बिहार क्रिकेट टीम पहली बार रणजी ट्रॉफी के एलिट ग्रुप में पहुंचा है. झारखंड से अलग होने के बाद पहली बार प्रदेश में रणजी एलिट ग्रुप का मैच हो रहा है. पहले मुकाबले में बिहार और मुंबई की टीम शुक्रवार को पटना के मोइन-उल-हक स्टेडियम में शुक्रवार को आमने-सामने हुई. वहीं इस मैच से पहले काफी बवाल भी मचा रहा. बता दें कि सोशल मीडिया पर पटना के मोइन-उल-हक स्टेडियम की बदहाली वाला वीडियो पूरे दिन वायरल होता रहा. स्टेडियम का 45 सालों से रेनोवेशन नहीं हुआ है. जिसका नतीजा है कि स्टेडियम की हालत जर्जर है. मेन गेट वाले छोर की छत जर्जर है. उस पर काफी संख्या में शुक्रवार को दर्शक बैठे हुए थे. खतरे को देखते हुए उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने हटाया. स्टेडियम में कई जगहों पर खतरे का साइन बोर्ड लगा हुआ था. किसी प्रकार की अनहोनी की जवाबदेही बीसीए की नहीं होगी, लिखा बोर्ड लगा हुआ था. लोगों की बैठने की जगह पर कचरों का अंबार जमा था. लोग भी इसकी निंदा कर रहे हैं.
ranji trophy
बिहार के ‘सचिन’ वैभव सूर्यवंशी ने मुंबई के खिलाफ रणजी मैच में बनाया रिकॉर्ड, 12 साल की उम्र में किया डेब्यू
पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार और मुंबई के बीच मैच से रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के नए सीजन की शुरुआत शुक्रवार को हुई. इस मैच के साथ ही बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया. 12 वर्ष 284 दिन की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करने के साथ वैभव सूर्यवंशी ने वह कारनामा कर दिया, जो सचिन तेंदुलकर भी नहीं कर सके थे. वैभव सबसे कम उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में करियर शुरू करने वाले भारत के इतिहास के चौथे क्रिकेटर बन गए हैं. वहीं, बिहार के सबसे कम उम्र में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी बने.
बिहार का ‘सचिन तेंदुलकर’ कहा जाता है
वैभव सूर्यवंशी एक धाकड़ बल्लेबाज हैं. वैभव की बल्लेबाजी को देखते हुए स्थानीय क्रिकेटर उसे बिहार का सचिन तेंदुलकर भी कहते हैं. वैभव ने इससे पहले पिछले साल बीसीसीआई (बोर्ड फॉर कंट्रोल ऑफ क्रिकेट इन इंडिया) की ओर से आयोजित चैलेंजर ट्रॉफी प्रतियोगिता में भारत की अंडर-19 टीम का प्रतिनिधित्व किया था. महज 6 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू करने वाले वैभव सूर्यवंशी क्रिकेट जगत में कई बार तहलका मचा चुके हैं.
चैलेंजर ट्रॉफी में वैभव ने लगाया दोहरा शतक
वैभव ने चैलेंजर ट्रॉफी के पिछले सीजन में तीन दोहरा शतक लगाया था. वैभव ने समस्तीपुर की ओर से हेमंत ट्रॉफी के लीग और सुपर लीग के में उन्होंने पूरे बिहार में सबसे अधिक रन बनाया था. भारत की अंडर-19 बी टीम की ओर से खेलते हुए वैभव ने पांच मैचों में 177 रन बनाये थे. वैभव ने वीनू मांकड़ ट्रॉफी के पिछले सीजन के पांच मैचों में 393 रन बनाए.
शानदार फॉर्म में चल रहे वैभव
वैभव शानदार फॉर्म में हैं. वैभव पिछले एक साल में जिला से लेकर राज्य स्तर तक के मैचों में 10 से अधिक शतक लगा चुके हैं. इन्होंने हरियाणा के खिलाफ 139, असम के खिलाफ 86, चंडीगढ़ के खिलाफ 72, आंध्र प्रदेश के खिलाफ 69 और जम्मू कश्मीर के खिलाफ 59 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी. अपनी शानदार पारियों के दम पर वैभव ने चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा.
पिता हैं किसान
समस्तीपुर जिले के ताजपुर के रहने वाले वैभव के पिता किसान हैं. उनके पिता संजीव सूर्यवंशी भी जिलास्तरीय क्रिकेट खेल चुके हैं. वैभव तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर हैं. वे ताजपुर में आठवीं के छात्र हैं. वैभव स्थानीय प्रशिक्षक ब्रजेश झा की देख-रेख में पटेल मैदान में अभ्यास करते हैं. वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने बताया कि वैभव को बचपन से ही क्रिकेट खेल में जुनून था. पिता संजीव सूर्यवंशी ने बल्ला पकड़ना सिखाया. उनके पिता का सपना वैभव को भारतीय टीम में खेलते देखना है.
कम उम्र में डेब्यू करने वाले भारतीय खिलाड़ी
-
जब रणजी ट्रॉफी में खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी की बात आती है तो अलीमुद्दीन का नाम सबसे ऊपर आता है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1942-43 में महज 12 साल और 73 दिन की उम्र में की थी. अजमेर में जन्मे अलीमुद्दीन उस सीज़न में बड़ौदा के महाराज प्रताप सिंह जिमखाना मैदान में राजपूताना के लिए खेले थे.
-
दूसरे स्थान पर एसके बोस आते हैं, जिन्होंने 1959-60 में 12 साल 76 दिन की उम्र में अपना प्रथम श्रेणी करियर शुरू किया था. यह मैच बिहार और असम के बीच खेला गया था.
-
तीसरे स्थान पर मोहम्मद रमजान हैं, जिन्होंने 1937 में 12 साल की उम्र में अपना पहला रणजी ट्रॉफी मैच खेला था. यह मैच उत्तरी भारत बनाम यूडीटी प्रांत के बीच खेला गया था.
-
वहीं इस लिस्ट में अब चौथा नाम वैभव सूर्यवंशी का नाम जुड़ गया है. वैभव ने 2023-24 में बिहार और मुंबई के बीच खेले गए मैच में 12 वर्ष 284 दिन की उम्र में डेब्यू किया है.
मैच के पहले दिन मुंबई ने गंवाए 9 विकेट
बिहार और मुंबई के बीच रणजी ट्रॉफी मैच की शुरुआत पटना के मोइन उल हक स्टेडियम में हुई. चार दिनों तक चलने वाला इस मैच में बिहार ने टॉस जीता और मुंबई को बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया. खराब रोशनी के कारण महज 67 ओवर का ही मैच खेला जा सका. पहले दिन के खेल खत्म होने तक मुंबई की टीम 9 विकेट के नुकसान पर 235 रन बना चुकी है.
5 रन पर गिरा मुंबई का पहला विकेट
इस मैच में बिहार टीम के कप्तान का फील्डिंग करने का निर्णय सही साबित हुआ. मैच के पांचवें ओवर में ही वीर प्रताप ने मुंबई के ओपनिंग बल्लेबाज जय विस्टा को सरमन निग्रोध के हाथों कैच करा कर मुंबई को पहला झटका दिया, इस समय मुंबई का स्कोर मात्र 5 रन था. इसके बाद मुंबई की ओर से भूपेन लालवानी और श्वेत पार्कर ने एक अच्छी साझेदारी कर मुंबई की स्थिति को मजबूत करने का प्रयास किया, लेकिन भूपेन लालवानी (65 रन) को सकीबुल गनी ने सरमन निग्रोध के हाथ हैं कैच करवाकर मुंबई को दूसरा झटका दिया तो समय मुंबई का स्कोर 96 रन था.
वीर प्रताप सिंह ने झटके चार विकेट
मुंबई की ओर से श्वेसुवेद पारकर कौर तनुष कोटाइन 50-50 रन बनाकर आउट हुए, जबकि शिवम दुबे 41 रन व अथर्व 15 रन बना कर आउट हुए. पहले दिन के मैच की समाप्ति पर मोहित अवस्थी बिना खाता खोले और रोशन एक रन बनाकर क्रीज़ पर मौजूद हैं. बिहार की ओर से वीर प्रताप सिंह ने चार जबकि सकिबुल गनी और हिमांशु सिंह ने दो-दो विकेट तथा आशुतोष अमन ने एक विकेट लिए.
मुंबई रणजी टीम पहुंची पटना, एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत, अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में होगा बिहार से मुकाबला
पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में शुक्रवार से बिहार और मुंबई के बीच रणजी ट्रॉफी का मैच खेला जाएगा. इसके लिए मुंबई की टीम बुधवार को पटना पहुंची. एयरपोर्ट पर मुंबई टीम के खिलाड़ियों को फूल देकर बीसीए के अधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया. बिहार टीम का कप्तान आशुतोष अमन को बनाया गया है. उप कप्तान सकीबुल गनी को नियुक्त किया गया है. वहीं मुंबई टीम की कप्तानी लगातार दूसरे सीजन में अजिंक्य रहाणे ही करेंगे.
बिहार विभाजन के बाद पहली बार एलीट ग्रुप में खेलेगी बिहार टीम
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन से मिली सूचना में कहा गया है कि अभिजीत साकेत, मलय राज और राघवेंद्र प्रताप फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद बिहार की टीम में शामिल होंगे. बिहार विभाजन के बाद रणजी खेलने की मान्यता मिलने के बाद बिहार की टीम पहली बार एलीट ग्रुप में खेलेगी. इस ग्रुप में बिहार के अलावा बंगाल, आंध्र प्रदेश, मुंबई, केरल, छत्तीसगढ़, यूपी और असम की टीम है.
मैच की सभी तैयारियां पूरी
मुंबई और बिहार के रणजी मैच के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. मैच के लिए मोइनुल हक स्टेडियम भी पूरी तरह से तैयार है. दोनों टीमों के खिलाड़ियों के लिए आकर्षक स्टैंड भी बनाया गया है. दर्शकों के बैठने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई है.
बिहार की टीम
आशुतोष अमन (कप्तान), सकीबुल गनी, बिपिन सौरभ, बाबुल कुमार, सचिन कुमार सिंह, वैभव सूर्यवंशी, हिमांशु सिंह, रवि शंकर, रिषभ राज, नवाज खान, विपुल कृष्णा, आकाश राज, बलजीत सिंह बिहारी, श्रमन निग्रोध, वीर प्रताप सिंह.
मुंबई की टीम
अजिंक्य रहाणे (कप्तान), सरफराज खान, शिवम दुबे, सुवेद पारकर, शम्स मुलानी, हार्दिक तमोरे (विकेटकीपर), प्रसाद पवार (विकेटकीपर), जय बिस्टा, भूपेन लालवानी, तनुष कोटियन , तुषार देशपांडे, मोहित अवस्थी, धवल कुलकर्णी, रॉयस्टन डायस, अथर्व अंकोलेकर.
कर्नल सीके नायडू टूर्नामेंट के लिए भी बिहार की टीम घोषित
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) द्वारा आयोजित होने वाली कर्नल सीके नायडू अंडर-23 टूर्नामेंट के पहले मैच के लिए बुधवार को बिहार टीम की घोषणा की गई. टीम की कमान अंकित राज को सौंपी गई है. इस टूर्नामेंट में बिहार ग्रुप बी में रखा गया है. इस ग्रुप में बिहार के अलावा मुंबई, विदर्भ, मध्य प्रदेश, बंगाल, दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा की टीम को रखा गया है.
बिहार का पहला मैच सात जनवरी से इंदौर में
बिहार का पहला मैच इंदौर से सात जनवरी को मध्य प्रदेश से है. दूसरा मैच 14 जनवरी से दिल्ली में बिहार का मुकाबला दिल्ली से शुरू होगा. 21 जनवरी से देहरादून में बिहार के खिलाफ उत्तराखंड खेलेगा. कल्याणी में 28 जनवरी से बंगाल के खिलाफ बिहार का मुकाबला है. चार फरवरी से विदर्भ के खिलाफ बिहार का मैच नागपुर में होगा. पटना में 11 फरवरी से बिहार और हरियाणा का मैच होगा. मुंबई में 18 फरवरी से बिहार बनाम मुंबई का मैच खेला जाएगा.
नायडू टूर्नामेंट के लिए बिहार की टीम
अंकित राज (कप्तान), करण राज, आयुष लोहरुका, प्रतीक वत्स, आयुष आनंद, हर्ष राज पुरु, सूरज कश्यप, आदित्य आनंद, मंयक कुमार (उपकप्तान), अनुज राज, निशांत कुमार सिंह, मोहम्मद शाहिद, चंदन यादव, आर्यन मोहित, आनंद शर्मा.