पूरा यूपी शीतलहर की चपेट में है और गलन बढ़ती जा रही है. कोहरे का असर बढ़ने से लगातार चौथे दिन भी धूप का दर्शन नहीं हुए. घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने के कारण सड़क, रेल और हवाई यातायात प्रभावित है. लखनऊ के आंचलिक विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक मुहम्मद दानिश ने बताया कि मौसम में पश्चिमी विक्षोभ का असर से नमी की अधिकता है. शीतलहर के कारण घना कोहरा छा रहा है. अभी यह क्रम जारी रहेगा. लखनऊ में सुबह से शाम तक धूप नहीं निकली. मौसम विभाग के अनुसार एक जनवरी तक ऐसा की मौसम रहेगा.
mausam
Bengal Weather Forecast : सर्दी के आगमन के बीच वीकेंड पर किस जिले में होगी बारिश जानें यहां…
पश्चिम बंगाल के मौसम (Weather) में लगातार बदलाव हाे रहा है. धीरे-धीरे ठंड बढ़ने शुरु हो गई है लेकिन दक्षिण अंडमान सागर में निम्न दबाव बनने के कारण चक्रवात आने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार कल से यह चक्रवात और अधिक ताकतवर होकर दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में भारी निम्न दबाव बनने की संभावना जताई जा रही है. शुरुआत में इसकी दिशा उत्तर-पश्चिम दिशा यानी आंध्र प्रदेश तट है. अगले 48 घंटों में इसकी ताकत बढ़ जाएगी और यह चक्रवाती तूफान बन जाएगा. पूर्वानुमानकर्ताओं का अनुमान है कि चक्रवात फिर रास्ता बदल सकता है और उत्तरी बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ सकता है.
दक्षिण बंगाल में हल्की बारिश की संभावना
अलीपुर मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण बंगाल के तटीय और आस-पास के जिलों में सप्ताह के अंत में मौसम बदल सकता है. कई जिलों में गरज के साथ हल्की बारिश की भी संभावना है. उससे पहले सर्दी का ये मिजाज फिलहाल जारी रहेगा. पश्चिमी जिलों में सर्दी का मिजाज कुछ ज्यादा रहेगा. पुरुलिया, बांकुड़ा समेत कई पश्चिमी जिलों में पहले ही तापमान 15 से16 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है. पश्चिमी जिलों में तापमान में गिरावट की संभावना कम है.
उत्तर बंगाल का मौसम
उत्तर बंगाल में आसमान साफ रहेगा. फिलहाल बारिश की कोई संभावना नहीं है. सर्दी धीरे-धीरे बढ़ेगी. पश्चिमी मानसून के प्रभाव से दिसंबर की शुरुआत में दार्जिलिंग, कलिम्पोंग में हल्की बारिश की उम्मीद है. उत्तर बंगाल के बाकी जिलों में अगले चार-पांच दिनों तक इसी तरह शुष्क मौसम रहेगा.
कोलकाता का मौसम
मंगलवार को कोलकाता में आसमान साफ रहेगा.अभी रात में ठंड बढ़ने की संभावना अधिक है. ठंड कम होगा और गर्मी बढ़ेगी. मंगलवार सुबह कोलकाता में न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस था. सामान्य से 2 डिग्री अधिक. कल दोपहर का अधिकतम तापमान 29.3 डिग्री सेल्सियस था. जो सामान्य है. नवंबर के आखिरी कुछ दिनों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश और हल्के तूफान की संभावना है. 30 नवंबर तक मछुआरों को अंडमान सागर में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है.
UP Weather AQI: मेरठ प्रदूषण में अव्वल, दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में यूपी के 6 जिले, जानें मौसम का हाल
UP Weather AQI Today: उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में प्रदूषण की स्थिति लगातार चिंताजनक बनी हुई है. दीपावली के बाद से कहीं भी वायु प्रदूषण में सुधार देखने को नहीं मिला है. सुबह के समय धुंध की चादर कई शहरों को अपने आगोश में ले रही है. इसके बाद कई घंटे तक इसका असर देखने को मिल रहा है. इस वजह से बाहर निकालने वालों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. एनसीआर सहित यूपी के कई इलाके प्रदूषण की जद में हैं. हवा में कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर ज्यादा देखने को मिल रहा है. इस वजह से आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ सहित कई समस्याओं से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इस बीच अब मौसम का मिजाज बदलता नजर आएगा. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक उत्तर प्रदेश में जैसे जैसे दिसंबर का महीना करीब आएगा, वैसे वैसे ठंड में इजाफा देखने को मिलेगा. अभी दोपहर के समय धूप निकल रही है. रात और सुबह के वक्त तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल रही है. दिसंबर की शुरुआत होते होते दिन में भी धूप का असर कम होने लगेगा. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में एक दो डिग्री की गिरावट देखने को मिल सकती है. सोमवार को मौसम शुष्क रहेगा. फिलहाल मौसम में बहुत बड़े बदलाव की संभावना नहीं है.
23 नवंबर तक शुष्क रहेगा मौसम
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक यूपी में सोमवार को पश्चिमी और पूर्वी यूपी में मौसम शुष्क रहने वाला है. इस दौरान किसी तरह का कोई अलर्ट नहीं जारी है. इसी तरह 21, 22 और 23 नवंबर को भी मौसम जैसा है वैसा ही बना रहने की उम्मीद है.
गैस के चैंबर में तब्दील हुए कई शहर
उत्तर प्रदेश के मौसम में प्रदूषण की बात करें तो हवा जहरीली हो गई है. यहां की हवा से लगातार ऑक्सीजन कम हो रही है, जो काफी चिंताजनक है. सोमवार सुबह देश का सबसे प्रदूषित शहर मेरठ है. यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 390 है. मेरठ दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में 6वें स्थान पर है. 11वें स्थान पर नोएडा का AQI 374, 15वें स्थान पर गाजियाबाद का AQI 359, 26वें स्थान पर हापुड़ का 336, 29वें स्थान पर बुलंद शहर का AQI 328, यूपी की राजधानी लखनऊ का AQI 225 रहा. इलाहाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, आगरा, पीलीभीत, बदायूं और बरेली का AQI भी काफी बढ़ा चल रहा है. बरेली का AQI सुबह 9 बजे 131 था, जो दिन में बढ़ता जाता है. रविवार रात में 180 तक पहुंच गया था. शहर के सुभाषनगर की आबोहवा सबसे अधिक खराब है.सुबह 9 बजे यहां का AQI 140, सिविल लाइंस का 130, और राजेंद्र नगर का 124 है.
फेफड़ा और दिल के रोगियों के लिए खतरनाक है ज्यादा एक्यूआई
प्रदेश के लगभग सभी जिलों का AQI 100 के पार है.यह काफी गंभीर समस्या है. इससे फेफड़े, और दिल के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है.0 से 50 AQI तक ठीक होता है. इसका सेहत पर कम असर होता है. 51-100 AQI भी ठीक है. लेकिन, संवेदनशील लोगों को सांस की हल्की दिक्कत हो सकती है. 101 के बाद ठीक नहीं है. 101 से 200 AQI से फेफड़ा, दिल और अस्थमा मरीजों को सांस में दिक्कत होती है.
घटने लगा ऑक्सीजन लेवल
ऑक्सीजन हर इंसान के लिए काफी जरूरी है. इसकी कमी से सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है. सांस लेने वाली हवा का ऑक्सीजन स्तर 19.5 प्रतिशत ऑक्सीजन होना चाहिए. इसके नीचे ऑक्सीजन जाने से नुकसान होता है.मगर, कुछ समय से ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है. यह चिंताजनक है.
प्रमुख शहरों में मौसम का हाल
यूपी के बरेली में दिसंबर में कड़ाके की सर्दी पड़ेगी. रविवार को बरेली का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं मेरठ का न्यूतनम तापमान 11.7 डिग्री सेल्सियस, कानपुर शहर का 12.0 डिग्री, मुजफ्फरनगर का 13.4 डिग्री, नजीबाबाद का 13.5 डिग्री, बहराइच का 13.6 डिग्री, शाहजहांपुर का 13.9 डिग्री और मुरादाबाद का 14.0 डिग्री सेल्सियस रहा. इसके साथ ही झांसी का न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री, अयोध्या का 15.0 डिग्री, फतेहगढ़ का 15.डिग्री, हमीरपुर का 15.2 डिग्री, सुलतानपुर का 15.1 डिग्री, फुर्सतगंज का 15.3 डिग्री और अलीगढ़ का 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली
मौसम का बदला मिजाज, कई राज्यों में भारी बारिश के आसार, IMD ने दिया बड़ा अपडेट
देश के कई राज्यों में इस हफ्ते जोरदार बारिश के अनुमान जताए गए हैं। मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ पर कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से तटीय इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान जताया है। अलगे 24 घंटे में जहां तमिलनाडु के कई हिस्से में बारिश के आसार हैं, वहीं पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में आज से भारी बारिश की भविष्वाणी की गई है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा दिल्ली में भी आज से बूंदाबांदी का अनुमान है।
बंगाल के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक सोमा सेन ने कहा, “पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम तेज हो जाएगा और उत्तर की ओर चला जाएगा। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में 15, 16 और 17 नवंबर को बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों और उत्तरी-तटीय ओडिशा के जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। उत्तरी जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी और हल्की बारिश हो सकती है।”
तमिलनाडु में बारिश की स्थिति
तमिलनाडु में बारिश पर चेन्नई क्षेत्रीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक बालाचंद्रन ने बताया, “हमारे यहां बहुत अच्छी वर्षा हुई, खासकर तटीय क्षेत्रों में। लगभग 36 जगहों पर भारी वर्षा दर्ज की गई, जिसमें सबसे अधिक लगभग 90 सेमी वर्षा चेन्नई डीजीपी कार्यालय में दर्ज की गई। जहां तक पूर्वानुमान का सवाल है, अगले 24 घंटों में तटीय क्षेत्रों के कई स्थानों और आंतरिक क्षेत्रों के कुछ हिस्से में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।”
ओडिशा के जिलों के लिए अलर्ट
मौसम विभाग ने ओडिशा के 6 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें भद्रक, केंद्रापड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, पुरी और गंजाम हैं, जबकि 17 नवंबर को असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है। वहीं, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी धीरे-धीरे ठंड का आगमन हो रहा है। सुबह के वक्त कोहरा और शाम में सर्दी बढ़ने लगी है। दिल्ली में 15 नवंबर से बूंदाबांदी का अनुमान है। जम्मू कश्मीर में भी हल्की बारिश की संभावना है।
इसके अलावा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों को कवर कर लेंगी। 15 नवंबर को दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति खराब रहेगी।
“कांग्रेस 4 राज्यों में दर्ज करेगी जीत”, सचिन पायलट का बड़ा दावा, लोकसभा चुनाव को लेकर भी बोले
UP Weather Update: यूपी में धूप के तेवर पड़े कमजोर, सर्द होने लगी रातें, इस महीने के अंत तक जाड़ा दिखाएगा असर
UP Weather Update: उत्तर प्रदेश के मौसम में अब सुबह और देर रात ठंड का एहसास होने लगा है. बारिश की गतिविधियां थमने के बावजूद धरती में नमी होने के कारण धूप के तेवर कमजोर हैं और ठंड धीरे-धीरे अपना असर दिख रही है. दक्षिण पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्र पर चक्रवर्ती परिसंचरण अब दक्षिण पूर्व राजस्थान और आसपास के क्षेत्र में पहुंच गया है. हालांकि प्रदेश में अब बारिश की कोई स्थिति नहीं नजर आ रही है. मौसम विभाग के मुताबिक इस महीने के अंत तक प्रदेश में जाड़े का प्रभाव दिखाई देने की संभावना है. राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में गुरुवार सुबह की शुरुआत हल्की ठंड भरे मौसम के साथ हुई. दिन के तापमान में बहुत ज्यादा बदलाव के आसार नहीं है. राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. मौसम सामान्य रहेगा. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में 20, 21, 22, 23 और 24 अक्तूबर को मौसम के शुष्क बने रहने की संभावना है. इसके लिए मौसम विभाग ने किसी तरह की कोई चेतावनी जारी नहीं की है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस इजाफा होने की संभावना है. इसके बाद कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा. वहीं न्यूनतम तापमान में अगले चार दिनों के दौरान धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिल सकती है.
प्रदेश में इस बार गर्मी का असर ज्यादा ही दिखाई दिया. जून के बाद जुलाई और अगस्त की चिपचिपाने वाली गर्मी ने लोगों को काफी परेशान किया. बारिश हुई तो इसका असर कम हुआ. पिछले 15 दिनों में उमस की स्थिति थी, लेकिन हाल में हुई हुई बारिश और ओलावृष्टि ने मौसम को करवट लेने पर मजबूर कर दिया. अब सुबह और रात को मौसम काफी ठंड हो रहा है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस पूरे सप्ताह धूप निकलने के आसार हैं. तापमान हालांकि सामान्य रहेगा, लेकिन समय के साथ इसमें कर्मी दर्ज की जाएगी.
एक दो स्थानों पर हुई हल्की बारिश
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक बीते चौबीस घंटे में प्रदेश में एक या दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ बहुत हल्की से हल्की बारिश हुई. वहीं एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली चमक भी हुई. वहीं हवाओं में ठंडक ने सर्दी का एहसास भी करवाया है. इस दौरान वाराणसी, कानपुर, लखनऊ, झांसी और आगरा संभाग के जिलों में दिन के तापमान में उल्लेखनीय कमी देखी गई. वहीं गोरखपुर, अयोध्या, प्रयागराज और बरेली संभाग के जिलों में मौसम सामान्य बना रहा.
दिन और रात के तापमान की स्थिति
प्रदेश के शेष हिस्सों में दिन के तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ. प्रदेश के झांसी और मेरठ संभाग में दिन का तापमान सामान्य से उल्लेखनीय कम रहा. गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद और आगरा संभाग में दिन का तापमान सामान्य से 5.0 डिग्री सेल्सियस तक कम दर्ज किया गया. वहीं वाराणसी तथा कानपुर संभाग में 3.0 डिग्री सेल्सियस से 5.0 डिग्री सेल्सियस कम रहा. पिछले चौबीस घंटे के दौरान राज्य के सभी संभागों में रात के तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ. राज्य के गोरखपुर संभाग में रात का तापमान सामान्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया. वहीं मुरादाबाद संभाग में रात का तापमान सामान्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज हुआ एवं शेष सभी संभागों में रात का तापमान सामान्य रहा. राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान नजीबाबाद में 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
यूपी के प्रमुख शहरों में अधिकतम और न्यूतनम तापमान की संभावित स्थिति
-
आगरा का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री और अधिकतम तापमान 32 डिग्री
-
अलीगढ़ का न्यूनतम तापमान 18 डिग्री और अधिकतम तापमान 32 डिग्री
-
प्रयागराज का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री और अधिकतम तापमान 33 डिग्री
-
बांदा का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री और अधिकतम तापमान 33 डिग्री
-
बरेली का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री और अधिकतम तापमान 30 डिग्री
-
गोरखपुर का न्यूनतम तापमान 18 डिग्री और अधिकतम तापमान 32 डिग्री
-
झांसी का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री और अधिकतम तापमान 33 डिग्री
-
कानपुर का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री और अधिकतम तापमान 32 डिग्री
-
लखनऊ का न्यूनतम तापमान 33 डिग्री और अधिकतम तापमान 19 डिग्री
-
मेरठ का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री और अधिकतम तापमान 30 डिग्री
-
मुरादाबाद का न्यूनतम तापमान 17 डिग्री और अधिकतम तापमान 30 डिग्री
-
वाराणसी का न्यूनतम तापमान 18 डिग्री और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस
दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर चक्रवाती परिसंचरण का प्रभाव
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के कारण दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्वी मध्य अरब सागर पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण मध्य-क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है. निम्न दबाव क्षेत्र के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने और अगले चौबीस घंटे के दौरान अच्छी तरह से चिह्नित होने की संभावना है और 21 अक्टूबर के आसपास मध्य अरब सागर के ऊपर एक डिप्रेशन में और अधिक तीव्र होने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ को मध्य क्षोभमंडलीय पछुआ हवाओं में एक गर्त के रूप में देखा जाता है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर, 70 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में है.