Oman Sultan Haitham Bin Tariq: अरब दुनिया के सबसे पुराने स्वतंत्र राज्य ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक अपने पहली राजकीय यात्रा पर शुक्रवार (15 दिसंबर) को भारत (नई दिल्ली) पहुंचे जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ‘एक्स’ पर पोस्ट शेयर कर इस बाबत जानकारी दी.
बागची ने कहा, “केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया. यह यात्रा भारत और ओमान के बीच की मित्रता और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी.”
एस जयशंकर से होगी मुलाकात
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक प्रेस रिलीज में कहा, “ओमान के सुल्तान भारत का दौरा कर रहे हैं. राजधानी दिल्ली पहुंचने पर उनसे मुलाकात होगी. ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक की यह कुल 3 दिनों की यात्रा है.
राष्ट्रपति भवन में किया जाएगा स्वागत
रिपोर्ट के मुताबिक, रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आमंत्रण पर ओमान के सुल्तान भारत दौरे पर आए हैं. राष्ट्रपति भवन में 16 दिसंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनका औपचारिक स्वागत करेंगे. सुल्तान हैथम बिन तारिक की यात्रा के दौरान पीएम मोदी उनके सम्मान में दोपहर के भोजन का भी आयोजन करेंगे.
His Majesty Sultan Haitham Bin Tarik of Oman arrives to a warm welcome in New Delhi on his first State Visit to India.
Received by @MOS_MEA at the airport.
The visit will further reinforce the longstanding friendship and cooperation between 🇮🇳 & 🇴🇲 and strengthen bilateral… pic.twitter.com/E7fLHYRyuH
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) December 15, 2023
विदेश मंत्रालय के अनुसार इस दौरान वह नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न ऑर्ट का भी दौरा करेंगे. दौरे के दूसरे दिन सुल्तान हैथम बिन तारिक और पीएम मोदी की हैदराबाद हाऊस में बैठक होगी. इस दौरान आने वाले समय में दोनों देशों के बीच प्रगति तलाशने के अवसर पर चर्चा की जाएगी.
दोनों देशों के बीच होता है युद्धाभ्यास
साल 1955 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे और 2008 में इस रिश्ते को रणनीतिक साझेदारी के रूप में अपग्रेड किया गया. वेस्ट एशिया में ओमान एकमात्र ऐसा देश है जिनके साथ भारतीय सशस्त्र बलों की तीनों सेनाएं नियमित रूप से द्विपक्षीय अभ्यास करती हैं.
भारत ने अतिथि देश के रूप में जी20 शिखर सम्मेलन और बैठकों में भाग लेने के लिए ओमान को विशेष निमंत्रण भी दिया था.