एनआईए
NIA को पुणे ISIS मॉड्यूल मामले की जांच में मिली बड़ी कामयाबी, झारखंड से दबोचा 8वां फरार आरोपी
Pune-based ISIS Module Case: एनआईए को पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल (ISIS Module) मामले में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. एजेंसी ने इस मामले में गुरुवार (2 नवंबर) को 8वीं गिरफ्तारी की. इसे प्रतिबंधित आतंकी समूह की गतिविधियों की जांच के क्रम में एक अहम घटनाक्रम माना जा रहा है. गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान झारखंड के हजारीबाग निवासी मोहम्मद शहनवाज आलम के रूप में की गई है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रवक्ता के अनुसार, ”माना जाता है कि आलम विदेशी आतंकवादी संगठन आईएसआईएस की आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में सक्रिय रूप से शामिल था. आलम पुणे में चल रहे आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ था.”
मोटरसाइकिल चोरी करने के प्रयास में पहले गिरफ्तार हो चुके हैं आलम के दो साथी
आलम अपने दो सहयोगियों-मोहम्मद इमरान खान और मोहम्मद यूनुस साकी के साथ एक सक्रिय आईएसआईएस सदस्य था, जिन्हें मोटरसाइकिल चोरी करने का प्रयास करते समय पकड़ा गया था.
आलम पर एनआईए ने घोषित कर रखा था 3 लाख का इनाम
प्रवक्ता ने बताया कि आलम 19 जुलाई को पुणे पुलिस से बच निकलने में कामयाब रहा था. एनआईए ने उस पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. जांच एजेंसी को उसके ठिकाने को लेकर गुप्त सूचना मिली थी जिसके बाद उसको धर दबोचा गया.
आतंक और हिंसा फैलाने की योजनाओं को विफल करने में जुटी एनआईए
प्रवक्ता ने कहा कि जांच से पता चला है कि आरोपी व्यक्तियों की आईएसआईएस के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए देश में शांति और सौहार्द को बिगाड़ने के मकसद से आतंकी कृत्यों को अंजाम देने की योजना थी. अधिकारी ने कहा कि एनआईए देश में आतंक और हिंसा फैलाने की आतंकवादी संगठन की योजनाओं को विफल करने के लिए व्यापक जांच कर रही है.
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श्रीलंका मानव तस्करी रैकेट का पर्दाफाश, NIA ने तमिलनाडु से गिरफ्तार किया कुख्यात तस्कर
International Human Trafficking Racket Busted: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी मामलों में संलिप्त मोहम्मद इमरान खान उर्फ हाजा नजरबीडेन को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने रविवार (22 अक्टूबर) को कहा कि खान क्षेत्र में अवैध गतिविधियों का लंबा इतिहास रखने वाला एक कुख्यात तस्कर है और श्रीलंकाई मानव तस्करी (Human Trafficking) मामले में एक प्रमुख व्यक्ति है.
एनआईए के एक अधिकारी ने कहा, ”एजेंसी की एस्कॉन्डर ट्रैकिंग टीम (एटीटी) ने 39 वर्षीय खान को तमिलनाडु के थेनी जिले के एक अज्ञात स्थान से गिरफ्तार किया है.
‘एटीटी बेंगलुरु की गतिविधियों पर थी पैनी नजर’
अधिकारी ने कहा कि मामले में एक प्रमुख व्यक्ति खान जून 2021 से फरार था. पिछले कई महीनों से एटीटी बेंगलुरु नियमित रूप से उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी, बाद में उसे गिरफ्तार किया गया.
‘प्रवर्तन एजेंसियों की वांटेड लिस्ट में था इमरान खान‘
अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच के दौरान तमिलनाडु के रामनाथपुरम निवासी खान विभिन्न अवैध कार्यों में शामिल होने के कारण कई कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से वांछित भगोड़ा था.
‘लिट्टे से जुड़े श्रीलंकाई नागरिक के साथ भी रची थी साजिश’
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि खान ने पूर्व में लिट्टे से जुड़े एक श्रीलंकाई नागरिक ईसान के साथ मिलकर 38 श्रीलंकाई को उनके गृह देश से अवैध रूप से तमिलनाडु के विभिन्न स्थानों पर ले जाने की योजना तैयार की थी.
‘श्रीलंकाई नागरिकों की बेंगलुरु और मंगलुरु की जगहों पर तस्करी’
उन्होंने इन व्यक्तियों को झूठे वादों का लालच दिया, जिसमें कनाडा में प्रवास के लिए वैध दस्तावेज प्राप्त करने और रोजगार के अवसर हासिल करने की संभावना भी शामिल थी. अधिकारी ने कहा कि खान ने अन्य सह-आरोपियों के साथ मिलकर श्रीलंकाई नागरिकों को बेंगलुरु और मंगलुरु के विभिन्न स्थानों पर तस्करी की.
‘भारत और दूसरे देशों में श्रीलंकाई लोगों की एंट्री कराने की अहम कड़ी रहा’
अधिकारी ने कहा, “जांच में पाया गया कि खान अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी से जुड़ी एक व्यापक साजिश में एक अहम शख्स है. उसने श्रीलंकाई नागरिकों को उनके देश से भारत और उसके बाद अन्य देशों में ले जाने के लिए जिम्मेदार मुख्य माध्यम के रूप में काम किया.’
‘मैंगलोर से हुई थी 38 विदेशियों की गिरफ्तारी’
रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला तब सामने आया जब मैंगलोर दक्षिण पुलिस ने विश्वसनीय खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए खुलासा किया कि श्रीलंकाई नागरिकों का एक समूह वैध दस्तावेजों के बिना मैंगलोर आया था और उसने यहां निवास किया था. इस ऑपरेशन के कारण 6 जून 2021 को मैंगलोर से 38 श्रीलंकाई नागरिकों की गिरफ्तारी हुई थी.
पिछले साल 5 भारतीय आरोपियों के खिलाफ दायर की थी चार्जशीट
मामले के अंतरराष्ट्रीय आयामों को पहचानते हुए एनआईए ने हस्तक्षेप किया और मामले को फिर से दर्ज किया. एनआईए ने इस मामले में 5 भारतीय आरोपी व्यक्तियों, दिनाकरन, कासी विश्वनाथन, रसूल, साथम उशेन और अब्दुल मुहीतु के खिलाफ 5 अक्टूबर, 2021 को प्रारंभिक चार्ज शीट दायर की थी.
नक्सली मामले में एनआईए का एक्शन, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 60 से ज्यादा जगहों पर की छापेमारी
NIA Raid In Naxal Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार (02 अक्टूबर) को वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) यानी नक्सली मामले में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 60 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की. इन दोनों राज्यों में संदिग्धों के परिसरों और ठिकानों पर छापेमारी अभी भी जारी है. एजेंसी को मिले इनपुट के आधार पर एएनआई ने राज्य पुलिस के साथ अलग-अलग टीम बनाकर तलाशी अभियान चलाया.
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया, “नक्सल केस या वामपंथी उग्रवाद के मामले में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की 60 से ज्यादा जगहों पर तलाशी ली गई है. ये रेड तेलंगाना के हैदराबाद, आंध्र प्रदेश के गुंटूर, नेल्लोर और तिरुपति जिलों में की गई. जिन जगहों पर तलाशी ली गई उनमें नागरिक अधिकार समर्थकों के कई नेताओं के घर शामिल हैं. इन सभी नेताओं पर नक्सली समर्थकों के साथ होने का संदेह है.”
सितंबर की शरुआत में भी की थी छापेमारी
इससे पहले पिछले महीने की शुरुआत में यानी 9 सितंबर को भी एनआईए ने तेलंगाना औऱ छत्तीसगढ़ में रेड मारी थी और तलाशी अभियान चलाया था. एजेंसी ने ये रेड अगस्त 2023 के मामले में मारी थी जिसमें विस्फोटक सामग्री, ड्रोन और लेथ मशीनों की बरामदगी हुई थी. आरोप था कि प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ये सामग्री सुरक्षा बलों के खिलाफ इस्तेमाल करने वाली थी.
एनआईए ने 12 आरोपियों के खिलाफ किया था मामला दर्ज
जून के महीने में कोठागुडेम के चेरला मंडल में तीन आरोपियों के पास से विस्फोटक सामग्री, ड्रोन और लेथ मशीन जब्त करने के बाद एनआईए ने 12 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इसके अलावा, एनआईए ने जम्मू-कश्मीर के ढांगरी इलाके में आतंकी हमले के सिलसिले में पुंछ में 4 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया था. इस छापेमारी में एजेंसी ने आपत्तिजनक डेटा, कई डिजिटल उपकरण और दस्तावेज बरामद किए थे.
खालिस्तान नेटवर्क के खात्मे के लिए NIA बना रही प्लान, ATS के अधिकारियों संग करेगी मीटिंग
NIA On Khalistani Network: कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन समेत दुनिया के दूसरे देशों में भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने वाले खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ एनआईए बड़े ऑपरेशन की तैयारी में (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) जुट गई है. सूत्रों ने बताया है कि इनके पूरे आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करने की खास रणनीति बनाई जा रही है. इसके लिए एनआईए के दिल्ली स्थित हेड क्वार्टर में अक्टूबर के पहले हफ्ते में बैठक होगी. इसमें विदेश में बैठकर हिंदुस्तान को टारगेट कर रहे खालिस्तान गिरोह के एक-एक सदस्य के खिलाफ फुल एक्शन की तैयारी की जाएगी.
एबीपी न्यूज़ के सूत्रों ने बताया है कि इस बैठक में एनआईए अधिकारियों के साथ राज्यों के एटीएस (आतंक रोधी दस्ता) अधिकारी भी हिस्सा लेंगे. खास तौर पर पंजाब एटीएस की रिपोर्ट और इनपुट महत्वपूर्ण होगी.
पन्नू पर 22 मुकदमें
अभी हाल ही में एनआईए ने कनाडा में रह रहे खालिस्तान अलगाववादी गुरु पतवंत सिंह पन्नू की संपत्ति जब्त की है. उसके खिलाफ भारत में देशद्रोह सहित कई संगीन मामलों में केस दर्ज हैं. 6 जुलाई 2017 से 28 अगस्त 2022 के बीच उसके खिलाफ आतंकवाद और देशद्रोह सहित अन्य गंभीर धाराओं के तहत मुकदमें दर्ज हैं.
ये आतंकी हैं टारगेट पर
सूत्रों ने बताया कि एनआईए के टारगेट पर खालिस्तान आतंकियों की लंबी चौड़ी लिस्ट है. इसमें पन्नू के अलावा ब्रिटेन में रह रहे परमजीत सिंह पम्मा और कुलवंत सिंह मुथरा, अमेरिका में रह रहे जय धालीवाल, ब्रिटेन में छिपे सुखपाल सिंह, अमेरिका में छिपे हरप्रीत सिंह उर्फ राणा सिंह, ब्रिटेन में छिपे सरबजीत सिंह बेन्नूर, ब्रिटेन में छिपे कुलवंत सिंह उर्फ कांता, पाकिस्तान में वाधवा सिंह बब्बर उर्फ चाचा और रणजीत सिंह नीटा के नाम हैं. इसके अलावा यूएई में छिपे जसमीत सिंह हकीमजादा, ऑस्ट्रेलिया में छिपे गुरजंत सिंह ढिल्लों, कनाडा में लखबीर सिंह रोडे, अमेरिका में अमरदीप सिंह पूरेवाल, कनाडा में जतिंदर सिंह ग्रेवाल, ब्रिटेन में दुपिंदर जीत, अमेरिका में छिपे एस हिम्मत सिंह भी एनआईए की लिस्ट में हैं.
अमेरिका में शरण लेने वाले हरजाप सिंह उर्फ जप्पी सिंह और ब्रिटेन में छिपकर आतंकी गतिविधियों की योजना बना रहे गुरुमीत सिंह उर्फ बग्गा उर्फ बाबा और गुरप्रीत सिंह उर्फ बाघी भी हिट लिस्ट में हैं.
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