- Hindi News
- Career
- Toppers Mantra Cleared GATE Exam 4 Times To Get Job In PSU Shreyansh Bohidar Success Tips And Tricks
6 मिनट पहलेलेखक: ऋचा श्रीवास्तव
- कॉपी लिंक
मेरा नाम श्रेयांश बोहिदार है। मैंने GATE-2024 में ऑल इंडिया रैंक 131 हासिल किया है। मैंने सिविल इंजीनियरिंग स्ट्रीम में GATE दिया था। ये मेरा चौथा अटेम्प्ट था। इससे पहले मैं तीन बार ये एग्जाम क्लियर कर चुका हूं। पहली बार 2021 में ये एग्जाम दिया था। 2022 में GATE के जरिए IIT खड़गपुर में ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया।
GATE स्कोर से हासिल करनी थी PSU में नौकरी
मैं पिछले 3 सालों के अपने स्कोर और रैंक से खुश नहीं था इसलिए मैंने चौथी बार GATE अटेम्प्ट किया। शुरू से ही मेरा टारगेट GATE स्कोर के जरिए PSU यानी सरकारी नौकरी पाना ही था। GATE क्वालिफाई करने के बाद मैं चाहता हूं कि मुझे IOCL, कोल इंडिया, SAIL या ONGC जैसे PSU में नौकरी मिल जाए।
आज टॉपर्स मंत्रा में श्रेयांश बोहिदार अपनी GATE जर्नी और एग्जाम के लिए जरूरी स्ट्रैटजी के बारे में बता रहे हैं…
मैंने शुरुआती पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय, रायगढ़, छत्तीसगढ़ से की। इसके बाद NIT रायपुर से BTech और IIT खड़गपुर से ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग में MTech किया।
कॉलेज की पढ़ाई के साथ की GATE की तैयारी
इंजीनियरिंग में मेरा नेचुरल इंटरेस्ट था, क्योंकि मुझे हमेशा ये जानने की उत्सुकता रहती थी कि कोई भी चीज कैसे काम करती है। मेरी GATE जर्नी की शुरुआत 2021 में हुई थी। मैं NIT रायपुर से BTech कर रहा था।
अपने फाइनल ईयर में मैंने GATE एग्जाम देने का मन बनाया और पहला अटेम्प्ट दिया। इसके लिए मैंने कोविड लॉकडाउन के बीच कॉलेज के थर्ड ईयर में ही तैयारी शुरू कर दी थी। कॉलेज की पढ़ाई और GATE की तैयारी साथ में करना आसान नहीं था।
बड़े भाई के नोट्स से की शुरुआती पढ़ाई
मैंने एग्जाम के लिए अलग से कोचिंग नहीं ली, लेकिन मेरे बड़े भाई ने मुझे काफी सपोर्ट किया जो खुद सिविल इंजीनियर हैं। इस दौरान मैंने ऑनलाइन क्रैश कोर्स और अपने बड़े भाई के नोट्स की मदद से पढ़ाई की। एग्जाम अच्छा गया, लेकिन मेरी रैंक 3000 के आस-पास थी। इस बीच मेरे दोस्त कैंपस प्लेसमेंट में शामिल हुए और उन्हें नौकरी भी मिल गई, लेकिन मेरा टारगेट ये नहीं था।
GATE 2022 के रैंक से मिला IIT खड़गपुर में एडमिशन
मैंने साल भर सिविल इंजीनियरिंग के सिलेबस को अच्छे से पढ़ा और 2022 में GATE एग्जाम में मेरी रैंक 800 करीब थी। इस रैंक की बदौलत मुझे IIT खड़गपुर में एडमिशन मिल गया। मैंने मास्टर्स की पढ़ाई पूरी की। हालांकि, अब भी मेरा गोल PSU यानी सरकारी नौकरी ही था। इसके बाद मैंने एक और अटेम्प्ट दिया
एग्जाम सेंटर में टेक्निकल गड़बड़ी की वजह से बिगड़ गया पेपर
GATE 2023 के लिए मैं अच्छी तरह तैयार था। मैंने खूब प्रैक्टिस की थी और लगातार मॉक टेस्ट्स भी दिए थे। मुझे पूरा भरोसा था कि इस बार मेरी रैंक टॉप 100 में होगी, लेकिन एग्जाम के दिन टेस्ट सेंटर में टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से 2 बजे से शुरू होने वाला एग्जाम 4 बजे शुरू हो पाया। इस देरी का असर एग्जाम में मेरी परफॉर्मेंस पर भी काफी पड़ा। मुझे भूख भी लगी थी और उलझन की वजह से मैंने एग्जाम में काफी गलतियां कीं।
2023 में एक साथ दिए 5 सरकारी एग्जाम
मेरी रैंक 1200 के आस-पास थी जो मेरी उम्मीद से बहुत कम था। इन सब से मैं बहुत निराश और परेशान हो गया था। साल 2023 मेरे लिए काफी मुश्किल था। मैंने एक साथ GATE, SSC JE, DDA JE, HPCL और BARC के एग्जाम भी दिए। इन सभी एग्जाम में मैंने अच्छा स्कोर किया, लेकिन मुझे किसी भी एग्जाम में अपनी मनचाही रैंक नहीं मिली।
IIT खड़गपुर प्लेसमेंट नहीं आने से भी निराशा हुई
इसके अलावा 2023 में मार्केट में रिसेशन की वजह से IIT खड़गपुर का कॉलेज प्लेसमेंट भी अच्छा नहीं था। हमारे पूरे बैच में किसी को भी प्लेसमेंट के जरिए नौकरी नहीं मिली। इस वजह से मुझे लगने लगा कि अब मेरे लिए सारे दरवाजे बंद हो चुके हैं। मुझे सेल्फ डाउट भी होने लगा कि क्या मैं सही रास्ते पर हूं भी या नहीं।
लास्ट मिनट में घबराने से नहीं बनता काम
आखिरकार, मैंने एक आखिरी बार GATE देने का मन बनाया और 2024 में चौथा अटेम्प्ट दिया। इस बार मैंने ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट्स दिए और प्रैक्टिस करने पर जोर दिया। मैंने ये समझ लिया था कि लास्ट मिनट पर परेशान होने से कोई फायदा नहीं है, बल्कि इससे पेपर में गलतियां ज्यादा होती हैं।
ऐसे में खुद को शांत रखना बहुत जरूरी है। 2024 में मैंने सिविल इंजीनियरिंग स्ट्रीम में GATE में 800 नंबर के साथ 70.65 स्कोर किया और मेरी ऑल इंडिया रैंक 131 थी। इस रैंक के साथ मुझे आसानी से किसी भी PSU में नौकरी मिल जाएगी।
11वीं-12वीं में जो टॉपिक पसंद थे, GATE में उससे जुड़ी स्ट्रीम चुनें
GATE एग्जाम देते समय स्टूडेंट्स के पास स्ट्रीम चुनने का ऑप्शन होता है। कई स्टूडेंट्स को ये समझ नहीं आता कि एग्जाम के लिए स्ट्रीम कैसे चुननी चाहिए। ऐसे में 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के दौरान जो सब्जेक्ट्स आपको सबसे ज्यादा इंट्रेस्टिंग लगते हों, उसे जुड़ी स्ट्रीम चुने।
सिलेबस का मास्टर बनना नहीं, एग्जाम क्लियर करना गोल होना चाहिए
इसके अलावा स्टूडेंट्स को ये भी ध्यान रखना चाहिए कि आपका मकसद एग्जाम के सिलेबस की मास्टरी करना नहीं है बल्कि एग्जाम क्लियर करना है। कोई टॉपिक ऐसा है, जो काफी कोशिशों के बाद भी समझ नहीं आ रहा हो तो उसका एक्सपर्ट बनने के चक्कर में बाकी सिलेबस को नजरअंदाज न करें।