Bihar News: भागलपुर के नवगछिया पुरानी पुलिस लाइन में डीआईजी विवेकानंद की ओर से ट्रैफिक थाने का उद्घाटन किया गया. इस दौरान उन्होंने फीता काटकर नए कार्यालय भवन का उद्घाटन किया है. इस मौके पर डीआईजी ने जानकारी दी कि पूरे राज्य में 28 ट्रैफिक थाना खोला गया है. जिसमें भागलपुर जोन में नवगछिया और बांका में आज ट्रैफिक थाने का उद्घाटन हुआ है. उन्होंने बताया कि ट्रैफिक थाने में स्पैक्टर रैंक के पदाधिकारी को तत्काल दिया गया है. इसके अलावा उन्हें पर्याप्त बल भी दिया गया है. डीआइजी ने बताया कि नवगछिया पुलिस जिला में कहीं भी दुर्घटना में दो या दो से अधिक मौत के मामले में इसी थाने में मामला दर्ज होगा साथी अनुसंधान भी किया जाएगा.
traffic near me
बिहार: दुर्गा पूजा को लेकर ट्रैफिक प्रबंधन में जुटा प्रशासन, जानिए किन इलाकों में होगी अधिक भीड़
Durga Puja 2023: बिहार में दुर्गा पूजा की तैयारी जोरो- शोरों से चल रही है. राज्य के अलग- अलग जिलों में पंडाल बनाए जा रहे हैं. ऐसे में भीड़ नियंत्रण आवश्यक है. प्रशासन ट्रैफिक प्रबंधन में जुटा है. पटना की 14 सड़कों पर अधिक दवाब रहेगा. भीड़ के आकलन के साथ ही प्रबंधन में प्रशासन जुटा है. डीएम और एसएसपी इनपुट ले रहे हैं. इसके अलावा पूरी ट्रैफिक व्यवस्था पर नजर बनाए हुए है. ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है. भीड़ प्रबंधन की तैयारी अभी से ही की जा रही है. जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह के साथ ही एसएसपी राजीव मिश्रा शहर में तैनात थाना प्रभारी, मैजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारियों से यातायात के रुट और भीड़ की स्थिति का इनपुट ले रहे हैं. 20 अक्टूबर से पहले अफसर भीड़ वाले इलाकों का इनपुट तैयार करेंगे. मालूम हो कि अधिक भीड़ वाले इलाकों में वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दिया जाएगा. इस कारण लोगों को ट्रैफिक व्यवस्था और भीड़ वाले सड़कों के बारे में जानकारी रखना आवस्यक है.
इन इलाकों में होगी अधिक भीड़
नेहरु पथ, बोरिंग रोड, बोरिंग कैनाल रोड, बाकरगंज, कंकरबाग मुख्य सड़क, गांधी मैदान के चारों ओर, बाकरगंज से हथिआ मार्केट होते हुए खजांची रोड, मखनिया कुआं से अशोक राजपथ तक, मीठापुर, हार्डिंग रोड, चितकोहरा से बेउर मोड़ तक, एनआईटी से पटना सिटी रोड, गोला रोड से दानापुर तक, मोर्चा रोड में पटना साहिब तक, सुदर्शन पथ, डाकबंग्ला से रेलवे स्टेशन रोह होते हुए जीपीओ गोलंबर तक इत्यादि जगहों पर अधिक भीड़ होने की आशंका है. डीएम और एसपी की इन इलाकों पर नजर है. वहीं, बेली रोड से बोरिंग केनाल रोड आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. हड़ताली मोड़ के पास लोहिया पथ दो का निर्माण कार्य जारी है. इससे यहां आने का एक मात्र उपाय सर्विस लेन है. इसे वाहनों के लिए बंद किया जा सकता है. इस कारण यहां लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
जाम के कारण शहर की रफ्तार पर पड़ा असर
डीएम की ओर से वरीय अधिकारियों को सुरक्षा को ख्याल में रखकर प्लान तैयार करने के लिए कहा गया है. वहीं, बता दें कि अभी भी लोगों को सड़कों पर जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है. वहीं, भागलपुर में लोगों को जाम की परेशानी का सामना करना पड़ा. जाम के कारण यहां शहर की रफ्तार थम गयी. तिलकामांझी से नौलखा, स्टेशन चौक से ततारपुर, स्टेशन चौक से कोतवाली, पटल बाबू रोड, पोस्ट ऑफिस रोड पर दिन भर जाम लगा रहा. भोलानाथ पुल के पास ट्रैफिक ब्लॉक रहने के कारण भी लोहिया पुल पर दिन भर जाम की स्थिति रही और वाहन रेंगते रहे. पोस्ट ऑफिस रोड, स्टेशन से कोतवाली आने वाली सड़क पर भी दिन भर रह – रह कर जाम की स्थिति बनती रही.
खरीददारी के लिए सड़कों पर निकले लोग
गौरतलब है कि त्योहार का समय नजदीक आते ही बड़ी संख्या में लोग खरीददारी करने निकल रहे हैं. दूसरे जिले के भी व्यवसायी यहां आ कर कई तरह के सामानों की खरीदारी कर रहे हैं. ऐसे में सड़कों पर एक तरफ लोगों की भीड़ बढ़ी है तो दूसरी तरफ वाहनों की आवाजाही में भी इजाफा हुआ है. कई लोगों को जाम में फंसे होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा. त्योहारों को लेकर ट्रैफिक पुलिस भी तैयारियों में जुटी है. लेकिन, लोगों को फिर भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भागलपुर में ट्रैफिक डीएसपी राजकिशोर सिंह दल बल के साथ विभिन्न स्थलों पर जाम को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे थे. वहीं, पटना के बारे में बता दें कि डाक बंग्ला चौराहा दुर्गा पूजा पंडाल का केंद्र होने वाला है. यहां पंडाल देखने वाले लोगों की अतिरिक्त भीड़ होगी. यहां आने के लिए मुख्य मार्ग के साथ ही छज्जूबाग व बंदरबगीचा की सड़क विकल्प होगी. ऐसे में लोगों को थोड़ी आसानी होगी.
पटना की सड़कों पर नहीं चलेंगी डीजल बसें, ऑटो के परिचालन पर भी पड़ेगा असर, जानिए वजह..
Bihar News: बिहार की राजधानी पटना में अब डीजल बसें नहीं चलेंगी. पटना शहरी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से पटना नगर निगम, दानापुर ,खगौल और फुलवारीशरीफ नगर परिषद क्षेत्र में शनिवार की देर रात से डीजल सिटी बसों का परिचालन बंद हो जायेगा. इसको लेकर परिवहन विभाग ने मार्च महीने में अधिसूचना जारी की थी. इसके बाद शुक्रवार की देर रात तक विभाग की ओर से कोई नया निर्देश जारी नहीं किया गया है. ऐसे में यह उम्मीद है कि शनिवार से पटना, दानपुर, फुलवारीशरीफ व खगौल में डीजल बसों का परिचालन बंद हो जायेगा. वहीं, दूसरी और गया और मुजफ्फरपुर नगर निगम क्षेत्र में भी शनिवार की मध्य रात्रि से डीजल से चलने वाली सभी तीनपहिया गाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया जायेगा. इस संबंध में विभाग ने शुक्रवार को निर्देश जारी करते हुए मुजफ्फरपुर और गया के डीटीओ को निर्देश दिया है कि वे इस आदेश का शक्ति से पालन कराते हुए डीजल से चलने वाले ऑटो का परिचालन पूरी तरह से बंद कराएं.
रविवार से डीजल से चलने वाली बसों पर रोक
राज्य में शनिवार की आधी रात के बाद से पटना शहरी क्षेत्र में डीजल से चलने वाली सिटी बसों पर रोक लगा दी जाएगी. परिवहन विभाग की अधिसूचना के अनुसार 30 सितंबर की आधी रात के बाद पटना नगर निगम के साथ दानापुर खगौल और फुलवारीशरीफ में डीजल चालित सिटी बसें नहीं चलाई जाएंगी. विभागीय निर्देश को देखते हुए जिला परिवहन कार्यालय ने भी डीजल बसों के परिचालन पर रोक लगा दी है. रविवार यानी एक अक्टूबर से पटना शहरी क्षेत्र में डीजल से चलने वाली सिटी बसों पर रोक लग जाएगी. परिवहन विभाग की अधिसूचना के अनुसार, 30 सितंबर के बाद पटना नगर निगम के साथ दानापुर, खगौल और फुलवारीशरीफ में डीजल चालित सिटी बसें नहीं चलाई जाएंगी. हालांकि, इससे आम लोगों को सफर करने में फर्क पड़ेगा. लेकिन, डीजल बसें पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है. इसलिए, इन बसों के परिचालन पर रोक लगा दिया गया है.
प्रदुषण को देखते हुए लिया गया फैसला
फिलहाल, राजधानी में लक्ष्य के अनुरूप नई सीएनजी बसों का परिचालन शुरू नहीं हो सका है. डीजल चालित ऑटो पर पहले से रोक है. इसका कारण प्रदूषण है. प्रदुषण को देखते हुए परिवहन विभाग ने पहले ही पटना शहरी क्षेत्र में डीजल चालित ऑटो पर रोक लगा रखी है. पटना, फुलवारीशरीफ, दानापुर और खगौल में डीजल से चलने वाले आटो पर पूर्णत: प्रतिबंध है. इसकी जगह सीएनजी और बैट्री चालित आटो को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है.
सीएनजी बसों के लिए मिलेगा अनुदान
मालूम हो कि अगले दो दिन प्रदेश में अवकाश है. ऐसे में विभाग के स्तर से समय-सीमा बढ़ाए जाने की आशंका कम है. विभाग ने डीजल सिटी बसों की जगह सीएनजी बसों को बढ़ावा देने की योजना को बनाया है. सिटी बस प्रोत्साहन योजना के तहत सिर्फ पटना जिले में 121 लाभुकों का चयन किया गया है. बता दें कि सीएनजी बसों के लिए तीस प्रतिशत एवं अधिकतम साढ़े सात लाख रुपये तक अनुदान भी दिया जाएगा. इसके लिए आवेदन भी मांगे गए है. इस कारण सार्वजनिक सुरक्षा एवं सुविधा के दृष्टिकोण से ऐसे वाहनों का परिचालन चरणबद्ध ढंग से रोका जाएगा. डीजल चालित बसों पर रोक का आदेश तीस सितंबर की मध्य रात्रि से लागू होने वाला है.
बिहार में अब एक अक्टूबर से नए नियमों का पालन कराया जाएगा. डिजल से संचालित होने वाली बसों को पटना और आसपास के शहरी इलाकों में बंद कर दिया जाएगा. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए परिवहन विभाग ने मार्च में ही इसकी अधिसूचना जारी की थी. यह अब रविवार से लागू हो जोगा. इसमें कहा गया है कि डीजल से चलने वाली सिटी बसों से तुलनात्मक रूप से अधिक प्रदूषित गैस का उत्सर्जन होता है, जो नागरिकों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है. विभागीय आदेश के कारण जिला परिवहन कार्यालय ने भी डीजल बसों के परिचालन पर रोक की तैयारी शुरू की है. रविवार से डीजल बसों पर रोक लगा दिया जाएगा. साथ ही ऑटो के परिचालन पर भी अब असर पड़ेगा.