रूस की राजधानी मॉस्को में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। यहां एक कॉन्सर्ट हॉल में कम से कम 5 हमलावर घुस गए और अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। इसमें कम से कम 40 लोगों के मारे जाने की खबर है।
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आतंकी हमला
पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट पर बड़ा आतंकी हमला, सभी सातों हमलावर ढेर; यहीं चल रहा चीन का ड्रीम प्रोजेक्ट
हमले की स्थिति के बारे में कहा गया है कि अब गोलीबारी पूरी तरह बंद हो गई है। मकरान डिवीजन के आयुक्त सईद अहमद उमरानी ने हमले की पुष्टि की और कहा कि हमलावर ग्वादर पत्तन परिसर में घुस गए थे।
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वो आतंकी हमला जिससे सिहर उठी थी मुंबई, जानें उस खौफनाक मंजर की पूरी कहानी
26 नवंबर 2008… ये दिन शायद ही कोई भूल सकता है। इस दिन सिर्फ मुंबई ही नहीं बल्कि पूरा देश आतंकी हमले से सिहर गया था। इस दिन 10 आतंकी पाकिस्तान से आए और मुंबई के हिस्से में गोलियों और बमों की बरसात कर दी है। इस हमले में कुल 166 लोगों की मौत हो गई थी। आतंकियों ने मुंबई के ताज और ट्राइडेंट होटल के साथ ही छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर हमला किया था। आज इस हमले के 15 साल हो गए हैं। आज भी इस हमले को याद कर मुंबई ही नहीं पूरे देश की आखें गमगीन हो जाती हैं। आतंकियों के साथ पुलिस की ये मुठभेड़ 3 दिन तक चली थी जिसके बाद अजमल आमिर कसाब नाम के एक आतंकी को जिंदा पकड़ा गया था। आइए जानते हैं 26/11 के दिन की पूरी कहानी….
इन जगहों को बनाया था निशाना
पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते होते हुए 10 आतंकी मुंबई आए थे और उन्होंने मुंबई की शान ताज होटल समेत कई और ठिकानों पर हमला कर दिया। आतंकियों ने इस हमले में ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल और नरीमन हाउस जैसी जगहों को निशाना बनाया था। इस हमले में 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इतना ही नहीं आतंकियों ने छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशन को भी अपना निशाना बनाया था और 4 आतंकियों ने AK-47 से लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी। इस आतंकी हमले से 3 दिनों तक मुंबई की रफ्तार थम गई थी।
हॉस्पिटल में भी किया था हमला
आतंकी अजमल कसाब के साथ एक आतंकी सीएसएमटी स्टेशन से निकलकर कामा अस्पताल में घुसा था, जिसके बाद उन्होंने करीब 5 घंटे तक इस अस्पताल में कोहराम मचा था। इस पूरे हंगामे में हॉस्पिटल के 2 चौकीदार शहीद हो गए थे और साथ ही कई कर्मचारी भी घायल हो गए थे। फिर मुंबई पुलिस और सेना ने आतंकियों के खिलाफ एक ऑपरेशन शुरू किया था, जो कि 3 दिनों तक चला। इस ऑपरेशन में NSG कमांडो भी शामिल थे। तीन दिन तक चले इस ऑपरेशन में सभी आतंकियों को मार गिराया गया और एक अजमल आमिर कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था। फिर साल 2012 में कसाब को फांसी दे दी गई थी।
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‘जंग से अमन नहीं होगा, हर रोज ट्रेन्ड आतंकी आ रहे’, अनंतनाग एनकाउंटर पर बोले फारूक अब्दुल्ला
Farooq Abdullah On Anantnag: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में बुधवार (13 सितंबर) को हुए एनकाउंटर में तीन सुरक्षा अधिकारियों की शहादत पर नेशनल कांफ्रेंस (NC) नेता फारूक अब्दुल्ला ने बड़ी टिप्पणी की है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा है, “कौन कहता है कि आतंक समाप्त हो गया है. अब ट्रेंड आतंकी आ रहे हैं. रोज हमले हो रहे हैं.” अब्दुल्ला ने कहा, “रोज ही हमले हो रहे हैं और रोज एनकाउंटर हो रहा है. कौन कहता है आतंकवाद खत्म हो गया, यह खत्म नहीं होगा.”
अनंतनाग एकाउंटर में पाकिस्तान की साजिश को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, “लड़ाई से अमन नहीं आता है. मामला हल करने के लिए बातचीत करने की जरूरत है. जो हो रहा है इससे लोगों को उल्लू बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, “हो सकता है किसी और मुल्क से आतंकी आ सकते हैं. पाकिस्तान से हमने चार जंग की. बॉर्डर आज भी वही है. इससे अमन नहीं आता है. यह बंद नहीं होगी.
इंटरसेप्ट किया गया है क्रॉस बॉर्डर फोन कॉल
अनंतनाग मुठभेड़ में सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धानौत और जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं मुजम्मिल भट्ट शहीद हुए हैं. इसे लेकर देश भर में गम और गुस्से का माहौल है. दरअसल पिछले 5 दिनों के क्रॉस बॉर्डर कॉल इंटरसेप्ट से पता चला है कि पाकिस्तान की तरफ से आतंकी एक साथ कई हमले की योजना बना रहे थे.
इसलिए बनाई गई हमले की योजना
G-20 शिखर सम्मेलन की सफलता से बौखलाहट की वजह से हमले की योजना बनाई जा रही थी. इसके अलावा पाकिस्तान आर्मी पर TTP आतंकियों की ओर से किए गए तीन बड़े घातक हमले से ध्यान भटकने के लिए भी हमले की योजना बनाई जा रही थी. बहरहाल इस तरह की घटनाओं पर फारूक अब्दुल्ला पहले भी पाकिस्तान से बातचीत की वकालत करते रहे हैं.
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