Israel-Hamas War: गाजा में आइसक्रीम ट्रकों में भरी जा रहीं लाशें, इजरायल ने तीन तरफ से हमले का किया ऐलान… पढ़ें युद्ध से जुड़े 10 बड़े अपडेट्स
Gaza Strip
‘इजरायल में हमास के हमलों में ईरान की कोई भूमिका नहीं, वो…’, बोले राजदूत इराज इलाही
Israel-Hamas Conflict: इजरायल-हमास संघर्ष में ईरान की भूमिका को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इन हमलों के बीच भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही का बड़ा बयान सामने आया है. राजदूत इलाही का कहना है कि इजरायल पर हमास के हमलों में ईरान की कोई भूमिका नहीं है. हमास एक ‘इंडीपेंडेंट प्लेयर’ है.
समाचार एजेंसी एएनआई को ईमेल इंटरव्यू में राजदूत इराज इलाही ने कहा, ”वेस्टर्न मीडिया हाल के घटनाक्रमों के लिए ईरान के समर्थन को जिम्मेदार ठहरा रहा है और हमास की स्वतंत्र शक्ति को नकारने का प्रयास कर रहा है. हालांकि, सच में, हमास की ताकत एक निर्विवाद तथ्य है, और यह एक इंडीपेंडेंट प्लेयर बना हुआ है जो अपने दम पर घटनाओं की अगुवाई कर सकता है.”
‘ईरान की सहायता के बिना ऑपरेशन को दिया अंजाम’
हमास के सीनियर लीडर ने भी कहा कि संगठन ने ईरान की सहायता के बिना इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. बहरहाल, ईरान हमेशा फलस्तीन के मुद्दों और फलस्तीनियों के कानूनी विरोध का समर्थन करेगा.
‘फलस्तीनियों की प्रतिक्रियाएं’
भारत में ईरानी दूत ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा, “ईरान ने हाल के घटनाक्रम में कोई भूमिका नहीं निभाई है. यह रंगभेदी शासन की ओर से किए जा रहे निरंतर उत्पीड़न के खिलाफ फलस्तीनियों की अपरिहार्य और प्रत्याशित प्रतिक्रिया थीं.”
उन्होंने कहा, “पश्चिमी मीडिया यहूदी शासन की भूमिका को छिपाने के लिए इसे बाहरी कारणों, खासकर संघर्ष के प्राथमिक कारण के रूप में ईरान को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश करता है. इसके अलावा, अमेरिका और उसके सहयोगी इन नए संघर्षों को लेकर चिंतित हैं क्योंकि वो यहूदी शासन की कमजोरियों को बखूबी पहचानते हैं.”
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भारत में रह रहे इजरायली लोगों का फूटा हमास पर गुस्सा, जंग में जाने को हुए तैयार
Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में अब तक 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस युद्ध का असर न सिर्फ इजरायल में रहने वाले लोगों पर पड़ा है, बल्कि भारत में रह रहे इजरायली नागरिक भी इससे चिंतित हैं. हर दिन मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. यही वजह है कि भारत में रह रहे और यहां घूमने आए इजरायली नागरिक युद्धग्रस्त मुल्क में अपने प्रियजनों के लिए काफी चिंतित नजर आ रहे हैं.
हमास के जरिए किए गए अचानक हमले की वजह से इजरायल को शुरू में बहुत नुकसान उठाना पड़ा है. भारत में रहने वाले इजरायली नागरिकों ने हमास के इस हमले की निंदा की है और इसके खिलाफ आवाज उठाई है. भारत में ऐसे भी इजरायली नागरिक हैं, जो यहां काफी लंबे समय से रह रहे हैं. हालांकि, ज्यादातर लोग ऐसे हैं, जो भारत घूमने आए थे, मगर अब जिस तरह से इजरायल में हालात बिगड़े हैं. उसे ध्यान में रखते हुए इन लोगों ने वतन लौटने का फैसला किया है.
‘हमास के हमले में घर तबाह’
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में रह रही केनरियात ने बताया कि हमास के हमले में उसका घर भी तबाह हुआ है. उसने बताया कि वह अपने भाई से लगातार बात कर रही है, जो इजरायली सेना में है. केनरियात ने बताया कि मैं काफी डरी हुई हूं. मेरे चचेरे भाई को गोली लगी है और वह बुरी तरह जख्मी है. उसका ये भी कहना है कि वह भारत में काफी ज्यादा सुरक्षित महसूस कर रही है. उसे अपने देश लौटने में डर लग रहा है.
‘भारत के सपोर्ट के लिए आभारी’
कुल्लू में मौजूद शीरा नाम की एक और इजरायली पर्यटक ने बताया कि वह हमास के लड़ाकों से लड़ने के लिए अपनी देश को मदद करना चाहती है. इजरायल और हमास के बीच हालिया संघर्ष काफी भयानक है. मैं भारत की तरफ से किए जा रहे सपोर्ट के लिए आभारी हूं. उसका कहना है कि सैन्य सहायता के अलावा युद्ध की वजह से प्रभावित हुए लोगों को जरूरी खाने की सप्लाई और सामान पहुंचाना भी जरूरी है.
‘युद्ध के मैदान में जाने की इच्छा’
राजस्थान के पुष्कर में मौजूद इजरायली पर्यटक अमात ने अपने मुल्क में लौटने की इच्छा जताई. उसने इजरायली डिफेंस फोर्स के साथ युद्ध के मैदान में उतरने की बात कही है. अमात ने कहा कि मैं बच्चों, महिलाओं और सैनिकों के साथ हमास की बर्बरता के खिलाफ उनसे लड़ने के लिए जंग के मैदान में उतरना चाहता हूं. वह 15 अक्टूबर को इजरायल लौट रहा है.
‘हमारे लिए दुआ करिए’
गोवा में मौजूद इजरायली पर्यटकों ने भी अपने देश की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. एक पर्यटक ने कहा कि मेरा परिवार सुरक्षित है, क्योंकि वह दक्षिणी इजरायल में नहीं रहता है. हालांकि, ये उन सबसे कठिन पलों में से एक है, जिसका सामना इजरायल ने किया है. हमारे लिए दुआ करिए. ये एक बड़ा युद्ध है. अन्य इजरायली पर्यटकों ने भी हमास के हमले को लेकर उसकी आलोचना की है.
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