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– फोटो : Amar Ujala/ Himanshu Bhatt
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बीएसएफ के नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर में बल के अफसरों द्वारा डिप्टी कमांडेंट दिलीप पासवान के घर पर बिना वारंट की गई छापेमारी मामले में स्टाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (एससीओआई) के आदेश हुए हैं। एससीओआई का आदेश, फ्रंटियर हेडक्वार्टर बीएसएफ नॉर्थ बंगाल द्वारा जारी किया गया है। इसके चलते दिलीप कुमार पासवान, डीसी (जी) सेक्टर हेडक्वार्टर रायगंज और इंस्पेक्टर (जी) गौतम कुमार कश्यप, सेक्टर हेडक्वार्टर रायगंज को एक सप्ताह के लिए सेक्टर हेडक्वार्टर बीएसएफ जलपाईगुड़ी में अटैच किया गया है। इस अवधि में स्टाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी पूरी होने की उम्मीद है। डिप्टी कमांडेंट दिलीप पासवान और इंस्पेक्टर गौतम कश्यप के अटैचमेंट का आदेश 21 फरवरी को डीआईजी (पर्स) द्वारा जारी किया गया है।
पतिराम पुलिस स्टेशन में दी गई शिकायत
बीएसएफ की इकाई (पतिराम), दक्षिण दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल में कार्यरत, डिप्टी कमांडेंट दिलीप कुमार पासवान के क्वार्टर पर बल के ही अधिकारियों द्वारा 14 फरवरी को रात के समय तीन घंटे तक सर्च चलती रही। जब पासवान और उनकी पत्नी ने सर्च वारंट या दूसरे कानूनी दस्तावेज दिखाने के लिए कहा, तो टीम के सदस्यों ने उन्हें धमकी दी। डिप्टी कमांडेंट दिलीप कुमार पासवान की पत्नी निवेदिता स्वराज ने इस घटना की शिकायत पतिराम पुलिस स्टेशन में दी है। दिलीप कुमार पासवान की पत्नी निवेदिता स्वराज द्वारा पतिराम पुलिस स्टेशन में दी गई शिकायत के मुताबिक, पासवान इस वक्त बीएसएफ की ‘जी’ शाखा यानी ‘खुफिया’ इकाई, जो पतिराम टीम में तैनात है, वहां पर कार्यरत हैं। यह इकाई स्टेट हेड क्वार्टर रायगंज के तहत आती है। निवेदिता द्वारा दी गई शिकायत में कहा गया है कि 14 फरवरी को रात दस बजे बीएसएफ के नॉर्थ बंगाल फंटियर से कुछ अफसर उनके घर पर पहुंचे। इनमें कमांडेंट विजय कुमार सिंह, बीएन राउत टूआईसी और डीसी दीपेंद्र सिंह सहित करीब दर्जनभर जवान भी शामिल थे। उन्होंने जबरदस्ती सरकारी क्वार्टर में प्रवेश किया था।
यहां पढ़ें क्या है पूरा मामला: बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट के घर पर बल के ही अफसरों ने बिना वारंट डाली रेड, पत्नी ने थाने में दी शिकायत