ऐप पर पढ़ें
JNUSU Election 2024 Results: वामपंथी संगठनों ने रविवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी आरएसएस से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को हरा दिया। चार साल के अंतराल के बाद हुए चुनावों में अखिल भारतीय छात्र संघ (एआईएसए) के धनंजय ने 2,598 वोट हासिल करके जेएनयूएसयू अध्यक्ष पद का चुनाव जीता, जबकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के उमेश सी अजमीरा ने 1,676 वोट हासिल किए। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के अविजीत घोष ने एबीवीपी की दीपिका शर्मा को हराकर उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल की।
वाम समर्थित बीएपीएसए उम्मीदवार प्रियांशी आर्य ने एबीवीपी के अर्जुन आनंद को हराकर महासचिव पद जीता। चुनाव समिति द्वारा वामपंथी संगठनों की उम्मीदवार स्वाति सिंह का नामांकन रद्द किए जाने पर वामपंथी संगठनों ने अपना समर्थन प्रियांशी आर्य को दिया था। संयुक्त सचिव पद पर वामपंथी संगठनों के उम्मीदवार मोहम्मद साजिद ने एबीवीपी के गोविंद को हराकर जीत हासिल की।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनाव के लिए शुक्रवार को 73 प्रतिशत मतदान हुआ, जोकि पिछले 12 वर्षों में सबसे अधिक रहा। चुनाव समिति ने कहा कि जेएनयूएसयू चुनाव दो चरणों में हुए, जिनमें साजो-सामान की व्यवस्था के कारण देरी हुई। चार साल के अंतराल के बाद मतदान हुआ और 7,700 से अधिक पंजीकृत मतदाताओं ने गुप्त मतदान के जरिए अपना वोट डाला।
मतदान के लिए विभिन्न अध्ययन केंद्रों में कुल 17 मतदान केंद्र बनाए गए थे। मतदान पूर्वाह्न करीब 11 बजे शुरू हुआ और शाम सात बजे तक चला। जेएनयू में 2019 में 67.9 प्रतिशत, 2018 में 67.8 प्रतिशत, 2016-17 में 59 प्रतिशत, 2015 में 55 प्रतिशत, 2013-14 में 55 प्रतिशत और 2012 में 60 प्रतिशत मतदान हुआ था। मतदाता जब अपने-अपने केंद्रों पर वोट डालने के लिए कतार में खड़े थे तो विभिन्न छात्र संगठनों के समर्थकों ने अपने नेताओं के पक्ष में नारे लगाए।
ढोल की थाप के साथ ‘जय भीम’, ‘भारत माता की जय’ और ‘लाल सलाम’ के नारे के साथ माहौल गर्म हो गया क्योंकि पूर्वाह्न 11 बजे के बाद बड़ी संख्या में छात्र मतदान केंद्रों पर एकत्र होने लगे। जेएनयूएसयू के केंद्रीय पैनल के लिए कुल 19 उम्मीदवार मैदान में थे, वहीं स्कूल काउंसिलर के लिए 42 लोगों ने अपनी किस्मत आजमाई। छात्र संघ अध्यक्ष पद के लिए आठ उम्मीदवारों के बीच मुकाबला था। केंद्रीय पैनल में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और महासचिव होते हैं।