334 के रूप में इंडियन नेवी में शामिल किया जाएगा।
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कोच्चि
‘नौसैनिक हवाई अड्डे पर राहुल गांधी के विमान को उतरने की नहीं दी अनुमति’,
Rahul Gandhi In Kochi: कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि रक्षा मंत्रालय ने केरल के कोच्चि में पहले राहुल गांधी का विमान उतरने की अनुमति दी और फिर वापस ले ली. इस पर रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कोच्चि के नौसेना हवाई अड्डे पर उनके विमान की लैंडिंग न तो अनुमति दी गई थी और न ही इनकार किया गया था.
रक्षा मंत्रालय की तरफ से यह बयान तब आया है जब कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि शुक्रवार (1 दिसंबर) तड़के सांसद राहुल गांधी के विशेष विमान को नौसेना हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया था. बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को केरल के कोच्चि में महिला कांग्रेस की ओर से आयोजित जनसभा में पहुंचे थे.
कांग्रेस के आरोप पर रक्षा प्रवक्ता का जवाब
प्रवक्ता ने कहा कि कोच्चि में स्थित आईएनएस गरुड़ वायुसेना अड्डे को शुक्रवार सुबह 9:40 बजे और नौसेना मुख्यालय को लगभग 10:15 बजे कन्नूर से 10:45 बजे उड़ान भरने वाले एक विमान को उतारने की अनुमति देने का अनुरोध मिला था. उन्होंने कहा, “देर से किए गए अनुरोध और उड़ान के प्रस्थान से पहले समय की कमी के कारण, इसके लिए मंजूरी की प्रक्रिया नहीं की जा सकी.”
कांग्रेस ने लगाए थे ये आरोप
इससे पहले एर्नाकुलम जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद शियास ने आरोप लगाया था कि रक्षा मंत्रालय ने शुरू में नौसेना अड्डे पर विमान उतारने की अनुमति दी थी लेकिन बाद में यह अनुमति वापस ले ली गई. उन्होंने कहा कि कन्नूर से सांसद राहुल गांधी को ले जाने वाले विमान को पास के नेदुंबसेरी में कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीआईएएल) की ओर भेज दिया गया.
राहुल गांधी बीजेपी पर निशाना साधा
कोच्चि पहुंचने के बाद सांसद राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा. महिला बिल पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “यह पहली बार है जब मैंने संसद में कोई विधेयक पारित होते देखा है जिसे एक दशक बाद लागू किया जाएगा.”
उन्होंने कहा, “हम ऐसी दुनिया में रह रहे हैं जहां झूठ फैलाना बहुत आसान है. हम सभी जानते हैं कि न्यायपूर्ण समाज की नींव सत्य है. सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण के लिए झूठ का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.”
केरल ब्लास्ट में अब तक दो लोगों की मौत, इस शख्स ने ली धमाके की जिम्मेदारी | 10 बड़ी बातें
Kerala Blast: केरल के एर्नाकुलम जिले के कलामासेरी में रविवार (29 अक्टूबर) को यहोवा साक्षियों की प्रार्थना सभा में एक के बाद एक कई विस्फोट हुए. धमाकों में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. सिलसिलेवार धमाके उस समय हुए जब आज सुबह करीब 2,000 लोग प्रार्थना के लिए इकट्ठा हुए.
डॉमिनिक मार्टिन नाम के शख्स ने घटना की जिम्मेदारी ली और कोकादरा पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया. केरल पुलिस ने कहा कि मार्टिन ने उसे कुछ सबूत भी मुहैया कराए हैं, जिनकी फिलहाल जांच की जा रही है. आइए आपको 10 प्वाइंट में बताते हैं कि अब तक क्या कुछ हुआ है.
1- केरल के एर्नाकुलम में कलामसेरी स्थित एक कन्वेंशन सेंटर में करीब सुबह 9 बजे विस्फोट हुआ. इसके कुछ मिनटों के बाद एक ब्लास्ट हुआ. इसके कुछ देर बाद एक तीसरा ब्लास्ट भी हो गया.
2- घटना की सूचना मिलने के बाद केरल पुलिस एक्टिव हो गई. एनएसजी की NBDS टीम और एनआईए टीम केरल रवाना हुई जो शाम को यहां पहुंची. इसके अलावा आतंकवाद विरोधी अधिकारियों और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) की टीमें भी कोच्चि के कलामासेरी में यहोवा विटनेस चर्च पहुंची.
3- शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाके लिए इनसेंनडायरी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था. ये डिवाइस आईडी की तरह ही होता है, जिससे एक छोटा धमाका होता है और आग लग जाती है.
4- कन्वेंशन सेंटर में हुए धमाके के बाद दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर आ गई और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी. इसके अलावा उत्तर प्रदेश एसडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने सभी जिलों को अलर्ट रहने का आदेश दिया है.
5- केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कन्वेंशन सेंटर में हुए धमाकों को लेकर सोमवार (30 अक्टूबर) को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इससे पहले घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री से बात की और स्थिति का जायजा लिया.
6- केरल के त्रिशूर जिले स्थित कोडकारा पुलिस स्टेशन में एक डॉमिनिक मार्टिन नाम के शख्स से सरेंडर किया और यह दावा किया कि उसने ही कन्वेंशन सेंटर में बम लगाया था.
7- केरल ब्लास्ट की प्रारंभिक जांच पड़ताल में पता चला है कि यह कम तीव्रता वाला विस्फोट था, इसमें छर्रे का प्रयोग नहीं किया गया. जांच टीम को इस दौरान कोई छर्रे नहीं मिले हैं. आधिकारियों ने कहा कि सीनियर इस्तेमाल किया गया विस्फोटक उपकरण एक टाइमर बेस्ड डिवाइस था.
8- कलामासेरी कन्वेंशन सेंटर ब्लास्ट में एक महिला की भी मौत हो गई. यह महिला ब्लास्ट में 90 फीसदी जल चुकी थी. हादसे में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज कोच्चि ब्लास्ट के पीड़ितों से मिलने एक अस्पताल पहुंचीं.
9- कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इस ब्लास्ट अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया. उन्होंने कहा कि सभ्य समाज में हिंसा और खून-खराबे की कोई जगह नहीं हो सकती. ऐसी कायराना हरकतों के खिलाफ पूरा देश एकजुट है. उन्होंने सरकार से अपील की कि ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
10- हादसे के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कोच्चि पहुंचे. इससे पहले केरल के बीजेपी अध्यक्ष ने धमाकों के लेकर केरल पुलिस पर सवाल खड़े किए थे.
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केरल: दो दिन पहले हमास के लीडर का संबोधन और आज ब्लास्ट
कोच्चि: केरल के कोच्चि के एक कन्वेंशन सेंटर में जोरदार धमाका हुआ है। इस धमाके में अभी एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है। पुलिस के मुतबिक इस धमाके में अब तक एक शख्स की मौत 25 लोग घायल हुए हैं। इसके साथ ही 5 घायलों की हालात गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, इस कन्वेंशन सेंटर में चर्च का एक कार्यक्रम चल रहा था। चश्मदीदों के अनुसार, यहां एक से ज्यादा धमाकों की आवाज सुनाई दी। धमाकों के कारण की अभी जानकारी नहीं है, हालांकि पुलिस जांच में जुट गई है।
ब्लास्ट सुबह 9 बजे हुआ
पुलिस ने घटना स्थल की चारों तरफ से घेराबंदी कर दी है और मामले की तफ्तीश में जुट गई है। बताया जा रहा है कि जिस वक्त ये धमाका हुआ समय कन्वेंशन सेंटर में 2 हजार से ज्यादा लोग मौजूद थे। पुलिस के अनुसार, यह धमाका सुबह 9 बजे के आसपास हुआ था। वहीं अब इस हादसे के बाद घटनास्थल पर NIA की टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है। इसके साथ ही केरल पुलिस की ATS टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है।
अमित शाह ने की सीएम विजयन से बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और कन्वेंशन सेंटर में बम विस्फोट के बाद राज्य की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने एनआईए और एनएसजी को भी मौके पर पहुंचकर घटना की जांच करने का निर्देश दिया है। वहीं इस ब्लास्ट के बाद सीएम विजयन दिल्ली से कोच्चि के लिए रवाना हो गए हैं।
शनिवार को यहां इजरायल के समर्थन में पास हुआ था प्रस्ताव
हादसे के बाद मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है। इसके साथ ही कन्वेंशन सेंटर के जिस हिस्से में बम धमाका हुआ है, उसे बंद कर दिया है और पूरे सेंटर को खाली करा लिया गया है। बताया जा रहा है कि इस सेंटर में पिछले तीन दिनों से कार्यक्रम चल रहा था और आज इसका अंतिम दिन था। बता दें कि यहां ईसाइयों से प्रथक समूह यहोवा समुदाय का ये प्रेयर कन्वेंशन हो रहा था। यहोवा समुदाय के लोग ईसाई भी नहीं हैं और यहूदी भी नहीं हैं लेकिन यहूदी परम्परा का पालन करने वाले लोग हैं। यहां तीन दिन की बैठक में कल इजराइल और यहूदियों के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित किया गया था। इसके बाद ब्लास्ट होना बड़े सवाल खड़े कर रहा है।
केरल सरकार बनाम। राज्यपाल: विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बर्बाद करता है, एचसी कहते हैं – टाइम्स ऑफ इंडिया
न्यायमूर्ति देवन रामचंद्रन ने अपनी याचिका (डब्ल्यूपी-सी नंबर 35656/22) के लिए राज्य सरकार की आलोचना की जिसमें कुलाधिपति के फैसले पर सवाल उठाया गया था। एपीजे अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अंतरिम कुलपति नियुक्त करने बाबत्। अदालत ने कहा कि अगर कोई विवाद था, तो संबंधित पक्षकारों को मुकदमा चलाने के बजाय जल्द ही कुलपति नियुक्त करने का प्रयास करना चाहिए था।
“दुनिया भर के विश्वविद्यालयों की अवधारणा अब प्रौद्योगिकी और विचारों में नवाचारों और सफलताओं के साथ गहरा परिवर्तन प्राप्त कर रही है, जो हर शैक्षिक प्रयास की आधारशिला है। कोविड -19 महामारी परिदृश्य ने दिखाया है कि विश्वविद्यालय कितने महत्वपूर्ण हैं, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय को रिकॉर्ड समय में एक वैक्सीन के लिए सफलता प्राप्त करने और वाशिंगटन विश्वविद्यालय के साथ दुनिया में पहली बार नाक का टीका तैयार करने में सक्षम होने के साथ। एक विश्वविद्यालय और उसके उद्देश्य के महत्व को कभी भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है और इसे कभी भी कम करके नहीं आंका जा सकता है; इसकी प्रतिष्ठा जाली और एक अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में अपने छात्रों की सफलता के आधार पर बनाई गई है। एक बार विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा खो जाने के बाद इसे भुनाना बहुत मुश्किल होगा, और मैं उम्मीद करता हूं कि किसी भी मुकदमे या विवाद को सार्वजनिक मंच पर लाए जाने के दौरान हितधारकों को इसके बारे में पूरी तरह से पता होना चाहिए।
इसके अलावा, अदालत ने कहा कि हितधारकों को प्रभावी ढंग से विश्लेषण करना चाहिए कि क्या मुकदमेबाजी के लाभ दो उच्च संवैधानिक पदाधिकारियों के बीच विवादों के खुले वेंटिलेशन के साथ-साथ छात्रों, शिक्षाविदों और जनता पर इस तरह की कार्रवाई के प्रभाव से होने वाले नुकसान से अधिक होंगे।
सभी हितधारकों से जल्द से जल्द वाइस चांसलर नियुक्त करने के लिए एक साथ काम करने का अनुरोध करते हुए, अदालत ने कहा, “एक दूसरे के खिलाफ लगाए गए आरोपों की सच्चाई जो भी हो, तथ्य यह है कि अब छात्रों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। विचाराधीन विश्वविद्यालय का सभी तकनीकी विषयों पर आभासी एकाधिकार है, जो किसी राज्य या राष्ट्र के विकास की आधारशिला है, और यदि छात्रों को यह मानना है कि उनके हित उन विवादों के कारण हानिकारक रूप से प्रभावित होते हैं जो उनके दायरे से परे और बाहर हैं उनकी चिंता, यह उसके लिए और पूरे केरल राज्य के लिए एक दुखद दिन होगा।”
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